विश्व में न्यूनतम साक्षरता वाला देश कौन सा है? - vishv mein nyoonatam saaksharata vaala desh kaun sa hai?

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Last updated on Sep 21, 2022

The BPSC 68th CCE Schedule has been released. The exam calendar for the 68th CCE has been released recently. The prelims will be on 8th January 2023. Earlier, the BPSC 67th CCE Answer Key (Provisional) was released for the prelims. Candidates can submit objections against the same through speed post by 12th October 2022. The final answer key will be released after considering objections received against the provisional answer key.  The exam was held on  30th September 2022. The candidates will be selected on the basis of their performance in prelims, mains, and personality tests. A total of 802 candidates will be recruited through the BPSC Exam 67th schedule.

भारत में साक्षरता [1] [2] दर 74.04 है (2011), जो की 1947 में मात्र 18 % थी। भारत की साक्षरता दर विश्व की साक्षरता दर से 84% कम है।

विश्व में न्यूनतम साक्षरता वाला देश कौन सा है? - vishv mein nyoonatam saaksharata vaala desh kaun sa hai?

भारत में साक्षरता के मामले में पुरुष और महिलाओं में काफ़ी अंतर है जहां पुरुषों की साक्षरता दर 82.14 है वहीं महिलाओं में इसका प्रतिशत केवल 65.46 है। महिलाओं में कम साक्षरता का कारण परिवार और आबादी की जानकारी कमी है। भारत मे साक्षरता पहले के अपेक्षा काफी बेहतर हुई है। जहां तक मेरा मानना है कि आने वाले 15 से 20 सालों में भारत की वैश्विक साक्षरता दर 99.50 प्रतिशत होने की सम्भावना है।

तुलनात्मक साक्षरता आँकड़े[संपादित करें]

भारत में 6-14 साल के आयु वर्ग के प्रत्येक बालक और बालिका को स्कूल में मुफ़्त शिक्षा का अधिकार है। यहाँ पर 40%से अधिक बालिकायें 10 वीं कक्षा के उपरांत स्कूल त्याग देती है।

कम साक्षरता दर के लिए कारण[संपादित करें]

  • विद्यालयों की कमी (भारत में लगभग 6 लाख स्कूल के कमरों की कमी है)
  • स्कूल में शौचालय आदि की कमी
  • जातिवाद (भारत में एक मुद्दा है)
  • गरीबी (अधिक जनसंख्या के कारण साक्षरता में कमी)
  • जागरूकता की कमी
आज़ादी के समय भारत की साक्षरता दर मात्र बारह (12%) प्रतिशत थी जो बढ़ कर लगभग चोहत्तर (74%) प्रतिशत हो गयी है। परन्तु अब भी भारत संसार के सामान्य दर (पिच्यासी प्रतिशत 85%) से बहुत पीछे है। 

भारत में संसार की सबसे अधिक अनपढ़ जनसंख्या निवास करती है। वर्तमान स्थिति कुछ इस प्रकार है: • पुरुष साक्षरता: बयासी प्रतिशत (82%) • स्त्री साक्षरता: पैंसठ प्रतिशत (65%) • सर्वाधिक साक्षरत दर (राज्य): केरल (चोरान्वे प्रतिशत 94%) • न्यूनतम साक्षरता दर (राज्य): ANDHRA PRADESH (66.4)) • सर्वाधिक साक्षरता दर (केन्द्र प्रशासित): लक्षद्वीप (बानवे प्रतिशत 92%)

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • https://web.archive.org/web/20160707231654/http://m.timesofindia.com/business/india-business/Daily-wagers-in-worker-definition/articleshow/2005951.cms
  • https://web.archive.org/web/20190909035106/https://www.csc.gov.in/
  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 27 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 नवंबर 2019.
  2. "संग्रहीत प्रति". मूल से 25 सितंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 नवंबर 2019.

साक्षरता का अर्थ है साक्षर होना अर्थात पढने और लिखने की क्षमता से संपन्न होना[1]। अलग अलग देशों में साक्षरता के अलग अलग मानक हैं। भारत में राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के अनुसार अगर कोई व्यक्ति अपना नाम लिखने और पढने की योग्यता हासिल कर लेता है तो उसे साक्षर माना जाता है।

साक्षरता दर[संपादित करें]

किसी देश अथवा राज्य की साक्षरता दर वहाँ के कुल लोगों की जनसँख्या व पढ़े लिखे लोगों के अनुपात को कहा जाता है। अधिकाँश यह प्रतिशत में दर्शाया जाता है। परन्तु कभी कभी इसे प्रति-कोटि (हर हज़ार पर) भी दिखाया जाता है

सूत्र[संपादित करें]

इसको समझने का गणितीय सूत्र है: साक्षरता दर प्रतिशत = शिक्षित जनसंख्या/कुल जनसंख्या

अर्थात हर सौ लोगों में से कितने लोग साक्षर हैं।

भारत में स्थिति[संपादित करें]

आज़ादी के समय भारत की साक्षरता दर मात्र बारह (१२%) प्रतिशत थी जो बढ़ कर लगभग चोहत्तर (७४%) प्रतिशत हो गयी है। परन्तु अब भी भारत संसार के सामान्य दर (पिच्यासी प्रतिशत ८५%) से बहुत पीछे है। भारत में संसार की सबसे अधिक अनपढ़ जनसंख्या निवास करती है। वर्तमान स्थिति कुछ इस प्रकार है:

  • पुरुष साक्षरता: बयासी प्रतिशत (८२%)
  • स्त्री साक्षरता: पैंसठ प्रतिशत (६५%)
  • सर्वाधिक साक्षरत दर (राज्य): केरल (चोरान्वे प्रतिशत ९४%)
  • न्यूनतम साक्षरता दर (राज्य): बिहार (चौसठ प्रतिशत ६४%)
  • सर्वाधिक साक्षरता दर (केन्द्र प्रशासित): लक्षद्वीप (बानवे प्रतिशत ९२%)

जब से भारत ने शिक्षा का अधिकार लागू किया है, तब से भारत की साक्षरता दर बहुत अधिक बढ़ी है। केरल हिमाचल, मिजोरम, तमिल नाडू एवं राजस्थान में हुए विशाल बदलावों ने इन राज्यों की काया पलट कर दी एवं लगभग सभी बच्चों को अब वहाँ शिक्षा प्रदान की जाती है। बिहार में शिक्षा सबसे बड़ी समस्या है जिस से सरकार जूझ रही है। वहाँ गरीबी की दर इतनी अधिक है कि लोग जीवन की मूल-भूत आवश्यकताएं जैसे रोटी कपडा और मकान का भी जुगाड़ नहीं कर पाते| वे किताबों का खर्च नहीं उठा पाते|

साक्षर कौन हैं?

भारतीय नियम के अनुसार इस सूत्र में जो उन लोगों को भी शिक्षित गिना जाता है जो अपने हस्ताक्षर कर सकते हैं तथा पैसे का हिसाब किताब करना जानते हैं अथवा समझ सकते हैं अथवा दोनों।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • विधिक साक्षरता (या, कानूनी साक्षरता)
  • सूचना साक्षरता
  1. "साक्षरता का अर्थ". देशबंधु. 2009-09-03.

सबसे कम साक्षरता वाला देश कौन सा है?

भारत की साक्षरता दर विश्व की साक्षरता दर 84% से कम है। भारत में साक्षरता के मामले में पुरुष और महिलाओं में काफ़ी अंतर है जहा पुरुषों की साक्षरता दर 82.14 है वहीं महिलाओं में इसका प्रतिशत केवल 65.46 है।

विश्व का सबसे ज्यादा साक्षरता वाला देश कौन सा है?

2011 में हुई जनगणना के अनुसार केरल (93.91%) भारत का सर्वाधिक साक्षर राज्य है। बिहार में यह दर जहां 63.82 फीसदी है वहीं तेलंगाना 66.50 फीसदी साक्षर है। इसके बाद लक्ष्यद्वीप (92.28%), मिजोरम (91.58%), त्रिपुरा (87.75 %) और गोवा (87.40%) भी सूची में शामिल हैं।

एशिया में सबसे अधिक साक्षरता वाला देश कौन सा है?

भारत की साक्षरता दर मालदीव और श्रीलंका के बाद सबसे अधिक है, किंतु जीवन प्रत्याश दर बांग्लादेश से कम है।

भारत में सबसे ज्यादा साक्षरता वाला देश कौन सा है?

साक्षरता दर के आधार पर भारत के राज्य.