2022 में संवत्सर का नाम क्या है? - 2022 mein sanvatsar ka naam kya hai?

Hindu Nav samvatsar 2078: हिन्दू नववर्ष विक्रम संवत का प्रारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से होता है। इस बार यह तिथि 2 अप्रैल 2022 को रहेगी। यह नववर्ष सन् 2079 रहेगा। आओ जानते हैं इस संबंध में कुछ खास।


Hindu Nav Varsh 2022 : नव संवत्सर 2079 इस बार 2 अप्रैल शनिवार से शुरू होगा, न्याय के देवता शनि ग्रह का 2022 में रहेगा जबरदस्त प्रभाव। वह सुख और समृद्धि दिलाएंगे, लेकिन जीवन के कर्म का फल भी प्रदान करेंगे, इसीलिए सतर्कता भी जरूरी है। दरअसल नए वर्ष के प्रथम दिन के स्वामी को उस वर्ष का स्वामी मानते हैं। इस वर्ष का प्रथम दिन शनिवार को है और इसके देवता शनि है।

ग्रह परिवर्तन : नववर्ष के प्रथम माह में सभी ग्रहों का परिवर्तन होने वाला है। राहु, केतु, गुरु, शनि सभी ग्रह परिवर्तन करेंगे। 13 अप्रैल 2022 को कुंभ राशि से मीन में प्रवेश करेंगे। राहु 12 अप्रैल को सुबह वृषभ से मेष राशि में गोचर करेंगे। 29 अप्रैल को शनि कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। शनिवार को त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथि पर चंद्रमा धनु राशि के साथ ज्येष्ठा नक्षत्र के प्रथम चरण में होगा।

साथ ही शिवरात्रि व्रत भी होगा।

इस वर्ष का मंत्री मण्डल- राजा-शनि, मन्त्री-गुरु, सस्येश-सूर्य, दुर्गेश-बुध, धनेश-शनि, रसेश-मंगल, धान्येश-शुक्र, नीरसेश-शनि, फलेश-बुध, मेघेश-बुध रहेंगे। संवत्सर का निवास कुम्हार का घर एवं समय का वाहन घोड़ा है।


फल : कहते हैं कि जिस वर्ष समय का वाहन घोड़ा होता है उस वर्ष तेज गति से वायु, चक्रवात, तूफान, भूकंप भूस्खलन आदि की संभावना बढ़ जाती है। मानसिक बैचेनी भी बढ़ जाती है और तेज गति से चलने वाले वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की भी संभावना बढ़ जाती है।

2022 के संवत्सर का नाम क्या है?

नववर्ष की शुरुआत में मंगल और राहु-केतु उच् 2 अप्रैल, 2022 से नवसंवत्सर 2079 शुरू हो गया है। नए संवत्सर का नाम नल है और राजा शनि देव तो मंत्री बृहस्पति रहेंगे।

2079 संवत का नाम क्या है?

2 अप्रैल से हिंदू नववर्ष संवत 2079 का आरंभ हो गया है, जिसका नाम 'नल' है। नल नामक विक्रमी संवत का आरंभ शनिवार के दिन हुआ है जिससे इस साल के राज शनिदेव हुए है। शनि का राजा होना इस साल जनता के प्रभाव को बढ़ाने वाला होगा।

2022 कौन सा संवत चल रहा है?

ये अंग्रेजी कैलेंडर से 57 वर्ष आगे है, 2022+57= 2079 विक्रम संवत चल रहा है.

वर्तमान में संवत्सर कौन सा है?

इस निर्णय के अनुसार वर्तमान संवत 2077 प्रमादी नाम का संवत्सर फाल्गुन मास तक रहेगा। जो 28 फरवरी 2021 से लेकर 28 मार्च 2021 तक रहेगा। इसके बाद पड़ने वाला आनंद नाम का विलुप्त संवत्सर पूर्ण वत्सरी अमावस्या तक रहेगा। जबकि आगामी संवत्सर संवत 2078 जो राक्षस नाम का होगा वह चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होगा।