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ठोस अपशिष्ट के विभिन्न स्रोत क्या है?इसे सुनेंरोकेंमानव द्वारा उपयोग के बाद त्याग दिये जाने वाले ठोस तत्वों अथवा पदार्थों को ठोस अपशिष्ट कहते है। इसमे विविध प्रकार के डिब्बे, बोतल, काँच, पाॅलिथिन बैग, प्लास्टिक समान, राख, घरेलू कचरा, लौहा-लक्कड़ इत्यादि शामिल होते है। ठोस अपशिष्ट से आप क्या समझते हैं?इसे सुनेंरोकेंनगरपालिका ठोस अपशिष्ट (MSW), जिसे शहरी ठोस अपशिष्ट भी कहा जाता है, एक अपशिष्ट प्रकार है जिसमें मुख्य रूप से घर का कचरा (घरेलू अपशिष्ट) और कभी-कभी वाणिज्यिक अपशिष्ट भी शामिल होता है जिसे एक दिए गए क्षेत्र से नगरपालिका एकत्रित करती है। मिश्रित अपशिष्ट: बेकार कपड़े, टेट्रा पैक, बेकार प्लास्टिक जैसे खिलौने. ठोस अपशिष्ट प्रबंधन क्या है इसके स्रोतों की व्याख्या करें? इसे सुनेंरोकेंकुशल ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली का मुख्य उद्देश्य कूड़े-करकट से अधिकतम मात्रा में उपयोगी संसाधन प्राप्त करना और ऊर्जा का उत्पादन करना है ताकि कम-से-कम मात्रा में अपशिष्ट पदार्थों को लैंडफिल क्षेत्र में फेंकना पड़े। ठोस अपशिष्ट के कारण अथवा स्त्रोत
ठोस कचरे के प्रबंधन के विभिन्न तरीके क्या हैं? ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तरीके:
ठोस अपशिष्ट की परिभाषा क्या है?इसे सुनेंरोकेंघरेलू, व्यवसायिक, शैक्षणिक, संस्थानिक व औद्योगिक गतिविधियों द्वारा उत्पन्न कार्बनिक एवं अकार्बनिक पदार्थ ठोस अपशिष्ट कहलाते हैं। ठोस अपशिष्टों की मात्रा में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण शहरों व गांव में भी पर्यावरण क्षरण एवं जन स्वास्थ्य के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है। ठोस अपशिष्ट भी प्रदूषण के प्रमुख कारक हैं। ठोस कचरा कितने प्रकार का होता है?इसे सुनेंरोकेंयंत्रीकृत पृथक्करण प्रणाली ठोस कचरे को धात्विक कचरे (मेटल बॉडी, मेटल कंटेनर आदि), जैव-अपघटनीय या बायोडिग्रेडेबल कचरे (खाद्य पदार्थ, सब्जियां, फल, घास आदि), गैर –जैव अपघटनीय या नॉन-बायोडिग्रेडेबल (प्लास्टिक, पैकेजिंग मटीरियल, पाउच, बोतलें आदि) तथा अक्रिय (कांच, पत्थर आदि) कचरे से अलग करती है। ठोस अपशिष्ट पदार्थों का प्रबंधन कैसे किया जा सकता है? इसे सुनेंरोकेंप्रथम चरण – अपशिष्ट पदार्थ उत्पन्न करने वालों द्वारा कचरे को सूखे और गीले कचरे के रूप में छांट कर अलग करना। द्वितीय चरण – घर घर जाकर कूड़ा इकट्ठा करना और छंटाई के बाद इसे प्रसंस्करण के लिए भेजना। तृतीय चरण – सूखे कूड़े में से प्लास्टिक, कागज, धातु, कांच जैसी पुनर्चक्रित हो सकने वाली उपयोगी सामग्री छांटकर अलग करना। अपशिष्ट प्रबंधन से क्या आशय है? इसे सुनेंरोकेंअपशिष्ट प्रबंधन से तात्पर्य उस संपूर्ण श्रृंखला से है जिसके अंतर्गत अपशिष्ट के निर्माण से लेकर उसके संग्रहण (Collection) व परिवहन (Transport) के साथ प्रसंस्करण (Processing) एवं निस्तारण (Disposal) तक की संपूर्ण प्रक्रिया को शामिल किया जाता है। ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन क्या है?इसे सुनेंरोकेंउदाहरण किसी समुदाय में ठोस और तरल अपशिष्टों का उचित के लिए चावल का उपयोग खाना बनाने, चावल के भूसे प्रबंधन स्वच्छता की उन्नत व्यवस्था का द्योतक होता है। का ईंधन हेतु, चावल की पुआल को पशु के चारे के स्वच्छता का लक्ष्य तब बुरी तरह विफल हो जाता है, लिए, पशु गोबर का ईंधन और कंपोस्ट एवं राख का जब समुदाय के स्वास्थ्य और रहन- … ठोस अपशिष्ट प्रबंधन से आप क्या समझते हैं?अपशिष्ट पदार्थों का प्रबंधन कैसे किया जाता है? अपशिष्ट प्रबंधन निम्नलिखित गतिविधियों का समूह है :
ठोस अपशिष्ट प्रबंधनठोस अपशिष्ट प्रबंधन का संबंध अपशिष्ट पदार्थों के निकास से लेकर उसके उत्पादन व पुनःचक्रण द्वारा निपटान करने की देखरेख से है | अतः ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को निम्न रूप में परिभाषित किया जा सकता है : ठोस अपशिष्ट के उत्पादन का व्यवस्थित नियंत्रण, संग्रह, भंडारण, ढुलाई, निकास पृथ्थ्करण, प्रसंस्करण, उपचार, पुनः प्राप्ति और उसका निपटान | नगरपालिका अपशिष्ट पदार्थ (MSW ) शब्द का प्रायः इस्तेमाल शहर, गाँव या कस्बे के कचरे के लिए किया जाता है |
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन का संबंध अपशिष्ट पदार्थों के निकास से लेकर उसके उत्पादन व पुनः चक्रण द्वारा निपटान करने की देखरेख से है| अतः ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को निम्न रूप में परिभाषित किया जा सकता है: ठोस अपशिष्ट के उत्पादन का व्यवस्थित नियंत्रण, संग्रह, भंडारण, ढुलाई, निकास पृथ्थ्करण, प्रसंस्करण, उपचार, पुनः प्राप्ति और उसका निपटान | नगरपालिका अपशिष्ट पदार्थ (MSW ) शब्द का प्रायः इस्तेमाल शहर, गाँव या कस्बे के कचरे के लिए किया जाता है जिसमे रोज़ के कचरे को इकठ्ठा कर व उसे ढुलाई के द्वारा निपटान क्षेत्र तक पहुंचाने का काम होता है| नगरपालिका अपशिष्ट पदार्थ (MSW) के स्त्रोतों में निजी घर, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानो और संस्थाओं के साथ साथ औद्योगिक सुविधाएं भी आती हैं | हालांकि, MSW औद्योगिक प्रक्रियाओं से निकले कचरे, निर्माण और विध्वंस के मलबे, मल के कीचड़, खनन अपशिष्ट पदार्थों या कृषि संबंधी कचरे को अपने में शामिल नहीं करता है |नगरपालिका अपशिष्ट पदार्थों में विविध प्रकार की सामग्री आती है | इसमे खाद्य अपशिष्ट जैसे सब्जियाँ या बचा हुआ मांस, बचा हुआ खाना, अंडे के छिलके आदि ,जिसे गीला कचरा कहा जाता है ,और साथ ही साथ कागज़, प्लास्टिक, टेट्रापेक्स,प्लास्टिक के डिब्बे, अखबार, काँच की बोतलें, गत्ते के डिब्बे, एल्युमिनियम की पत्तियाँ, धातु की चीज़ें, लकड़ी के टुकड़े इत्यादि ,जिसे सूखा कचरा कहा जाता है ,जैसे अपशिष्ट पदार्थ आते हैं | अपशिष्ट प्रबंधन निम्नलिखित गतिविधियों का समूह है :
अपशिष्ट प्रबंधन शब्द सभी प्रकार के कचरे से संबंध रखता है चाहे वह कच्चे माल की निकासी के दौरान उत्पन्न हुआ हो, या फिर कच्चे माल के मध्य और अंतिम उत्पाद के प्रसंस्करण के दौरान निकला हुआ हो या अन्य मानव गतिविधियों जैसे नगरपालिका (आवासीय, संस्थागत व वाणिज्यक), कृषि संबंधी और विशेष (स्वास्थ्य देखभाल, खतरनाक घरेलू अपशिष्ट, माल का कीचड़) से संबंधित हो | अपशिष्ट प्रबंधन का अभिप्राय स्वास्थ्य, पर्यावरण या सौदर्यात्मक पहलुओं पर कचरे के प्रभाव को कम करने का है | अपशिष्ट प्रबंधन से संबंधित मुद्दे निम्न हैं:
अपशिष्ट प्रबंधन के साधन विभिन्न देशों (विकसित व विकासशील देश), प्रदेशों (शहरी और ग्रामीण क्षेत्र), व्यावसायिक क्षेत्रों (आवासीय और औद्योगिक) में एकसमान नहीं हैं | शहरी और औद्योगिक कचरे के नियंत्रण के उपाय : एक एकीकृत अपशिष्ट प्रबंधन के रणनीति के तीन मुख्य घटक निम्न हैं :
ठोस अपशिष्ट के विभिन्न स्रोत क्या है?ठोस अपशिष्ट के कारण अथवा स्त्रोत. औद्योगिक अपशिष्ट औद्योगिक इकाइयों द्वारा अनेक प्रकार के अपशिष्ट त्यागे जाते है, जो भूमि या मृदा प्रदूषण के मुख्य कारक है। ... . घरेलू व नगरपालिका अपशिष्ट घरो से निकलने वाला कूड़ा-करकट तथा सार्वजनिक स्थलों पर एकत्रित कचरा नगर निकायों के लिए भारी समस्या है। ... . कृषिजनित अपशिष्ट ... . खनन अपशिष्ट. ठोस अपशिष्ट प्रबंधन क्या है?ठोस अपशिष्ट प्रबंधन क्या है what is solid waste management
उसको उपचारित (Treated) करके फिरसे उपयोग करने योग्य, तथा उन्हें उस स्थिति में परिवर्तित कर देते है जिनसे पर्यावरण तथा पर्यावरण के जीवों कों किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती है। और नियमन भी सम्मिलित किया जाता है।
ठोस अपशिष्ट से आप क्या समझते हैं?ठोस अपशिष्ट वे पदार्थ होते हैं जो उपयोग के बाद निरर्थक एवं बेकार हो जाते हैं तथा जिनका कोई आर्थिक उपयोग नहीं होता है। जैसे-डिब्बे, काँच के सामान, प्लास्टिक, अखबार, आवासीय कचरा आदि। ठोस अपशिष्ट पूरे विश्व में एक समस्या बनकर उभरा है।
अपशिष्ट पदार्थ के स्रोत क्या है?यातायात के साधन, अंगीठी, सिगरेट, बीड़ी, लकड़ी, कोयला, मरे हुए जीव जंतु आदि गैसीय अपशिष्ट पदार्थ के स्रोत है।
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