शनि देव को जल कैसे दिया जाता है? - shani dev ko jal kaise diya jaata hai?

शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा का विधान है. शनिदेव को न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है. कहते हैं कि शनिदेव व्यक्ति के अच्छे बुरे कर्मों का हिसाब रखते है. जीवन में बुरे कर्म करने वाले व्यक्ति को शनिदेव के क्रोध का सामना करना पड़ता है. वहीं, अच्छे कर्म करने वालों का शनिदेव बेड़ा पार कर देते है. 

शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार का दिन उत्तम माना गया है. शनिदेव की कृपा पाने के लिए शनिवार के दिन ये आसान से उपाय कर लेंने से शनिदेव प्रसन्न होकर भक्तों के कष्टों का नाश करते हैं. आइए जानते हैं शनिवार के दिन क्या उपाय किए जा सकते हैं. 

शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय

- शनिदेव की कुदृष्टि से बचने के लिए शनिवार के दिन बजरंगबली को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाना चाहिए. इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनिदेव के क्रोध से खुद को बचाया जा सकता है. ये भी मान्यता है कि हनुमानजी की पूजा करने वालों को शनिदेव की प्रताड़ना का सामना नहीं करना पड़ता. 

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- नियमित रूप से पीपल को जल चढ़ाने से भी शनिदेव प्रसन्न होकर भक्तों पर कृपा बरसाते हैं. इतना ही नहीं, सात बार पीपल के पेड़ की परिक्रमा भी करें.कहते हैं इस दिन किसी गरीब व्यक्ति को भोजन कराने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं. और व्यक्ति की दरिद्रता दूर होती है.

- शनि मंदिर में शनिदेव को शनिवार के दिन तेल और काले तिल अर्पित करें. इस दिन तेल का दान करना भी श्रेष्ट रहता है. इसके लिए स्नान के बाद एक कटोरी तेल में अपना चेहरे देख लें और फिर इस तेल और कटोरी को किसी जरूरतमंद को दान में दे दें. 

- शनिवार के दिन शनिदेव की विधि-विधान से पूजा करें. उन्हें नीले रंग के पुष्प अर्पित करें. इस बात का भी ध्यान रखें कि शनिदेव की पूजा के समय उनकी मूर्ति के सीधे दर्शन न करें. 

- शनिवार के दिन सूर्यास्त के बाद सुनसान स्थान पर मौजूद पीपल के पेड़ के पास दीपक जलाएं. आस-पास पीपल का पेड़ न होने पर मंदिर में भी दीपक जलाया जा सकता है. इससे धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

शनि देव को जल कैसे दिया जाता है? - shani dev ko jal kaise diya jaata hai?

lord shani puja  |  तस्वीर साभार: Instagram

मुख्य बातें

  • भगवान शनि बेहद ही गुस्सैल प्रकृति के माने जाते हैं

  • अगर भूल से भी उनकी पूजा में भूल हो जाती है तो वह उसे माफ नहीं कर पाते

  • सूर्य उदय के पहले और सूर्यास्त के बाद ही शनिदेव की पूजा की जानी चाहिए।

Shani Dev puja : शनिदेव के बारे में कहा जाता है कि अगर उनकी दृष्टी सीधी किसी पर पड़ जाए तो वह भस्म हो जाता है। यही कारण है कि उनकी पूजा करते हुए बहुत सी सावधानी रखनी चाहिए। शनिदेव की नाराजगी और प्रसन्नता दोनों ही खतरनाक मानी जाती है क्योंकि अगर वह अपने भक्तों से नाराज या प्रसन्न हो गए तो वह सीधे उन्हें देख लेंगे और तब भक्त का नाश तय है।

भगवान शनि बेहद ही गुस्सैल प्रकृति के माने जाते हैं। अगर भूल से भी उनकी पूजा में भूल हो जाती है तो वह उसे माफ नहीं कर पाते। इसलिए जब भी भगवान शनिदेव की पूजा करें कुछ बातों को गांठ बांध लें। तो आइए जानें क्या कुछ पूजा करते हुए ध्यान देना जरूरी है।

शनिदेव की पूजा करने से पहले ये बातें जरूर जान लेंः

  • सूर्य उदय के पहले और सूर्यास्त के बाद ही शनिदेव की पूजा की जानी चाहिए।
  • शनिदेव की मूर्ति या प्रतिमा कभी घर में नहीं रखनी चाहिए। उनकी पूजा या तो मंदिर में करें अन्यथा मन में स्मरण कर घर में उन्हें पूजें।
  • शनिदेव को जल या तेल चढ़ाने के लिए कभी भी किसी अन्य धातु का प्रयोग न करें। उन्हें हमेशा लोहे के पात्र में ही जल या तेल का अपर्ण करें। तांबे का प्रयोग तो भूल कर भी न करें।
  • जब भी शनिदेव पर तेल चढ़ाएं याद रखें वह उन पर ही गिरे न की आसपास बिखरने पाए।
  • शनिदेव को लाल रंग की कोई चीज न चढ़ाएं। न फूल न कपड़ा बल्कि उन्हें हमेशा काले रंग से जुड़ी चीजें ही अर्पित करें।
  • शनिदेव को तेल जब भी चढ़ाएं उसमें काला तिल जरूर हो। खाली तेल नहीं चढ़ाया जाता।
  • शनिदेव की पूजा करते समय कभी सीधे से उनका दर्शन नहीं करना चाहिए। साइड से उनका दर्शन करें और पूजा भी।
  • शनिदेव के पूजा वहीं जा कर करें जहां वह शिला के रूप में विराजमान हों।
  • शनिवार को पीपल के पेड़ में जल और दीपक जलाएं। लेकिन ये काम शनिवार को करें।

शनिदेव को हमेशा तिल या सरसों का तेल ही चढ़ाएं और इसी का दीपक जलाएं। शनिवार को तेल का दान करना अपने पर से विपत्ति को हटाने जैसा होता है। इसलिए सरसों का तेल दान जरूर करें।

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स्टोरी हाइलाइट्स

  • शनिदेव को चढ़ाएं नीले पुष्प
  • शनिवार के दिन करें तेल का दान

शनिदेव का नाम आते ही मन में तमाम सवाल उठने लगते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि शनि को न्याय का देवता माना जाता है. शनिदेव ही मनुष्य के शुभ-अशुभ कर्मों का फल प्रदान करते हैं. ऐसे बुरे कर्म करने वालों को शनिदेव के क्रोध का सामना करना पड़ता है, वहीं परोपकारी लोगों पर शनिदेव की कृपा होती है. हालांकि जाने अंजाने लोगों से कई भूल होती हैं, ऐसे में शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए आज हम आपको बता रहे हैं, पांच आसान उपाय, जिन्हें करने से शारीरिक, मानसिक और आर्थिक सभी तरह के कष्ट दूर हो जाएंगे.  ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र ने बताया कि शनिदेव के प्रकोप से बचने और उनकी कृपा पाने के लिए शनिवार का दिन श्रेष्ठ माना गया है. इस दिन किए गए उपायों से शनि के दोष को शांत किया जा सकता है.

पांच आसान उपाय:
1. सूर्यास्त के बाद ऐसे पीपल के पास दीपक जलाएं जो सुनसान स्थान पर हो या फिर किसी मंदिर में हो. इस उपाय से धन संबंधी परेशानियां दूर होगीं. 

2. शनिदेव को तेल अर्पित करें और पूजन करें. शनिदेव को नीले पुष्प चढ़ाएं. शनिदेव का पूजन करते समय सीधे शनि की मूर्ति के दर्शन न करें. 

3. पीपल को जल चढ़ाएं, पूजा करें और सात परिक्रमा करें. किसी निर्धन व्यक्ति को भोजन कराएं, ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और दरिद्रता दूर होती है.

4. हर शनिवार सुबह-सुबह स्नान आदि कर्मों से निवृत्त होकर तेल का दान करें. इसके लिए एक कटोरी में तेल लें और उसमें अपना चेहरा देखें, फिर तेल का दान किसी जरूरतमंद व्यक्ति करें.

5. हनुमानजी को सिंदूर और चमेली का चढ़ाएं. हनुमान चालीसा का पाठ करें. हनुमान बाबा की पूजा करने वाले को शनि प्रताड़ित नहीं करते हैं.

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शनि देव को जल देते समय क्या बोलना चाहिए?

ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।

शनिवार को जल कैसे देना चाहिए?

शनिवार के दिन सुबह पेड़ में जल अर्पित करने से मन को शांति मिलती है. इस दिन पीपल को जल अर्पित करने से कुंडली के कमजोर ग्रह मजबूत होते हैं. जल चढ़ाने के साथ पीपल के पेड़ की परिक्रमा करें. ऐसा करना बहुत ही शुभ माना जाता है.

जल चढ़ाने का टाइम क्या है?

रोज सुबह सूर्योदय से पहले उठ जाना चाहिए और स्नान के बाद सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए। इस काम से धर्म लाभ के साथ ही स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। सूर्य को जल चढ़ाने से मन शांत होता है, आलस्य दूर होता है, आंखों की रोशनी बढ़ती है।

शनि देव को क्या पसंद नहीं है?

शनि को नापसंद हैं ये चीजें ऐसे लोगों से शनिदेव (Shani Dev) हमेशा नाराज रहते हैं. - कहते हैं कि महिलाओं और बुजुर्गों का अपमान करने वाले लोग भी शनि के प्रकोप से बच नहीं पाते. - शराब और मांस आदि का सेवन करने से भी शनि की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे लोगों की कुंडली में शनि ग्रह कमजोर हो जाता है.