रचनात्मक लेख क्या है? इसके मुख्य तत्व और केसे लिखते है? rachnatmak lekhan in hindiअनुक्रम Show
रचनात्मक लेख क्या है - रचना लेखनकिसी व्यक्ति विशेष द्वारा किसी विषय पर अपने ज्ञान के आधार पर किया गया नया वर्णन जिसमें कि उसके खुद के विचार होते हैं। और देखने में भी एक नई रचना का उतपन्न होने का भाव उत्पन्न होता है।वह रचनात्मक लेख कहलाता है। रचनात्मकता को ही सृजनात्मकता भी कहा जाता है। यह वह कल्पना है जो वैज्ञानिकों कवियों, लेखकों या उन व्यक्तियों के द्वारा कि जाती है जो उस विषय के बारे में ज्ञान रखते हो। यह व्यक्ति अपने आसपास के वातावरण से सीख कर किसी नई चीज की रचना करते हैं।
भूतकाल और वर्तमान में सैकड़ों हजारों लेखक कवि या साहित्यकार हुए हैं। जिन्होंने अपने ज्ञान को उजागर करते हुए लाखों नई रचनाएं की है। जो कि समाज में उनके creativity को भी बताती है। और आने वाली पीढ़ी को कई रचनाएं पढ़ने को मिली है। और आगे भी मिलती रहेगी। लिखने का सही तरीकाज्ञान की आवश्यकतासबसे पहले किसी भी चीज के बारे में लिखने से पहले हमें उसके बारे में ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है। जब हमें किसी विषय पर लिखने के लिए कहा जाए या हम खुद भी लिखना चाहे तो हमारे पास उस विषय के बारे में जितना अधिक ज्ञान होगा हम उसे उतने ही अच्छे प्रकार से लिख सकेंगे।नया विचार तुरंत लिखनाायदि कोई व्यक्ति किसी विषय पर किसी भी प्रकार की कोई रचना करना चाह रहा है। तो उसके लिए यह आवश्यक है, कि जैसे ही उसके मन में कोई नया विचार (विषय से संबंधित ) वह उसे एक जगह लिख ले कई बार हमारे मन में नए-नए विचार आते हैं। लेकिन हम किसी कारणवश उन्हें नोट नहीं कर पाते हैं। और जब उनकी जरूरत पड़ती है तब हमें वह विचार याद नही रह पाते हैं। या हम उन्हें भूल जाते हैं। किसी रचनाकार के लिए बेहतर यही है, कि वह अपने विचार को समय-समय पर लिखते रहे जिससे कि बाद में उनका उपयोग कर सकें।
रचनात्मक लेखन केसे लिखते हैंयह पूर्णत रचनाकार के ऊपर निर्भर करता है, कि वह क्या लिख रहा है। वह यदि काव्य की रचना कर रहा है तो यह उसे ही समझना पड़ेगा कि कैसे, किस तरह, किन जगहों पर कौन से शब्दों का उपयोग किया जाना चाहिए। जिससे कि काव्य की सुंदरता बड़े। यदि वह किसी कहानी या कुछ और रचना कर रहा है, तो यह उसी के ऊपर निर्भर करता है कि वह कैसे दूसरों को इसके प्रति आकर्षित कर सकता है। लोगों के लिए मजेदार रचना बना सकता है। नीचे दिए गए इसके तत्व को पढ़कर आप अच्छे से समझ सकते है। रचनात्मक लेखन के तत्वआमतौर पर रचनात्मकता को कई भागों में बांटा जा सकता है। उसी के अनुरूप उसके कई प्रकार के तत्व हो सकते हैं। लेकिन यहां आपको मुख्य रूप से पांच तत्व देखने को मिलेंगे। 1. काव्य रचनाइसके अंदर कवि अपनी ज्ञान शक्ति के अनुसार कविताओं, दोहे या पद की रचना करता है। इसका हमारे जीवन में बहुत उपयोग और महत्वपूर्णता भी है। कवि द्वारा इनमें ऐसे शब्दों का उपयोग किया जाता है जो पाठकों को काफी आकर्षित लगे। 2. कहानीकात्मक रचनाइसके अंतर्गत लेखक द्वारा कहानी की रचना की जाती है। लेखक द्वारा लघुकात्मक कहानियां या बड़े स्तर पर बड़ी बड़ी कहानियां का निर्माण किया जाता है। इन कहानियों के अंत में हमेशा कोई ना कोई शीर्षक या प्रेरणादायक सारांश अवश्य होता है। 3. अनुच्छेदकिसी एक विशेष विषय पर कम शब्दों में पूरी बात को इसके अन्तर्गत लिखा जाता है। आमतौर पर यह सिर्फ एक या दो परिग्राफ में समाहित होता है। 4. निबंधकिसी विषय पर संक्षिप्त रूप से लिखा गया लेख इसके अन्तर्गत आता है। निबंध के अंदर उस विषय के बारे में यह बताया जाता हैं- कि यह क्या है? इसके कितने प्रकार है? यह किस लिए उपयोगी है? इसकी क्या क्या हानिया हैं? 5. एकांकी नाटकहम अपने पाठयपुस्तक में ऐसे कई नाटक पड़ते है जो कि किन्ही दो चार लोगो के बीच होती है। इसमें किसी विषय को लेकर चर्चा की जाती है। 6.उपन्यासयह मन से कि गई कल्पना की लंबी कहानी होती है जो कि किसी घटना से सम्बन्धित होती हैं। आमतौर पर उपन्यास बहुत बढ़े बढ़े होते है। किसी व्यक्ति के उपर लिखी जाने वाली जीवनी को भी हम इसके अन्तर्गत रख सकते हैं। नीचे दिए कुछ विशेष तत्व जो कि रचनात्मक लेख के अन्तर्गत नहीं आते है
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रचनात्मक लेखन का उपयोग1. रचना करने के लिएआमतौर पर जब कोई लेखक, कवि या साहित्यकार किसी की रचना करते हैं, तो उनका उपयोग भविष्य में किया जाता है। लोग पिछले समय के बारे में जान पाते हैं। हमारे आस पास के वातावरण को समझ पाते है। हम वर्तमान समय में किसी विषय पर कितनी अच्छी अच्छी पुस्तके पढ़ सकते है। किसी भी विषय या ज्ञान को किसी भी माध्यम से समझ सकते हैं। और यह सब रचना की ही देन हैं। 2. छात्रों के लिएअत्यंत महत्वपूर्ण! कक्षा बारहवीं व इनसे ऊंचे लेवल के छात्रों को परीक्षा में अब हिंदी में रचनात्मक लेख लिखने के लिए आता है। इन विद्यार्थियों के लिए यह जानना अत्यंत आवश्यक है, कि आखिर रचनात्मक लेख केसे लिखा जाना चाहिए। और किसी तरह परीक्षा में अच्छे से अच्छे अंक हासिल किए जा सकते हैं। रचनात्मक लेख लिखने के कुछ विषय:-
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रचनात्मक लेखन के कितने तत्व होते हैं?सृजनात्मक लेखन को समझने से पहले सृजन शब्द का अर्थ समझना होगा। सृजन मतलब उत्पत्ति, जन्म, अविष्कार या उस लेखन के तथ्य कहीं न हों। जो लेखक की सिर्फ अपनी सोच हो। रचनात्मक लेखन चार प्रकार के होते हैं: वर्णनात्मक, वर्णनात्मक, कायल और कथात्मक।
रचनात्मक लेखन से क्या अभिप्राय है रचनात्मक साहित्य के तत्वों पर प्रकाश डालिए?रचनात्मक लेखन क्या हैं/परिभाषा: what is rachnatmak lekhan
किसी व्यक्ति द्वारा अपने ज्ञान के आधार पर ओर बिना किसी दूसरे की सहायता के किसी भी प्रकार का किया गया नया वर्णन जो कि काफी अलग हो ओर जिसकी रचना भी पहली बार हुई हो, रचनात्मक लेख कहलाता है ओर इसे, इस कार्य को करने कि विधि को रचनात्मक लेखन कहां जाता है।
रचनात्मक लेखन में क्या क्या आता है?इसे सुनेंरोकेंरचनात्मक लेखन में लेखक को विषय की पूरी जानकारी होती है। व उससे संबंधित तथ्यों को एकत्र करता है और उसको वह अपने शब्दों में लिखता है। वह उस विषय को कितनी रोचकता या नीरसता से लिखता है यह उसके लेखन पर निर्भर करेगा।
रचनात्मक लेखन क्या है इसके विभिन्न स्वरूप बताइए?रचनात्मक लेखन के लिए जरूरी है भाषा और विषय का ज्ञान। इसके साथ ही इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि वह लेखन किस वर्ग के लिए किया जा रहा है। फिल्मों और सीरियल में लिखने के लिए कहानी लिखने का तरीका विजुवल होना चाहिए, वहीं किसी विज्ञापन के लिए इसके कुछ सेकंडों में संप्रेषित होने की क्षमता रखने वाला होना चाहिए।
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