उत्तल लेंस का उपयोग आवर्धक लेंस के रूप में कैसे किया जाता है किरण आरेख की सहायता से समझाइए? - uttal lens ka upayog aavardhak lens ke roop mein kaise kiya jaata hai kiran aarekh kee sahaayata se samajhaie?

हेलो दोस्तो हमारे पास एक प्रश्न है जिसे पूछा गया उत्तल लेंस का उपयोग आवर्धक की भांति किस प्रकार करते हैं आईएस प्रेस्ड में कहां में एक चित्र के माध्यम समझेंगे कि हम उत्तल लेंस का उपयोग आवश्यक के भाटी कब और किस प्रकार करते हैं तो इस चित्र में हम मान लेते हैं यह है और अन्य प्रकार का उत्तल लेंस है और माल लेते पी उत्तल लेंस का प्रकाश केंद्र है फेसबुक पर यानी कि इस उत्तल लेंस की वक्रता केंद्र होगी तो प्रश्न का उत्तर लेंस का उपयोग किस प्रकार किया जाता है तो हम बोल सकते हैं कि यदि वस्तु उत्तल लेंस के सामने वो करो प्रकाश केंद्र के बीच स्थित हो जैसे कि वस्तु को उत्तल लेंस के प्रकाश केंद्र यानी कि और फोकस के मध्य में रखें तो उसका सीधा तथा आवर्धित प्रतिबिंब बनता है तो हमें जो नया प्रतिबिंब बनता हुआ दिखाई दे रहे माली देवी वस्तु है और इसका हमें नया प्रतिबिंब कहां पर बनता हुआ दिखाई दे रहा है हमें नया प्रतिदिन उत्तल लेंस के यानी कि इसका सीधा तथा आवर्धित प्रतिबिंब है

और वस्तु को उत्तल लेंस के सामने फोकस ओं प्रकाश केंद्र के बीच रखकर हम बड़े आकार में प्रतिबिंब बनता दिखाई देंगे देता हुआ दिखाई देगा या नहीं एडल्ट वीडियो समय नया प्रतिबिंब बनता हुआ दिखाई दे रहा है जो उत्तल लेंस के सामने आने की वक्रता केंद्र के पीछे की और बंता में दिखाई दे रहा है तो इस स्थिति में मानते हैं कि माली जी एबी जो वस्तु है जो उत्तल लेंस की फोकस और प्रकाश चंद्र के मध्य में रखें तो हमें पता है कि किसी भी वस्तु का प्रतिबिंब बनने के लिए दुखी रन की आवश्यकता पड़ती है तो पहली किरण लेंस उसे या ने की मुख्य अतिथि के समांतर आप अतीत हो रही है और अपवर्त्य होने के पश्चात बहुत से सीधे होकर गुजर जाती है और दूसरी किरण जैसे कि हमें पता है जो कि रामप्रकाश केंद्र से होकर गुजरेगी वह बिना पर दे दिया नहीं कि अपने मार्ग से बिना विचलित हुए उपस्थित होकर अपवर्तनांक के पश्चात सीधा अपने माध्यम में वापस निकल जाएगी लेकिन जब भी नहीं तो किरणों को हम पीछे की ओर मिलेंगे तो हम एक कदम बिंदु प्राप्त होगा और उसका टाइम बिंदु पर अगर हम यहां आकर माध्यम से देखें वाले थे यह हमारी आंखें तो यहां से देखें

हमें वस्तु का प्रतिबिंब किस प्रकार के दिखाई दे रहा है वस्तु का प्रतिबिंब हमें बड़ा दिखाई दे रहा है तो इस स्थिति में हमारा उत्तर होगा कि यदि कोई वस्तु या फिर हम देख सकते हैं कि यदि कोई वस्तु उत्तल लेंस के सामने फोकस और प्रकाश केंद्र के बीच स्थित हो तो उसका सीधा तथा आवृत प्रतिमा में बनता व दिखाई देगा जैसे कि चित्र में हम जान रहे हैं वस्तु हमें कहां पर रखे हैं फोकल लेंथ प्रकाश केंद्र के मध्य और वस्तु को बड़े आकार में देखा जा सकता है समय जो वस्तु का प्रतिबिंब हमें कैसा दिखाई दे रहा है बढ़िया कार का दिखाई दे रहा है तो यह हमारे प्रश्न का उत्तर था धन्यवाद

उत्तल लेंस का उपयोग आवर्धक लेंस के रूप में कैसे किया जाता है?

आवर्धक लेन्स का सिद्धान्त : किसी उत्तल लेंस के सामने यदि वस्तु फोकस बिन्दु तथा लेंस के बीच में स्थित हो तो उसका प्रतिबिम्ब सीधा, बड़ा तथा आभासी बनता है।

उत्तल लेंस को आवर्धक कांच के रूप में उपयोग करने के लिए वस्तु को कहाँ रखा जाना चाहिए?

आभासी बिंब की भाँति कार्य करता है) के बीच की दूरी अवतल लेंस की फ़ोकस दूरी से कम हो ।

उत्तल लेंस में वस्तु का आभासी एवं आवर्धित प्रतिबिम्ब हेतु वस्तु की स्थिति कहाँ होनी चाहिए?

Solution : यदि वस्तु उत्तल लेंस के फोकस और प्रकाशिक-केंद्र के बीच रखी गई हो, तो प्रतिबिंब आभासी (काल्पनिक) बनेगा। प्रतिबिंब आवर्धित, सीधा और उधर ही होगा जिधर वस्तु है।

उत्तल लेंस द्वारा आवर्धित काल्पनिक प्रतिबिंब कब बनता है जब वस्तु रहती है?

उत्तल लेंस (Convex Lens) द्वारा आवर्धित काल्पनिक प्रतिबिंव तब बनता है जब वस्तु फोकस और लेंस के बीच रहती है। अतः उपरोक्त सभी विकल्पों में ऑप्शन (ग) का उत्तर सही होगा।