हेलो स्टूडेंट्स यहां पर एक क्वेश्चन पूछा गया है क्वेश्चन ए रसायनिक समीकरण द्वारा हमें क्या सूचनाएं प्राप्त होती है उदाहरण सहित वर्णन कीजिए तो मैं बेसिकली से बताना है कि रसायनिक समीकरण होते हैं उन से हमें क्या क्या कमीशन प्राप्त कर सकते हैं किसलिए रसायनिक समीकरण बनाए गए हैं तो हम कुछ और रासायनिक समीकरण से प्राप्त सूचना होती है उनके बारे में आपको बताते ठीक है और का उदाहरण देते हैं जिससे आपको अच्छे से क्लियर समझ में आ जाए ठीक है तू पहले जो सूचना में प्राप्त होती है रासायनिक समीकरण में तो उस पर में प्राप्त होती है कि कौन-कौन से रासायनिक पदार्थ है वह रसायनिक अभिक्रिया में भाग ले रहे हैं ठीक है तो कौन सी सूचना प्राप्त होती है और रसायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थों के बारे में पता चलता है यहां पर लिख देते हैं से ज्यादा रसायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थों का ज्ञान हो जाता है मतलब कि की रोशनी को अभिक्रिया में कौन-कौन से अभिकारक जो है मैं जो पदार्थ है वह भाग ले रहे हैं दूसरा Show
सूचना प्राप्त होती है श्री शनि के विक्रमी संवत प्राप्त हो रहा है उसके बारे में भी पता चल जाता है कि कौन सा उत्पाद है और किस प्रकार प्राप्त हुआ है ठीक है इसी तरह तीसरी सूचना में जो प्राप्त होती है वह क्या होती है तीसरे में क्या तीसरी सूचना क्या प्राप्त होती है इसलिए में रासायनिक समीकरण से अभिकारक में उत्पादों की जो प्रमाणिकता अनु की संख्याओं के बारे में पता चल जाता है कि मतलब उसमें जो परमाणु तथा अनु की संख्या है वह कितनी है इसी प्रकार चौथी सूचना जो होती है उसमें होता है अभी कार्य का उत्पात कि मोरों की संख्या जब हमें पता चल जाती है तू श्याम अंकित रहमान की जानकारी को भी प्राप्त कर लेते हैं कि कुछ प्रकार की सूचनाएं होती है जहां में रासायनिक समीकरण द्वारा प्राप्त हो जाती हैं ठीक है चार सूचनाएं हैं मैंने की रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थ से होते हैं मतलब अभी कार्य उनके बारे में पता चल जाता है तथा प्राप्त उत्पाद के बारे में ज्ञान प्राप्त हो जाता है तीसरा है उनके अधिकारों तथा उत्पादों के शर्मा अनु की संख्या को प्राप्त हो जाती है श्रद्धालुओं की संख्या प्राप्त हो जाने के कारण रहमान की जानकारी भी प्राप्त कर लेते हैं ठीक है कुछ सूचनाएं हैं अब इसमें कुछ पूछा गया था कि उदाहरण सहित बताइए उदाहरण सहित बता देने से आपको क्लियर ही पता चलेगा कि किस प्रकार यह सूचना देता है ठीक है तो उसकी भी बात कर लेते हैं उदाहरण की तो जैसे कि उदाहरण की बात करें तो इसमें क्या होता है जो रासायनिक समीकरण अगर इसको देखें तो सभी क्रियाओं में हाइड्रोजन की जो दो अणु में ठीक है क्या हाइड्रोजन के दो अनु मिल कर क्या कर रहे हैं ऑक्सीजन के एक अणु से सहयोग कर रहे हैं और इनके करो से सहयोग करके क्या बना रही है दो अणु जल के बना रहे हैं ठीक है तो इससे हमें क्या प्राप्त हुआ कि जो हमारे उत्पाद है वह क्या है उत्पाद क्या है अभी कारक क्या है तथा वह कितने का कितने अणु सिम सहयोग करके इस अभिक्रिया को पूर्ण कर रहे हैं ठीक है तो इसी प्रकार इसमें यह भी कह सकती कि हाइड्रोजन जो है गैस के हाइड्रोजन गैस के जो मूल है ऑक्सी ऑक्सीजन के मुंह से सहयोग करके क्या बना रहे हैं दो मूल जल बना रहे हैं ठीक है क्या कह सकते हैं हाइड्रोजन गैस हाइड्रोजन गैस की मूल ऑक्सीजन की मूल से सहयोग करके करके दो मूल चलकर बनाते हैं दो मूल जेल के बनाते हैं तो इसमें जो ऊपर की सूचनाएं लिखे उन से रिलेटेड सारी जानकारियां को प्राप्त हो गई थी लेकिन अभिकारक के बारे में उत्पाद के बारे में पता चल जाता है कथा मोलो की संख्या प्राप्त होने आने के कारण हम इसकी द्रव्यमान संख्या भी अब निकाल सकते हैं तो इस प्रकार से सैंपल भी पूरा हुआ और मुझे पूछा गया था हमें क्या सोच रहा है प्राप्त नहीं चार प्रकार की सूचनाएं आपको उदाहरण सहित बता दिए तो आशा करती हूं कि आंसर आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा थैंक यू Solution : रासायनिक समीकरण से अभिकारकों तथा उत्पादों के विषय में गुणात्मक तथा परिमाणात्मक दोनों प्रकार का ज्ञान होता है। रासायनिक समीकरण से हमें निम्न सूचनाएँ प्राप्त होती हैं <br> (i) रासायनिक अभिक्रिया में प्रारम्भिक पदार्थ (भाग लेने वाले पदार्थ) जिन्हें अभिकारक कहते हैं। <br> (ii) रासायनिक क्रिया में बनने वाले पदार्थ जिन्हें उत्पाद कहते हैं। <br> (iii) अभिकारकों और उत्पादों के अणुओं की आपेक्षिक (तुलनात्मक) संख्या। <br> (iv) अभिकारकों और उत्पादों के आपेक्षिक द्रव्यमान। रासायनिक समीकरण से अभिकारकों तथा उत्पादों के विषय में गुणात्मक तथा परिमाणात्मक दोनों प्रकार का ज्ञान होता है। रासायनिक समीकरण से हमें निम्न सूचनाएँ प्राप्त होती हैं (i) रासायनिक अभिक्रिया में प्रारम्भिक पदार्थ (भाग लेने वाले पदार्थ) जिन्हें अभिकारक कहते हैं। (ii) रासायनिक क्रिया में बनने वाले पदार्थ जिन्हें उत्पाद कहते हैं। (iii) अभिकारकों और उत्पादों के अणुओं की आपेक्षिक (तुलनात्मक) संख्या। (iv) अभिकारकों और उत्पादों के आपेक्षिक द्रव्यमान। (v)गैसीय अभिकारकों तथा उत्पादों के आपेक्षिक आयतन। (vi) समीकरण के दोनों तरफ प्रत्येक अणु में उपस्थित परमाणुओं की संख्या समान है।<br> (v)गैसीय अभिकारकों तथा उत्पादों के आपेक्षिक आयतन। <br> (vi) समीकरण के दोनों तरफ प्रत्येक अणु में उपस्थित परमाणुओं की संख्या समान है। पानी के इलेक्ट्रोलिसिस के रासायनिक समीकरण का आरेख, पानी के बंटवारे का एक रूप किसी के प्रतीकात्मक निरूपण को रासायनिक समीकरण कहते हैं। इसे समीकरण इसलिये कहा जाता है कि इसमें समता चिन्ह (=) का प्रयोग किया जाता है (= के स्थान पर → का भी प्रयोग किया जाता है)। समता चिन्ह के बाई ओर क्रिया करने वाले अभिकारक लिखे जाते हैं तथा इसके दाईं ओर उत्पाद लिखे जाते हैं। समीकरण का अधार यह है कि किसी रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या अभिक्रिया के उपरान्त भी अपरिवर्तित रहती है। सबसे पहले रासायनिक समीकरण द्वारा रासायनिक अभिक्रिया का निरूपण सन १६१५ में जीन बेग्विन ने किया। प्रमुख प्रतीक[संपादित करें]विभिन्न प्रकार की अभिक्रियाओं में अन्तर करने के लिए विभिन्न प्रकार के संकेत प्रयोग किए जाते हैं। रासायनिक समीकरणों को संतुलित करना[संपादित करें]P4O10 + 6 H2O → 4
H3PO4 किसी रासायनिक अभिक्रिया को संतुलित करने का अर्थ है कि अभिकारकों और उत्पादों के न्यूनतम पूर्णांक अणुओं की संख्या लिखना ताकि रासायनिक अभिक्रिया में जिन शर्तों का पालन होता है, समीकरण में भी उन नियमों का पालन हो। उदाहरण के लिए निम्नलिखित अभिक्रिया को देखिए- देबा इस अभिक्रिया को संतुलित करने का अर्थ है, a, b, c, d, e के न्यूनतम पूर्णांक मान निकालना ताकि किसी भी तत्व के लिए समीकरण के दाएं पक्ष तथा बाएं पक्ष में आये हुए सभी परमाणुओं की संख्या समान हो। a, b, c, d, e 8 आदि गुणांकों का मान सरल गणना द्वारा (hit and try) किया जा सकता है या कुछ मूलभूत नियमों को लगाकर किया जा सकता है। किन्तु दोनों विधियाँ समय लगातीं हैं। इस काम को विधिवत करने की रीति है, युगपत समीकरण बनाकर उन्हें हल करना। उपरोक्त रासायनिक अभिक्रिया को संतुलित करने कि लिए हम निम्नलिखित युगपत समीकरण बनाते हैं- इन समीकरणों को समझना सरल है। उपरोक्त अभिक्रिया के बाएँ पक्ष में सोडियम के 2a परमाणु हैं और दाएँ पक्ष में d परमाणु। अतः । इसी तरह अन्य समीकरणों को समझ सकते हैं। समीकरण बनाने के बाद हम देखते हैं कि अज्ञात राशियों की संख्या ५ है जबकि समीकरणों की संख्या केवल ४। इसका अर्थ हुआ कि हम किसी एक अज्ञात राशि का मान अपनी इच्छानुसार चुनते हुए आगे बढ़ सकते हैं। माना हम रख देते है तो शेष अज्ञात राशियों के मान ये होंगे: , , तथा । संयोग से ये सभी मान पूर्णांक हैं। किन्तु यदि हम लेकर चले होते तो अन्य अज्ञात राशियों के मान ये होते: , , तथा , जिनमें कई पूर्णांक नहीं हैं। यदि सभी मानों को 2 से गुणा कर दें तो सभी पूर्णांक हो जायेंगे (ऊपर वाला हल ही मिल जाएगा)। इसी तरह 4, 6, 8, … से गुणा करने पर भी हमें सभी अज्ञात राशियों के मान पूर्णांक प्राप्त होंगे किन्तु समीकरण के गुणांकों का मान न्यूनतम पूर्णांक होना बेहतर माना जाता है। (अर्थात a, b, c, d, e के मानों का महत्तम समापवर्तक (HCF) 1 से अधिक नहीं होना चाहिए। इस प्रकार उपरोक्त अभिक्रिया का संतुलित रूप यह होगा: सन्दर्भ[संपादित करें]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
रासायनिक समीकरण से क्या क्या जानकारी प्राप्त होती है?रासायनिक समीकरण से हमें निम्न सूचनाएँ प्राप्त होती हैं (i) रासायनिक अभिक्रिया में प्रारम्भिक पदार्थ (भाग लेने वाले पदार्थ) जिन्हें अभिकारक कहते हैं। (ii) रासायनिक क्रिया में बनने वाले पदार्थ जिन्हें उत्पाद कहते हैं। (iii) अभिकारकों और उत्पादों के अणुओं की आपेक्षिक (तुलनात्मक) संख्या।
रासायनिक समीकरण क्या है निम्नांकित समीकरण से कौन सी सूचनाएँ प्राप्त होती हैं?समता चिन्ह के बाई ओर क्रिया करने वाले अभिकारक लिखे जाते हैं तथा इसके दाईं ओर उत्पाद लिखे जाते हैं। समीकरण का अधार यह है कि किसी रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या अभिक्रिया के उपरान्त भी अपरिवर्तित रहती है।
रासायनिक समीकरण क्या है निम्नांकित समीकरण से कौन सी सूचनाएँ प्राप्त होती हैं 2so2 o2 2so3?निम्नांकित समीकरण से कौन-सी सूचनाएँ प्राप्त होती हैं? 2SO(2) + O(2) rarr 2SO(3) UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW! Solution : किसी रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेनेवाले पदार्थों के संकेतों एवं सूत्रों की सहायता से उस अभिक्रिया का संक्षिप्त निरूपण या प्रदर्शन रासायनिक समीकरण कहलाता है।
रासायनिक समीकरण कितने प्रकार के होते हैं?रासायनिक समीकरण सामान्यता दो प्रकार के होते है।
|