Hajj Pilgrimage: मुसलमानों के पवित्र शहर मक्का (Mecca) में हर साल जमावड़ा लगता है और पूरी दुनिया से मुसलमान (Muslim) इस मक्का शहर में इकट्ठे होते हैं. यहां पर कई तरह की प्रक्रियाएं करते हैं जिसे हज यात्रा (Hajj Pigrimage) कहा जाता है. हर मुसलमान इस यात्रा को एक बार पूरा करने का सपना जरूर देखता है. कहा जाता है कि जो शरीर से सक्षम होने के साथ साथ इसका खर्च भी उठाने का मद्दा रखता है (Healthy and Wealthy) वही इस यात्रा को पूरी कर पाता है. Show कहने का मतलब ये है कि शारीरिक और आर्थिक रूप से मजबूत मुसलमान ही इस यात्रा (Hajj Yatra) को पूरी कर पाते हैं. तो वहीं इस साल होने वाली यात्रा पिछले साल के मुकाबले महंगी (Expensive) होने वाली है. सऊदी अरब सरकार (Saudi Arabian Government) ने हज यात्रा पर लगने वाले टैक्स (Tax) में बढ़ोत्तरी कर दी है. इसका असर हिंदुस्तान से हज यात्रा (Hajj Yatra) पर जाने वाले हर यात्री पर पड़ेगा. कहा जा रहा है कि साल 2019 के मुकाबले इस साल का खर्च दो गुना हो जाएगा. कोरोना की वजह से पिछले दो साल 2020 और 2021 में लोग हज यात्रा पर नहीं जा पाए थे. इस साल हज यात्रा पर टैक्स बढ़ा दिया गया है. इस कारण से भी लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. लेकिन इस साल खासी तादात में लोगों के हज यात्रा में शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है. हज यात्रा पर होने वाला खर्च News Reels साल 2019 के आंकड़ों को अगर देखें तो एक हज यात्री को 2 लाख 36 हजार रुपये का खर्च उठाना पड़ा था तो वहीं साल 2022 यानि इस साल एक यात्री को 4 लाख रुपये के आसपास का खर्च उठाना पड़ेगा तब कहीं जाकर वो हज यात्रा को कर पाएगा. दरअसल साउदी अरब सरकार ने हज पर टैक्स बढ़ा कर 15 फीसदी कर दिया है. वहीं कोरोना संक्रमण के चलते एक कमरे में सिर्फ दो लोगों के रुकने का इंतजाम किया गया है. हज वीजा शुल्क और स्वास्थ्य बीमा शुल्क में भी बढ़ोतरी कर दी गई है. इसके साथ ही कुर्बानी के लिए अलग से 16,747 रुपये का खर्च उठाना होगा. देश के हर शहर का खर्च अलग दरअसल देश के अलग-अलग शहरों से हज पर जाने वाले यात्रियों को उसी शहर के हिसाब से खर्च उठाना पड़ेगा. हज यात्रा 2022 के लिए हज इंडिया कमेटी ने फीस तय कर दी है. इस फीस के हिसाब से दिल्ली से जाने वाले यात्रियों को 3 लाख 88 हजार रुपये, लखनऊ से जाने वाले यात्री को 3 लाख 90 हजार रुपये, मुंबई से जाने वाले को 3 लाख 76 हजार रुपये तो वहीं गुवाहाटी से जाने वाले यात्रियों को 4 लाख 39 हजार रुपये का खर्च उठाना पड़ेगा. किस शहर में कितनी फीस शहर फीस
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एयरपोर्ट पर हज यात्री। - फोटो : अमर उजाला विस्तारकोरोना महामारी के कारण दो साल से हज यात्रा पर प्रतिबंध था। हालांकि, संक्रमण कम होने के बाद सऊदी अरब सरकार ने इस बार हज यात्रा की इजाजत दी है। ऐसे में भारत से 79 हजार 237 यात्री हज यात्रा के लिए जा रहे हैं। दिल्ली से आज यात्रियों को पहला जत्था भी रवाना हो गया है। खास बात यह है कि इस बार यात्रियों में 50 प्रतिशत संख्या महिलाओं की है। पहला जत्था रवाना होने से पहले रविवार को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने दिल्ली स्टेट हज कमेटी के कैंपों का दौरा किया था। नकवी ने कहा, हज यात्रा की सब्सिडी के नाम पर दशकों से राजनीतिक छल किया जा रहा था, जिसे अब खत्म किया जा चुका है। इसके बावजूद यात्रियों पर कोई अतिरिक्त भार नहीं पड़ रहा है। हालांकि, सऊदी अरब सरकार द्वारा बढ़ाए गए टैक्स के चलते यात्रा का खर्च पहले से ज्यादा हो गया है। 2018 में केंद्र सरकार ने हज सब्सिडी को खत्म कर दिया था। कितना बढ़ गया यात्रा का खर्च जान लीजिए क्यों बढ़ गया यात्रा का खर्च कहां से कितने यात्री 2022 में हज का खर्चा कितना आएगा?पिछले हज के मुकाबले इस बार हज यात्रा काफी महंगी भी है. साल 2019 के आंकड़ों पर अगर नज़र दौड़ाए तो एक हज यात्री को 2 लाख 36 हजार रुपये का खर्च उठाना पड़ा था तो वहीं साल 2022 यानि इस साल एक यात्री को 4 लाख रुपये के आसपास का खर्च उठाना पड़ रहा है.
हज करने के लिए कितना खर्च आता है?हज यात्रा 2022 के लिए हज इंडिया कमेटी ने फीस तय कर दी है. इस फीस के हिसाब से दिल्ली से जाने वाले यात्रियों को 3 लाख 88 हजार रुपये, लखनऊ से जाने वाले यात्री को 3 लाख 90 हजार रुपये, मुंबई से जाने वाले को 3 लाख 76 हजार रुपये तो वहीं गुवाहाटी से जाने वाले यात्रियों को 4 लाख 39 हजार रुपये का खर्च उठाना पड़ेगा.
हज करने में कितने दिन लगते हैं?हर साल दुनियाभर के मुस्लिम सऊदी अरब के मक्का में हज के लिए पहुंचते हैं. हज में पांच दिन लगते हैं और ये ईद उल अज़हा या बकरीद के साथ पूरी होती है.
भारत से हज कितने किलोमीटर है?इनका लगभग 8600 किलोमीटर का सफर भारत के बाद पाकिस्तान (Pakistan), कुवैत (Kuwait), ईरान (Iran) होते हुए सऊदी अरब (Saudi Arab) में समाप्त होगा।
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