दुल्हन का तत्सम शब्द क्या है - dulhan ka tatsam shabd kya hai

दूल्हा का तत्सम क्या है?

दूल्हा शब्द का तत्सम रूप दुर्लभ है।

dulha tatsam shabd kya hai?

dulha ka tatsam roop durlabh hai

दुर्लभ का तद्भव क्या है?

दुर्लभ का तद्भव रूप दूल्हा है।

तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत + सम, जिसका अर्थ होता है – उसके (संस्कृत के) समान। जिन संस्कृत के मूल शब्दों को बिना किसी परिवर्तन के हिन्दी में ज्यों का त्यों प्रयोग किया जाता है, उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं। जैसे – सूर्य, वर्षा, नयन, धरित्रि आदि।

संस्कृत के मूल शब्दों में समय के साथ कुछ परिवर्तन आ गया है, ऐसे शब्दों को तद्भव शब्द कहते हैं, जैसे – सूरज, बारिश, नैन, धरती आदि।

Tatsam Tadbhav Shabd for Class 5
Tatsam Tadbhav Shabd for Class 6
Tatsam Tadbhav Shabd for Class 7
Tatsam Tadbhav Shabd for Class 8
Tatsam Tadbhav Shabd for Class 9
Tatsam Tadbhav Shabd for Class 10
तत्सम और तद्भव शब्दों के बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए इस लिंक पर जाएँ:-

तत्सम – तद्भव शब्द : उदाहरण सहित व्याख्या 

परीक्षा में तत्सम और तद्भव शब्द पर अनेकों प्रकार से प्रश्न पूछे जा सकते हैं। जैसे –

दूल्हा का तत्सम क्या है? दूल्हा का तत्सम शब्द दूल्हा का तत्सम शब्द चुनिए दूल्हा शब्द का तत्सम रूप क्या होता है? दूल्हा का तत्सम रूप बताइए dulha ka tatsam roop dulha ka tatsam shabd kya hai?

परीक्षाओं में अक्सर पूछे जाने वाले 10 IMPORTANT तत्सम तद्भव शब्द के उदाहरण:

  • होली शब्द का तत्सम रूप क्या है?holi ka Tatsam
  • हिय शब्द का तत्सम रूप क्या है?hiy ka Tatsam
  • हीरा शब्द का तत्सम रूप क्या है?hira ka Tatsam
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  • हाथी शब्द का तत्सम रूप क्या है?hathi ka Tatsam
  • हाथ शब्द का तत्सम रूप क्या है?haath ka Tatsam
  • हरख शब्द का तत्सम रूप क्या है?harakh ka Tatsam

(A) दुर्लभ
(B) दुबला
(C) असहाय
(D) लाचार

Explanation : दूल्हा (Dulha) का तत्सम शब्द दुर्लभ है। तत्सम शब्द तत+सम से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है – उसके समान या ज्यों का त्यों। अर्थात् जो शब्द संस्कृत भाषा से हिन्दी में आए हैं और ज्यों के त्यों प्रयुक्त होते हैं, तत्सम शब्द (Tatsam Shabd) कहलाते हैं। दूसरे शब्दों में संस्कृत के वे शब्द जो हिन्दी में यथावत् ले लिए गये हैं, तत्सम शब्द कहलाते हैं। जैसे–अग्नि, वर्षा, श्लोक, कृष्ण, कृपा आदि तत्सम शब्द हैं। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में तत्सम, तद्भव शब्दों से संबंधित वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते है। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए लिए यहां अनेक तत्सम संबंधी प्रश्नों का महत्वपूर्ण संकलन है। ....अगला सवाल पढ़े

Tags : तद्भव-तत्सम शब्द सामान्य हिन्दी प्रश्नोत्तरी

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‘तत्सम तद्भव शब्द’ शीर्षक के इस लेख में तत्सम तद्भव शब्द की विस्तृत सूची दी गई है। नीचे दी गई टेबल के ऊपर एख सर्च बॉक्स भी है। उस सर्च बॉक्स में कोई भी शब्द टाइप करके सर्च कर सकते हैं।

किसी भाषा के मूल शब्दों को ‘तत्सम’ कहा जाता है। परंतु उनके प्रयोग के क्रम में समय के बीतते कुछ बदलाव आता रहता है। तत्सम शब्दों के इसी बदले हुए रूप को ‘तद्भव’ कहा जाता है।तद्भव किसी भाषा के तत्सम शब्दों का ही विकृत स्वरूप है।

श्रंगार का तत्सम शब्द क्या है ?

उत्तर – श्रंगार का जो तत्सम रूप है वह मोबाइल फोन या कम्प्यूटर के किसी फी फांट में नहीं है। इसलिए आप सभी को सही जानकारी देने के लिए श्रंगार के सही रूप को ऊपर फोटो में दे रखा है। आप सभी श्रंगार के तत्सम रूप को ऊपर लगे चित्र में देख सकते हैं।

प्रमुख तत्सम और तद्भव शब्दों की सूची –

तत्समतद्भवतत्समतद्भव
अमृत अमिय अक्षर अच्छर
अगम्य अगम अन्यत्र अनत
आम्रचूर्ण अमचूर अन्न अनाज
आर्द्रक अदरक अमूल्य अमोल
आकाश अकास अनशन अनसन
अंजलि अंजुली अग्रणी अगाड़ी
अंकुर अँखुआ अमावस्या अमावस
अंगुष्ठ अंगूठी आश्चर्य अचरज
अन्धकार अँधेरा एकल अकेला
अक्षवाट अखाड़ा आभीर अहीर
अर्पण अरपन आखेट अहेर
अकथ्य अकथ अग्निष्ठिका अँगीठी
अज्ञान अजान अहि-फेन अफीम
अग्रणी अगुआ स्तुति अस्तुति
अंगुलि अंगुरी अष्टादश अठारह
अधर्म अधरम अर्द्ध अद्धा
अस्नेह अनेह आत्मन् अपना
अलग्न अलग अंगुष्ठिका अँगूठी
अट्टालिका अटारी अग्रहायण अगहन
अक्षोभ अछोह आशिष असीस
अंध अंधा आषाढ़ असाढ़
अपठ अपढ़ अंगिका अँगिया
अलक्षण अलच्छन आचमन अचवन
अंश अंस अनुत्थ अनूठा
अलवण अलोना अर्क अरग
अर्चि आँच आभूषण आभूसन
आदेश आयसु आंचल आचर
आद्य आज आलस्य आलस
आम्र आम अर्द्ध आधा
अग्नि आग अक्षि आँख
अंगण आँगन आश्रय आसरा
आकार आँकर आमलक आँवला
आंत्र आँत य़वनिका अजवाइन
अक्षत अच्छत अशीति अस्सी
अक्षवाट अड्डा अक्षोर अखरोट
अंबा अम्मा अर्धतृतीय अढ़ाई
अनार्य अनाड़ी अणि अनी
अकार्य अकाज अष्टानवति अट्ठानवे
अष्टाशीत अट्ठासी अपादहस्त अपाहिज
अष्टापंचाशत अट्ठावन अष्ठाजष्ठि अड़सठ
आकाश आसमान अक्षर आखर
आदर्शिका आरसी आपाक आवाँ
अष्ट आठ अंगरक्षक अंगरखा
अश्रु आँसू उपल ओल
उपशाल ओसार अवतार औतार
अवगुण औगुन अवमूर्ध औंधा
उपाध्याय ओझा अवर ओर
अवश्याय ओस अम्लिका इमली
एकत्रिंशत् इकतीस एकचत्वारिंशत् इकतालीस
एकलपुत्र इकलौता आदित्यवार इतवार
इंधन ईधन इष्टिका ईंट
उत्तिष्ठ उठ उपवास उपास
उद्गलन उगलना उद्गत उगना
उत्थान उठान उपालब्ध उलाहना
उच्छ्वास उसास उद्घाटन उघाटन
उपर्युक्त उपरोक्त उत्साह उछाह
उद्वर्तन उबटन उद्वालन उबालना
उज्ज्वल उजला ऊनत्रिंशत् उन्तीस
उलूक उल्लू ऊर्ण ऊन
उच्च ऊंचा उष्ट्र ऊंट
उद्खल ऊखल इमि एवम
ऐक्य एका ईदृश ऐसा
स्कन्धभार कहार कंकती कंघी
कृष्ण कान्ह कुठार कुल्हाड़ा
कैवर्त्त केवट कपित्थ कैथा
काणः काना कज्जल काजल
कटु कड़ुआ कर्पूर कपूर
केश केस कर्कट केकड़ा
कूष्माण्ड कुम्हड़ा कुष्ठ कोढ़
कर्म करम कृत्यगृह कचहरी
कोष्ठिका कोठी कुम्भकार कुम्हार
क्रोश कोस कर्त्तव्य करतब
कृषक किसान कपाट किवाड़
कुपुत्र कपूत कार्य कारज
कुष्ठी कोढ़ी काक कौआ
कोण कोना कणिका किनकी
केशरी केहरी क्लेश कलेश
कुपच कच्चा कूर्चिका कूची
कति कई कंटफल कटहल
काष्टगृह कटहरा कटाह कड़ाह
कंकण कंगन काष्ठ काठ
कर्ण कान कुक्षि कोख
कुञ्चिका कंजी कश्चित् कुछ
किंपुनः क्यों कृष्ण किसन
क्षीर खीर क्षार खार
क्षेत्र खेत खट्वा खाट
खनि खान क्षत्रिय खत्री
कास खाँसी खर्पर खप्पर
खूर्जर खर्जूर स्तम्भ खम्भा
खण्डगृह घंडहर खर्जू खुजली
क्षेत्रित खेती गलन गलना
ग्रीष्म गर्मी गमन/द्विरागमन गौना
गोमय/गोमल गोबर कंदुक गेंद
गणन गिनना गणेश गनेश
ग्राम गाँव गर्दभ गधा
गर्त गड्ढ़ा गात्र गात
गुण गुन गौर गोरा
गायक गवैया गंभीर गहरा
ग्रामीण गँवार ग्रन्थि गाँठ
गोधूम गेहूँ ग्रोड गोंद
गोस्वामी गोसाई गोपालक ग्वाला
गृध्र गीध गो गाय
घोटक घोड़ा घट घड़ा
घृत घी गृह घर
गुञ्जा घुँघची गुंठन घूँघट
चतुष्पद चौपाया चन्द्रिका चाँदनी
चूर्ण चूरन चक्र चाक
चरण चरन चित्रकार चितेरा
चतुर्थ चौथा चणक चना
चर्वण चबाना चटिका चिड़िया
चक्षु चख चतुष्क चौक
चतुष्काठ चौखट छिद्र छेद
छाया छाँह क्षोभ छोह
छत्र छाता षष्ठ छठा
छादन छाजन शकल छिलका
जामाता/जामातृ दामाद/जमाई योगी जोगी
यंत्र जंतर जंघा जाँघ
ज्वलन जलना जगत् जग
द्यूत जुआ युवा जवान
ज्येष्ठ जेठ यौवन जोबन
यव जौ जिह्वा जूबान
यूथ जत्था युक्ति जुगति
यज्ञोपवीत जनेऊ जटा जड़
यदा जब यमुना जमुना
जृम्भिका जम्हाई जाड्या जाड़ा
यः जो युक्त जोड़ा
जीर्ण झीना जुष्ठ झूठा
डाकिनी डाइन तीक्ष्ण तीखा
ताम्बूलिका तमोली ताम्र ताँबा
त्वरित तुरत तपस्वी तपसी
तड़ाग तालाब तृण तिनका
तैल तेल तिथिवार त्योहार
त्रुट्यते टूटना तुषमे तुम
ताप ताव तीर्थ तीरथ
तृतीयक तीजा तव तेरा
तुंद तोंद तदा एवम् त्यों
स्थल थल स्थान थान
स्तन थन स्तम्भना थामना
स्तोक थोड़ा द्विवर देवर
दद्रु दाद दक्ष दच्छ
दीपावली दीवाली द्विपट्ट दुपट्टा
दृश देखना दमन दबाना
दृष्टि दीठ दश दस
दुर्लभ दूल्हा द्विरद दुरद
दंत दाँत दीप दीया
द्वितीय दूजा धात्री दाई
दर्शन दरसन द्विगुण दूना
द्रोण दोना दैव दई
दुर्बल दुबला दूर्वा दूब
दशम दसवां दंष्ट्रिका दाढ़ी
दधि दही द्राक्षा दाख
दक्षिण दाहिना द्विधा-सृप दोहरा
दुग्ध दूध धावन घोना
धरित्री धरती धूलि धूल
धैर्य धीरज धनिका धनिया
धर्म धरम धूम्र धुआँ
धान्य धान ध्वनि धुनि
निघाति निहाई निर्गलन निगलना
नख नाखून निम्ब नीम
नृत्य नाच नप्तृ नाती
निद्रा नींद नियम नेम
स्नायु नस नव नया
नापित नाई स्नेह नेह
नकुल नेवला नयन नैन
नग्न नंगा लंघन लांघना
निष्ठुर निठुर नारिकेल नारियल
नक्षत्र नखत नक्र नाक
निम्बक नींबू निमंत्रण नेवता
निर्वाह निबाह स्नान नहाना
लवण नोन ननांदृपति नंदोई
नखहरण नहना ज्ञातिगृह नैहर
लुंचन नोचना पुञ्ज पूँजी
पूप पुआ पीत पीला
पर्पटा पराठा प्रणाली परनाली
पीठिका पीढ़ी प्रापण पाना
पंक्ति पांत प्रग्रह पगहा
प्रतुन पतला पत्र पत्ता
परीक्षा परिच्छा पुत्रवधू पतोहू
प्रतिच्छाया परछाईं पूर्ण पूरा
पक्ष पाख पक्वान्न पकवान
पत्रिका पाती पाषाण पाहन
पक्व पक्का पुच्छ पूँछ
परश्वः परसों प्रहरी पहरी
पूर्व पूरब स्पर्श परस
पिपासा प्यास प्रसारण पसारना
पाद पाँव पटल पलड़ा
पर्पटी पपड़ी पार्श्व पास
पिप्पल पीपल पंचादश पंदरह
पण्यशालिका पनसारी प्रसरण पसरन
प्रत्यभिज्ञान पहचान पक्षवार पखवारा
पुष्कर पोखर पर्यंक पलँग
पाणि पानि पौष पूस
पुत्र पूत पौत्र पोता
परमार्थ परमारथ प्रस्तर पत्थर
प्रस्वेद/प्रस्विन्न पसीना प्रतिवास पड़ोस
पृष्ठ पीठ प्रिय पिया
पुरुषार्थ पुरषारथ पुत्तलिका पुतली
पल्लव पल्ला प्रभुत्व पहुँच
प्रतिपदा परिवा पर्ण पन्ना
पूजाकारी पुजारी पुराण पुरान
पिटक पिटारा उपानह पनही
प्रकट परगट पश्चात पीछे
प्रहर पहर पुरातन/पुराण पुराना
पुस्तक पोथी स्फूर्ति फुरती
स्फटिक फटकरी फाल्गुन फागुन
परशु फरसा स्फोट फोड़ा
पुष्प फूल बिल्व बेल
वेधन बींधना वितनि बिनती
वाद्य बाजा बधिर बहिरा
वर्षण बरसना बन्ध्या बाँझ
वारिद बादल वधू बहू
भगिनीपति बहनोई वक बगुला
वर्ष बरस वज्रांग बजरंग
वामन बौना वाटिका बाड़ी
व्याघ्र बाघ बाहु बाँह
वर्द्धकि बढ़ई वर्तिका बत्ती
व्यतीत बीता बालुका बालू
वत्स बछड़ा व्याख्यान बखान
वाराणसी बनारस वानर बन्दर
बंधन बाँधना विक्रयण बिकना
वासगृह बसेरा वृत्तिका बूटी
वणिक बनिया बंध बाँध
वृद्ध बुड्ढा वार्ता बात
विंशति बीस विद्युत बिजली
द्वादश बारह बलीवर्द बैल
वाम बायाँ वत्स बच्चा
विरूप बुरा वचन बैन
विवाह ब्याह वातुल बावला
वरयात्रा बरात बर्कर बकरा
भाद्रपद भादों भगिनी बहन
बाह्य बाहर वंश बंश
वृश्चिक् बिच्छू भिक्षाकारी भिखारी
भ्रातृजाना भावज भिक्षा भीख
वाष्प भाप भीष्म भीसम
भल्लुक भालू भित्ति भीत
भ्रातृज्य भतीजा भाटक भाड़ा
बुभुक्षा भूख भ्रमर भौंरा
भागिनेय भांजा भ्रू भौंह
भक्त भगत विभूति भभूत
भ्रातृभार्या भाभी अभ्यंतर भीतर
भ्रातृ भाई मरण मरना
माल्या माला मक्षिका मक्खी
मेघ मेह मृत्यु मौत
मुकुट मौर मस्तक माथा
मण्डप मँडुआ मुख्य मुखिया
मिष्ट मीठा मत्सर मच्छर
माता माँ मुद्ग मूँग
मत्स्य मछली महापात्र महावत
मंत्रकारी मदारी मनुष्य मानुस
महार्घ महँगा मयूर मोर
मृत्तिका मिट्टी मक्षण मक्खन
मुष्टि मुट्ठी मातृश्वसा मौसी
यत्र यच्छ अत्र यहाँ
अरिष्ट रीठा राजपुत्र राजपूत
रिक्त रीता ईर्ष्या रीस
ऋक्ष रीछ रक्षा राखी
रज्जु रस्सी अरघट्ट रहट
क्षार राख रजनी रैन
रोम रोआँ रत्तिका रत्ती
रेणु रेनु लेपिका लेई
लोष्ट लोढ़ा लग्न लगन
लज्जा लाज लक्ष लाख
लंग लँगड़ा लवंग लौंग
लौहकार लोहार ललाट लिलार
लशुन लहशुन लौह लोहा
लिक्षा लीख लगुड़ लकड़ी
लवण लोन लोचन लोयन
लक्षण लच्छन लिंगपट्ट लंगोट
लगुड यष्टि लाठी असौ वह
विस्मृति विसरना उद्यान बाग
विक्षोभ विछोह शिष्य सिष्य
शशि शसि शिंशपा शीशम
शर्करा शक्कर शिक्षा सीख
सप्त सात स्वक सगा
श्रेणी सीढ़ी सर्वस्व सरबस
स्मरण सुमिरन शकुन सगुन
श्रेष्ठी सेठ सप्तशती सतसई
सर्षप सरसों श्वास साँस
स्वर्ण सोना शलाका सलाई
श्वसुराल ससुराल सूचिका सुई
श्याल साला शिर सिर
संन्यासी संयासी साक्षी साखी
श्रावण सावन सुपुत्र सपूत
स्वर्ण सुवरन सार्द्ध साढ़े
स्वप्न सपना शय्या सेज
श्वश्रू सास सर्प साँप
सौभाग्य सुहाग सत्य सच
संबुद्धि समझ शिष्य सिक्ख
शब्द सबद सज्जापन सजाना
श्वशुर ससुर संतापन सताना
सप्तविंशति सत्ताईस सक्तु सत्तू
सज्ञान सयाना सप्तचत्वारिंशत् सैंतालीस
शुष्ठि सोंठ सच्चक सांचा
शोभन सोहन सपत्नी सौत
शीतल सीला हस्ति हाथी
अस्थि हड्डी हस्तिनी हथिनी
हरीतकी हरड़ उल्लास हुलास
लघुक हलका ह्वेषण हिनहिनाना
पवन हवा हरिद्रा हल्दी
हीरक हीरा ओष्ठ होंठ
ऊपर इमेज में देखें सिंगार अंधकार अन्धेरा
आशिष आसिस अग्रवर्ती अगाड़ी
अंगुष्ठ अंगूठा आश्रेय आसरा
अद्य आज अखिन आखा
अक्षय आरवा अंक आँक
एला इलायची इक्षु ईख
ईंधन इन्धन ऊषर ऊसर
उलूखन ओखली कच्छप कछुआ
कर्तन कतरन स्कन्ध कंधा
कल्लोल कलोल कार्तिक कातिक
कण्टक कांटा किरण किरन
कीर्ति कीरति कुमार कुँवर
कुक्कुर कुत्ता कदली केला
कर्त्तरी कैंची कोकिला कोयल
कपदिका कौड़ी कोष्ठ कोठा
कूप कुँआ काक्ष खाँसी
खटवा खाट गर्भिणी गाभिन
ग्राहक गाहक ग्रंथि गाँठ
गृद्ध गिद्ध गुहा गुफा
गुम्फन गूंथना गम्भीर गहरा
घटिका घड़ी गहन घना
धूप घाम घृणा घिन
चर्म चमड़ा चर्मकार चमार
चक्रवाक चकवा चन्द्र चाँद
चिक्कण चिकना चैत्र चैत
चतुष्कोण चौकोर चतुर्दश चौदह
चुम्बन चूमना चंच चोंच
चतुर्विंश चौबीस क्षण छिन
यंत्र मंत्र जंतर मंतर यजमान जजमान
जन्म जनम यति जति
यश जस जिह्वा जीभ
यम जम ज्योति जोती, जोत
गृहणी घरवाली तिलक टीका
झर झड़ना झरण झरना
दंश डंक तप्त तपन
दण्ड डंडा दंष्ट्रा डाढ़
दन्तधोवन दातुन दीपशलाका दियासलाई
द्विवेदी दुबे दुःख दुख
द्विप्रहरी दुपहरी धत्तूर धतूरा
धनश्रेष्ठी धन्नासेठ पर्यंक पलंग
पंक्ति पंगत पश्चाताप पछतावा
पानीय पानी पंचम पांचवां
पक्षी पंछी विष्ठा बींट
वातकि बैंगन वाणी बैन
वंशी बाँसुरी विकार बिगाड़
भद्र भला भ्रातृजा भतीजी
भ्राता भाई भ्रातृजाया भौजाई
भिक्षुक भिखारी नारिकेल नारियल
नव नौ मृतघट्ट मरघट
मशकहरी मसहरी श्मशान समसान
मरीच मिर्च श्मश्रु मूँछ
राशि रास रात्रि रात
राज्ञी रानी ऋछ रीछा
रुदन रोना लक्ष्मण लखन
पट्टिका पाटी पितृ पिता
पाश फंदा फुल्ल फुल्ला
बधिर बहरा बिभुक्षित भूखा
भस्म भसम मकर मगर
मातुल मामा मिष्ठान मिठाई
मौतिक्य मोती मुषल मूसल
मित्र मीत मल मैल
कर्करी मकड़ी मार्ग मारग
मास महीना मणिकर मनिहार
लवड़ लौंण लवणता लुनाई
लेपन लीपना सरोवर सरवर
संधि सेंध सूत्र सूत
स्वर्णकार सुनार शूकर शुअर
शाक साग शाप श्राप
श्यामल साँवला शुष्क सूखा
शुण्ड सूंड सूर्य सूरज
श्याली साली शुक सुआ
शून्य सूना हरित हरा
हर्ष हरख हास्य हास
हृदय हिय होलिका होली
अंतःकथा अंतर्कथा अँगुली उँगली
अंतःराष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय कपोत कबूतर
अग्र आगे आशिष आशीष
गणना गिनती कुठार कुल्हाड़ा
कृपा किरपा कपर्दिका कौड़ी
नासिका नाक पक्ष पंख
पंच पाँच प्रतिवासी पड़ोसी
द्वि दो मूल्य मोल
मृत मरा रत्न रतन
वायु बयार बिंदु बूंद
मुख मूंह सूषक मूसा
मेघ मेह मृत्तिका मिट्टी
मंत्रिगण मंत्रीगण मनुष्य मनुज
यशोगान यशगान यज्ञ जज्ञ
राजा राय लोक लोग
वर्षा बरसा सिंचन सींचना
स्वामी साई क्षमा छमा
शीर्ष सीस हस्त हाथ
कोष्ठागारिका कोठारी जम्बुल जामुन
सुपुत्र सपूत घट घड़ा
पर्पट पापड़ अक्षवाट अखाड़ा
कर्पट कपड़ा कुटुम्ब कुटुम
शून्य सूना गर्धकीन बढ़ई
भांडागारिक भंडारी मधूक महुआ
मातुल मामा मंडूक मेढक
यव जौं व्यथा विथा
लोमश लोमड़ी स्थानक थाना
शिक्षा सीख मुदगरिका मुंगरी
तालक ताला पर्ण पान
आळुक आलू ईक्ष ईख
सार्ध साढ़े लिप्त लिपटना
बिचोभ बिछोह रोटिका रोटी
श्मश्रु मूंछ महार्घ महंगा
सिंगाटक सिंघाड़ा लुब्ध लोभी
हस्त हथौड़ा रसवती रसोई
टंकशाला टकसाल ध्वज झंडा
घोटक घोड़ा दिषावर दषांतर
पंथ पथ पंद्रह पंचदश
पक्व पका पट्टिका पाटी
प्रकट प्रगट दौहित्र दोहिता
पवन पौन पर्पट पापड़
वक बगुला वीणा वीना
नम्र नरम नासिका नाक
फणि फण पद्म पदम
महिषि भैंस हट्ट हाट
हंडी हाँड़ी यशोदा जसोदा
आश्विन आसोज अर्क आक
कटु कड़वा कर्तव्य करतब
कर्म काम किंचित कुछ
कदली केला केवर्त केवट
चंद्र चाँद चण्डिका चाँदनी
चित्रकार चितेरा जामाता जमाई
त्रीणि तीन मर्कटी मकड़ी
वट बरगद अगणित अनगिनत
स्थिर थिर धुर् धुर
अंचल आँचल अखिल आखा
दंष डंका त्रयोदश तेरह
एकत्र इकट्ठा क्लेष कलेश
कुष्ठ कोढ़ कर्पट कपड़ा
कास खाँसी क्रूर कूर
दंष्ट्रा दाढ़ तपस्वी तपसी
घटिका घड़ी क्षति छति
क्षीण छीन यज्ञ जज्ञ

प्रश्न – अमिय का तत्सम शब्द क्या है ?

उत्तर – अमृत

प्रश्न – आमचूर का तत्सम रूप क्या है ?

उत्तर – आम्रचूर्ण

प्रश्न – अनाज का तत्सम रूप क्या है ?

उत्तर – अन्न

प्रश्न – अदरक का तत्सम रूप क्या है ?

उत्तर – आर्द्रक

प्रश्न – अमोल का तत्सम शब्द क्या है ?

उत्तर – अमूल्य

प्रश्न – अंगोछा का तत्सम शब्द क्या है ?

उत्तर – अंगप्रौछा

प्रश्न – अमावस का तत्सम रूप क्या है ?

उत्तर – अमावस्या

प्रश्न – अंगूठा का तत्सम रूप क्या है ?

उत्तर – अंगुष्ठ

प्रश्न – आश्चर्य का तद्भव रूप क्या है ?

उत्तर – अचरज

प्रश्न – अंधेरा का तत्सम रूप क्या है ?

उत्तर – अंधकार

प्रश्न – अकेला का तत्सम रूप क्या है ?

उत्तर – एकल

प्रश्न – अखाड़ा का तत्सम रूप क्या है ?

उत्तर – अक्षवाट

प्रश्न – अंगीठी का तत्सम रूप क्या है ?

उत्तर – अग्निष्ठिका

प्रश्न – अफीम का तत्सम रूप क्या है ?

उत्तर – अहि-फेन

प्रश्न – अँगूठी का तत्सम शब्द क्या है ?

उत्तर – अंगुष्ठिका

प्रश्न – अंधा का तत्सम रूप क्या है ?

उत्तर – अंध

प्रश्न – आलस का तत्सम रूप क्या है ?

उत्तर – आलस्य

प्रश्न – आम का तत्सम रूप क्या है ?

उत्तर – आम्र

तत्सम पुल्लिंग शब्द –

अंकन, अंजन, अंकुश, अंचल, अलंकार, अनुमान, अनुच्छेद, अवमान, अध्याय, अन्तर्धान, अपराध, अन्तस्तल, अम्बुज, अंश, अक्षर, अकाल, आक्रमण, आकलन, आभार, आवास, आमंत्रण, आश्चर्य, उपकरण, उपहार, उपादान, उत्तर, उत्पादन, उद्भव, क्रोध, कष्ट, कल्याण, कवच, कलश, काष्ठ, कायाकल्प, कास, काव्य, कृत्य, कर्म, कार्य, गोत्र, ग्रंथ, गगन, गमन, गज, गण, ग्राम, गृह, चन्दन, चित्र, छत्र, छन्द, छात्रावास, जलज, तत्त्व, तुषार, तुहिन, दमन, दातव्य, दण्ड, दुःख, देश, दोष, धन, धर्म, न्याय, नख, नगर, नाटक, नृत्य, निर्माण, निगम, नियम, निबन्ध, निमंत्रण, नियंत्रण, प्रकार, प्रभाव, प्रस्ताव, प्रश्न, प्रहर, प्रवेश, प्रहार, प्रचार, प्रशिक्षण, प्रतिवेदन, प्रसार, प्रांत, पृष्ठ, पत्र, पक्ष, परिवहन, पर्यवेक्षण, परिणाम, परिमाण, परिहार, परिमार्जन, परिवर्तन, परिवेष्टन, परिशोध, परिशीलन, प्रांगण, प्राणदान, पात्र, पालन, पोषण।

बहुमत, बोध, मलयज, मर्म, मस्तक, मार्ग, मास, माधुर्य, मित्र, मुख, मेघ, मोद, यवन, रविवार, राजयोग, राष्ट्र, रूप, रूपक, लालन, लोक, लोभ, व्याख्यान, वचन, वाद, वाणिज्य, विवाह, विघटन, विसर्जन, विहार, विराम, विधान, विस्तार, विक्रम, वित्त, विनिमय, विधेयक, विभाग, विनियोग, विवाद, विरोध, विभाजन, वीर्य, शंख, शासन, शिविर, शिख, शोषण, समाज, सरोवर, स्वाध्याय, स्वास्थ्य, स्वर्ग, स्वदेश, सतीत्व, स्त्रीत्व, संशोधन, संकल्प, संघ, सर्प, सन्देश, संस्करण, सार, सागर, साधन, सार, सुख, सोमवार, सौभाग्य, ह्रास, क्षण, श्रवण, श्रम, ज्ञापक।

तत्सम स्त्रीलिंग शब्द –

अवस्था, अग्नि, अभिलाषा, अनुज्ञा, अनुज्ञप्ति, अनुमति, अनुभूति, अभियुक्ति, अभिव्यक्ति, अक्षमता, अरुणिमा, आशा, आवृत्ति, आयु, आजीविका, आज्ञा, आराधना, इच्छा, ईर्ष्या, उपासना, उपलब्धि, ऋतु, कृपा, कला, कटि, कृति, कालिमा, काया, केलि, कुण्डली, कुण्डलिनी, कौमुदी, गणना, गवेषणा, गोष्ठी, घटना, घोषणा, चपला, चित्तवृत्ति, छवि, जड़ता, जाति, दया, धात्री, नम्रता, नदी, नारी, नगरपालिका, नागरिकता, निधि, नियुक्ति, निराशा, निवृत्ति, प्रतिभूति, प्रतिलिपि, प्रस्तावना, प्रतिकृति, प्रतिभूति, प्रभुता, प्रार्थना, परिस्थिति, परीक्षा, पूर्णिमा, पूर्ति, भाषा, मृत्यु, मण्डली, मन्त्रणा, महिमा, मान्यता, माया, याचना, युक्ति, योग्यता, रज्जु, रक्षा, रचना, रीति, रुचि, रेणु, लज्जा, लक्ष्मी, लालिमा, व्याख्या, वस्तु, वायु, वृत्ति, विमति, विकृति, विधि, विज्ञप्ति, वेदना, शान्ति, शक्ति, शताब्दी, शोभा, शिक्षा, स्थापना, संस्था, स्थिति, सम्पदा, सन्धि, समिति, सम्पत्ति, समता, संविदा, सहायता, सभा, समवेदना, संहिता, समिति, सिद्धि, सीमा, सुसंगति, सुन्दरता, सेवा, सेना, सूचना, हानि, क्षमा, क्षति, श्री।

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दुल्हन का तद्भव शब्द क्या है?

दुर्लभ का तद्भव रूप दूल्हा है।

पत्नी का तत्सम शब्द क्या है?

अर्धांगिनी एक तत्सम भाषा है। पत्नी (patni) – पत्नी का अर्थ होता है संगिनी , सहपाठी , अर्धांगिनी आदि।

विवाह का तत्सम शब्द क्या होगा?

तद्भव
तद्भव
तत्सम
अगम
अगम्य
अँगरखा
अंगरक्षक
अगहन
अग्रहायण
अगाड़ी
अग्रणी
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पानी का तत्सम शब्द क्या है?

'पानी' तद्भव शब्द है। इसका तत्सम रूप 'पानीय' होगा।