उड़द की दाल क्यों नहीं खानी चाहिए? - udad kee daal kyon nahin khaanee chaahie?

Pulses for 7 days दाल हम सभी के घरों में रोजाना खाई जाने वाली चीज है। लेकिन इसको लेकर अधिकांश घरों में यह समस्‍या होती है कि आज कौन सी दाल बनाएं। तो इस समस्‍या का समाधान हम आपको बताने जा रहे हैं। अगर हम ज्‍योतिष के आधार पर दिन के अनुसार दाल का चयन करेंगे तो न सिर्फ यह हमारे स्‍वाद को बढ़ाएगी बल्कि हमारी किस्‍मत भी चमकाएगी। तो आइए जानते हैं किस खानी चाहिए कौन सी दाल।

फाइबर से भरपूर उड़द की दाल अच्छे आंत बैक्टीरिया को बनाए रखने के लिए बहुत अच्छी है। यह बैक्टीरिया भोजन को पचाने में बहुत मदद करते हैं। वैसे भी गर्भावस्था में हर कुछ पचाना आसान नहीं होता, ऐसे में उड़द दाल खाना काफी सुरक्षित है।

गर्भावस्था के दौरान काली उड़द का सेवन

उड़द की दाल क्यों नहीं खानी चाहिए? - udad kee daal kyon nahin khaanee chaahie?

डायबिटीज वाली महिलाओं का कोलेस्ट्रॉल लेवल अक्सर गड़बड़ रहता है। अगर इसे नियंत्रण में रखना है, तो गर्भावस्था के दौरान काली उड़द का सेवन जरूर करना चाहिए। इसमें मौजूद फैटी एसिड कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम कर सकता है।

उड़द की दाल शरीर को कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करती है। इसमें कई मिनरल्स होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाए रखते हैं। गर्भावस्था के दौरान उड़द की दाल का सेवन अधिक मात्रा में न करें। जितना हो सके, कम मात्रा में खाएं। खासतौर से तब जब आपको एसिडिटी होने का खतरा हो।

आयुर्वेद चिकित्सा में उड़द दाल का सेवन सही माना गया है, तो वहीं दूसरी ओर काली उड़द दाल के सेवन से आपको कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। आइए जानते हैं आयुर्वेद में काली उड़द दाल को क्यों अधिक खाने से किया गया है (Urad Dal Side Effects) मना

Urad Dal Side Effects : उड़द की दाल का इस्तेमाल अधिकतर ोग तरह-तरह के पकवान बनाने के लिए करते हैं। उड़द दाल का इस्तेमाल आयुर्वेदिक चिकित्मा में भी किया जाता है। नियमित रूप से अगर आप उड़द दाल का सेवन करते हैं, तो यह आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। भले ही उड़द दाल के इस्तेमाल से सेहत को कई अनगिनत फायदे होते हैं, लेकिन अगर आप इसका सेवन अधिक करते हैं, तो यह आपके लिए नुकसानदायी हो सकता हैं। एक ओर आयुर्वेद चिकित्सा में उड़द दाल का सेवन सही माना गया है, तो वहीं दूसरी ओर काली उड़द दाल के सेवन से आपको कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। आइए जानते हैं आयुर्वेद में काली उड़द दाल को क्यों अधिक खाने से किया गया है (Urad Dal Side Effects) मना-

यूरिक एसिड बढ़ा सकती है उड़द दाल

काली उड़द दाल के अधिक सेवन करने से यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा अधिक रहता है। अगर आप इसका सेवन अधिक करते हैं, तो यह ब्लड में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ा सकती है। परिणाम स्वरूप यह आपकी किडनी में कैल्सीफिकेशन स्टोन को उत्तेजित कर सकती है। किडनी या गुर्दे में स्टोन की समस्या से ग्रसित लोगों को उड़द की दाल खाने के लिए मना किया जाता है।

गठिया का है खतरा

गल्‍स्‍टोन या गठिया की बीमारी से पीड़ित मरीजों को उड़द की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए। यह आपकी समस्या को बढ़ा सकती है। इतना ही नहीं अगर आप उड़द की दाल का अधिक सेवन करते हैं, तो यह पित्त की पथरी या गाउट भी बढ़ा सकती है। वहीं, अगर आप किसी विशेष तरह की दवा का सेवन करते हैं, तो उड़द की दाल का सेवन बिल्कुल भी ना करें।

अपच की समस्‍या

अगर आप अधिक उड़द दाल का सेवन करते हैं, तो आपको अपच की समस्या हो सकती है। उड़द दाल का अधिक सेवन करने से कब्ज की समस्या बढ़ सकती है। हर एक व्यक्ति में इसका प्रभाव अलग-अलग होता है। अगर आप अपने डाइट में किसी तरह का बदलाव करना चाहते हैं, तो फौरन डॉक्टर्स से संपर्क करें।

उड़द की दाल कब नहीं खाना चाहिए?

ऐसे में अगर रात के समय उड़द की दाल खा ली जाए तो यह हमारे सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है, क्योंकि उड़द दाल बहुत हैवी होती है और उसे पचाने में काफी समय लगता है। आइए हम आपको बताते हैं कि उड़द दाल को खाने से क्या समस्या हो सकती है।

उड़द की दाल क्यों नहीं खाना चाहिए?

दरअसल उड़द की दाल में कई से ऐसे तत्त्व शामिल होते हैं, जो गाठिया की परेशानी को बढ़ाते हैं. - इसके अलावा जिन लोगों को हमेशा अपच की समस्या रहती है, उन्हें तो उड़द की दाल से दूरी बना लेनी चाहिए. बता दें कि यह एक ऐसी दाल है, जो जल्दी पचती नहीं है. जिससे कई बार तो कब्ज, पेट में गैस, ब्लोटिंग, आदि जैसी परेशानी होने लगती है.

उड़द दाल की तासीर क्या है?

उड़द एक दलहन होता है। इसकी तासीर ठंडी होती है, अतः इसका सेवन करते समय शुद्धघी में हींग का बघार लगा लेना चाहिए। इसमें भी कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स, केल्शियम व प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। बवासीर, गठिया, दमा एवं लकवा के रोगियों को इसका सेवन कम करना चाहिए।

कौन कौन सी दाल मिलाकर खाना चाहिए?

अगर हम सोमवार के दिन बिना छिलके की उड़द की दाल अपने घर में बनाकर खाएं तो आपकी सेहत को लाभ पहुंचेगा। वहीं इसके साथ ही सोमवार को अरहर की दाल खाना भी अच्‍छा माना जाता है। स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में ये दोनों दालें बहुत ही खास मानी जाती है।