उत्तरी छोटानागपुर में सबसे बड़ा जिला कौन सा है - uttaree chhotaanaagapur mein sabase bada jila kaun sa hai

झारखंड क्षेत्रफल के हिसाब से 15वां सबसे बड़ा और जनसंख्या के हिसाब से 14वां सबसे बड़ा राज्य है। इस राज्य में कुल 24 जिले हैं। क्या आप जानना चाहते हैं इन 24 जिलों में से झारखंड का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?

इस राज्य को जंगल की भूमि भी कहा जाता है। झारखंड का कुल क्षेत्रफल 79,710 वर्ग किलोमीटर (30,778 वर्ग मील) है। इस राज्य की कुल जनसंख्या 3.3 करोड़ है। आइए जानें कि Jharkhand Ka Sabse Bada Jila कौन सा है।

 

  • झारखंड का सबसे बड़ा जिला कौन सा है – Jharkhand Ka Sabse Bada Jila
  • क्षेत्रफल के अनुसार झारखंड का 5 सबसे बड़ा जिला
  • झारखंड राज्य के प्रत्येक जिले की सूची
  • FAQ

झारखंड का सबसे बड़ा जिला कौन सा है – Jharkhand Ka Sabse Bada Jila

झारखंड राज्य के 24 जिलों में क्षेत्रफल की दृष्टि से पश्चिमी सिंहभूम जिला सबसे बड़ा जिला है। इस जिले का कुल क्षेत्रफल 10,863 वर्ग किलोमीटर है। और जनसंख्या के अनुसार रांची जिला झारखंड का सबसे बड़ा जिला है। 2011 की जनगणना के अनुसार रांची जिले की कुल जनसंख्या 2,914,253 है।

उत्तरी छोटानागपुर में सबसे बड़ा जिला कौन सा है - uttaree chhotaanaagapur mein sabase bada jila kaun sa hai

क्षेत्रफल के अनुसार झारखंड का 5 सबसे बड़ा जिला

Jharkhand राज्य में कुल 24 जिले हैं।  आइए इन 24 जिलों में से क्षेत्रफल की दृष्टि से 5 सबसे बड़े जिलों का पता लगाएं।

1)पश्चिमी सिंहभूम जिला

क्षेत्रफल के हिसाब से पश्चिमी सिंहभूम जिला झारखंड राज्य का सबसे बड़ा जिला है। जिले का कुल क्षेत्रफल 10,863 km2 है। इस जिले का कुल आबादी 15.02 लाख है। पश्चिमी सिंहभूम झारखंड के सबसे पुराने जिलों में से एक है। यह जिला घाटियों, खड़ी पहाड़ियों और पहाड़ों और घने जंगलों से भरा हुआ है।

2) रांची जिला

रांची झारखंड राज्य की राजधानी है। यह जिला क्षेत्रफल की अनुसार झारखंड राज्य का दूसरा सबसे बड़ा जिला है। इस जिले की कुल जनसंख्या 29.14 लाख है और क्षेत्रफल 5,097 km2 है। इस जिले के अधिकांश लोग राज्य की मुख्य भाषा हिंदी बोलते हैं। रांची बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों के छात्रों के लिए भी एक लोकप्रिय शिक्षा स्थल है।

3) गुमला जिला

18 मई 1983 को गुमला जिला अस्तित्व में आया। गुमला जिला झारखंड राज्य का तीसरा सबसे बड़ा जिला है। इस जिले का गोलघर सफल 5,327 km2 है। 2011 की जनगणना के अनुसार जिले की कुल जनसंख्या 1,025,213 है।

4) पलामू जिला

पलामू जिला झारखंड राज्य के चौबीस जिलों में से एक है। क्षेत्रफल के अनुसार यह जिला झारखंड का चौथा सबसे बड़ा जिला है। पलामू जिले का कुल क्षेत्रफल 5,044 km2 है। बेतला राष्ट्रीय उद्यान पलामू जिले में छोटा नागपुर पठार पर स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है।

5) गिरिडीह जिला

क्षेत्रफल के अनुसार गिरिडीह जिला झारखंड राज्य का पांचवा से बड़ा जिला है। जिले का कुल क्षेत्रफल 4,854 km2 है। 2011 की जनगणना के अनुसार गिरिडीह जिला झारखंड का तीसरा सबसे बड़ा जिला है। जिले का कुल जनसंख्या 24.45 लाख है।

अवश्य पढ़े :

  • उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला कौन सा है
  • राजस्थान का सबसे बड़ा जिला कौन सा है
  • बिहार का सबसे बड़ा जिला कौन सा है

झारखंड राज्य के प्रत्येक जिले की सूची

नीचे झारखंड राज्य के प्रत्येक जिले का नाम, क्षेत्रफल और जनसंख्या है। यहां से आप झारखंड राज्य के प्रत्येक जिले का विवरण जान सकते हैं।

#जिलाक्षेत्रफलजनसंख्या1बोकारो2,883 वर्ग किमी20,62,3302चतरा3,706 वर्ग किमी1,042,8863देवघर2,478 वर्ग किमी14,91,8794धनबाद2,886 वर्ग किमी28,46,9545दुमका3,761 वर्ग किमी13,21,4426पूर्वी सिंहभूम3,533 वर्ग किमी22,93,9197गढ़वा4,044 वर्ग किमी1,322,7848गिरिडीह4,853 वर्ग किमी24,45,7749गोड्डा2,110 वर्ग किमी1,313,55110गुमला5,327 वर्ग किमी1,025,21311हजारीबाग4,313 वर्ग किमी1,734,49512जामताड़ा1,881 वर्ग किमी7,91,04213खूँटी2,611 वर्ग किमी5,31,88514कोडरमा1,655 वर्ग किमी7,16,25915लातेहार3,622 वर्ग किमी7,26,97815लोहरदगा1,502 वर्ग किमी461,79017पाकुड़1,806 वर्ग किमी9,00,42218पलामू5,043 वर्ग किमी19,36,31919रामगढ़1,360 वर्ग किमी9,49,44320रांची5,097 वर्ग किमी2,914,25321साहिबगंज1,599 वर्ग किमी1,150,56722सरायकेला-खरसावाँ2,724वर्ग किमी10,65,05623सिमडेगा3,774 वर्ग किमी599,57824पश्चिमी सिंहभूम10,863 वर्ग किमी15,02,338

FAQ

क्षेत्रफल की दृष्टि से झारखंड का सबसे छोटा जिला कौन सा है?

क्षेत्रफल की दृष्टि से पश्चिमी सिंहभूम जिला झारखंड का सबसे बड़ा जिला है। इस जिले का कुल क्षेत्रफल 10,863 वर्ग किमी है।

जनसंख्या की दृष्टि से झारखंड का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?

जनसंख्या की दृष्टि से रांची जिला झारखंड का सबसे बड़ा जिला है। 2011 कि जनगणना के अनुसार जिले का कुल जनसंख्या 2,914,253 है।

[vc_row css=”.vc_custom_1519192454561{background-image: url(https://www.panchayattimes.com/wp-content/uploads/2017/06/2767819c2f17cafab03fbb84031e72f5.jpg?id=12482) !important;}”][vc_column][vc_column_text]उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के तहत सात जिले आते हैं, धनबाद, बोकारो,हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, चतरा, रामगढ.  इस प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले लगभग सभी जिले अपने आप खास हैं. धनबाद जो की कोल माइनिंग के लिए पूरे देश में मशहूर है साथ में यह देश की कोयला राजधानी भी है. दूसरी तरफधनबाद के सिंदरी में ही उर्वरक का बड़ा कारखाना हुआ करता था, जिसे 2002 में बंद कर दिया गया था. परन्तु फिर इसकी शुरुआत आगामी आने वाले वर्षों में होने वाली है. कोडरमा जिले में पूरे विश्व में सबसे ज्यादा अभ्रक पाया जाता है., तो बोकारो जिले लौह इस्पात उद्योग के लिए मशहूर है. धार्मिक स्थलों की बात करें तो गिरिडीह जिले में पारसनाथ की पहाड़ी पर जैन धर्म का बहुत बड़ा मंदिर हैं जहाँ पर पूरे देश से लोग आते हैं. चतरा जिले में इटखोरी में भद्रकाली का मंदिर है साथ में इस मंदिर के आस -पास यहां भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा खुदाई की गई थी।. जिसमें हिंदू, बौद्ध व जैन धर्म से जुड़े काफी संख्या में पुरातात्विक अवशेष प्राप्त हुए है.  इसलिए यह स्थल तीनों धर्मों का एक अनूठा संगम स्थल भी माना जाता है. रामगढ जिला भी कोल खनिज सम्पदा से भरा पड़ा है तथा ब्रिटिश राज के दौर में रामगढ़ एक प्रमुख जमींदारी थी. झारखण्ड बनने के उपरांत यह हजारीबाग जिले का हिस्सा हुआ करता था लम्बे समय से चली आ रही मांग के बाद 2007 में इसे  जिला घोषित किया गया.

राजनीतिक दृष्टिकोण की बात करें तो यहाँ चार लोकसभा सीटें और 25 विधानसभा सीटें हैं. 2014 लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहाँ पर भाजपा को चारो सीटों पर जीत मिली थी और इसी साल हुए विधानसभा के चुनावों में भाजपा को 21 में 13 सीटों पर जीत मिली थी. उसमें से भाजपा ने बड़कागाँव,  टुंडी, चंदनकियारी  और रामगढ विधानसभा में चुनाव नहीं लड़ा था, एनडीए की सहयोगी दल आजसू ने इन सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे बड़कागाँव और चंदनकियारी  सीट पर हार का सामना करना पड़ा था तथा रामगढ और टुंडी की सीट पर उसे जीत मिली थी. इस प्रमंडल की सबसे खास बात यह है कि हजारीबाग लोकसभा से चुने हुए पूर्व सांसद यशवंत सिन्हा अटल जी की सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं वहीँ उनके बेटे जयन्त सिन्हा वर्तमान में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री हैं. इन्हें भी वर्तमान के केंद्र सरकार में पहले वित्त राज्यमंत्री के पद की जिम्मेदारी सँभालने का मौका मिल चुका है.[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row]

उत्तरी छोटानागपुर का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?

उत्तरी छोटानागपुर में क्षेत्रफल में सबसे बड़ा जिला गिरीडीह और सबसे कम रामगढ़ है। उत्तरी छोटानागपुर में जनसंख्या में सबसे बड़ा जिला धनबाद और सबसे छोटा जिला कोडरमा है।

उत्तरी छोटा नागपुर में कितने जिले हैं?

important;}”][vc_column][vc_column_text]उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के तहत सात जिले आते हैं, धनबाद, बोकारो,हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, चतरा, रामगढ.

छोटा नागपुर में कौन कौन से जिले आते हैं?

Notes: दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल में 7 जिले हैं:- रांची, गुमला, लोहदरगा, सिमडेगा, पूर्वी सिंहभूम ,पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला।

छोटा नागपुर क्यों प्रसिद्ध है?

छोटा नागपुर पठार निम्नलिखित में से किसके लिए विश्व प्रसिद्ध है? Notes: छोटानागपुर पठार में ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार और छत्तीसगढ़ के भाग शामिल है, यह क्षेत्र विभिन्न किस्म के खनिजों के लिए प्रसिद्ध है। छोटानागपुर पठार क्षेत्र में माइका, बॉक्साइट, ताम्बा, चूना पत्थर, लोह अयस्क व कोयला भारी मात्रा में पाए जाते हैं।