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सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा (Sarvanamik Visheshan Ki Paribhasha)किसी वाक्य में संज्ञा शब्दों की विशेषता बताने वाले सर्वनाम शब्दों को सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। सार्वनामिक विशेषण (Sarvanamik Visheshan) वास्तव में सर्वनाम शब्द ही होते हैं। सार्वनामिक विशेषण (Sarvanamik Visheshan) को संकेतवाचक विशेषण भी कहते हैं। पुरुषवाचक सर्वनाम और निजवाचक सर्वनाम के अतिरिक्त शेष सभी सर्वनाम शब्दों का प्रयोग विशेषण के रूप में होता है। जब इन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग किसी संज्ञा शब्द के साथ किया जाता है तब ये विशेषण की तरह व्यवहार करते हैं और जब संज्ञा के बिना इन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग किया जाता है तब ये सर्वनाम ही होते हैं। किसी छात्र को भेजो। इस वाक्य में ‘छात्र’ संज्ञा के साथ ‘किसी’ सर्वनाम का प्रयोग हुआ है अतः इस वाक्य में ‘किसी’ सर्वनाम न होकर सार्वनामिक विशेषण (Sarvanamik Visheshan) होगा। सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण (Sarvanamik Visheshan Ke Udaharan)
सार्वनामिक विशेषण के भेद (Sarvanamik Visheshan Ke Bhed)सार्वनामिक विशेषण के छः भेद होते हैं.
मूल सार्वनामिक विशेषणवे सर्वनाम शब्द जो बिना अपना रूप बदले संज्ञा के साथ जुड़कर उनकी विशेषता बताते हैं उन्हें मूल सार्वनामिक विशेषण कहते हैं. जैसे:- वह पत्थर, कोई व्यक्ति, कुछ फल आदि. यौगिक सार्वनामिक विशेषणयदि मूल सर्वनाम शब्दों में प्रत्यय लगाकर बनाए गए सर्वनाम शब्द किसी संज्ञा के साथ जुड़कर उसकी विशेषता बताते हैं तो उन्हें यौगिक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं. जैसे:- ऐसा पेड़, कैसा आदमी, उतना धन आदि. निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषणयदि किसी वाक्य में संज्ञा से पहले ‘यह’ अथवा ‘वह’ सर्वनाम जुड़कर उसकी विशेषता बताए तो उन्हें निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। उदाहरण
इस वाक्य में संज्ञा शब्द ‘पुस्तक’ से पहले निश्चयवाचक सर्वनाम ‘यह’ का प्रयोग किया गया है। अतः इस उदाहरण में ‘यह’ सार्वनामिक विशेषण की तरह व्यवहार करेगा और यह वाक्य निश्चयवाचक सर्वनामिक विशेषण का उदाहरण है।
इस वाक्य में संज्ञा शब्द ‘गाड़ी’ से पहले निश्चयवाचक सर्वनाम ‘वह’ का प्रयोग किया गया है। अतः इस उदाहरण में ‘वह’ सार्वनामिक विशेषण की तरह व्यवहार करेगा और यह वाक्य निश्चयवाचक सर्वनामिक विशेषण का उदाहरण है। अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषणजब किसी वाक्य में संज्ञा से पहले ‘कोई’ अथवा ‘कुछ’ सर्वनाम जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताए तो उसे अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। अथवा यदि किसी वाक्य में संज्ञा से पहले अनिश्चयवाचक सर्वनाम जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताता हो तो उसे अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। उदाहरण
उपरोक्त वाक्य में अनिश्चयवाचक सर्वनाम ‘कुछ’ का प्रयोग संज्ञा से पहले हुआ है। अतः इस वाक्य में अनिश्चयवाचक सर्वनाम शब्द ‘कुछ’ सार्वनामिक विशेषण की तरह व्यवहार करेगा।
उपरोक्त वाक्य में अनिश्चयवाचक सर्वनाम ‘कोई’ का प्रयोग संज्ञा शब्द ‘आदमी’ से पहले हुआ है। अतः इस वाक्य में ‘कोई’ अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण की तरह व्यवहार करेगा, न की सर्वनाम की तरह। प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषणजब किसी वाक्य में संज्ञा से पहले ‘कौन’, ‘क्या’, ‘कब’ अथवा ‘कैसे’ सर्वनाम जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताए तो उसे प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। अथवा यदि किसी वाक्य में संज्ञा से पहले प्रश्नवाचक सर्वनाम शब्द जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताता हो तो उसे प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। उदाहरण
उपरोक्त उदाहरण में प्रश्नवाचक सर्वनाम शब्द ‘क्या’ का प्रयोग संज्ञा शब्द ‘रवि’ से पहले हुआ है। अतः इस वाक्य में ‘क्या’ प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण की तरह व्यवहार करेगा, न कि प्रश्नवाचक सर्वनाम की तरह। संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषणयदि किसी वाक्य में संज्ञा से पहले संबंधवाचक सर्वनाम शब्द जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताता हो तो उसे संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। उदाहरण
सार्वनामिक विशेषण (Sarvanamik Visheshan) से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्नसर्वनामिक विशेषण के कितने भेद हैं?सार्वनामिक विशेषण के छः भेद होते हैं:- मूल सार्वनामिक विशेषण, यौगिक सार्वनामिक विशेषण, निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण, अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण, प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण और संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण। सार्वनामिक विशेषण (Sarvanamik Visheshan) के ये भेद सर्वनाम के आधार पर किए गए हैं, जिसमें पुरुषवाचक सर्वनाम और निजवाचक सर्वनाम को शामिल नहीं किया गया है. सार्वनामिक विशेषण और सर्वनाम में क्या अंतर है?सार्वनामिक विशेषण (Sarvanamik Visheshan) शब्द वास्तव में सर्वनाम शब्द ही होते हैं, लेकिन जब सर्वनाम शब्दों का प्रयोग किसी वाक्य में संज्ञा से पहले किया जाता है तो ये सर्वनाम सार्वनामिक विशेषणों की तरह व्यवहार करते हैं. Other Posts Related to Hindi Vyakran
सार्वनामिक विशेषण के भेद कितने हैं?सर्वनामिक विशेषण के कितने भेद हैं? सार्वनामिक विशेषण के छः भेद होते हैं:- मूल सार्वनामिक विशेषण, यौगिक सार्वनामिक विशेषण, निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण, अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण, प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण और संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण।
सार्वनामिक विशेषण का उदाहरण कौन सा है?जैसे— 'गाय' कहने से उसके व्यापक क्षेत्र का बोध होता है; किन्तु 'काली गाय' कहने से गाय का क्षेत्र सीमित हो जाता है। इसी तरह “जब किसी सर्वनाम का मौलिक या यौगिक रूप किसी संज्ञा के पहले आकर उसके क्षेत्र को सीमित कर दे, तब वह सर्वनाम न रहकर 'सार्वनामिक विशेषण' बन जाता है।” यह गाय है। वह आदमी है।
विशेषण के कुल कितने भेद होते हैं?Solution : विशेषण के चार भेद होते हैं—(1) गुणवाचक (2) संख्यावाचक (3) परिमाणवाचक (4) संकेतवाचक।
सार्वनामिक विशेषण कहाँ आते हैं?वह शब्द जो वाक्यों में मूल रूप से कैसे, ऐसे, जैसे, उतना, इतना इत्यादि जो कि सर्वनाम में प्रत्यय का प्रयोग करने से बनते हैं जो कि संज्ञा की विशेषता बताते हैं, वह शब्द यौगिक सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं।
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