दुनिया के 10 सबसे बड़े तेल उत्पादक देश, जानें कौन है नंबर वनसऊदी अरब के तेल ठिकानों पर ड्रोन हमलों के बाद इसकी तेल उत्पादन क्षमता महज आधी रह गई है। इन हमलों से दुनिया के ऊर्जा बाजार पर बड़ा असर पड़ा है। सऊदी अरब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है। यहां हम सबसे ज्यादा तेल उत्पादन करने वाले 10 देशों के बारे में बताने जा रहे हैं। तेल उत्पादन क्षमता में क्रूड ऑइल, शेल ऑइल, ऑइल सैंड्स, नेचुरल गैस लिक्विड्स तथा कंडेंसेट्स शामिल हैं। Show
वर्तमान में विश्व के लगभग सभी देश COVID-19 महामारी से गंभीर रूप से प्रभावित हैं। इस महामारी से जहाँ एक तरफ भारी जनहानि हुई है वहीं इसकी रोकथाम के लिये लॉकडाउन एवं अन्य सुरक्षात्मक प्रतिबंधों के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी जैसी स्थितियाँ बनने लगी हैं। वैश्विक स्तर पर औद्योगिक गतिविधियों में गिरावट से कच्चे तेल की मांग में कमी आई है और इसका सीधा प्रभाव तेल की कीमतों में गिरावट
के रूप में देखने को मिला है। हाल ही में अमेरिकी कच्चे तेल के बेंचमार्क माने जाने वाले ‘वेस्ट टेक्सस इंटरमिडिएट’ (West Texas intermediate- WTI) के फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट (Future Contract) की कीमतें शून्य से भी नीचे पहुँच गई थी, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अमेरिकी कच्चे तेल कीमतों में यह सबसे बड़ी गिरावट है। साथ ही तेल की मांग में इस कमी से विश्व के अन्य तेल उत्पादक जैसे- सऊदी अरब, रूस आदि भी तेल की कीमतों में हुई इस गिरावट से प्रभावित हुए हैं। पृष्ठभूमि:
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण:
वेस्ट टेक्सस इंटरमिडिएट(West Texas intermediate- WTI):
WTI के मूल्यों में गिरावट का कारण:
कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती:
वैश्विक अर्थव्यवस्था पर तेल कीमतों का प्रभाव:
भारतीय अर्थव्यवस्था पर तेल कीमतों का प्रभाव:
‘इंडियन क्रूड बास्केट’ (Indian Crude Basket): ‘इंडियन क्रूड बास्केट’ भारत में आयात होने वाले कच्चे तेल के मूल्य का संकेतक है। सामान्यतः इसका निर्धारण ‘दुबई और ओमान’ तथा ब्रेंट क्रूड के भारित औसत (75.50:24.50) के आधार पर किया जाता है।
निष्कर्ष: वैश्विक तेल बाज़ार के वर्तमान संकट को देखकर यह स्पष्ट होता है कि COVID-19 की महामारी ने इस संकट में वृद्धि की है परंतु तेल उत्पादक देशों के बीच सामंजस्य का अभाव ही इस संकट का मूल कारण है। वर्तमान में तेल की कीमतों से भारत को अपने वित्तीय घाटे को संतुलित करने में सहायता मिलेगी परंतु इस गिरावट के लंबे समय तक बने रहने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गंभीर नकारात्मक परिणाम होंगे। वस्तुतः इस संकट के कारण निर्यात तथा आयात दोनों से जुड़े देशों के हितों को क्षति होगी। आगे की राह:
अभ्यास प्रश्न: वर्तमान में वैश्विक स्तर पर खनिज तेल के मूल्यों में हुई गिरावट के कारणों का उल्लेख करते हुए वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभावों की समीक्षा कीजिये। विश्व में पेट्रोलियम का प्रमुख उत्पादक देश कौन सा है?वर्तमान में सऊदी अरब, रूस और अमेरिका विश्व के सबसे बड़े तेल उत्पादक देश हैं।
विश्व का सबसे बड़ा तेल निर्यातक देश कौन सा है?बता दें कि हम आपको जो डेटा बता रहे हैं वह अप्रैल 2021 से लेकर जनवरी 2022 के बीच का है. इराक- भारत को तेल निर्यात करने में सबसे पहला स्थान इराक का है. इराक भारत का सबसे बड़ा निर्यातक देश है. अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 तक भारत ने इराक से 22.24 अरब डॉलर का तेल खरीदा था.
कौन सा देश दुनिया का सबसे बड़ा तेल भंडार है?सबसे बड़ा तेल भंडार किसके पास है? 264 बिलियन बैरल रिकवर करने योग्य तेल भंडार के साथ अमेरिका के पास सबसे बड़ा तेल भंडार है.
भारत विश्व का कौन से नंबर का सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता देश है?चीन अमेरिका से तेल अपने व्यापारिक विवादों के चलते नहीं ले रहा है तो स्वाभाविक रूप से अमेरिका की पहली नजर भारत पर है क्योंकि भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक और उपभोक्ता देश है।
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