सुबह उठकर पढ़ाई करने से क्या होता है? - subah uthakar padhaee karane se kya hota hai?

सुबह उठकर पढ़ाई करने से क्या होता है? - subah uthakar padhaee karane se kya hota hai?

सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई क्यों करनी चाहिए? सुबह के अध्ययन के लाभ

शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिससे व्यक्ति स्वयं को और समाज को सुधार सकता है। सभी के पास पढ़ने का समय निश्चित होता है। लेकिन पढ़ाई के लिए सबसे फायदेमंद समय सुबह का होता है। इस लेख में सुबह पढ़ने के कुछ फायदे बताए गए हैं जो काफी फायदेमंद साबित होते हैं। 

सुबह क्यों पढ़ना चाहिए

सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करने से वह चीज देर तक याद रहती है और जल्दी सीखी भी जा सकती है। क्योंकि जब हम सुबह जल्दी उठते हैं तो हमारा दिमाग पूरी तरह से फ्रेश होता है और शरीर को आराम मिलता है। 

सुबह के अध्ययन के लाभ

1. मन शांत और ताज़ा होता है

सुबह जल्दी उठने पर व्यक्ति का दिमाग शांत और तरोताजा रहता है। जिससे इंसान जो भी काम करता है उसे पूरे ध्यान और मन से करता है। और उसकी एकाग्रता बढ़ती रहती है। जिससे वह अपनी पढ़ाई पर और ज्यादा ध्यान दे सकता है । 

2. वातावरण शांत होता है

अगर किसी के घर में ऐसा कोई स्थान नहीं है जहां वातावरण शांत रहता हो तो ऐसे लोगों के लिए सुबह का समय बहुत फायदेमंद होता है। क्योंकि सुबह के समय शोर नहीं होता है, जिससे पढ़ाई पूरी एकाग्रता के साथ की जा सकती है। 

3. दूसरे काम के लिए ज्यादा समय मिलता है

सुबह जल्दी उठकर और अपनी पढ़ाई पूरी करने से हमें अपने घर या किसी अन्य काम के लिए अधिक समय मिलता है।

4. सेहत के लिए फायदेमंद

सुबह जल्दी उठना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें व्यक्ति का आलस्य कम होता है और वह दिन भर तरोताजा महसूस करता है। 

सुबह जल्दी उठने के दबाव में पढ़ाई न करें।

अगर हम सुबह जल्दी उठकर किसी के दबाव में आकर पढ़ाई करते हैं तो ऐसा न करें। क्योंकि हमारा पढ़ाई में मन नहीं लगेगा। आप पढ़ोगे लेकिन ध्यान के बिना पढ़ोगे तो याद भी नहीं रहेगा। इसलिए ध्यान(एकाग्रता) बहुत जरूरी है।

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क्या आपको अलसुबह पढ़ाई करते समय नींद आती है? क्या आप सुबह पढ़ाई करने पर आपको कुछ याद नहीं होता है? अगर हां तो, जान लें कि सुबह-सुबह पढ़ाई करते हुए नींद आने की यह बहुत आम समस्या है। लाखों छात्र ऐसे हैं जो सुबह पढ़ाई करने उठते तो हैं, लेकिन नींद आने के कारण पढ़ाई कर नहीं पाते। नींद की वजह से हमारा दिमाग काम करना बंद कर देता है और हमें कुछ याद नहीं आता। आंखों में नींद घुलने पर हम कुछ समय तो जबरदस्ती पढ़ने की कोशिश करते हैं लेकिन आखिर में जब सब कुछ हमारे बस से बाहर हो जाता है तो हमें बेबस होकर ‌‌‌सोना ही पड़ता है। जिसके कारण छात्र चाहकर भी अपना सिलेबस पूरा नहीं कर पाते और दूसरों से पीछे रह जाते हैं। आपकी इस समस्या को ध्‍यान में रखकर हम यहां पर 8 आसान टिप्‍स लेकर आए हैं, जिनको फॉलो करने पर आपकी नींद भाग जाएगी और आप आसानी से पढ़ाई कर सकेंगे।

1. अच्‍छी रोशनी में करें पढ़ाई
सुबह उठने के बाद बहुत से विद्यार्थी सिर्फ एक स्टडी लैंप जला कर पढ़ाई करने की कोशिश करते हैं। एक लैंप की वजह से कमरे के बाकी हिस्से में तकरीबन अंधेरा रहता है। इस कम रोशनी और शांति वातावरण में नींद आना स्‍वभाविक है। ऐसी स्थिति में स्टडी रूम की लाइट ठीक रखें।

2. बेड पर बैठकर कभी न करें पढ़ाई
छात्रों के बीच यह समस्या भी आम है। कई लोग सुबह उठने के बाद बेड पर बैठकर ही पढ़ाई शुरू कर देते हैं। इससे आपको आलस आ सकता है। आप धीरे धीरे लेट कर पढ़ने की कोशिश करेंगे और फिर नींद आपको अपने आगोश में ले लेगी। इसलिए पढ़ाई करते समय हमेशा कुर्सी पर सही ढंग से पीठ सीधी करके ही बैठें। सामने एक टेबल रखें और किताब गोद में रखकर पढ़ने की बजाए सामने टेबल पर रखकर पढ़ें। कुर्सी पर बैठे समय भी अपने हाथ या पांव कुछ-कुछ समय बाद हिलाते रहें। इससे आपके अन्दर सक्रियता बनी रहेगी।

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3. सुबह उठकर ताजी हवा लें और टहले
सुबह उठने के बाद अगर आप तुरंत पढ़ाई करने बैठ जाएंगे, तो जाहिर है आपको नींद आएगी ही। इसलिए उठने के बाद सबसे पहले अपनी दैनिक क्रिया पूरी करें ओर फिर बालकनी में या फिर बाहर जाकर थोड़ी देर टहलें। इससे जहां आपकी एक्‍सरसाइज हो जाएगी वहीं आपको ताजी हवा भी मिलेगी। इस क्रिया से आपकी नींद पूरी तरह से गायब हो जाएगी। इसके बाद आप कई घंटे तक आराम से पढ़ाई कर सकते हैं।

4. सुबह उठने के बाद पानी जरूर पीएं
सुबह उठने के बाद पानी जरूर पीयें। साथ ही पढ़ाई के दौरान भी कुछ कुछ समय बाद पानी पीते रहें। यह न सिर्फ आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होगा बल्कि इससे आपको एक और फायदा मिलेगा। ज्‍यादा पानी पीने से आप को कुछ-कुछ देर बाद अपनी सीट से उठकर टॉयलेट के लिए जाना पड़ेगा, जिससे आपके शरीर की निष्क्रयता टूटेगी और आप सक्रिय बने रहेंगे। साथ ही ज्‍यादा पानी पीने से दिमाग हाइड्रेटेड व तरोताजा रहता है। इससे सक्रियता बनी रहती है जिससे आसानी से पाठ याद करने में सहायता मिलती है।

5. जल्दी सोएं और जल्दी उठने का रूटीन बनाएं
जल्दी सोने और जल्दी उठने से शारिरिक तंदरुस्ती, समृद्धि व दिमागी शक्ति में बढ़ावा होता है। छात्रों के जीवन में भी इस कथन का उतना ही महत्व है जितना एक आम आदमी के जीवन में। रात को जल्दी सोने से आप प्रयाप्त नींद ले सकते हैं, जिससे आप सुबह बिलकुल तरोताजा उठेंगे। फ्रेश माइंड से चीजें याद रखना बहुत ही आसान होता है। वहीं नींद पूरी होने के बाद पढ़ाई करते वक्त फिर से नींद आने का कोई मतलब नहीं बनता।

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6. नींद आए तो चेहरे पर पानी के छींटे मारें
एग्‍जाम के दौरान देर रात तक लगातार पढ़ने के बाद अगर आप सोते हैं, तो सुबह उठने में मुश्किल होती है। थके हुए दिमाग के साथ पढ़ाई करने पर हमें बार-बार नींद आती है। अगर आपके साथ ऐसा हो तो तुंरंत उठें और बाथरूम में जाकर अपने चेहरे पर पानी के छींटे मारे। इससे आपकी सुस्ती व उनींदापन दूर होगा और आपका दिमाग नए तरीके से चीज़ों को याद करने के लिए तरोताजा हो जायेगा।

7. अगर नींद आए तो पढ़े अपना पसंदीदा विषय
पढ़ने व याद करने के लिए सुबह का समय सबसे अच्‍छा माना जाता है। सुबह पढ़ा विषय अच्‍छे से याद होता है। हालांकि अगर पढ़ते हुए आपको नींद आती है तो आप सुबह पढ़ने के लिए वो विषय चुनें जो आपके फेवरेट हो और जिन्हें आप आसानी से समझ व याद कर सकते हैं। सरल विषय या टॉपिक्स को पढ़ने और याद करने के लिए आपको ज्‍यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। जिससे आपको बोरियत भी नहीं होगी और आप ज्‍यादा देर तक बैठकर पढ़ाई कर पाएंगे।

8. लिखकर करें या बोल कर करें पढ़ाई
अगर आप पढ़ाई के दौरान नींद से परेशान रहते हैं तो यह तरीका पढ़ाई करते वक्त होने वाली बोरियत तथा आने वाली नींद को दूर भगाने में काफी हद तक कारगार सिद्ध होता है। हर विषय को इस तरह से बोल बोल कर पढ़ें जैसे कि क्लास में टीचर पढ़ाते हैं। इससे आपका दिमाग सतर्क बना रहता है और नींद आने की सम्भावना भी कम हो जाती है। इसके अलावा खुद को एक्सप्लेन करके पढ़ने से चीज़ों को याद करना भी बहुत आसान हो जाता है। इसके साथ ही पाठ को सिर्फ मौखिक रूप से याद करने की बजाये मुश्किल उत्तरों या सवालों को लिखकर भी याद करें। इससे भी आपकी सतर्कता बनी रहेगी और चीजें याद करने में भी आसानी होगी।

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सुबह उठकर कितने बजे पढ़ाई करनी चाहिए?

सुबह में पढ़ाई करने के लिए कम से कम 3:00 बजे से 4:00 बजे के बीच में उठ जानी चाहिए। जिससे की आपको पढ़ाई करने के लिए उपर्युक्त समय मिल सके।

रोज कितने बजे पढ़ाई करनी चाहिए?

पढ़ने के लिए उचित समय कौन सा है? उत्तर – सुबह 5:00 बजे से 7:00 बजे का समय पढ़ाई करने के लिए बहुत ही अच्छा समय है क्योंकि इस समय को याद करने के लिए बहुत सही माना जाता है।

सुबह में पढ़ने से क्या फायदा होता है?

सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई के फायदे.
मन शांत और ताज़ा रहता है सुबह जल्दी उठने पर सभी का दिमाग शांत और तरोताजा रहता है. ... .
वातावरण शांत होता है कोई लोगों के घर में पूरे दिन में पढ़ाई के लिए कोई शांत जगह नहीं मिलती. ... .
दूसरे काम के लिए भी समय मिलता है सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई पूरी करने से दिनभर का काफी समय बच जाता है. ... .
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विद्यार्थी को सुबह कब उठना चाहिए?

सुबह उठने का सही समय तो ब्रह्म मुहूर्त में होता है. यानि सुबह बिस्तर छोड़ देने का सही समय सुबह 4 से 5.30 बजे तक का माना गया है।