हाइलाइट्स Show
रोजाना हम सुब शाम की पूजा में दीपक जलाते हैं. किसी भी पूजा आराधना में बिना दीपक के पूजा उपासना संपन्न नहीं होती है. हम तीर्थ स्थानों पर जाते हैं तो दीपदान करते हैं. मंदिरों में रोजाना दीपक के जरिए ही भगवान की आरती और वंदना की जाती है. दीपक
जलाने का आध्यात्मिक महत्व- दीपक जलाने का शास्त्रीय विधान-
दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. साथ ही वास्तु दोष खत्म होता है. इसीलिए हमें घर में नियमित रूप से दीपक जलाना चाहिए. शास्त्रीय मान्यता है कि घी का दीपक हमेशा भगवान के समर्पण के लिए जलाते हैं. जबकि तेल का दीपक हमेशा हम अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए जलाते हैं. धातुओँ के
दीपक जलाने का विधान-
किस दिशा में जलाएं दीपक-
मन्नत का एक दीप जलाएं-
देव कृपा के लिए जलाएं दीपक-
पुराणों में दीप जलाने का तरीका- दीपदान की तिथियां-
दीपदान का विधान-
दीपक जलाने का मंत्र- दीपक जलाते समय इस मंत्र का उच्चारण करने से कई विशेष लाभ मिलते हैं. तो आप भी शास्त्रीय विधान से दीपदान कीजिए और अपने जीवन को प्रकाशित कर लीजिए. ये भी पढ़ें:
घर में रोज दिया जलाने से क्या होता है?अगर नियमित रूप से दीपक जलाया जाता है तो घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा सक्रिय रहती है। वास्तु दोष बढ़ाने वाली नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है। दीपक के धुएं से वातावरण में मौजूद हानिकारक सूक्ष्म कीटाणु भी नष्ट हो जाते हैं। दीपक अंधकार खत्म करता है और प्रकाश फैलाता है।
रात में दिया जलाने से क्या होता है?दीपक जलाने से सुख-समृद्धि का वास होता है और शांति की प्राप्ति होती है. शास्त्रों में भी दीपक जलाने के महत्व के बारे में बताया गया है. दिवाली के दिन यूं तो हर कोने में दीपक जलाया जाता है, लेकिन वास्तु नियमों के अनुसार दिवाली पर कुछ विशेष जगहों पर दीपक जलाना बेहद शुभ होता है.
सुबह कितने बजे दीपक जलाना चाहिए?पूजा जितनी जल्दी की जाए, उतना शुभ माना जाता है क्योंकि सुबह के समय ध्यान अच्छी तरह से केंद्रित होता है. पूजा के दौरान दीपक जलाने के लिए सर्वोत्तम समय सुबह 5 बजे से 10 बजे तक और शाम को 5 बजे से 7 बजे के बीच में जलाना शुभ है. दीपक पूर्व दिशा की ओर या उत्तर दिशा की ओर रखना शुभ माना जाता है.
दीपक कैसे चलाना चाहिए?कैसे जलाते हैं आप दीपक, ध्यान रखें, सही दिशा में होनी चाहिए दीपक.... दीपक की लौ पूर्व दिशा की ओर रखने से आयु में वृद्धि होती है।. दीपक की लौ पश्चिम दिशा की ओर रखने से दु:ख बढ़ता है।. दीपक की लौ उत्तर दिशा की ओर रखने से धनलाभ होता है।. दीपक की लौ दक्षिण दिशा की ओर रखने से हानि होती है।. |