तुलसी की पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए? - tulasee kee pooja karate samay kaun sa mantr bolana chaahie?

तुलसी की पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए? - tulasee kee pooja karate samay kaun sa mantr bolana chaahie?
नई दिल्लीPublished: Sep 04, 2022 03:03:07 pm

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Tulsi Puja Mantra: हिन्दू धर्म में तुलसी पूजा को बहुत शुभ माना गया है। घर में तुलसी का पौधा लगाकर उसकी नियमित सेवा-पूजा से घर में नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। वहीं ज्योतिष अनुसार तुलसी पूजा के दौरान इन मंत्रों का उच्चारण फलदायी होता है।

तुलसी की पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए? - tulasee kee pooja karate samay kaun sa mantr bolana chaahie?

Astro Tips: तुलसी पूजा के दौरान इस मंत्र के उच्चारण से जीवन में आती है सुख-समृद्धि

हिन्दू धर्म में तुलसी पूजा विशेष फलदायी मानी गयी है और तुलसी को माता का दर्जा दिया गया है। वहीं मान्यता है कि जिन घरों में तुलसी का पौधा लगा होता है और उसकी नियमित सेवा-पूजा की जाती है वहां भगवान विष्णु की कृपा से सदा सुख-समृद्धि का वास होता है। साथ ही तुलसी पर सुबह-शाम जल अर्पित करने और दीपक जलाने से जीवन की दरिद्रता और दुर्भाग्य का नाश होता है। इसके अलावा सनातन धर्म में तुलसी पूजा के समय मंत्र जाप को भी खास विशेष महत्व दिया है। मान्यता है कि यदि तुलसी पूजन के दौरान सच्चे मन से इस मंत्र का उच्चारण करते हैं तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। तो आइए जानते हैं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तुलसी पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए...

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Tulsi Plant Mantra: जहां तुलसी का पौधा लगा होता है वहां ब्रह्मा, विष्णु, शंकर यानि त्रिदेवों का निवास होता है.

तुलसी की पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए? - tulasee kee pooja karate samay kaun sa mantr bolana chaahie?

तुलसी का इस्तेमाल

Tulsi Plant Mantra: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पूजनीय माना गया है. तुलसी के पौधे को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. जिस घर में तुलसी का पौधा होता है और रोजाना उसकी पूजा की जाती है उस घर में कभी भी दरिद्रता और दुर्भाग्य नहीं आता. ऐसे घर में माता लक्ष्मी का वास रहता है. तुलसी की पूजा प्रतिदिन करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके अलावा तुलसी घर की नकारात्मकता को भी दूर करती है.

जहां तुलसी का पौधा लगा होता है वहां ब्रह्मा, विष्णु, शंकर यानि त्रिदेवों का निवास होता है और तुलसी की पूजा (Tulsi Puja)करने से महापातक भी उसी प्रकार नष्ट हो जाते हैं जैसे सूर्य के उदय होने पर अंधकार नष्ट हो जाता है. ऐसे में तुलसी के पौधे को छूकर इस एक मंत्र का जाप करने से आप मनचाहा फल पा सकते हैं. आइए जानते हैं उस मंत्र के बारे में-

मंत्र

महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते..

तुलसी मंत्र से पहले करें ये काम

– अपने ईष्टदेव की पूजा जरुर करें.
– सबसे पहले तुलसी जी को प्रणाम करें.
– तुलसी जी को शुद्ध जल अर्पित करें.
– तुलसी जी को सिन्दूर और हल्दी चढ़ाएं. यह तुलसी जी का श्रृंगार होता है.
– तुलसी जी के पास घी का दीप जलाएं और धूप-अगरबत्ती जरुर करें.
– तुलसी जी की 7 बार परिक्रमा करें.
– इसके बाद इस मंत्र का जाप करें.
– मंत्र जाप के बाद अपनी सभी मनोकामनाएं तुलसी जी को छूकर बोल दें.

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जीवन में सुख और समृद्धि पाने के लिए तुलसी के पौधे की पूजा करें और इन मंत्रों का उच्चारण करें। 

हिंदू धर्म में केवल देवी-देवताओं को ही नहीं बल्कि कुछ पेड़-पौधों को भी देव तुल्य माना गया है। इनमें से पीपल, बरगद, केला, आंवला, तुलसी आदि कुछ ऐसे पेड़-पौधे हैं, जिनमें देवी-देवता खुद ही वास करते हैं। इन सभी में तुलसी का पौधा घर में आसानी से लगाया जा सकता है और उसकी देखभाल भी की जा सकती है। 

ऐसी मान्यता है कि तुलसी में देवी लक्ष्‍मी जी का वास होता है। देवी लक्ष्मी के तुलसी स्‍वरूप से जगतपिता नारायण श्री हरि विष्‍णु जी ने शालिग्राम के रूप में विवाह किया था। इसलिए कहा जाता है कि तुलसी के पेड़ की सेवा करने से भगवान विष्णु को भी प्रसन्न किया जा सकता है। 

वैसे शास्त्रों में तुलसी के पौधे के और भी कई महत्व बताए गए हैं। खासतौर पर जीवन को समृद्धशाली बनाने में तुलसी का बड़ा योगदान होता है। तुलसी के पौधे से सकारात्‍मक ऊर्जा निकलती है, जिसका प्रभाव आपके जीवन पर भी अच्छा पड़ता है। तुलसी का पौधा एक मानव के जीवन को कैसे प्रभावित करता है, इस पर हमने उज्जैन के पंडित एवं ज्योतिषाचार्य मनीष शर्मा से बात की।

 मनीष जी कहते हैं, 'तुलसी सेहत से लेकर सौभाग्य तक को मजबूत बनाती है। परिवार में सुख-शांति बनी रहे इसके लिए घर के आंगन में 1 तुलसी का पौधा जरूर लगाना चाहिए। लेकिन अगर आप तुलसी को घर में रख रही हैं तो उसकी सेवा भी जरूर करें। तुलसी की पूजा के नियम होते हैं, इनका पालन जरूर करें। साथ ही जीवन की अलग-अलग समस्याओं को दूर करने के लिए तुलसी के मंत्रों का उच्चारण करें।'

इसे जरूर पढ़ें: 'तुलसी विवाह' पर करें ये उपाय, दूर होंगी शादी में आ रही रुकावटें

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तुलसी को जल चढ़ाते वक्त करें इस मंत्र का उच्चारण 

तुलसी का पौधा अगर आपके घर पर है तो उसे नियमित जल चढ़ाना अनिवार्य है। मगर तुलसी को जल चढ़ाने से पूर्व आपको सूर्य देव को जल से अर्घ देना चाहिए और फिर आपको मंत्र उच्चारण के साथ तुलसी के पौधे पर जल चढ़ाना चाहिए । पंडित जी तुलसी के पौधे में जल चढ़ाने के 3 मंत्र बताते हैं- 

  1. ॐ सुभद्राय नमः
  2. ॐ सुप्रभाय नमः
  3. मातस्तुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी 
  4. नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते ।।

नोट- इन तीनों ही मंत्रों को एक-एक करके बोलना है। आप इन मंत्रों को केवल एक बार ही बोलेंगे तो आपको खुद के अंदर सकारात्मकता महसूस होगी। 

यह मंत्र आपको जीवन में समृद्धि (सही रंग के चुनाव से मिलेगी सुख समृद्धि) देने वाला है। यदि कोई व्यक्ति बीमार है तो उसे तुलसी के पौधे में यह मंत्र बोलते हुए जल जरूर अर्पित करना चाहिए। इससे उसके अंदर बीमारी से लड़ने का आत्‍मविश्‍वास आ जाता है।  

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 तुलसी स्तुति मंत्र 

हर दिन एक जैसे नहीं होते हैं। कभी मन प्रसन्न होता है तो कभी किसी बात से इतना दुखी होता है कि किसी भी काम में मन नहीं लगता है। ऐसे में जरूरत होती है एक ऐसी ऊर्जा की जो हमारे अंदर से सारी नकारात्मकता को बाहर निकाल दे। यह ऊर्जा हमें तुलसी के पौधे से मिल सकती है। पंडित जी कहते हैं, 'शास्त्रों में तुलसी के पौधे में दिया जलाने का महत्व बताया गया है। सुबह और शाम दोनों ही प्रहर में आपको तुलसी के पौधे के आगे देसी घी का दीपक जलाना चाहिए। इससे मन को शांति मिलती है और शांत मन से किया गया हर काम सफल होता है।' पंडित जी तुलसी में दीपक जलाते वक्त तुलसी स्तुति मंत्र का जाप करने के लिए भी कहते हैं। यह मंत्र इस प्रकार है। 

 देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः 

नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।।

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 तुलसी पूजन मंत्र 

 तुलसी की नियमित पूजा करने से गृह क्‍लेश भी कम हो जाता है। पति-पत्‍नी के संबंध मधुर बनाने और आपसी समझ को बढ़ाने के लिए भी तुलसी की पूजा जरूर करनी चाहिए। साथ ही इस मंत्र का उच्चारण भी करना चाहिए- 

तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी। 

धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।। 

लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्। 

तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।

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Image Credit: Shutterstock

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तुलसी जी को जल देते समय क्या बोलना चाहिए?

तुलसी में जल देते समय विशेष मंत्र का उच्चारण किया जाता है. मान्यता है कि तुलसी में जल देते समय इस मंत्र को बोलने से सुख-समृद्धि बढ़ती है. इसके अलावा इस मंत्र के उच्चारण से रोग-शोक मिट जाते हैं. मंत्र है- 'महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते.

तुलसी मैया का मंत्र क्या है?

1-तुलसी स्तुति मंत्र : तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी। धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।। लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्। तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।

तुलसी जी की पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?

तुलसी पूजन के मंत्र नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते ।। आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।।

प्रतिदिन तुलसी की पूजा कैसे करें?

तुलसी की पूजा के लिए आप जल का कलश, अगरबत्ती, धूपबत्ती, घी का दीपक, सिन्दूर, पुष्प, नैवेद्य आदि रखें। सभी सामग्रियां एक साथ रखें और तुलसी माता का ध्यान करते हुए इस पौधे में जल अर्पित करेंतुलसी को जल अर्पित करने का भी तरीका होता है। इसके लिए जल आपको तुलसी की जड़ में ही अर्पित करना है।