राजस्थान में सरसों का समर्थन मूल्य क्या है - raajasthaan mein sarason ka samarthan mooly kya hai

रामगंजमंडी| सरकार की घोषणा के अनुसार क्षेत्र में भी समर्थन मूल्य पर सरसों व चना की खरीद शुक्रवार से की जाएगी। खरीद के लिए कृषि उपजमंडी परिसर में तीन कांटे लगाए गए हैं। क्रय विक्रय सहकारी समिति ने तैयारियां पूरी कर ली है। सरकार ने इस बार फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाया है। सरसों का समर्थन मूल्य 4200 और चना का समर्थन मूल्य 4620 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।

समर्थन मूल्य पर जिंस बेचने के लिए गत छह मार्च से ऑनलाइन पंजीयन शुरू किया गया था। क्षेत्र में किसानों ने सरसों की अपेक्षा चना को समर्थन मूल्य पर बेचने में अधिक रूचि दिखाई है। अभी तक यहां सरसों के लिए जहां 249 किसानों ने पंजीयन करवाया है, वहीं चना के लिए 592 किसान पंजीयन करवा चुके हैं। ईमित्र कियोस्क पर अभी भी ऑनलाइन पंजीयन करवाने की प्रक्रिया चालू हैं। इस बीच शुक्रवार से समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू होने जा रही है। यहां पर क्रय विक्रय सहकारी समिति के माध्यम से सरसों व चना की समर्थन मूल्य पर खरीद की जाएगी। प्रबंधक सीमासिंह और खरीद केंद्र प्रभारी उमेश कुमार ने यहां तोल कांटे पर पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया। किसानों को एसएमएस से सूचना दे दी है। शुक्रवार सुबह दस बजे पूजा-अर्चना कर सरसों व चना की खरीद शुरू की जाएगी। पहले दिन खरीद के लिए दस किसानों को खरीद के लिए मैसेज किया गया है।

सादुलपुर कृषि मंडी में किसानों के लिए समर्थन मूल्य पर चना व सरसों की फसल तुलवाई के लिए खरीद केंद्र मंगलवार शाम को खोल दिया गया है । क्षेत्र के किसान चने की फसल को समर्थन मूल्य पर खरीद करने की मांग कर रहे थे। जो अब पूरी हो गई है। सिमिति अध्यक्ष गणपत राम ने बताया कि विक्रय सहकारी समिति लिमिटेड के द्वारा राजस्थान राज्य सहकारी क्रय विक्रय संघ लिमिटेड जयपुर के निर्देशानुसार चना ओर सरसों का वर्ष 2022-23 के लिए खरीद केंद्र स्थापित किया है। जिसमें खरीद चना और सरसों एक किसान अधिकतम 25 क्विंटल तक बेच सकता है।

खरीद केंद्र पर चने का समर्थन मूल्य 5230 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है। सरसों का प्रति क्विटल 5050 रुपए है । है। इस वर्ष राजगढ़ तहसील में चने की फसल का उत्पादन बहुत ज्यादा है। समिति के संचालक मंडल व कर्मचारियों के द्वारा इस वर्ष अथक प्रयत्न कर समिति को राजस्थान में प्रथम स्थान पर लाने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर समिति के संचालक अमर सिंह सांगवान ने चना / सरसों की खरिद के बारे में बताया।

राजस्थान में सरसों और चने की समर्थन मूल्य पर खरीब के लिए ऑनलाइन पंजीयन 25 मार्च से शुरू होगा. राज्य में (purchase of mustard and gram on support price will start from April 1 )1 अप्रेल से 1242 क्रय केंद्रों पर खरीद शुरू की जाएगी.

जयपुर. प्रदेश में सरसों और चने की समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए 25 मार्च से ऑनलाइन पंजीयन शुरू किया जाएगा. किसान को उपज बेचान के लिए पंजीयन की सुविधा ई-मित्र या संबंधित खरीद केन्द्र पर उपलब्ध रहेगी. पूरे प्रदेश में 1 अप्रैल से चना के 621 और सरसों के 621 सहित कुल 1242 क्रय (purchase of mustard and gram on support price will start from April 1 ) केन्द्रों पर खरीद प्रारंभ की जाएगी. यह जानकारी सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना ने मंगलवार को दी.

आंजना ने बताया कि समर्थन मूल्य पर रबी सीजन 2022-23 में भारत सरकार की ओर से राज्य में चना खरीद का 5.97 लाख मीट्रिक टन और सरसों खरीद का 13.03 लाख मीट्रिक टन लक्ष्य दिया गया है. ऑनलाइन पंजीयन करते समय किसान को जनआधार कार्ड, बैंक पासबुक व गिरदावरी की प्रति पंजीयन फार्म के साथ अपलोड करनी होगी. किसान को आधार आधारित बायोमैट्रिक अभिप्रमाणन पर पंजीयन करवाना होगा. सहकारिता मंत्री ने कहा कि सभी किसान अपना मोबाइल नम्बर आधार में लिंक करवा लें. जिससे किसानों को समय रहते तुलाई दिनांक की सूचना प्राप्त हो सके. उन्होंने कहा कि किसान यह सुनिश्चित करें कि जनआधार कार्ड में अपने बैंक खाते नम्बर को अद्यतन (अंकित) करें. ताकि खाता संख्या एवं आई.एफ.एस.सी. कोड में कोई विसंगति नही रहे. जिससे भुगतान के समय परेशानी ना हो. आंजना ने बताया कि एक मोबाइल नम्बर पर एक ही किसान का पंजीयन किया जाएगा तथा पंजीयन का कार्य सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक होगा.

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उन्होंने बताया कि किसान की कृषि भूमि जिस तहसील में होगी. उसी तहसील के कार्यक्षेत्र में आने वाले खरीद केन्द्र का चयन रजिस्ट्रेशन के दौरान कर सकेगा. उन्होंने बताया कि किसान को उसकी पंजीकरण दिनांक के आधार पर वरीयता के अनुसार तुलाई के लिए दिनांक और जिंस की मात्रा का आवंटन किया जाएगा. साथ ही इसकी सूचना किसान के पंजीकृत मोबाइल पर एसएमएस के जरिए दी जाएगी. प्रबंध निदेशक राजफैड सुषमा अरोड़ा ने बताया कि निर्धारित केन्द्रों पर सरसों 5050 रुपए तथा चना 5230 रुपए के समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदा जाएगा. उन्होंने कहा कि तुलाई के समय किसी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए उपज को तय एफएक्यू मापदण्डों के अनुसार तैयार कर लाएं. उन्होंने कहा कि किसानों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, उपज के बेचान व भुगतान आदि के संबंध किसी प्रकार की समस्या हो तो टोल फ्री नम्बर 18001806001 पर फोन कर समस्या का समाधान कर सकते हैं.

देश में रबी फसलों की कटाई के साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल खरीदी का काम भी शुरू हो गया है। देश के अंधिकांश राज्यों में किसानों से एमएसपी पर उपज की खरीद की जा रही है। इसके लिए अलग-अलग राज्यों में फसल खरीदी को लेकर नियम तय किए गए है और उन्हीं के अनुसार किसानों से रबी फसलों की खरीद की जा रही है। मंडी में उचित व्यवस्था रहे इसके प्रयास भी राज्य सरकार की ओर से किए गए हैं।

राजस्थान में सरसों का समर्थन मूल्य क्या है - raajasthaan mein sarason ka samarthan mooly kya hai

इसी क्रम में राजस्थान सरकार की ओर से गेहूं, चना व सरसों की खरीद एक अप्रैल से शुरू कर दी गई है। इसके लिए पंजीयन का काम भी साथ-साथ किया जा रहा है। जो किसान एमएसपी पर अपनी उपज बेचना चाहते हैं उन्हें पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद ही उनकी फसल एमएसपी पर खरीदी जाएगी। रजिस्ट्रेशन नहीं कराने वाले किसानों से किसी भी तरीके से एमएसपी पर फसल नहीं खरीदी जाएगी। बता दें कि राजस्थान में चना एवं सरसों की खरीद के लिए 25 मार्च से ऑनलाइन पंजीयन किया जा रहा है, वहीं गेहूं की खरीद के लिए पंजीकरण का कार्य 15 मार्च से शुरू हो चुका है। राजस्थान में इस वर्ष गेहूं खरीद के लिए पंजीयन की व्यवस्था ऑनलाइन की गई है।

कहां कितने केंद्रों पर की जा रही है रबी फसलों की खरीद

कोटा संभाग में 15 मार्च से गेहूं खरीद प्रक्रिया प्रारम्भ हो चुकी है। प्रदेश में चने के 635 एवं सरसों के 635 सहित कुल 1270 क्रय केंद्रों पर सरसों एवं चने की समर्थन मूल्य पर खरीद की जा रही है। वहीं पूरे प्रदेश में 389 क्रय केंद्रों पर गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद की जाएगी।

क्या है गेहूं, चना एवं सरसों का समर्थन मूल्य

केंद्र सरकार ओर से हर रबी और खरीफ सीजन से पहले फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया जाता है। इस बार भी रबी सीजन 2022-23 के लिए रबी फसलों का एमएसपी सरकार की ओर तय किया गया है जो इस प्रकार से हैं-

  • सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5050 रुपए है।
  • चना का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5230 रुपए तय किया गया है।
  • गेहूं का समर्थन मूल्य 2015 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया गया है, जिस पर खरीदी की जाएगी।

इस बार कितना गेहूं खरीदने का है लक्ष्य

भारत सरकार की ओर से चना खरीद का 5.97 लाख मीट्रिक टन एवं सरसों खरीद का 13.03 लाख मीट्रिक टन लक्ष्य दिया गया है। किसान तुलाई के समय किसी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए उपज को तय एफएक्यू मापदंडों के अनुसार तैयार कर ले जाएं।

राजस्थान में सरसों का समर्थन मूल्य क्या है - raajasthaan mein sarason ka samarthan mooly kya hai

किसान कैसे करें गेहूं बेचने के लिए पंजीयन

राज्य सरकार ने इस वर्ष गेहूं की खरीद के लिए ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है जिसका लिंक खाद्य विभाग की वेबसाइट http://food.raj.nic.in पर ’गेहूं खरीद हेतु किसान रजिट्रेशन‘ नाम से दिया गया है। किसान ऑनलाइन पोर्टल पर प्रात: 7 से लेकर शाम 7 बजे तक स्वयं या अन्य माध्यम से पंजीयन करवा सकते हैं। किसान को पोर्टल पर क्रय केंद्र चुनने का विकल्प भी दिया गया है। जैसा कि राज्य में चना एवं सरसों की खरीद के लिए 25 मार्च से ऑनलाइन पंजीयन शुरू कर दिए गए है। किसान अपना पंजीयन ई-मित्र केंद्र या संबंधित खरीद केन्द्र (ग्राम सेवा सहकारी समिति/क्रय विक्रय सहकारी समिति) से करा सकते हैं।

एमएसपी पर फसल बेचने के लिए पंजीयन हेतु आवश्यक दस्तावेज

पंजीकरण के लिए जनआधार कार्ड अनिवार्य है। जनआधार कार्ड में अंकित नामों से किसी भी नाम एवं जिस नाम से गिरदावरी होगी उसी के नाम से पंजीकरण मान्य होगा। पंजीकरण के दौरान किसान को भूमि संबंधी दस्तावेज व बैंक की पासबुक की फोटो कॉपी लगानी होगी। इसके अलावा पंजीयन कराने से पहले किसान नीचे दी गई बातों का भी ध्यान रखें ताकि एमएसपी पर उपज बेचने में कोई परेशानी नहीं हो।

  • किसान अपना मोबाइल नंबर आधार में लिंक करवा लें, ताकि समय रहते तुलाई दिनांक की सूचना प्राप्त हो सके।
  • किसान यह सुनिश्चित करें कि जनआधार कार्ड में अपने बैंक खाते नंबर को अद्यतन (अंकित) करें ताकि खाता संख्या एवं आई.एफ.एस.सी. कोड में यदि कोई विसंगति नहीं रहे ताकि भुगतान के समय परेशानी न हो।

किसानों को एसएमएस से दी जाएगी सूचना

गेहूं पंजीकरण करवाने के बाद तुलाई का दिन व खरीद की मात्रा संबंधित केंद्र पर लाने के लिए पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस से सूचना भेजी जाएगी। यदि किसान किसी कारण से निर्धारित दिनांक को क्रय केंद्र नहीं पहुंचता है तो वह आगामी 10 दिन के अंदर अपनी फसल कभी भी तुलवा सकता है। तुलाई के बाद रसीद की एक प्रति किसान को भी दी जाएगी।

सरसों का समर्थन मूल्य क्या है 2022?

इस तरह उसका न्यूनतम समर्थन मूल्य 5,500 से बढाकर 6 हजार कर दिया गया है। वहीं सरसों के लिए 400 रूपए प्रति क्विंटल वृद्धि पर सहमति दी गई है। वहीं कुसुम के लिए 209 रुपए प्रति क्विंटल, जबकि चने के लिए 105 और जौ के न्यूनतम समर्थन मूल्य में प्रति क्विंटल 100 रुपए की वृद्धि की गई है।

2022

रबी फसले न्यूनतम समर्थन मूल्य 2022-23.

राजस्थान में सरसों की एमएसपी रेट क्या है?

इस समय सरसों का एमएसपी (MSP) 5050 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि ऑनलाइन मंडी में इसका रेट 7,063 रुपये तक चल रहा है.

गेहूं का समर्थन मूल्य कितना है 2022?

गेहूं का मूल्य वर्ष 2022–23 में 2015 रूपये प्रति क्विंटल था जो 5.45 प्रतिशत की वृद्धि के साथ बढ़कर 2125 रूपये प्रति क्विंटल कर दिया है। जौ का MSP पिछले वर्ष 1635 रूपये प्रति क्विंटल था जो इस वर्ष 6.11 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1735 रुपए कर दिया है।