Bihar Board Class 8 Maths Solutions Chapter 3 ज्यामितीय आकृतियों की समझ Text Book Questions and Answers. Show
BSEB Bihar Board Class 8 Maths Solutions Chapter 3 ज्यामितीय आकृतियों की समझBihar Board Class 8 Maths ज्यामितीय आकृतियों की समझ Ex 3.1ज्यामिति आकृति की समझ Bihar Board Class 8 प्रश्न 1. गुण-
Bihar Board Class 8 Math Solution प्रश्न 2. Bihar Board Class 8 Math Solution Chapter 3 प्रश्न
3. विकणों की संख्या = 5 बिहार बोर्ड क्लास 8 मैथ प्रश्न 4. बिहार बोर्ड क्लास 8 मैथ सलूशन प्रश्न 5. Bihar Board Class 8 Math Solution In Hindi प्रश्न 6. Class 8 Bihar Board Math Solution प्रश्न 7. Bihar Board Class 8 Maths ज्यामितीय आकृतियों की समझ Ex 3.2Bihar Board 8 Class Math Solution प्रश्न 1. Bihar Board 8th Class Math Solution प्रश्न 2. Class 8 Math Solution Bihar Board प्रश्न 3. Bihar Board 8th Class Math Book Pdf Download प्रश्न 4. समचतुर्भुज में सभी भुजाएँ समान होती हैं। AB = BC = DC = AD = 5 cm. Bihar Board Math Class 8 प्रश्न 5.
आयत तथा समांतर चतुर्भुज में अंतर-
Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 6 घर्षण के कारण Text Book Questions and Answers. BSEB Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 6 घर्षण के कारणBihar Board Class 8 Science घर्षण के कारण Text Book Questions and Answersअभ्यास घर्षण Class 8 Bihar Board प्रश्न 1. Gharshan Ke Karan Bihar Board प्रश्न 2. घर्षण के कारण Bihar Board प्रश्न 3. जब कोई एक वस्तु, दूसरे वस्तु पर गतिमान हो तो उन दोनों सतहों के बीच लगने वाले घर्षण को सी घर्षण कहते हैं। सी घर्षण, स्थैतिक घर्षण से कम होता है। Bihar Board Class 8 Science Solution In Hindi प्रश्न 4. Science बुक बिहार क्लास 8 Solution प्रश्न 5.
उत्तर-
घर्षण के प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न 6.
उत्तर- Bihar Board Science Book Class 8 प्रश्न 7. Gharshan Class 8 Bihar Board प्रश्न 8. इस प्रकार घर्षण जहाँ हानिकारक है, वहीं अत्यंत लाभकारी भी है। यानि अनिवार्य भी है। Bihar Board Class 8 Science प्रश्न 9. नाव, जहाज की धारा रेखीय आकृति दिया जाता है। ताकि हवा तथा जल से कम से कम अवरोध या घर्षण हो सके। घर्षण कम होने से ऊर्जा का क्षय कम होता है और आसानी से यह एक स्थान से दूसरे स्थान तक गमन कर पाती है। Bihar Board Class 8th Science Solution प्रश्न 10.
उत्तर-
Bihar Board 8 Class Science Solution प्रश्न 11.
उत्तर-
Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 1 दहन और ज्वाला : चीजों का जलना Text Book Questions and Answers. BSEB Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 2 तड़ित ओर भूकम्प : प्रकुति के दो भयानक रूपBihar Board Class 8 Science तड़ित ओर भूकम्प : प्रकुति के दो भयानक रूप Text Book Questions and Answersअभ्यास Bihar Board Class 8 Science Chapter 2 प्रश्न 1.
उत्तर-
Bihar Board Class 8 Science Solution प्रश्न 2. Bihar Board Class 8 Science Solution In Hindi प्रश्न 3. Bharti Bhawan Class 8 Science Book Solutions In Hindi प्रश्न 4. Class 8 Science Bihar Board प्रश्न 5.
भूकम्प से सुरक्षा के उपाय – भूकम्प से बचने के लिए आवश्यक सावधानियाँ बरतनी चाहिए जो इस प्रकार हैं
Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 3 फसल : उत्पादन एवं प्रबंधन Text Book Questions and Answers. BSEB Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 3 फसल : उत्पादन एवं प्रबंधनBihar Board Class 8 Science फसल : उत्पादन एवं प्रबंधन Text Book Questions and Answersअभ्यास 1.सही विकल्प चुनिए फसलों की उपज में सुधार हेतु महत्वपूर्ण सुझाव दीजिए Bihar Board प्रश्न (i) Bihar Board Class 8 Science Solution प्रश्न
(ii) Bihar Board Class 8 Science Solution In Hindi प्रश्न (iii) फसल उत्पादन एवं प्रबंधन Class 8 Bihar Board प्रश्न (iv) फसल उत्पादन एवं प्रबंधन पाठ के प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न (v) 2.रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
उत्तर-
3. कॉलम A में दिए गए शब्दों का मिलान कॉलम B से कीजिए उत्तर-
4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए- फसल उत्पादन एवं प्रबंधन के प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न (i) होती है। पौधों को जिन पोषक तत्वों की जरूरत होती है वे पानी में घुलकर जड़ों द्वारा पौधों के विभिन्न अंगों तक पहुँचते हैं। पौधों में लगभग 90% जल होता है। अच्छी फसल उत्पादन के लिए फसलों को विभिन्न अंतराल पर पानी देना ही सिंचाई कहलाता है। सिंचाई की आवश्यकता को इस प्रकार प्रकट किया जा सकता है।
Class 8 Science Bihar Board प्रश्न (ii) खाद :
उर्वरक :
Science बुक बिहार क्लास 8 Solution Bihar Board प्रश्न (iii)
Bihar Board 8th Class Science प्रश्न (iv)
फसल उत्पादन एवं प्रबंधन कक्षा 8 प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न (v)
Bihar Board Class 8 Science प्रश्न (vi) वैज्ञानिक शोध से निष्कर्ष निकला है कि केंचुए “किसानों का मित्र” होता है। क्योंकि केंचुए भोजन के रूप में मिट्टी को ग्रहण करता है और उसमें रासायनिक अधिकता को कम कर मल के रूप में बाहर निकाल देता है। निश्चित भू-भाग में निश्चित मात्रा में केंचुए को डालकर उसके उर्वरा शक्ति को वापस लाया जा सकता है। इतना ही नहीं बहुत कम खर्च में केंचुए को उपलब्ध किया जा सकता है। इन सभी कारणों से केंचुए को “किसानों का मित्र” कहा जाता है। Bihar Board Class 8 Social Science Solutions History Aatit Se Vartman Bhag 3 Chapter 2 भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना Text Book Questions and Answers, Notes. BSEB Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 2 भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापनाBihar Board Class 8 Social Science भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना Text Book Questions and Answersपाठगत प्रश्नोत्तर Bihar Board Class 8 History Solution प्रश्न (i) Bihar Board Class 8 Social Science Solution प्रश्न (ii) भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना कक्षा 8 Bihar
Board प्रश्न (iii) Bihar Board Class 8 History Book Solution प्रश्न 2. बिहार बोर्ड क्लास 8 सोशल साइंस Bihar Board प्रश्न 3. भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना Bihar Board प्रश्न 4. Bihar Board Solution Class 8 History प्रश्न 5. Bihar Board Solution Class 8 Social Science प्रश्न 6. Bihar Board Class 8th Social Science Solution प्रश्न 7. Class 8 Social Science Bihar Board प्रश्न
8. Bihar Board Class 8 Social Science Solution In Hindi प्रश्न 9. Bihar Board 8th Class Social Science प्रश्न 10. अभ्यास-प्रश्न आइए फिर से याद करें- Bihar Board Class 8 Geography Solution प्रश्न 1. (क) भारत और यूरोप के बीच स्थल मार्ग से होनेवाले व्यापार में ………. की महत्त्वपूर्ण भूमिका थी। (ख) कंपनी द्वारा खरीदा गया माल ………. में रखा जाता था। (ग) एक के बाद एक कई लड़ाइयों ने मराठों को ………. कर दिया। (घ) ………. अंग्रेजों के साथ सबसे पहले आर्थिक सहायक संधि को स्वीकार किया। (ङ) ………. ने विलय नीति का अनुसरण किया। अतीत से वर्तमान क्लास 8 Bihar Board प्रश्न 2.
उत्तर-
आइए विचार करें- Bihar Board Class 8 Atit Se Vartman Solution Bihar Board प्रश्न
(i) उन्होंने यह भी देखा कि भारतीय राज्य एक-दूसरे से लड़ने में मशगूल हैं और उनमें फूट व वैमनस्य है। इस स्थिति का लाभ उठाने के लिए उन्होंने भारत के राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया। इससे राजनीतिक सत्ता पर उनकी पकड़ भी मजबूत हो गयी और उन्हें अधिक-से-अधिक व्यापारिक सुविधाएँ । भी मिल गयीं। प्रश्न (ii) प्रश्न (ii) भारतीय शासक भी इसमें अपना लाभ देख रहे थे कि उनके राज्य क्षेत्र का विस्तार होगा। साथ ही, जो शासक या राज्य अंग्रेजों के व्यापारिक लाभ के रास्ते में बाधा खडी करता था. अंग्रेज उसके खिलाफ दूसरे राज्य के सहारे युद्ध छेड़कर उसे हराकर अप्रत्यक्ष रूप से उस राज्य पर कब्जा कर लेते थे। अतः हर परिस्थिति में भारतीय शासकों को अंग्रेजों की सहायक संधि की शर्तों को स्वीकार करना ही पड़ता था। प्रश्न (iv) मीरजाफर ने भी जब कंपनी की अनीतियों का विरोध किया तो उसे हटाकर अंग्रेजों ने उसके दामाद मौरकासिम को 1760 में बंगाल का नवाब बना दिया। बाद में वह भी अंग्रेजों की गलत नीतियों के खिलाफ हो गया। उसने मुगल शासक शाह आलम और अवध के नवाब शुजाउद्दौला के साथ मिलकर अंग्रेजों की खिलाफत की। अंततः, तीनों की संयुक्त सेना की कंपनी की सेना के साथ पश्चिम बिहार के बक्सर नामक स्थान पर 1764 ई० में युद्ध हुआ जिसमें भारतीय सेनाओं की हार हो गई। इस हार के पश्चात् 1765 ई. में शुजाउद्दौला और शाह आलम ने इलाहाबाद में क्लाइव के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए। समझौतों के अनुसार ईस्ट इंडिया कंपनी को बंगाल, बिहार और उड़ीसा की दीवानी मिल गई। इससे कंगनी को इन प्रदेशों से राजस्व वसूली का अधिकार मिल गया। इससे उन्हें अत्यधिक व्यापारिक फायदा हुआ। अब वे बंगाल विजय के बाद भारत में एक महत्त्वपूर्ण राजनैतिक शक्ति के रूप में उभरे और धीरे-धीरे पूरे भारत के आर्थिक संसाधनों पर अपना कब्जा जमाने के प्रयास में लग गए। – अत: यह स्पष्ट है कि पलासी की अपेक्षा बक्सर का युद्ध अंग्रेजों के लिए निर्णायक था। यहीं से वे पूरे भारत पर अपना अधिकार जमाने में सफल हुए। अत: बक्सर का युद्ध अधिक निर्णायक था। आइए करके देखें प्रश्न (i) Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 4 कपड़े तरह-तरह के : रेशे तरह-तरह के Text Book Questions and Answers. BSEB Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 4 कपड़े तरह-तरह के : रेशे तरह-तरह केBihar Board Class 8 Science कपड़े तरह-तरह के : रेशे तरह-तरह के Text Book Questions and Answersअभ्यास Bihar Board 8th Class Science प्रश्न 1.
उत्तर-
Bihar Board Class 8 Science Solution In Hindi प्रश्न 2. उत्तर-
Class 8 Science Bihar Board प्रश्न 3. पौधों तथा जन्तुओं से प्राप्त होने वाले रेशों से बने कपड़े के गुण जैसे जल्दी गंदा होना, धोने से सिलवट पड़ने, रख-रखाव में परेशानी तथा इसकी सीमित उत्पादन ने तथा विज्ञान के विकास ने एक नए रेशे के आविष्कार में मुख्य भूमिका अदा किए। आज रासायनिक संश्लेषण प्रक्रिया के द्वारा रेशों का निर्माण होने लगा है। इस प्रकार के रेशा को संश्लेषित रेशा कहते हैं। जैसे-नायलॉन, रेयॉन, टेरिलीन, टेरीकॉट इत्यादि । इस प्रकार रेशों को दो तरह से प्राप्त किया जाता है। एक पेड-पौधों तथा जानवरों से तो दूसरा मानव निर्मित यानी संश्लेषित रेशा, यही कारण है कि कुछ रेशों को संश्लेषित रेशा कहा जाता है। Bihar Board Class 8 Science Solution प्रश्न 4. Bihar Board Class 8th Science
Solution प्रश्न 5. Bihar
Board Class 8 Science Book Solutions प्रश्न 6. रेयॉन, लकड़ी के लुग्दी द्वारा कृत्रिम रेशा प्राप्त किया गया । जिसका गुण रेशम के समान होता है। यही कारण है कि रेयॉन को कृत्रिम या नकली रेशम कहा जाता है। Bihar Board Class 8 Science प्रश्न 7. Bihar Board Class 8 Science Solution In Hindi Pdf Download प्रश्न 8.
Bihar
Board Class 8 Science Book Pdf प्रश्न 9.
उत्तर-
Class 8 Bihar
Board Science Solution प्रश्न 10. Bihar Board Class 8 Sanskrit Book Solutions Amrita Bhag 3 Chapter 3 अस्माकं देश: Text Book Questions and Answers, Summary. BSEB Bihar Board Class 8 Sanskrit Solutions Chapter 3 अस्माकं देश:Bihar Board Class 8 Sanskrit 3 अस्माकं देश: Text Book Questions and Answersउत्तरं यत् समुद्रस्य हिमाद्रेश्चैव दक्षिणम् । अर्थ – जो समुद्र के उत्तर और हिमालय से दक्षिण का भू-भाग है वह देश भारत कहलाता है। यहाँ की संतान भारतीय कहलाते हैं। अस्माकं देश: भारतवर्षमिति कथ्यते । प्राचीनकालात् अस्य देशस्य प्राकृतिकी समृद्धिः साहित्यिक योगदानं, सांस्कृतिक वैभवं च आश्चर्यकरं बभूव । अत्रैव वेदानाम् आविर्भावः सप्तसिन्धुप्रदेशे जातः, यत्र भौतिकम् आध्यात्मिकं च चिन्तनम् अद्भुतम् आसीत् । उत्तरभारते महाकाव्यानां पुराणानां शास्त्राणां च व्यापकता दक्षिणदेशभागमपि स्वप्रकाशे आनयत् । तत्रापि शिलप्पदिकारम्-प्रभृतयः ग्रन्थाः प्राचीनकालतः एव तमिलसाहित्यस्य गौरवं वर्धितवन्तः । सम्पूर्णस्य भारतस्य सांस्कृतिके एकत्वे पुराणानां . योदानम् अविस्मरणीयम् । इदानीं भारतस्य जने-जने धर्मस्थलानां तीर्थयात्रार्थ योऽभिनिवेशः दृश्यते स नूनं पुराणसाहित्यकृतम् । दक्षिणस्य निवासी बदरीकेदारयात्रां करोति, उत्तररस्य निवासी रामेश्वर कन्याकुमारीतीर्थं च गन्तुमिच्छति । एवमेव द्वारिकाकामाख्यादिषु स्थलेषु गच्छन्ति तीर्थयात्रिकाः अर्थ – हमारा देश भारतवर्ष कहलाता है। प्राचीनकाल से ही इस देश की प्राकृतिक सम्पन्नता, साहित्यिक योगदान और सांस्कृतिक सम्पन्नता आश्चर्य पैदा करने वाला है। यहाँ ही वेदों की उत्पत्ति सात नदियों (सिन्धु, झेलम, चेनाब, रावी, व्यास, सतलज और सरस्वती) वाला प्रदेश में हुई । जहाँ की भौतिक और आध्यात्मिक चिन्तन अद्भुत था। उत्तर भारत में महाकाव्यों का, पुराणों का और शास्त्रों की व्यापकता दक्षिणदेश के भाग को भी अपने प्रकाश में लाया । वहाँ भी “शिलप्पदिकारम्” (तमिल भाषा का एक महाकाव्य का नाम है) आदि अनेक ग्रन्थ प्राचीनकाल से ही तमिल साहित्य के गौरव को बढ़ा रहा है। सम्पूर्ण भारत को सांस्कृतिक एकता प्रदान करने में पुराणों का योगदान नहीं भुलाने योग्य है। इस समय भारत के लोगों में धर्मस्थलों या तीर्थ यात्रा के प्रति जो लगाव देखा जाता है वह निश्चित रूप से पुराण-साहित्यों की देन ‘ है। दक्षिण के निवासी बदरीनाथ और केदारनाथ की यात्रा करते हैं तो उत्तर, के निवासी रामेश्वरम् और कन्याकुमारी तीर्थ जाना चाहते हैं। उसी प्रकार द्वारिका, कामाख्या आदि स्थानों में तीर्थयात्री जाते हैं। अस्य देशस्य नद्यः पुण्यतोयाः मन्यन्ते, पर्वताः पवित्राः कथ्यन्ते, वृक्षाः पूज्यन्ते । प्रकृति प्रति भारतीयानाम् आश्चर्यकरम् आकर्षणमासीत् । पूजनीयत्वात् प्रकृतेः प्रदूषणं पापं मन्यते स्म । अत एवं पर्यावरणस्य कापि समस्या अत्र नासीत् ।। अर्थ – इस देश की नदियों को पवित्र जलवाली मानी जाती है। यहाँ के पर्वतों को पवित्र कहा जाता है। यहाँ के वृक्ष पूजे जाते हैं। प्रकृति के प्रति भारतीयों का आकर्षण आश्चर्य पैदा करने वाला था। पूजनीय होने के कारण प्रकृति को प्रदूषित करना पाप माना जाता था। इसीलिए पर्यावरण की कोई भी समस्या यहाँ नहीं थी। .. अस्मिन् देशे विज्ञानस्यापि महती प्रतिष्ठा आसीत् । वास्तुशिल्पिन: ‘विशालानि मन्दिराणि निर्मान्ति स्म । भवनानि भव्यानि क्रियन्ते स्म । आकाशपिण्डानि ज्योतिर्विद्भिः अधीयन्ते स्म । अत्र चिकित्साशास्त्रमपि प्रगतिशीलम् । गणितशास्त्रे शून्यस्य कल्पना भारतेन कृता येन दशमलव-गणना प्रभारत, अन्यदेशेष्वपि गता। अर्थ – इस देश में विज्ञान की भी बहुत बड़ी प्रतिष्ठा थी । वास्तु और शिल्पकार लोग बड़े-बड़े मंदिरों का निर्माण करते थे। सुन्दर-सुन्दर भवन बनाये जाते थे। आकाशीय ग्रहपिण्डों की ज्योतिषियों के द्वारा अध्ययन किये जाते थे। यहाँ के चिकित्सा शास्त्र भी प्रगतिशील थे। गणितशास्त्र में शून्य की कल्पना भारत के द्वारा ही किया गया जिससे दशमलव की गणना का प्रारम्भ हुआ और अन्य देशों में भी गया। भारतस्य प्राचीन गौरवं मध्यकाले किञ्चित् तिरोहितं पराधीनतया किन्तु सम्प्रति शिक्षिताः सन्तः जनाः आधुनिके विज्ञानेऽपि प्रतिभां दर्शयन्ति। सी० वी० रमण-जगदीशचन्द्र बसु-मेघनाथसाहा-होमी जहांगीर भाभा-विक्रम साराभाई प्रभृतयः वैज्ञानिकाः आधुनिकभारतस्य गौरववर्धकाः । एवं महात्मा गाँधीसदृशः कर्मवीरः, रवीन्द्रनाथठाकुरसदृशः साहित्यकार: अरविन्दसदृशः दार्शनिकः, राधाकृष्णन्सदृशः शिक्षकः राजेन्द्रप्रसादसदृशः स्थितप्रज्ञः इत्यादयः वर्तमानभारतस्य गौरवरूपाः नेतारः सन्ति अर्थ – भारत का प्राचीन गौरव मध्यकाल में पराधीन (गुलाम) होने के कारण कुछ लुप्त जैसा हो गया। किन्तु वर्तमान में कुछ शिक्षित लोग हैं जो . आधुनिक विज्ञान में भी अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं। सी० वी० रमण, ‘जगदीशचन्द्र बसु, मेघनाथ साह, होमी जहांगीर भाभा, विक्रम साराभाई इत्यादि वैज्ञानिक लोग आधुनिक भारत के गौरव को बढ़ाने वाले हैं। उसी प्रकार महात्मा गाँधी जैसे कर्मवीर, रवीन्द्रनाथ ठाकुर जैसे साहित्यकार अरविन्द जैसे दार्शनिक, राधाकृष्णन जैसे शिक्षक, राजेन्द्र प्रसाद जैसे स्थिर बुद्धि वाले इत्यादि लोग वर्तमान भारत के प्रतिष्ठित नेता लोग हैं। सम्प्रति देशस्य विकासः सार्वत्रिकः वर्तते । कृषिक्षेत्रे नवीनाः प्रयोगाः, संचारसाधनानि उत्कृष्टानि अन्तरिक्षक्षेत्रेऽपि विशिष्टं योगदानं स्वास्थ्यं प्रति जनजागरणं, चिकित्सासुविधानां वृद्धिः सर्वशिक्षाभियानम् इत्यादीनि उल्लेखनीयानि सन्ति । सर्वथापि देशः संसारस्य अग्रगण्येषु गणनीयो वर्तते। अर्थ – आजकल देश का विकास सभी क्षेत्रों में हो रहा है। कृषि क्षेत्र में नये-नये प्रयोग, उत्तम संचार साधन अन्तरिक्ष क्षेत्र में भी विशिष्ट योगदान, स्वास्थ्य के प्रति जन-जागरण, चिकित्सा सुविधाओं की वृद्धि, सर्वशिक्षा अभियान इत्यादि उल्लेखनीय हैं। सब प्रकार हमारे देश को संसार के अग्रगणियों में गिना जाएगा। शब्दार्थ उत्तरम् = उत्तर दिशा में । यत् = जो । समुद्रस्य = समुद्र का/के/की । हिमाद्रेः = हिमालय के । दक्षिणम् = दक्षिण दिशा में । वर्षम् = देश, वर्ष, वृष्टि । भारतम् = भारत (नामक देश)। प्राहुः = कहते हैं। भारती = भारतीय । यत्र = जहाँ । संततिः = संतान । अस्माकम् = हमारा, हमलोगों का । इति = ऐसा । कथ्यते = कहा जाता है। प्राचीनकालात् = प्राचीन काल से । अस्य = इसका । प्राकृतिकी = प्राकृतिक । समृद्धिः = सम्पन्नता । साहित्यिकम् = साहित्य सम्बन्धी । सांस्कृतिकम् = सांस्कृतिक, संस्कृति से सम्बन्धित । वैभवम् = समृद्धि, सम्पन्नता । आश्चर्यकरम् = आश्चर्य उत्पन्न करने वाला । बभूव = था/हुआ । अत्रैव (अत्र + एव) = यहीं । वेदानाम् = वेदों का । आविर्भावः = जन्म, उत्पत्ति । सप्तसिन्धुप्रदेशे = सप्तसैन्धव क्षेत्र में (सिन्ध. सेलम, चेनाब, रावी, व्यास, सतलज व घग्घर (सरस्वती) सात नदियों वाला क्षेत्र) । जातः = हुआ। भौतिकम् = भौतिक, सांसारिक । आध्यात्मिकम् = आध्यात्मिक (आत्मा से सम्बन्धित)। चिन्तनम् = चिन्तन, मनन । अद्भुतम् = अद्भुत (जो आज से पहले न देखा गया हो)। उत्तरभारते = उत्तर भारत में । महाकाव्यानाम् = महाकाव्यों का । पुराणानाम् = पुराणों का । शास्त्राणाम् = शास्त्रों का । व्यापकता = विस्तार । दक्षिणम् = दक्षिण को । देशभागमपि (देशभागम् + अपि) = देश के भाग को भी। स्वप्रकाशे = अपने प्रकाश में । आनयत् = लाया । तत्रापि (तत्र + अपि) = वहीं। शिलप्पदिकारम् = शिलप्पदिकारम् (तमिल साहित्य का एक महाकाव्य) । प्रभृतयः = इत्यादि । प्राचीनकालतः = प्राचीन काल से । तमिलसाहित्यस्य = तमिल साहित्य का । गौरवम् = गौरव को । वर्धितवन्तः = बढ़ाये हुए हैं। सम्पूर्णस्य = सम्पूर्ण का, समस्त का । भारतस्य = भारत’ का । सांस्कृतिके = सांस्कृतिक में । एकत्वे = एकता में । अविस्मरणीयम् = नहीं भुलाये जाने योग्य (है) । इदानीम् = इस समय । जने-जने = जन-जन में, लोगों में । धर्मस्थलानाम् = धर्म स्थलों का/की/के । तीर्थयात्रार्थम् = तीर्थ यात्रा के लिए । योऽभिनिवेश: (यः + अभिनिवेशः) = जो लगाव । दृश्यते = देखा जाता है। नूनम् = निश्चित रूप से । पुराणसाहित्यकृतम् = पुराण-साहित्य के द्वारा किया गया । दक्षिणस्य निवासी = दक्षिण (भारत) के रहनेवाले । बदरीकेदारयात्राम् = बद्री (नाथ) और केदार (नाथ) की यात्रा (को) । करोति = करता है। उत्तरस्य = उत्तर का। रामेश्वरं कन्याकुमारी तीर्थं च = रामेश्वर और कन्याकुमारी तीर्थ (को) । गन्तुमिच्छति (गन्तुम् + इच्छति) = जाना चाहता है। एवमेव (एवम् + एव) = उसी प्रकार । द्वारिकाकामाख्यादिषु = द्वारिका, कामाख्या आदि में । स्थलेषु = स्थलों में/पर । तीर्थयात्रिकाः = तीर्थयात्री । नद्यः = नदियाँ । पुण्यतोयाः = पवित्र जलवाली । मन्यन्ते = माने जाते हैं, मानी जाती हैं । कथ्यन्ते = कहे जाते हैं। पूज्यन्ते = पूजे जाते हैं। प्रकृति प्रति = प्रकृति के प्रति । भारतीयानाम् = भारतीयों का । आकर्षणमासीत् ( आकर्षणम् + आमीत्) = आकर्षण था। पूजनीयत्वात् = पूज्य होने (के कारण) से । प्रकृतेः = प्रकृति का । प्रदूषणम् = प्रदूषण । मन्यते स्म = माना जाता था। अतएव = इसीलिए । पर्यावरणस्य = पर्यावरण की। कापि = कोई भी। अत्र = यहाँ । नासीत् (न + आसीत्) = नहीं था। अस्मिन् देशे = इस देश में। विज्ञानस्यापि (विज्ञानस्य + अपि) = विज्ञान का भी। महती = बड़ी । प्रतिष्ठा = इज्जत, सम्मान । वास्तुशिल्पिनः = वास्तुकार-शिल्पकार (भवन का नक्शा बनानेकाले)। विशालानि मन्दिराणि = बड़े मन्दिरों को। निर्मान्ति स्म = बनाते थे। भवनानि = भवन, मकान । भव्यानि = भव्य, सुन्दर, आकर्षक । क्रियन्ते स्म = बनाये जाते थे। आकाशपिण्डानि = आकाशीय पिण्डों (ग्रह, उपग्रह, नक्षत्रादि) को । ज्योतिर्विद्भिः = ज्योतिषियों के द्वारा । अधीयन्ते स्म = अध्ययन किये जाते थे। चिकित्साशास्त्रमपि (चिकित्साशास्त्रम् + अपि) = चिकित्सा शास्त्र भी । प्रगतिशीलम् = प्रगतिशील, लगातार आगे बढ़नेवाला। गणितशास्त्रे = गणितशास्त्र में । शून्यस्य = शून्य की, (का, के) । भारतेन = भारत के द्वारा । कृता = किया गया । येन = जिससे । दशमलवगणना = दशमलव की गणना (गिनती)। प्रारभत = आरम्भ हुआ। अन्यदेशेष्वपि (अन्यदेशेषु + अपि) = दूसरे देशों में भी। गता = गयी। किञ्चित् = कुछ । तिरोहितम् = लुप्त, गायब । पराधीनतया = पराधीनता से, गुलामी से, दूसरे के अधीन रहने से । सम्प्रति = इस समय । शिक्षिताः = शिक्षित, पढ़े-लिखे लोग । सन्तः = होते हुए । आधुनिके = आधुनिक में, आज के समय में । विज्ञानेपि (विज्ञाने + अपि) = विज्ञान में भी। प्रतिभाम् = प्रतिभा को । दर्शयन्ति = दिखाते हैं । आधुनिकभारतस्य = आधुनिक भारत के। गौरववर्धकाः = गौरव, प्रतिष्ठा, सम्मान बढ़ानेवाले । सदृशः = (के) समान । स्थितप्रज्ञः = जिसने आत्मतत्त्व को जानकर स्थिरता प्राप्त कर ली है (समसुखदु:ख) । इत्यादय = इत्यादि। वर्तमानभारतस्य = वर्तमान भारत के । गौरवरूपाः = गौरवरूप, प्रतिष्ठापूर्ण । नेतारः = नेता (बहुवचन)। सार्वत्रिकः = सभी क्षेत्रों वाला । कृषिक्षेत्रे = कृषि क्षेत्र में । नवीनाः प्रयोगाः = नये प्रयोग । संचारसाधनानि = संचार के साधन – (यथा-दूरभाष, वायुयान इत्यादि)। उत्कृष्टानि = उत्तम । अन्तरिक्षक्षेत्रेऽपि (अन्तरिक्षक्षेत्रे + अपि) = अन्तरिक्ष क्षेत्र में भी । विशिष्टम् = विशेष । स्वास्थ्यं प्रति = स्वास्थ्य के प्रति । जनजागरणम् = जन-जागरूकता । चिकित्सासुविधानां = चिकित्सा सुविधाओं को । वृद्धिः = बढ़ोत्तरी । सर्वशिक्षाभियानम् = विद्यालयी शिक्षा के क्षेत्र में उत्थान के लिए चलाया गया कार्यक्रम । इत्यादीनि = इत्यादि । उल्लेखनीयानि = उल्लेखनीय । सर्वथापि (सर्वथा + अपि) = सभी प्रकार से । अग्रगण्येषु = अग्रगण्यों में । गणनीयः = गणना-योग्य व्याकरणम् सन्धि-विच्छेद हिमाद्रेश्चैव = हिमाद्रेः + च + एव (विसर्ग सन्धि, वृद्धि सन्धि)। अत्रैव = अत्र + एव (वृद्धि सन्धि)। योऽभिनिवेशः = यः + अभिनिवेशः । नासीत् = न + आसीत् (दीर्घ सन्धि) । अन्यदेशेष्वपि = अन्यदेशेषु + अपि (यण् सन्धि) । विज्ञानेऽपि = विज्ञाने + अपि (पूर्वरूप सन्धि) । अन्तरिक्षक्षेत्रेऽपि = अन्तरिक्षक्षेत्रे + अपि (पूर्वरूप सन्धि) । सर्वथापि = सर्वथा + अपि (दीर्घ सन्धि )। प्रकृति-प्रत्यय-विभाग: प अभ्यास मौखिक Bihar Board Class 8 Sanskrit Solution प्रश्न 1. Bihar Board Class 8 Sanskrit Book Solution प्रश्न 2. Bihar Board Solution Class 8 Sanskrit प्रश्न 3. भारत की भाषा हिन्दा । यहाँ गंगा-यमुना आदि नदियाँ बहती हैं। भारत के उत्तर में हिमालय, दक्षिण में समुद्र, पश्चिम में पाकिस्तान और पूर्व में बांग्लादेश है। भारत में राम-कृष्ण-गाँधी जैसे अनेक महापुरुषं उत्पन्न हुए। भारत को आर्यावर्त, हिन्दुस्तान, इण्डिया इत्यादि नाम से भी लोग जानते हैं। भारत सभी क्षेत्रों में विकासशील है। Bihar Board 8th Class Sanskrit Solution प्रश्न 4 (निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में लिखिए।) (क) अस्माकं देशः किं? (ख) भारतवर्षम् हिमालयस्य (हिमाद्रेः) कस्यां दिशायां वर्तते ? (ग) भारतस्य दक्षिण दिशायां कः सागरः वर्तते ? (घ) वेदानां आविर्भावः कस्मिन् प्रदेशे जातः ? (ङ) लप्पदिकारम्” इति कस्याः भाषायाः महाकाव्यम् । (च) कस्मात कारणात् प्रकृते प्रदूषणं पापं मन्यते स्म ? (छ) आकाश पिण्डानि कैः अधीयन्ते स्म ? (ज) गणितशास्त्रे शून्यस्य कल्पना केन कृता? Sanskrit Class 8 Bihar Board प्रश्न 5. Class 8 Sanskrit Bihar Board प्रश्न 6. (क) भारतवर्ष हिमालयस्य …………. दिशायां वर्तते । (उत्तर, दक्षिण) अस्माकं भारत देश कीदृशः अस्ति Bihar Board प्रश्न 7. (क) अस्माकं देशः किं कथ्यते ? (ख)
वेदानाम् आविर्भावः कस्मिन प्रदेशे जातः ? (ग) वेदेषु किम् अद्भुतम् आसीत ? (घ) का प्रति भारतीयानाम् आश्चर्यकरम् आकर्षणमासीत् ? (ङ) भारतवर्षे के विशालानि मन्दिराणि निर्मान्ति स्म ? (च) गणितशास्त्रे शून्यस्य
कल्पना केन कृता? Class 8 Sanskrit Chapter 3 प्रश्न 8. प्रश्न – उत्तरम्
अस्माकं
देश इन संस्कृत Bihar Board प्रश्न 9. (क) हमारा देश ‘भारतवर्ष’ कहा जाता है। (ख) यहीं (अत्रैव) सप्तसैन्धव क्षेत्र में वेदों की उत्पत्ति हुई। (ग) दक्षिण के निवासी प्रायः बद्रीकेदारनाथ की यात्रा करते हैं। (घ) उत्तर के निवासी रामेश्वर और
कन्या कुमारी की यात्रा पर जाना चाहते हैं। (ङ) इस देश के पर्वत पवित्र कहे जाते हैं। (च) इस देश में वृक्ष पूजे जाते हैं। Sanskrit Class 8 Chapter 3 Bihar Board प्रश्न 10. प्रश्न – उत्तरम्
अस्माकं भारत देश कीदृश अस्ति Class 6 Bihar Board प्रश्न 11. (क) कथ्यते, नीयते, मन्यते, अमन्यत, क्रियते । (ख) देशः, ग्रन्थः, तीर्थयात्रिकः, जनः, लता। (ग) उत्तरम, दक्षिणम्, भारतवर्षम्, वृक्षः, प्रदूषणम् । (घ) कन्या, कुमारी, नदी, विज्ञानम्, समस्या । प्रश्न 12.
उत्तरम्: प्रश्न 13. विशेष्य-पदानि –
विशेषण-पदानि Bihar Board Class 8 Social Science Solutions Civics Samajik Aarthik Evam Rajnitik Jeevan Bhag 3 Chapter 1 भारतीय संविधान Text Book Questions and Answers, Notes. BSEB Bihar Board Class 8 Social Science Civics Solutions Chapter 1 भारतीय संविधानBihar Board Class 8 Social Science भारतीय संविधान Text Book Questions and Answersपाठगत प्रश्नोत्तर Bihar Board Class 8 Social Science Solution प्रश्न 1.
(अन्य नियम जो आपके विद्यालय के हैं, आप स्वयं लिखें ।) Bihar Board Class 8 Civics Solution प्रश्न 2. Bihar Board Class 8 Civics Solutions प्रश्न 3.
पाठ 1 भारतीय संविधान Class 8 Question Answer प्रश्न 4. कक्षा 1 से 5 तक के विद्यालयों में छात्र व शिक्षक का अनुपात 30: 1 का होना चाहिए। (अन्य परियोजना कार्य आप स्वयं करें।) बिहार
बोर्ड क्लास 8 सोशल साइंस प्रश्न 5. नागरिक समिति यह ध्यान रखेगी कि लोगों को उनकी योग्यता के अनुसार काम मिले और उन्हें उचित मेहनताना भी मिले भारतीय संविधान के अनुसार ही नहरवाल इलाके के कानून बनेंगे। Class 8 Social Science Bihar Board प्रश्न 6. Bihar Board Class 8 Social Science Solution In Hindi प्रश्न 7. Bihar Board Solution Class 8 Social Science प्रश्न 8. पाठ 1 भारतीय संविधान Class 8 Question Answer In Hindi प्रश्न 9. Bihar Board 8th Class Social Science प्रश्न 10. भारतीय संविधान पाठ के प्रश्न उत्तर प्रश्न (i) Bihar Board Class 8 Sst Solution प्रश्न (ii) Bihar Board Class 8th Social Science Solution प्रश्न (iii) Bihar Board Class 8 History Book Solution प्रश्न (iv) पाठ 1 भारतीय संविधान Class 8 प्रश्न (v) Social Science Class 8 Bihar Board प्रश्न 11. Bihar Board Class 8 Geography Solution प्रश्न 12. प्रश्न 13. प्रश्न 14.
(अन्य सुविधाओं को, जो आपके विद्यालय में दी जाती हैं, उनकी सूची स्वयं बनाएँ।) प्रश्न 15. प्रश्न 16. उन्होंने हम भारतीयों के अधिकारों का हनन किया और भी कई प्रकार से करते रहे । अपने स्वार्थ के लिए भारतीय किसानों से जबरदस्ती नील की खेती कराते रहे जो भारतीय किसानों के लिए नुकसानदायक और अंग्रेज सरकार के लिए फायदेमंद था। दरअसल अंग्रेज सरकार अपने फायदे के लिए हम भारतीयों के अधिकारों का लगातार हनन करते रहे थे। प्रश्न 17. प्रश्न 18. प्रश्न 19. प्रश्न 20. प्रश्न 21. प्रश्न 22. प्रश्न 23. प्रश्न 24. प्रश्न 25. प्रश्न 26. प्रश्न 27. प्रश्न 28. प्रश्न 29. प्रश्न 30. प्रश्न 31. प्रश्न 32. प्रश्न 33. प्रश्न 34. प्रश्न (i) प्रश्न (ii) प्रश्न (iii) प्रश्न (iv) प्रश्न 35. प्रश्न 36. अभ्यास-प्रश्न प्रश्न 1. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता के लिए देश का संविधान व्यक्ति की हर संभव सहायता करता है। प्रश्न
2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. उत्तर- प्रश्न 5. एक विचारधारा यह मानती थी कि अधिकारों के इस प्रतिवेदन में जितने अधिक से अधिक संभव हों, अधिकार शामिल करने चाहिए जो अदालत में सीधे लागू किए जा सकें। इन अधिकारों को लेकर कोई भी नागरिक बिना किसी कठिनाई के सीधे अदालत जा सके और अपने अधिकार प्राप्त कर सकें । दूसरी विचारधारा का मत था कि मूल अधिकारों को कुछ ऐसी बहुत अनिवार्य बातों तक सीमित रखा जाना चाहिए जिन्हें आधारभूत माना जा सके। दोनों विचारधाराओं में काफी बहस हुई और अंत में एक बीच का रास्ता निकाला गया, जिसे एक अच्छा मध्यम मार्ग माना गया। दोनों विचारधाराओं के लोगों ने सिर्फ एक देश के मूल अधिकारों का अध्ययन नहीं किया बल्कि दुनिया के लगभग हर देश के मूल अधिकारों का अध्ययन किया। वे इस नतीजे पर पहुँचे कि हमें इस प्रतिवेदन में जहाँ तक संभव हो, उन अधिकारों को शामिल करना चाहिए, जिन्हें उचित माना जा सके । इन बातों पर इस सदन में मतभेद हो सकता है, सदन को हर धारा पर आलोचनात्मक तरीके से विचार करके, विकल्प सुझाने, संशोधन के सुझाव देने और निरस्त करने का अधिकार है।” प्रश्न- प्रश्न 1. इन अधिकारों को लेकर कोई भी नागरिक बिना किसी कठिनाई के सीधे अदालत जा सके और अपने अधिकार प्राप्त कर सके । दूसरी विचारधारा का मत था कि मूल अधिकारों को कुछ ऐसी बहुत अनिवार्य बातों तक सीमित रखा जाना चाहिए जिन्हें धारभूत माना जा सके। प्रश्न 2. प्रश्न 3. Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 5 बल से ज़ोर आजमाइश Text Book Questions and Answers. BSEB Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 5 बल से ज़ोर आजमाइशBihar Board Class 8 Science बल से ज़ोर आजमाइश Text Book Questions and Answersअभ्यास बल से जोर आजमाइश Bihar Board Class 8 प्रश्न 1. Bihar Board Class 8 Science Solution प्रश्न 2. Bihar Board Class 8 Science
Solution In Hindi प्रश्न 3.
Science बुक बिहार क्लास 8 Solution Bihar Board प्रश्न 4. Bihar Board Solution Class 8 Science प्रश्न 5. Class 8 Bihar Board Science Solution प्रश्न 6. Class 8 Science Bihar Board प्रश्न 7. जैसे – कुली के द्वारा उठाया गया वजन, संदूक को धक्का देना, घोड़ा द्वारा गाड़ी खींचना इत्यादि । सम्पर्क बल दो प्रकार के होते हैं. पेशीय बल तथा घर्षण बल । वैसी स्थिति जिसमें दोनों वस्तुएँ प्रत्यक्ष रूप से सम्पर्क में न हो और न ही किसी वस्तु के माध्यम से सम्पर्क में हो तो दोनों वस्तुओं के बीच लगने वाले बल को असम्पर्क बल कहते हैं। जैसे – गिरता हुआ वस्तु तथा पृथ्वी के बीच लगने वाले बल।। चुम्बक तथा लोहा के बीच लगने वाले बल यानि गुरुत्वाकर्षण बल, चुम्बकीय बल इत्यादि असम्पर्क बल के उदाहरण हैं। Bihar Board Class 8 Science प्रश्न 8. दो विशिष्ट वस्तुओं को आपस में रगड़ने से आवेशों का स्थानांतरण होता है जिसके कारण दोनों वस्तुएँ आवेशित हो जाती हैं। जिसमें से एक धनावेशित तो दूसरा ऋणावेशित । इस प्रकार इन वस्तुओं में किसी वस्तु को आकर्षित करने की क्षमता आ जाती है जिसे विद्युत् बल कहते हैं। जैसे-कंघा को बाल में रगड़ने से कंघा कागज के टुकड़े को आकर्षित करने लगता है। जब कोई वस्तु किसी दूसरी वस्तु के सम्पर्क में गति करती है। एक बल उस वस्तु के सम्पर्क सतह पर कार्य करने लगता है। इस बल को घर्षण बल कहते हैं। घर्षण बल हमेशा गति का विरोध करता है। जैसे-पहिया और सड़क के बीच लगने वाले बल, फर्श पर लुढ़कती गेंद इत्यादि। Bihar Board 8 Class Science Solution प्रश्न 9. वस्तुओं में भार होता है। किसी वस्तु का भार हमेशा नीचे की ओर कार्य करता है। भार एक सदिश राशि होता है। (भार = द्रव्यमान × गुरुत्वीय त्वरण) हाँ, भार को बल की माप के लिए प्रयुक्त किया जा सकता है। बिहार बोर्ड क्लास 8 विज्ञान Bihar Board प्रश्न 10. उत्तर-
Bihar Board 8th Class Science प्रश्न 11. Bihar Board Class 8th Science Solution प्रश्न 12.
बिहार बोर्ड क्लास 8 साइंस Bihar Board प्रश्न 13. Science Class 8 Bihar Board प्रश्न 14. Bihar Board 8th Class Science Solution प्रश्न 15.
उत्तर- Bihar Board Class 8 Hindi Book Solutions Kislay Bhag 3 Chapter 7 ठेस Text Book Questions and Answers, Summary. BSEB Bihar Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 ठेसBihar Board Class 8 Hindi ठेस Text Book Questions and Answersप्रश्न-अभ्यास पाठ से ठेस कहानी का प्रश्न उत्तर Bihar Board Class 8 Hindi प्रश्न 1. Gaon Ke Kisan Sirchan Ko Kya Samajhte The Bihar Board प्रश्न 2. ठेस’ कहानी का अंत आपको कैसा लगा अपने विचार लिखिए Bihar Board Class 8 Hindi प्रश्न 3. ठेस’ कहानी का प्रश्न उत्तर Bihar Board Class 8 Hindi प्रश्न 4.
Bihar Board Class 8 Hindi Solution प्रश्न 5.
Bihar Board Class 8 Hindi Book Solution प्रश्न 6. कहानी प्रसंग में दूसरे दिन जब वह अपने काम में लगा तो उसे खाने-पीने की सुधि ही नहीं रही। उसे चुड़ा-गुड़ खाने को मिलता है। वह केवल चुड़ा फाँक रहा है। गुड़ का ठेला या ही अछुता पड़ा है। चुड़ा चबाते समय भी वह अपने काम में तन्मय है। उसे कुछ सुधि नहीं है कि चुड़ा के साथ गुड़ भी खाना है। इससे स्पष्ट है कि वह भोजन की अपेक्षा अपने काम को ज्यादा तरजीह देता था। Class 8 Hindi Chapter 7 Bihar Board प्रश्न 7. वह स्वाभिमानी और सम्मानप्रिय व्यक्ति है। उसे खाना जो भी मिले वह अपने काम को तरजीह देता था । किसी की जली-कटी बातें सुनकर या अपने कारीगरी के प्रति आरोपों को सुनकर वह काम छोड़ देता । जिस काम को छोड़ देता वह काम अधूरा ही रह जाता। कहानी के अंत में सिरचन की आत्मीय गुण चरम पर दिखता है जब मानू विदाई होकर स्टेशन पर गाड़ी में सवार है । गाड़ी खुलने के समय में सिरचन दौड़ता-हाँफता गट्ठर मानू दीदी को देते हुए कहता है दीदी यह हमारे तरफ से शीतलपाटी, चिक और कुश की आसानी है। पाठ से आगे Bihar Board Class 8 Hindi Solution In Hindi प्रश्न 1. किसलय भाग 3 Solutions Bihar Board Class 8 Hindi प्रश्न 2. प्रश्न 3. जबकि कहानीकार कहानी का अंत वही कर सकता था जहाँ वह शपथ लेता है कि मैं पुन: यह काम नहीं करूंगा। कहानीकार समझ जाता है कि एक कलाकार को “ठेस” लगा है। शीर्षक के आधार पर वही कहानी का अंत किया जा सकता था। व्याकरण मुहावरे : ऐसा वाक्यांश, जो सामान्य अर्थ का बोध न कराकर किसी . विलक्षण अर्थ का बोध कराए, मुहावरा कहलाता है । मुहावरे के प्रयोग से भाषा में सरलता, सरसता, चमत्कार और प्रवाह उत्पन्न होते हैं। जैसे-आँख का तारा (बहुत प्यारा) । नमन अपने माता-पिता के आँखों का तारा है। लोकोक्ति : लोकोक्ति के पीछे कोई कहानी या घटना होती है। उससे निकली बात बाद में लोगों की जुबान पर जब चल निकलती है तो लोकोक्ति हो जाती है। जैसे एक पंथ दो काज (एक काम से दूसरा काम हो जाना)पटना जाने से एक पंथ दो काज होंगे। कवि सम्मेलन में कविता पाठ भी करेंगे और साथ ही जैविक उद्यान भी देखेंगे। आइए इसके साथ ही कुछ ऐसी बातों को भी जानें, जिससे मुहावरे और लोकोक्तियों की समानताओं और असमानताओं का पता भी चले।
प्रश्न 1.
गतिविधि प्रश्न 1. प्रश्न 2. ठेस Summary Hindiसिरचन गाँव का एक कुशल कारीगर है जिसने मोथे और पटेर की शितलपाठी, बाँस के कमाची से चिक (पर्दा), सात रंग के डोरी से भोढे, पूंज की रस्सी से बना भूसा रखने वाला जाल, कुश की आसनी और ताल (ताड़) के पत्ते से छतरी बनने में दूर-दराज तक प्रसिद्धि पा लिया है। लोग बड़े शौक …से शितलपाटी और चिक बनवाकर अपने-अपने सगे-सम्बन्धियों के यहाँ भेजते इतने कुशल कारीगर को लोग कामचोर या बेगार मानकर अन्य काम में – नहीं बुलाते थे। वह कामचोर नहीं था। वह अपने काम को बड़ी ही तन्मयता – से करता था । उसको मनपसंद भोजन और प्रेमभरी वाणी मिल जाता तो उसकी तन्मयता देखते बनती थी। यदि कोई बीच में टोक देता तो उसका काम पड़ा ही रह जाता । हाँ यदि एक बार उसे मनपसंद भोजन या पर्याप्त भोजन नहीं मिलता तो दूसरी बार वह वहाँ नहीं जाता और खोलकर अपनी व्यथा व्यंग भाषा में अवश्य बोल देता। एक ब्राह्मण पंचानंद चौधरी के घर कम और पसंद के लायक भोजन नहीं मिलने पर सिरचन ने पंचानंद के छोटे बेटे से साफ-साफ कह दिया कि तुम्हारी भाभी नाखून पर तरकारी परोसती है तथा कढ़ी इमली देकर बनाती है जो हमारे जैसे कहार-कुम्हारों को घर वाली बनाती है। तुम्हारी भाभी ने कहाँ सीखा। रेणु जी की माँ जब कभी सिरचन को बुलाने कहती तो रेणु जी माँ से पूछते थे-भोग क्या-क्या लगेगा । लेकिन सिरचन भोजन से ज्यादा प्रेम भरी वाणी का कायल था। रेणु जी सिरचन को बुलाते हैं उनकी छोटी बहन की विदाई होने वाली है। दामाद जी ने चिट्ठी लिखकर कहा – बर्तन-वासन मिले या न मिले फैशन वाली तीन जोड़ी चिक और पठेर की शीतल पार्टी अवश्य होना चाहिए। सिरचन आता है । माँ कही-सिरचन तुम्हें घी का खखोरन और चुड़ा पसंद है जिसे मैंने व्यवस्था कर रखा है। इस बार असली मोहर छाप वाली धोती भी दूँगी। ऐसा काम करो कि देखने वाले चकित रह जाएँ। सिरचन अपना काम प्रारम्भ करता है। रेणु जी की मैंझली भाभी परदे के भीतर से ही बोली-मोहर छाप वाली धोती से बढ़िया काम होता है। ऐसा जानती तो भैया को भी खबर कर देती । सिरचन मँझली भाभी की बात सुनते ही बोल उठा “मोहर छाप वाली धोती के साथ रेशम का कुर्ता भी देने पर भी ऐसी चीज नहीं बनती।” सिरचन को दूसरे दिन चुड़ा और गुड़ खाने को मिला । सिरचन छुआ तक नहीं। यह देखकर रेणुजी कहते हैं, आज सिर्फ चुड़ा-गुड़। माँ मँझली भाभी से बुदियाँ देने को कहती है। मैंझली भाभी थोड़ी-सी बुन्दियाँ उसके सुप में डाल देती है जिसे देखकर सिरचन बोल उठा-मंझली बहुरानी क्या अपने मैके से आई हुई मिठाई भी इसी तरह हाथ खोलकर देती हैं। यह सुनते ही मँझली भाभी कमरे में जाकर रोने लगती है। …” चाची ने भी सिरचन को किसी के नैहर-ससुराल की बात नहीं करने की चेतावनी दी। माँ आकर कही-सिरचन अपने काम में लगे रहो, किसी से बतकट्टी करने से क्या फायदा। मानू (छोटी बहन) जो पान लगा रही थी एक पान सिरचन को देते हुए कही-सिरचन दादा पाँच लोग पाँच रंग के बात बोलेंगे, कान मत दो। सिरचन मुस्कुराते हुए पान मुँह में रख लिया। चाची सिरचन को पान खाते देख अचरज में पड़ गई सिरचन ने चाची को अवाक देख बोल उठा-चाची जरा अपना बाला गमकौआ जर्दा तो खिलाना, बहुत दिन हो गये। यह सुनते ही चाची उसे खरी-खोटी सुनाते हुए चटोर, मुँहझौसा, वेलगाम, शीलहीन इत्यादि कह दी तथा चाची यह भी कही कि पैसा खर्च करने पर सैंकड़ों चिक मिल जाएँगे इत्यादि। बस क्या था, मानो सिरचन को ठेस लग गयी। वह काम बंद करते हुए – अपना औजार समेटा और काम छोड़ चला गया। कहानीकार सिरचन को मनाने जाते हैं लेकिन सिरचन नहीं आया । वह साफ-साफ कह दिया बबुआजी अब नहीं, मोहर वाली धोती लेकर क्या करूंगा, कौन पहनेगा। . शितलपाटी जिस पर वह बैठा है उसके स्वर्गीय पत्नी के हाथ का बना , है। उसे छूकर वह कसम खाता है। यह काम अब नहीं करूंगा। …सिरचन में बड़ी ही आत्मीयता थी इसका उदाहरण तब मिलता है जब मानू की विदाई हो गई स्टेशन पर गाड़ी खुलने वाली है सिरचन दौड़ता हुआ . पीठ पर एक गठर लिए हॉफते हुए गेट खोलने को कहता है । मानू दीदी को एक बार देख लँ. यह कहते हुए सिरचन गट्ठर खोलकर कहता है दीदी यह हमारे तरफ से शितलपाठी, चिक और कुश की आसानी है। मानू मोहर ‘ छापवाली धोती के दाम देना चाहती है लेकिन सिरचन जीभ को दाँत तले डालकर हाथ जोड लेता है तथा रुपया नहीं लेता है। गाड़ी खुल गई । मानू रोने लगी। जब उसके गट्ठर को खोल देखा गया तो उसके कारीगरी और उसके प्रति हुए अमानवीय व्यवहार से रेणु जी हतप्रभ जैसे हो गये। Bihar Board Class 8 Hindi Book Solutions Kislay Bhag 3 Chapter 5 हुंडरू का जलप्रपात Text Book Questions and Answers, Summary. BSEB Bihar Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 5 हुंडरू का जलप्रपातBihar Board Class 8 Hindi हुंडरू का जलप्रपात Text Book Questions and Answersप्रश्न-अभ्यास पाठ से Hundru Ka Jalprapat Class 8 Bihar Board प्रश्न 1. Hundru Ka Jalprapat Class 8 Question Answer Bihar Board प्रश्न 2. Bihar Board Class 8 Hindi Book Solution प्रश्न 3. Hundru Ka Jharna Kaise Bana Bihar Board Class 8 प्रश्न 4. Bihar Board Solution Class 8 Hindi प्रश्न 5.
गतिविधि Bihar Board Class 8 Hindi Solution प्रश्न 1. हरिहर : नाथ आदि दर्शनीय स्थल हैं। प्राकृतिक सम्पदा में झारखंड अवश्य आगे है। लेकिन झारखंड में कषि योग्य भूमि की कमी है। कृषि क्षेत्र में हमारे बिहार झारखंड की अपेक्षा आगे है। बिहार
बोर्ड क्लास 8 हिंदी Bihar Board प्रश्न 2. हुंडरू का जलप्रपात Summary in Hindiहुंडरू झारखण्ड राज्य के छोटा नागपुर जिले में पड़ता है। राँची से 27 मील की दूरी पर स्थित है-हुंडरू का जलप्रपात । अत्यन्त सुन्दर, मनमोहक यह जलप्रपात है। उसका यात्रा मार्ग भी सुन्दर एवं मनमोहक है। पहाड़, जंगल, घाटियाँ, नदियों को पार कर हुंडरू के जलप्रपात तक पहुंचा ‘जाता है। आदिवासियों का गीत, पशु-पक्षियों की आवाज से यात्रा आनन्ददायक हो जाता है। हरियाली सम्पन्न वह प्रदेश जादू की तरह मन को मोह लेता है। कहीं कोयला तो कहीं अबरख के खान मिलते हैं। वहाँ के लोग गरीबऔर सीधे-सादे हैं। हुंडरू का जलप्रपात स्थल शोभा देवलोक जैसा है। 243 फीट ऊँची जगह से गिरता यह प्रपात पहाड़ों को चीरता पत्थर पर जिस समय गिरता है, उसका स्वरूप अत्यन्त आकर्षक दिखता है। पानी गिर-गिरकर 20-20 फीट उछलता है । झरने (प्रपात) से आगे का दृश्य और भी अधिक मोहक है। उससे आगे भी ऊँचे-ऊँचे प्रपात (झरना) है लेकिन वहाँ तक पहुँचाना कठिन है। – पहाड़ के ऊपर से नीचे पतली-पतली पगडंडी से चलकर घाटी की शोभा भी वर्णनीय है। सर्पाकार पतली-पतली नदियों के किनारे रंग-बिरंगे पत्थर विभिन्न आकार-प्रकार में लोगों के लिए नयनाभिराम लगता है। हुंडरू की शोभा प्रकृति प्रदत्त है। वहाँ दुकानों का आभाव हैं। खाने-पीने की चीज नहीं के बराबर मिलते हैं। प्रपात के पास भयंकर ध्वनि दूर से ही लोगों को आकर्षित कर लेता है। हुंडरू का जलप्रपात दर्शनीय है। सरल और बंद आकृति क्या होती है?सरल एवं बंद आकृतियाँ वैसी होती हैं जो किसी क्षेत्रफल का निर्माण भी करती हैं तथा कहीं पर एक-दूसरे को काटती नहीं हैं। यह एक बंद क्षेत्रफल का निर्माण करती हैं। ये रेखाएँ कहीं पर भी एक-दूसरे को कहीं भी नहीं काटती।
किसी बंद आकृति द्वारा घेरा हुआ स्थान क्या कहलाता है?Answer: परिमाप एक बंद आकृति के चारों ओर की दूरी है जबकि क्षेत्रफल एक बंद आकृति द्वारा घेरे गए तल के भाग या क्षेत्र को दर्शाता है।
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