सोलर पैनल पर सब्सिडी कैसे मिलेगी? - solar painal par sabsidee kaise milegee?

Solar Panel Subsidy Process: देश में महंगाई इस समय चरम पर पहुंच गई है और लोगों को रोजगार भी नहीं मिल रहा है .जिससे लोगों की हालत खराब हो गई हैं. दूसरी तरफ महंगाई बढ़ती जा रही है. वहीं बढ़ती मंहगाई के बीच बिजली का बिल भी बढ़ता जा रहा है. ऐसे में यदि आप भी बिजली के बढ़ते बिल से परेशान हैं, तो अब आप अपने छत पर सोलर पैनल लगवा सकते हैं. इस सौलर पैनल से आपको बिजली के बिल से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाएगा और आपको पर्याप्त मात्रा में बिजली मिलेगी. इतना ही नहीं इस सोलर पैनल को लगवाने पर सरकार की तरफ से सब्सिडी भी मिल रही है. ऐसे में आइए जानते हैं क्या सोलर पैनल लगवाने की प्रक्रिया, जिससे हमें सब्सिडी भी मिल जाएगी और बिजली के बिल से छुटकारा भी... 

बिजली के बिल से मिलेगा छुटकारा
बता दें कि केंद्र सरकार सोलर पैनल लगवाने पर सब्सिडी (solar panel subsidy)प्रदान करती है, सोलर एनर्जी की मदद से आपको महंगे बिजली बिल से निजात मिलेगी . सरकार देश में बड़े स्तर पर सोलर एनर्जी को प्रमोट कर रही है. इसलिए इस पर सब्सिडी भी दे रही है. आप अपने घर पर जरुरत के हिसाब से सोलर पैनल लगवा सकते हैं और बिजली पैदा कर सकते हैं. 

कौन सा सोलर पैनल लगवाएं ?
मोनोपर्क बाइफीशियल सोलर पैनल इस वक्त नए टेक्नोलॉजी के सोलर पैनल हैं. इसमें आगे और पीछे दोनों तरफ से पावर जेनरेट होता है. ऐसे अगर आपने चार सोलर पैनल लगवा लिये तो प्रतिदिन 6-7 यूनिट बिजली आसानी से मिल जाएगी. सोलर के पैनल करीब 2 किलोवाट के होंगे. 
 
कितनी मिलेगी सब्सिडी
रुफटॉप के नेशनल पोर्टल के तहत 3 किलोवॉट की क्षमता तक के सोलर पैनल के लिए प्रति किलोवॉट 14,588 रुपये की सब्सिडी मिलती है. 3 किलोवॉट तक का सोलर पैनल लगवाने पर 40 फीसदी तक की सब्सिडी मिलती है. वहीं 10 किलोवॉट की क्षमता के लिए 20 फीसदी तक की सब्सिडी मिलेगी. ग्राहक अपने क्षेत्र के किसी भी रजिस्टर्ड डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी से रुपटॉप सोलर पैनल लगवा सकता है . 

सोलर रूफटॉप के लिए कैसे अप्लाई करें

-सबसे पहले आपको Sandes ऐप डाउनलोड करना होगा और फिर इसमें "सोलर रूफ टॉप डॉट गोव डॉट इन" पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा.

-पोर्टल में फिर अपना राज्य चुनें और बिजली उपभोक्ता संख्या दर्ज करें. बता दें कि आपको मोबाइल-नंबर, ईमेल आईडी  जैसे जानकारी भी भरनी होंगी.

-इसके बाद आपको उपभोक्ता संख्या और मोबाइल नंबर के साथ लॉगिन करना होगा.
फिर अगले स्टेप्स में आपको अप्लाई फॉर रूफटॉप सोलर पर क्लिक करें.

-आपको DISCOM के अनुमोदन की प्रतीक्षा करनी होगी और अनुमोदन प्राप्त करने के बाद DISCOM के साथ पंजीकृत किसी भी विक्रेता से सौर संयंत्र स्थापित किए जा सकते हैं.

-फिर नेट मीटर लगाने के बाद.डिस्कॉम निरीक्षण करेगी और अगर सब कुछ सही रहा तो डिस्कॉम कमीशनिंग सर्टिफिकेट जारी करेगा.

-जब आपको कमीशनिंग रिपोर्ट और बैंक खाते की जानकारी मिलने के बाद आपको पोर्टल पर एक कैंसल चेक जमा करना होगा. कैंसल जमा करने के बाद सब्सिडी की राशि 30 दिनों के भीतर आपके बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी.

इंटरनेशनल बाजार में सोने का भाव 1663 डॉलर और एमसीएक्स पर सोना 50394 के आसपास चल रहा है. पिछले हफ्ते सोने के भाव में 712 रुपए की तेजी आई. सोने के भाव ने 50 हजार के आंकड़े को फिर छुआ. सोने में निवेश पर भरोसा रखें, ये लॉन्ग टर्म में जरूर फायदा देगा.

  • केंद्र सरकार ने स्मॉल सेविंग स्कीमों पर तीसरी तिमाही के लिए नई ब्याज दरें जारी की हैं, जो 1 अक्टूबर से प्रभाव में आई हैं. नई दरों के अनुसार, पोस्ट ऑफिस में तीन साल के लिए जमा राशि पर अब 5.8% का ब्याज मिलेगा. दो साल की जमा राशि पर ब्याज दर को 5.5% से बढ़ाकर 5.7% कर दिया है. और सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम पर अब 7.6% की दर से ब्याज मिलेगा. जहां शेयर मार्केट और सोने के भाव में इतना उतार चढ़ाव है ऐसे में आप फिक्सड रिटर्न इंवेस्टमेंट प्लान कर सकते हैं.

  • देश में 5जी की शुरुआत 1 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है. उन्होंने कहा कि यह टेलीकॉम इंडस्ट्री की तरफ से 130 करोड़ भारतीयों के लिए एक तोहफा है. रिलायंस जियो ने ऐलान किया है कि दिवाली तक जियो 5जी को देशभर के प्रमुख शहरों तक लॉन्च करेगा और दिसंबर, 2023 तक देश के हर कस्बे और तहसील तक जियो की 5जी सेवाएं शुरू हो जाएंगी. वहीं एयरटेल ने घोषणा की है कि 1 अक्टूर से चार महानगरों समेत आठ शहरों में 5जी सेवाएं शुरू कर दी गई हैं और कंपनी की मार्च 2024 तक पूरे देश में ये सेवाएं उपलब्ध कराने की योजना है. वोडाफोन आईडिया ने कोई समयसीमा नहीं बताई है.

  • म्यूचुअल फंड निवेश करने वालों को अब नॉमिनेशन की जानकारी देना अनिवार्य कर दिया गया है. सेबी के अनुसार, ऐसा नहीं करने वाले निवेशकों को एक घोषणापत्र भरना होगा, जिसमें नॉमिनेशन की सुविधा नहीं लेने की घोषणा करनी होगी. एसेट मैनेजमेंट कंपनियों को निवेशक की जरूरतों के अनुसार ऑनलाइन या हार्ड कॉपी फॉर्म और डिक्लेरेशन फॉर्म का ऑप्शन देना होगा.

  • रिजर्व बैंक ने चौथी बार ब्याजदरों में बढ़ोतरी की है, इस बार फिर 0.5% की बढ़ोतरी के साथ रेपो रेट को 5.9% पर पहुंचा दिया है. जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को घटा कर 7% किया गया है और महंगाई दर को 6.7% पर बरकरार रखा है. इसके बाद ईएमआई/लोन महंगा होगा.

  • अब आते हैं रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन पर. सोलर पैनल आप अपनी छत पर आसानी से इंस्टॉल करवा सकते हैं. ये धूप से ऊर्जा लेकर बिजली पैदा करते हैं. बेसिकली इसमें होगा ये कि सेलर पैनल से जो आप बिजली पैदा करेंगे वो सरकारी ग्रिड के पास चले जाएगी और उतनी बिजली का पैसा आपके टोटल बिजली बिल के अमाउंट से घटा दिया जाएगा. यानी की आपको बिजली के बिल में राहत मिलेगी. केंद्र सरकार रूफटॉप सोलर प्लांट पर 30% तक की सब्सिडी भी दे रही है. अगर आप इसे खुद लगवाना चाहें तो करीब एक लाख तक का खर्चा आता है. बड़ा प्लांट भी लगवा सकते हैं. सरकारी योजना के हिसाब से आप अपने घर, ऑफिस और कारखाने पर सोलर एनर्जी प्लांट लगवा सकते हैं और अपने बिजली के बिल में खर्च कम कर सकते हैं.

    रूफटॉप सोलर सिस्टम के लिए आप ऑनलाइन अप्लाय कर सकते हैं. वेबसाइट मिनिस्ट्री ऑफ न्यू रिन्यूवेबल एनर्जी की है - यूआरएल में आप mnre भी डाल कर सर्च करेंगे तो भी सही जगह पहुंच जाएंगे. लिंक स्क्रीन पर भी दिया गया है. साथ ही टोल फ्री नंबर भी है भी है.

    अब सबसे जरूरी...सब्सिडी के बारे में जानें, सोलर पैनल में 25 साल तक बिजली मिलेगी जबकि इसका खर्च करीब 5-6 सालों में ही निकल जाएगा. 3 KW के सोलर प्लांट पर 40% सब्सिडी, 4 KW से 10 KW पर 20% तक की सब्सिडी और 10kw के ऊपर कोई सब्सिडी नहीं है.

    इसमें लगने वाला खर्च इस बात पर निर्भर करेगा कि आप कितने किलोवॉट का पैनल लगवाते हैं. 1kw इंस्टॉल करने पर लगभग 85 हजार रुपये तक का खर्च आएगा और 5kw इंस्टॉल करने में 3.5 लाख तक का खर्च आएगा.

    लखनऊ में हमने इलेक्ट्रिकल एंजिनियर अश्विनी कुमार से बात की. उन्होंने बताया कि, उनके घर में कई एयर कंडिशनर्स लगे हैं और हर महीने उनका बिजली का बिल दस हजार रुपए तक आता था. लेकिन सोलर पैनल लगवाने के बाद से बिल में 50% का फायदा मिला है, अब उनका बिल 5 हजार रुपए तक आता है. अश्विनी कुमार ने पांच किलोवाट का रूफटॉप सोलर पैनल लगवाया है

    उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें 60,000 रुपए और केंद्र सरकार ने 30,000 रुपए की सब्सिडी दी है ऐसे में 2,50,000 रुपए में उन्होंने पांच किलोवॉट का सोलर पैनल लगवा लिया. इनके हिसाब से सोलर पैनल लगवाना फायदे का सौदा है. हफ्तेभर से 15 दिनों के बीच इसका इंस्टॉलेशन हो जाता है और सब्ससिडी 5 से 6 महीने में आपके खाते में आ जाती है.

    तो कोई लाइन में नहीं लगना है, ऑनलाइन सारा काम होगा, सब्सिडी मिलेगी, बचत होगी और पावर कट के दौरान राहत मिलेगी.

    सोलर पैनल पर कितनी छूट मिलती है?

    अगर आप 3 किलोवाट तक का सोलर रूफटॉप पैनल लगवाते हैं, तो आपको सरकार 40 फीसदी तक सब्सिडी देगी. वहीं, अगर आप आप 10 किलोवाट तक का सोलर पैनल लगवाते हैं तो आपको 20 फीसदी सब्सिडी मिलेगी. इस योजना को राज्यों में स्थानीय विद्युत वितरण कंपनी (Discom) संचालित कर रही हैं.

    सबसे अच्छा सोलर पैनल कौन सा होता है?

    टाटा पावर सोलर भारत का सबसे विश्वसनीय और भरोसेमंद सोलर पैनल और सौर ऊर्जा से जुड़े प्रोडक्ट का निर्माता और सप्लायर है.

    क्या दिल्ली में सोलर पैनल पर कोई सब्सिडी है?

    इस पर दिल्ली सरकार भी 2 रुपए प्रति यूनिट की सब्सिडी देगी। जिससे बिजली प्रति यूनिट 1 रुपए ही पड़ेगी। वहीं, सौर पैनल लगाने के लिए अधिक जगह उपलब्ध कराने पर बिजली की कीमत कम हो जाएगी।

    भारत में 1 एकड़ सोलर पैनल की लागत कितनी है?

    1kW ऑन ग्रिड या ग्रिड कनेक्टेड सोलर सिस्टम का प्राइस Rs. 54,000 से 80,000 तक मार्केट में उपलब्ध है.