राजस्थान के राज्यपाल, भारत के राजस्थान राज्य के मुखिया होते है जो राज्य में भारत के राष्ट्रपति का प्रतिनिधित्व करते हैं। वर्तमान राज्यपाल भारतीय जनता पार्टी के कलराज मिश्र हैं। राज्यपाल का पद[संपादित करें]भारत का संविधान संघात्मक है। इसमें संघ तथा राज्यों के शासन के सम्बन्ध में प्रावधान किया गया है। संविधान के भाग 6 में राज्य शासन के लिए प्रावधान है। यह प्रावधान जम्मू-कश्मीर को छोड़कर सभी राज्यों के लिए लागू होता है। जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति के कारण उसके लिए अलग संविधान है। संघ की तरह राज्य की भी शासन पद्धति संसदीय है।अनुच्छेद-153 में राज्यपाल के पद का प्रावधान है। 'राज्य की कार्यपालिका का प्रमुख राज्यपाल'होता है,विधान मंडल का अभिन्न अंग होता है,राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति होता है।इसकी नियुक्ति केंद्रीय मंत्रिपरिषद की शिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा कि जाती है जो कि मंत्रिपरिषद की सलाह के अनुसार कार्य करता है। कुछ मामलों में राज्यपाल को विवेकाधिकार दिया गया है, ऐसे मामले में वह मंत्रिपरिषद की सलाह के बिना भी कार्य करता है। 7वां संविधान संशोधन 1956 द्वारा यह प्रावधान भी है कि एक ही व्यक्ति को एक से अधिक राज्यों का राज्यपाल नियुक्त किया जा सकता है लेकिन उसको वेतन (३.५० लाख) एक ही पद का मिलता है।सर्वाधिक कार्यकाल वाला राज्यपाल गुरुमुख निहाल सिंह हैं,प्रथम महिला राज्यपाल प्रतिभा देवी सिंह पाटिल हैं। दी जा रही सूची राजस्थान के पूर्णकालिक / कार्यवाहक राज्यपालों की है:- राजस्थान के राज्यपालों की सूची[संपादित करें]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]वर्तमान में राजस्थान के राज्यपाल कौन है 2022?वर्तमान राज्यपाल भारतीय जनता पार्टी के कलराज मिश्र हैं।
राजस्थान के राज्यपाल का नाम क्या है?कलराज मिश्रराजस्थान / गवर्नरnull
वर्तमान में राज्यपाल कौन है?9 2021 में गवर्नर कौन है? शक्तिकांत दास 2021 में गवर्नर हैं।
राजस्थान के प्रथम राज्यपाल कौन है?सरदार श्री गुरूमुख निहाल सिंह
राजस्थान के प्रथम राज्यपाल सरदार गुरूमुख निहाल सिंह ने रियासतों के पुनर्गठन के बाद 1 नवम्बर, 1956 को पदभार संभाला तथा 15 अप्रेल, 1962 तक इस पद पर आसीन रहे।
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