ब्लड शुगर ज्यादा होने पर स्किन संबंधी दिक्कतें बढ़ जाती हैं- ब्लड शुगर बढ़ जाने पर शरीर हर तरफ से पानी खींचता है. इससे स्किन रूखी होने लगती है. इसके अलावा खुजली और फटी त्वचा खासतौर से पैरों, कोहनी, एड़ी और हाथों की त्वचा में ये दिक्कत ज्यादा देखने को मिलती है. ब्लड शुगर बहुत ज्यादा बढ़ जाने पर नसों को भी नुकसान पहुंच सकता है, जिसे डायबिटिक न्यूरोपैथी कहते हैं. इसमें कटने, घाव या संक्रमण को महसूस करना कठिन हो जाता है और इलाज में देरी से कई गंभीर समस्याएं हो जाती हैं. Show
ब्लड शुगर को ग्लूकोज के नाम से भी जाना जाता है। खाने के बाद ग्लूकोज आपके ब्लड स्ट्रीम में अवशोषित हो जाता है, जहां ये आपके शरीर की सेल्स तक जाता है। इंसुलिन जो पैन्क्रियाज में बनता है, आपके सेल्स को ऊर्जा के लिए ग्लूकोज का इस्तेमाल करने में मदद करता है। पर्याप्त ग्लूकाज के बिना शरीर सामान्य रूप से काम नहीं कर पाता। हालांकि जो लोग इंसुलिन बढ़ाने वाली दवाएं नहीं लेते , उनके पास ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने के लिए ग्लूकोज होता है। जबकि दवाओं पर रहने वाले लोगों में ब्लड शुगर में कमी बहुत सारी समस्याएं पैदा कर सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, अधिक गंभीर लक्षणों को बढऩे से रोकने के लिए उपचार महत्वपूर्ण है। लो ब्लड शुगर के लक्षणलो ब्लड शुगर के लक्षण अचानक हो सकते हैं। इनमें धुंधुली नजर, तेज धड़कन, अचानक घबराहट, पीली त्वचा, सिरदर्द, भूख ,चक्कर आना, सोने में कठिनाई, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, आदि शमिल है। यदि इन लक्षणों का तत्काल उपचार न किया जाए, तो आप बेहोश हो सकते हैं या कोमा में भी जा सकते हैं। बहुत कम ब्लड शुगर एक इमरजेंसी कंडीशन है। Diabetes पेशेंट हैं तो जानें कौन सा फल खाएं और कौन सा नहीं, नोट करें Dietitian की ये सलाह शुगर लो होने पर क्या करेंयदि आपको या आपके किसी परीचित को डायबिटीज है, तो 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट खाने या पीने के लिए कहें। अगर किसी को बेहोशी का अनुभव हो, तो ग्लूकागन नाम की दवा लेना बेहतर है। ध्यान रखें बेहोश व्यक्ति को मुंह से कुछ न दें, क्योंकि इससे उनका दम घुट सकता है। लो ब्लड शुगर के कारणलो ब्लड शुगर आमतौर पर डायबिटीज का ही एक साइड इफेक्ट है। डायबिटीज आपके शरीर की इंसुलिन का इस्तेमाल करने की क्षमता को प्रभावित करता है। मधुमेह वाले लोग अपने शरीर को ब्लड में ग्लूकोज का इस्तेमाल करने में मदद करने के लिए कई तरह के उपचारों का उपयोग करते हैं। इनमें मौखिक दवाएं और इंसुलिन इंजेक्शन शामिल हैं। यदि आप इस तरह की दवाएं बहुत ज्यादा लेते हैं, तो ब्लड शुगर में कमी आ सकती है। इसके अलावा भोजन छोड़ देना या ना खाना या सामान्य से कम खाना भी लो ब्लड शुगर का कारण बन जाता है। डायबिटीज वाले सुबह 8:30 बजे से पहले जरूर कर लें नाश्ता, नहीं बढ़ेगा ब्लड शुगर लो ब्लड शुगर का इलाजजब ब्लड शुगर का लेवल बहुत कम हो, तो इस वक्त कार्बोहाइड्रेट से बना कुछ खाना बेहद जरूरी है। यदि आपको डायबिटीज है, तो हाई कार्बोहाइड्रेट से भरपूर स्नैक्स हाथ में रखें। American Diabetes Association के अनुसार आपके खाने में कम से कम 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट जैसे कुकीज, सूखे मेवे, फलों का रस होना चाहिए। यदि यह कम लगे, तो कम हो रहे ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने के लिए ग्लूकोज की गोलियां ले सकते हैं। ये बिना किसी प्रिस्क्रिप्शन के उपलब्ध हैं। हर टैबलेट को लेने से पहले ध्यान दें कि कितने ग्राम की है। इनसे 15 से 20 ग्राम कार्बोहाइड्रेट मिलना काफी है। ग्लूकोज की गोली खाने या लेने के 20 मिनट बाद तक इंतजार करें और फिर ब्लड शुगर टेस्ट करें। यदि अब भी ब्लड शुगर नहीं बढ़ा , तो 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और खा लें या ग्लूकोज की एक डोज और ले लें। इसे तब तक दोहराएं जब तक की आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ न जाए। लो ब्लड शुगर से बचने के तरीके
सुबह-सुबह क्यों बढ़ जाता है ब्लड शुगर लेवल, जानें कम करने के लिए क्या करें लो ब्लड प्रेशर से ग्रसित रहने वाले लोगों को बहुत सावधान रहना पड़ता है। कई बार सही खाना ना खाने या फिर सही समय पर दवा न लेने से ब्लड शुगर कम हो सकता है। इसलिए नियमित रूप से टेस्ट करते रहें, ताकि अचानक से किसी इमरजेंसी की नौबत ना आए। शरीर में ब्लड शुगर का बढ़ना जितना खतरनाक है उतना ही खतरनाक है उसका घटना यानि की कम हो जाना। अमेरिका के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज की मानें तो जब खून में ग्लूकोज की मात्रा 70 मिलीग्राम प्रति डेसिलीटर (mg/dL) से कम हो जाती है तो इसे ही लो ब्लड शुगर माना जाता है। अमेरिकी वेबसाइट हेल्थलाइन के मुताबिक हमारे मस्तिष्क समेत शरीर में जितनी भी कोशिकाएं मौजूद हैं सभी को कार्य करने के लिए एनर्जी की जरूरत होती है। मानव शरीर में खून में मौजूद शुगर यानि ग्लूकोज (Glucose) ही इन कोशिकाओं को ऊर्जा देने का कार्य करता है। बता दें कि इंसुलिन एक तरह का हार्मोन है जो कोशिकाओं की मदद करता है ताकि वे ग्लूकोज को अवशोषित कर पाएं। वहीं जब रक्त में ग्लूकोज की मात्रा कम हो जाती है तो इसे ही हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है। आइए जनते हैं हाइपोग्लाइसीमिया यानि लो ब्लड शुगर क्या है और इसके लक्षण व बचाव के तरीके क्या हैं? लोकप्रिय खबरें Raj Yog: गजलक्ष्मी राजयोग बनने से इन 3 राशि वालों का चमक सकता है भाग्य, गुरु बृहस्पति की रहेगी असीम कृपा Capricorn Yearly Horoscope 2023: मकर राशि वालों के लिए साल 2023 कैसा रहेगा; जानें करियर, बिजनेस और वैवाहिक जीवन का हाल Weight Chart: उम्र के हिसाब से कितना होना चाहिए आपका वजन? देखें परफेक्ट बॉडी के लिए ये सिंपल चार्ट इंदिरा गांधी के लिए मास्को से भिजवाए गए थे मछली के अंडे, नरसिम्हा राव और वाजपेयी विदेश दौरे पर साथ ले जाते थे शेफ शुगर कम होने के लक्षण
अगर ब्लड शुगर लेवल खतरनाक रूप से कम हो जाएं मतलब कि 50 mg/dl से भी कम हो जाए तो व्यक्ति बेहोश भी हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में कई बात व्यक्ति को दौरा पड़ सकता है और कोमा में भी जा सकता है। Also Read किडनी में चार प्रकार से हो सकती पथरी, एक्सपर्ट से जानिए लक्षण, कारण और बचाव के तरीके शुगर कम होने के कारणडायबिटीज या मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों के बॉडी में सामान्य रूप से ज्यादा ब्लड शुगर का लेवल रहता है। ऐसे में उन्हें लेवल को नियंत्रित करने के लिए टेबलेट और इन्सुलिन (insulin) के इंजेक्शन भी लेने पढ़ते हैं। लेकिन कई बार इन सब दवाओं का सबसे आम साइड इफ़ेक्ट हाइपोग्लाइसीमिया (hypoglycemia) मतलब कि लो शुगर लेवल होता है। इसके अलावा भी कई ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से शुगर लेवल गिर सकते हैं।
Also Read Diabetes: चेहरे पर नजर आने लगें ये लक्षण तो हो जाएं सावधान, ब्लड शुगर बढ़ने के हो सकते हैं संकेत शुगर कम होने का इलाजकई बार हमारा शुगर लो जाता है, ऐसी स्थिति में ऊपर बताए गए लक्षण आप में महसूस हो रहे हैं तो मशीन की सहायता से अपना शुगर लेवल टेस्ट करे लें। यदि आपके पास शुगर नापने की मशीन नहीं है और आपको लक्षण महसूस हो रहे हैं तो कोई आसानी से पच जाने वाला कार्बोहायड्रेट (carbohydrate) जिससे तुरंत आपके शरीर को शुगर मिले, वैसा कोई पदार्थ खाएं (जिसकी सूची नीचे लिखी है)।
Also Read यूरिक एसिड का बढ़ना ही नहीं घटना भी है खतरनाक, हो सकती हैं ये गंभीर बीमारियां, जानें कंट्रोल करने का तरीका इन सबके अलावा नियमित रूप से ऐसा भोजन करें जिसमें कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स भी शामिल हो। एक्सरासइज करने से पहले कार्बोहाइड्रेट से भरपूर स्नैक खाएं। यदि अक्सर आपका शुगर लो हो जाता है तो अपने साथ चीनी वाले फ्रूट जूस या कैंडी बार हमेशा रखें ताकि अगर कभी लक्षण नजर आएं तो आप इनका सेवन कर सकें। शुगर लेवल कम होने के क्या लक्षण है?शुगर लेवल कम होने के लक्षण. धुंधला दिखाई देना. सिरदर्द होना या चक्कर आना. घबराहट होना. ज्यादा पसीना आना. दिल की धड़कन तेज़ होना. ज्यादा भूख लगना. मॉनिटरिंग :. ब्लड टेस्ट :. शुगर कम होने के क्या कारण है?डायबिटीज पेशेंट्स में लो ब्लड शुगर यानी हाइपोग्लाइसीमिया की समस्या तब आती है,जब शरीर में एनर्जी के रूप में उपयोग करने के लिए पर्याप्त शुगर ही नहीं होती. ऐसा कई कारणों से हो सकता है जैसे- अधिक एक्सरसाइज, डाइट या दवाईयों का सेवन.
शुगर कम हो जाए तो क्या करना चाहिए?जूस पिएं सेब, संतरा, अनानास और क्रैनबेरी जूस पी सकते हैं. ... . ताजे फल और ड्राई फ्रूट्स ब्लड शुगर लेवल में अचानक आई गिरावट से बचने के लिए ताजे फल या ड्राई फ्रूट्स भी खा सकते हैं. ... . फैट फ्री दूध भी कारगर एक कप गर्म दूध पीना आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने में मदद कर सकता है. ... . ग्लूकोज की गोलियां ... . शुगर लो हो तो क्या खाना चाहिए?अंगूर का रस
आपको अगर अंगूर का जूस न पसंद हो तो आप शुगर में अन्य फल जैसे - सेब, संतरा, क्रैनबेरी, चकोतरा का जूस भी पी सकते हैं। दरअसल, फलों में प्राकृतिक शुगर मौजूद होता है, जो जूस बनाने के बाद बढ़ जाता है। ऐसे में लो ब्लड शुगर में फ्रूट जूस अच्छा विकल्प हो सकता है।
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