First Published: April 20, 2022 | Last Updated:April 20, 2022 Show हर साल 18 अप्रैल को दुनिया भर में विश्व विरासत दिवस (World Heritage Day) मनाया जाता है। इस दिन को स्मारकों और स्थलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day for Monuments and Sites) के रूप में भी जाना जाता है। मुख्य बिंदु
विश्व विरासत दिवस 2022 की थीमइस वर्ष के विश्व विरासत दिवस की थीम ‘विरासत और जलवायु’ है। इस वर्ष की थीम विरासत संरक्षण प्रथाओं और अनुसंधान को बढ़ावा देती है जिसका उद्देश्य कम कार्बन वाले भविष्य की वकालत करते हुए सतत विकास को मजबूत करने के लिए जलवायु-लचीला मार्ग प्रदान करना है। दिन का इतिहासवर्ष 1982 में, International Council on Monuments and Sites (ICOMOS) ने पहली बार सांस्कृतिक विरासत, उनकी भेद्यता और उनके संरक्षण के लिए आवश्यक प्रयासों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्मारकों और स्थलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने का विचार रखा था। बाद में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने 1983 में अपने 22वें आम सम्मेलन में इस प्रस्ताव को अपनाया। तब से यह दिन पूरे विश्व में प्रतिवर्ष मनाया जाने लगा। भारत में मौजूद विश्व धरोहर स्थलभारत में कुल 3691 स्थल और स्मारक हैं। उनमें से 40 को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों के रूप में नामित किया गया है। कुछ निर्दिष्ट स्थलों में अजंता की गुफाएँ, ताजमहल और एलोरा की गुफाएँ हैं। असम में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान जैसे प्राकृतिक स्थलों को भी विश्व धरोहर स्थलों में शामिल किया गया है। Categories: अंतर्राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स Tags:Hindi Current Affairs , Hindi News , International Day for Monuments and Sites , World Heritage Day , भारत में मौजूद विश्व धरोहर स्थल , विश्व विरासत दिवस , स्मारकों और स्थलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस , हिंदी करेंट अफेयर्स , हिंदी समाचार Home » 18 अप्रैल को ही क्यों मनाते हैं विश्व धरोहर दिवस, जाने कब हुई इसकी शुरूआत ? नई दिल्ली । दुनियाभर में कई ऐसी विश्व विरासत(world heritage) या धरोहरें हैं जो वक्त के साथ जर्जर होती जा रही हैं। इन विरासतों के स्वर्णिम इतिहास (golden
history) और इनके निर्माण को बचाए रखने के लिए विश्व धरोहर दिवस मनाया जाता है। दरअसल, सालों पहले हुए निर्माण वक्त के साथ बूढ़े होने लगते हैं। ऐसे में जरूरी है कि वह अपनी निर्मित स्थिति में बने रहें और उनकी जर्जर होती अवस्था को सुधारकर सालों साल उसी स्थिति में बरकरार रखा जाए। इसलिए विश्व धरोहर दिवस मनाकर इस उद्देश्य को बरकरार रखा जाता है। यह दिन हर उस देश के लिए खास है जो अपनी संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहरों, यूनिक निर्माण शैली, इमारतों और स्मारकों की खूबसूरती को बरकरार रखना चाहता है और आने वाली हर
पीढ़ी को इनके महत्व (Importance) के बारे में बताना चाहता है। दुनिया में कई सारी विश्व धरोहरें हैं। यूनेस्को हर साल लगभग 25 धरोहर को विश्व विरासत की लिस्ट में शामिल करता है, ताकि उन धरोहरों का संरक्षण किया जा सके। अगली स्लाइड्स में जानिए कि विश्व विरासत दिवस या विश्व धरोहर दिवस कब मनाया जाता है। विश्व धरोहर दिवस मनाने की शुरुआत कब से हुई, इसके इतिहास और महत्व के बारे में जानें। विश्व धरोहर दिवस कब है? विश्व धरोहर दिवस का इतिहास विश्व धरोहर दिवस का महत्व(Importance of World Heritage Day) विश्व विरासत दिवस मनाने का तरीका भारत की विश्व धरोहर Share: Next Post
अंडे के साथ भूलकर भी न करें इन 5 चीजों का सेवन, सेहत के लिए हो सकता है खतरनाकMon Apr 18 , 2022 नई दिल्ली. अंडा हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद (beneficial) चीज है. प्रोटीन से भरपूर अंडा ना सिर्फ हमारी मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, बल्कि हार्ट फंक्शन को भी सपोर्ट करता है. न्यूट्रिशन का पावरहाउस (powerhouse of nutrition) अंडा ब्रेकफास्ट में खाई जाने वाली सबसे अच्छी चीज है. अंडे को उबालकर खा सकते हैं या […] 18 अप्रैल को कौन सा दिवस मनाया जाता है?विश्व धरोहर दिवस अथवा विश्व विरासत दिवस (World Heritage Day), प्रतिवर्ष 18 अप्रैल को मनाया जाता है.
18अप्रैल को कौनसा दिवस मनाया जाता है?विश्व धरोहर दिवस अथवा विश्व विरासत दिवस, (World Heritage Day) प्रतिवर्ष 18 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य यह भी है कि पूरे विश्व में मानव सभ्यता से जुड़े ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों के संरक्षण के प्रति जागरूकता लाई जा सके।
18 अप्रैल को क्या हुआ था?18 अप्रैल की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ
1999 - ब्रिटेन की प्रमुख उपन्यासकार, जीवनीकार और सम्पादक मैरी बुलिंस का 90 वर्ष की आयु में निधन। 2001 - भारतीय सीमा में घुस आई बांग्लादेश की सेना की गोलीबारी से भारत के 16 जवान शहीद। 2002 - 1973 से इटली में निवास कर रहे अफ़ग़ानिस्तान के पूर्व शासक मोहम्मद जहीर शाह काबुल लौटे।
18 मई को कौन सा दिन मनाया जाता है?भारत में भी 'अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस' पर तमाम तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य आम जनता, छात्रों एवं शोधार्थियों को विभिन्न संग्रहालयों में उपलब्ध समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की जानकारी देना है। आज के दिन 'भारत सरकार' के सभी संग्रहालयों में प्रवेश निःशुल्क कर दिया जाता है।
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