संविधान में जापान से क्या लिया गया है? - sanvidhaan mein jaapaan se kya liya gaya hai?

हमने किस देश के संविधान से समवर्ती सूची को लिया है?

  1. ऑस्ट्रेलियाई संविधान
  2. फ्रांसीसी संविधान
  3. जापानी संविधान
  4. दक्षिण अफ्रीकी संविधान

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Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : ऑस्ट्रेलियाई संविधान

संविधान में जापान से क्या लिया गया है? - sanvidhaan mein jaapaan se kya liya gaya hai?

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CT : GK (Ancient History)

10 Questions 10 Marks 6 Mins

सही उत्तर 1 यानी ऑस्ट्रेलियाई संविधान है

स्पष्टिकरण:

स्रोत     विदेशी संविधानों से लिए गए प्रावधान 
ऑस्ट्रेलियाई संविधान
  • प्रस्तावना की भाषा, समवर्ती सूची का प्रावधान, केंद्र एवं राज्य के बीच संबंध तथा शक्तियों का विभाजन, व्यापार-वाणिज्य और संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को ऑस्ट्रेलिया के संविधान से लेकर भारतीय संविधान में जोड़ा गया है।
फ्रांसीसी संविधान
  • गणतंत्रात्मक और प्रस्तावना में स्वतंत्रता, समता, बंधुता के आदर्श का सिद्धांत फ्रांस से लिया गया है।
जापानी संविधान
  • विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया को जापान से लिया गया है।
दक्षिण अफ्रीकी संविधान
  • संविधान संशोधन की प्रक्रिया प्रावधान, राज्यसभा में सदस्यों का निर्वाचन दक्षिण अफ्रीका के संविधान से लिया गया है.

Last updated on Oct 15, 2022

SSC MTS Final Answer Key has been released on 17th October 2022. This is with reference to the 2021 examination.  Earlier, the SSC MTS Result was announced for Paper of the 2021 cycle was declared and the examination for the same was held from 5th July to 26th July 2022. The candidates who are qualified in the SSC MTS Paper I are eligible for the Paper II, the paper II will be held on 6th November 2022. A total of 7709 vacancies are released, out of which 3854 vacancies are for MTS Group age 18-25 years, 252 vacancies are for MTS Group age 18-27 years and 3603 vacancies are for Havaldar in CBIC. 

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किस देश के संविधान से क्या लिया गया है ?

संविधान में जापान से क्या लिया गया है? - sanvidhaan mein jaapaan se kya liya gaya hai?


भारत का संविधान (Constitution Of India) भारत का सर्वोच्च विधान है। जो संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 से लागू हुआ। 26 नवम्बर को भारत में संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत का संविधान विश्व का सबसे लंबा लिखित संविधान है |


वर्तमान में इसमें एक प्रस्तावना 12 अनुसूचियों के साथ 25 भाग, 5 परिशिष्ट, 448 अनुच्छेद और 101 संशोधन हैं। लेकिन इसके निर्माण के समय मूल संविधान में 395 अनुच्छेद जो 22 भागो बाँटा गया था भारतीय संविधान मे 8 अनुसूचियां थी।

नीचे उन देशों के नाम दिए गए हैं जिनसे भारत के संविधान निर्माण में सहायता ली गयी है -

  • आयरलैंड 
  • ब्रिटेन 
  • दक्षिण अफ्रीका 
  • आस्ट्रेलिया 
  • जर्मनी 
  • रूस 
  • कनाडा 
  • जापान 
  • अमेरिका

भातीय संविधान के प्रमुख विदेशी स्रोत को ट्रिक (TRICK) से याद करने के लिए नीचे दिए गए विडियो लिंक पर क्लिक करें और इस विडियो को देखें ....

संयुक्त राज्य अमेरिका

मौलिक अधिकार, न्यायिक पुनरावलोकन, संविधान की सर्वोच्चता, न्यायपालिका की स्वतंत्रता, निर्वाचित राष्ट्रपति एवं उस पर महाभियोग, उपराष्ट्रपति, उच्चतम एवं उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों को हटाने की विधि एवं वित्तीय आपात, न्यायपालिका की स्वतंत्रता को अमेरिका के संविधान से लिया गया।

ब्रिटेन

संसदात्मक शासन-प्रणाली, एकल नागरिकता एवं विधि निर्माण प्रक्रिया, विधि का शासन, मंत्रिमंडल प्रणाली, परमाधिकार लेख, संसदीय विशेषाधिकार और द्विसदनवाद को ब्रिटेन से लिया गया है।

आयरलैंड

नीति निर्देशक सिद्धांत, राष्ट्रपति के निर्वाचक-मंडल की व्यवस्था, राष्ट्रपति द्वारा राज्य सभा में साहित्य, कला, विज्ञान तथा समाज-सेवा आदि के क्षेत्र में व्यक्तियों को सम्मनित करना आयरलैंड से लिया गया है।

ऑस्ट्रेलिया

प्रस्तावना की भाषा, समवर्ती सूची का प्रावधान, केंद्र एवं राज्य के बीच संबंध तथा शक्तियों का विभाजन, व्यापार-वाणिज्य और संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को ऑस्ट्रेलिया के संविधान से लिया गया है।

जर्मनी

आपातकाल के दौरान राष्ट्रपति के मौलिक अधिकार संबंधी शक्तियां, आपातकाल के समय मूल अधिकारों का परिर्वतन जर्मनी से लिया गया है।

कनाडा

संघात्‍मक विशेषताएं, अवशिष्‍ट शक्तियां केंद्र के पास, केंद्र द्वारा राज्य के राज्यपालों की नियुक्ति और उच्चतम न्यायालय का परामर्श न्याय निर्णयन कनाडा से लिया गया है।

दक्षिण अफ्रीका

संविधान संशोधन की प्रक्रिया प्रावधान, राज्यसभा में सदस्यों का निर्वाचन दक्षिण अफ्रीका के संविधान से लिया गया है।

सोवियत संघ (रूस)

मौलिक कर्तव्यों का प्रावधान, मूल कर्तव्यों और प्रस्तावना में न्याय (सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक) का आदर्श सोवियत संघ से लिया गया था। यहां हम पूर्व इस लिए लिख रहे हैं क्योंकि सोवियत संघ 1991 में कई राष्ट्रों में टूट गया था।

जापान

विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया को जापान से लिया गया है।

फ्रांस

गणतंत्रात्मक और प्रस्तावना में स्वतंत्रता, समता, बंधुता के आदर्श को फ्रांस से लिया गया है।

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जापान से भारत के संविधान में क्या लिया गया है?

भारतीय संविधान में 'विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया' (Procedure established by Law) को जापान के संविधान से लिया गया है। भारतीय संविधान का अनुच्छेद 21 कहता है कि “किसी भी व्यक्ति को विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया के अतिरिक्त उसके जीवन और वैयक्तिक स्वतंत्रता के अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता है”।

जापान के संविधान में डाइट क्या है?

जापान की राष्ट्रीय डायट (国会 कोक्काई)वहाँ की द्विसदनीय विधानपालिका है। इसकी निचली सदन को जापान की प्रतिनिधि सभा और ऊपरी सदन को पार्षद सभा कहते हैं। दोनों सदनों का चुनाव समांतर मतदान के होता है। कानून बनाने के साथ-साथ, प्रधानमंत्री का चुनाव करना भी संसद की ज़िम्मेदारी है।

भारतीय संविधान में ऑस्ट्रेलिया से क्या लिया गया है?

ऑस्ट्रेलिया: प्रस्तावना की भाषा, समवर्ती सूची का प्रावधान, केंद्र एवं राज्य के बीच संबंध तथा शक्तियों का विभाजन

संविधान में कौन kha से लिया गया है?

भारत के संविधान के निर्माण में संविधान सभा के सभी 389 सदस्यो ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई,26 नवम्बर 1949 को सविधान सभा ने पारित किया और इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। इस सविधान में सर्वाधिक प्रभाव भारत शासन अधिनियम 1935 का है। इस में लगभग 250 अनुच्छेद इस अधिनियम से लिये गए हैं।