शुक्रवार को कौन कौन से काम करने चाहिए? - shukravaar ko kaun kaun se kaam karane chaahie?

ज्योतिष के अनुसार शुक्र हमारे जीवन में स्त्री, वाहन और धन सुख को प्रभावित करता है। यह एक स्त्री ग्रह है। कहते हैं कि इसके शुभ प्रभाव के कारण जातक ऐश्वर्य को प्राप्त करता है। शुक्रवार की प्रकृति मृ‍दु है। यह दिन एक और जहां लक्ष्मी का दिन है वहीं दूसरी ओर काली का भी। यह दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य का दिन भी है। तो आओ जानते हैं शुक्रवार को लाल किताब और ज्योतिष के अनुसार कौन से कार्य करना चाहिए और कौन से नहीं।

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ये कार्य ना करें :

1. इस दिन खट्टा न खाएं तो आपके साथ अच्‍छा ही होगा।

2. किसी भी प्रकार से शरीर पर गंदगी न रखें अन्यथा आकस्मिक घटना-दुर्घटना हो सकती है।

3. पिशाची या निशाचरों के कर्म से दूर रहें।

4. नैऋत्य, पश्चिम और दक्षिण में यात्रा न करें।

5. शुक्रवार ही नहीं सभी दिन किसी भी महिला का अपमान न करें।

क्या करें :

1. लाल चंदन लगाएं।

2. पूर्व, उत्तर और ईशान में यात्रा कर सकते हैं।

3. नृत्य, कला, गायन, संगीत आदि रचनात्मक कार्य की शुरुआत ‍की जा सकती है।

4. आभूषण, श्रृंगार, सुगंधित पदार्थ, वस्त्र, वाहन, चांदी आदि के क्रय‍-विक्रय के लिए उचित दिन।

5. सुखोपभोग के लिए भी यह दिन शुभ होता है।

6. इस दिन आप पानी में उचित मात्रा में दही और फिटकरी मिलाकर स्नान करें और शरीर पर सुगंधित इत्र लगाएं।

7. रात को सोने से पहले अपने दांत फिटकरी से साफ करें या उसके पानी का कुल्ला करें।

7. लक्ष्मी की उपासना करें, खीर पीएं और 5 कन्याओं को पिलाएं।

8. दो मोती लेकर एक पानी में बहा दें और एक जिंदगीभर अपने पास रखें।

8. शीघ्रपतन, प्रमेह रोग के रोगियों को शुक्रवार के दिन उपवास रखना चाहिए, क्योंकि यह दिन ओज, तेजस्विता, शौर्य, सौन्दर्यवर्धक और शुक्रवर्धक होता है।

नवग्रहों में गुरु या बृहस्पति ग्रह के बाद सुखी, समृद्धि और ऐश्वर्य देने वाला शुक्र ग्रह है। शुक्रवार का ग्रह है शुक्र ग्रह। शुक्र ग्रह की दो राशियां हैं वृषभ और तुला। शुक्र हमारे जीवन में स्त्री, वाहन और धन सुख को प्रभावित करता है। शुक्रवार की प्रकृति मृ‍दु है। यह दिन एक और जहां लक्ष्मी का दिन है वहीं दूसरी ओर काली का भी। यह दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य का दिन भी है। इस दिन माता लक्ष्मी और काली माता की पूजा करना चाहिए। इस दिन आप मात्र 5 कार्य करेंगे तो मिलेंगे पांच तरह के फायदे।

पांच कार्य :

2. शुक्रवार को खट्टा ना खाएं। मीठा खाएं।

3. किसी भी प्रकार से शरीर पर गंदगी न रखें।

4. लक्ष्मी पूजा या काली पूजा करें।

5. इस दिन फिटकरी का कुल्ला करके सोएं।

पांच फायदे :

1. शरीर में गाल, ठुड्डी, अंगूठा, गुर्दा, यौनांग, अंतड़ियां, शीघ्रपतन, प्रमेह रोग और नसों से शुक्र का संबंध माना जाता है। यदि इस स्थानों में कोई समस्या है तो शुक्रवार का व्रत रखें। यदि शनि मंदा अर्थात नीच का हो तब भी शुक्र का बुरा असर होता है। तब भी शुक्रवार का व्रत रखें। यदि वैवाहिक जीवन कठिनाइयों भरा है तो भी शुक्रवार का व्रत रखान चाहिए। कुंडली में शुक्र के साथ राहु का होना अर्थात स्त्री तथा दौलत का असर खत्म। ऐसी स्थिति में भी शुक्रवार का व्रत रखें। मंगल और शुक्र की युति हो तब भी शुक्र और मंगल के उपाय के साथ ही शुक्रवार का व्रत रखना चाहिए। शुक्र यदि कन्या राशि में, 6वें घर में या 8वें घर या भाव में है तो भी शुक्रवार का व्रत करना चाहिए।
कुंडली में शुक्र के साथ शुक्र के शत्रु ग्रह सूर्य व चंद्र है तो भी आपको शुक्रवार का व्रत करना चाहिए। शुक्र ग्रह की दो राशियां हैं वृषभ और तुला। यदि आपकी राशि ये हैं तो आपको शुक्रवार करना चाहिए।

2. शुक्रवरा को खट्टा खाने से जहां सेहत को नुकसान होता है वहीं माना जाता है कि आकस्मिक घटना-दुर्घटना हो सकती है। इस दिन पिशाची या निशाचरों के कर्म से दूर रहें।

3. शुक्रवार को माता लक्ष्मी और माता कालिका का दिन होना है। इस दिन साफ सफाई और शरीरिक शुद्धि का ध्‍यान रखने से ओज, तेजस्विता, शौर्य, सौन्दर्यवर्धक और शुक्रवर्धक होता है। इस दिन आप पानी में उचित मात्रा में दही और फिटकरी मिलाकर स्नान करें और शरीर पर सुगंधित इत्र लगाएं।

4. शुक्रवार के दिन जहां लक्ष्मी माता की पूजा करने से दरिद्रता और गरीबी से मुक्ति मिलती है और माता कालिका की पूजा करने से सभी तरह के संकटों से मुक्ति मिलती है। लक्ष्मी की उपासना करें, खीर पीएं और 5 कन्याओं को पिलाएं।

5. रोज रात को सोते समय अपने दांत फिटकरी से साफ करेंगे तो लाभ होगा। इसके अलावा आप कभी कभार फिटकरी के पानी से स्नान भी करें। इससे शुक्र के दोष दूर होकर धनलाभ होता है।

Authored by Parag sharma | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Apr 28, 2022, 4:31 PM

सनातन धर्म में हर दिन किसी ना किसी देवी-देवता का होता है। जिसके मुताबिक शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी का होता है। शुक्रवार के दिन जो भक्त मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं, उन्हें संसार के सभी सुखों की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में लक्ष्मी मां को धन की देवी मानी गई हैं। मान्यता है कि शुक्रवार के दिन उनकी भलीभांति पूजा आराधना करने से उनका आशीर्वाद बना रहता है। लेकिन इस दिन कुछ चीजों की मनाही भी बताई गई है। जानिए कुछ ऐसी बातों के बारे में जो इस दिन को नहीं करनी चाहिए...

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    उधार लेन-देन न करें

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    मां लक्ष्मी का होता है वास

    वैसे तो आपको कभी किसी का अपमान नहीं करना चाहिए, लेकिन शुक्रवार के दिन इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस दिन भूलकर भी महिलाओं, कन्याओं और किन्नरों का अपमान नहीं करना चाहिए। उनके बारे में अपशब्द नहीं बोलने चाहिए। महिलाओं में मां लक्ष्मी का वास होता है और उनके अपमान करने से मां लक्ष्मी भी नाराज हो जाती हैं।

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    सुख-सुविधाओं में आती है कमी

    शुक्रवार के दिन भूलकर भी चीनी किसी को भी नहीं देनी चाहिए। क्योंकि ज्योतिष में चीनी का संबंध शुक्र और चंद्र दोनो से हैं। इसलिए शुक्रवार के दिन चीनी देने से आपका शुक्र कमजोर होता है और शुक्र भौतिक सुखों का स्वामी है। शुक्र के नाराज होने से भौतिक सुख-सुवधिओं में कमी आती है और आर्थिक स्थिति भी खराब होती है।

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    मिलता है आशीर्वाद

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    इस तरह व्यापार धंधे को होता है नुकसान

    शुक्रवार के दिन किसी से अपशब्‍द न बोलें। ऐसा करने से माता लक्ष्‍मी आप से अप्रसन्‍न हो जाती हैं और फिर आपके साथ धन संबंधी समस्‍याएं शुरू हो जाती हैं। घर में अपव्‍यय बढ़ जाता है। लोग बीमार रहने लगते हैं। व्‍यापार धंधे में नुकसान होने लगता है।

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    शांति के लिए करें यह कार्य

    साफ-सुथेर किचन में मां लक्ष्मी का वास रहता है। इससे घर में वैभव और सुख-शांति का प्रवाह निरंतर होता रहता है। भूलकर भी रात के समय किचन में गंदे बर्तन छोड़ना चाहिए, इससे लक्ष्मी माता रूठ जाती है और घर में अशांति फैल जाती है। साथ ही स्वास्थ्य के खराब रहने की आशंका बनी रहती है।

शुक्रवार के दिन कौन सा काम नहीं करना चाहिए?

शुक्रवार के दिन पैसों का लेन-देन करने से बचें. ऐसा करने से मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं. इस दिन शक्कर किसी को न दें. ऐसा करने से शुक्र ग्रह कमजोर होता है और घर की सुख शांति भंग होती है.

शुक्रवार को क्या करने से धन आता है?

मां लक्ष्मी को कमल का फूल चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है. शुक्रवार के दिन कुंवारी कन्याओं को घर पर आमंत्रित कर उन्हें खीर खिलाएं और दक्षिणा में पीले वस्त्र देकर विदा करें. इससे मां लक्ष्मी जल्द प्रसन्न होती हैं और धन धान्य का आशीर्वाद देती हैं. मान्यता है कि शुक्रवार के दिन काली चीटिंयों को शक्कर खिलाने चाहिए.

शुक्रवार को क्या काम करना चाहिए?

शुक्रवार की प्रकृति मृ‍दु है।.
लाल चंदन लगाएं।.
पूर्व, उत्तर और ईशान में यात्रा कर सकते हैं।.
नृत्य, कला, गायन, संगीत आदि रचनात्मक कार्य की शुरुआत ‍की जा सकती है।.
आभूषण, श्रृंगार, सुगंधित पदार्थ, वस्त्र, वाहन, चांदी आदि के क्रय‍-विक्रय के लिए उचित दिन।.
सुखोपभोग के लिए भी यह दिन शुभ होता है।.

शुक्रवार के दिन क्या उपाय करें?

Shukrawar Ke Upay: हिंदू कैलेंडर के अनुसार आज यानि 24 जून को शुक्रवार का दिन है और यह दिन मां लक्ष्मी को समर्पित है. मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति अपने जीवन में आर्थिक संकट का सामना कर रहा है तो उसे मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए शुक्रवार के दिन विधि-विधान से पूजन करना चाहिए.