पृथ्वी तल से ऊपर जाने पर जी के मान पर क्या प्रभाव पड़ता है - prthvee tal se oopar jaane par jee ke maan par kya prabhaav padata hai

Solution : माना की पृथ्वी का द्रव्यमान M और त्रिज्या R है। पृथ्वी की सतह पर गुरुत्वीय त्वरण 'g' है। यदि इसके तल पर द्रव्यमान m का एक पिंड स्थित है, तब न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण नियम से इस पर लगने वाला गुरुत्व-बल `(GM_(e )m)/(R^(2))` होगा तथा यह पिंड के भार के बराबर होगा। अतः <br> `mg'=G(Mm)/(R^(2)) " " `...(1) <br> पृथ्वी की सतह से h ऊँचाई पर गुरुत्वीय त्वरण का मान यदि g' है, तब <br> `mg'=G(Mm)/((R+h)^(2)) " " `...(2) <br> समी (2 ) में समी (1 ) का भाग देने पर, <br> `(g')/(g)=(GM(R+h)^(2))/(GM//R^(2))` <br> `rArr (g')/(g)=(GM)/((R+h)^(2))xx(R^(2))/(GM)` <br> `rArr (g')/(g) = (R^(2))/(R^(2)(1+(h)/(R))^(2))=(1+(h)/(R ))^(-2)` <br> `rArr (g')/(g)=(1-(2h)/(R))` द्विपद प्रसार से <br> अर्थात g' का मान g से कम है।

हेलो दोस्तों मेरा सवाल दिया है कि पृथ्वी तल से ऊपर तथा नीचे जाने पर गुरुत्वीय त्वरण जी के मान में परिवर्तन की विवेचना कीजिए ठीक है तो सबसे पहले हम लोग लेते हैं पृथ्वी तल के ऊपर जाने पर क्या होगा गुरु चरण के मान में परिवर्तन कैसा होगा ठीक है ठीक है जो पृथ्वी तल के ऊपर जाने पर गुरु तो थोड़ा में परिवर्तन देखना तुम्हारी हमारी पृथ्वी है इसका निर्माण एमी है त्रिज्या आ रही है ठीक है अब मान लिया इससे हमारा कोई पिक भेजो है एच ओ साहिबा MP3 बिंदु पी पर है ठीक है तो जब हमारा पिंड माली पृथ्वी के तल पर था तो उस पर गुरुत्वीय बल क्या लगेगा गुरुत्वाकर्षण के नियम से उस पर जो गुरुत्व बल लगेगा वह जी आर ई स्क्वेअर लगेगा ठीक है यही ग्रुप क्या होगा उसके भार के बराबर होगा ठीक है यहां से जी की वैल्यू क्या जाएगी आपकी यहां से जी बराबर आपका आ जाएगा जी एम एम बेटा सॉरी एम कट जाएगा आरिका पुलिस को एमसीएम कट जाएगा हो जाएगा अगर मालूम हमारा कलपना रखी है सिंचाई पर रख दें तब हमारा ग्रुप ही तोड़ क्या होगा अगर उस

ऊंचाई पर रख दे तो उसको मार ले उसमें हमारा जी रहा है सो जाता है ग्रुप वितरण तो हमारा बाहर किया जाएगा एमजी ड्रेस बराबर उस समय हो जाएगा जी एम बिहारी का होली स्क्वायर ठीक है यह आपका ही नहीं रहेगा तो यहां से अब जब आप इसको निकाल लेंगे सर आ रही भी नहीं रहा अब ड्यूटी पर आ गया ना तो हो जाएगा आ रही प्लस सी का होल स्क्वायर हो जाएगा तेरे यहां तक की दूरी यहां से एमसीएम कैंसिल आउट कर दीजिए तो फिर यहां से जी क्या मिल जाएगा यहां पर यहां से अमित जी ड्रेस मिल जाएगा वह आपका कितना आएगा आएगा जी एम आई का हारी प्लस सी का होल स्क्वायर स्क्वायर का एक समीकरण दे दे और उसको समीकरण दो दे दो तो समय कर दो और एक को भाग देने पर क्या जाएगा समीकरण एक वादों से समीकरण 2 भाग्य समीकरण एक हिस्से में क्या मिलेगा या जाएगा जीरो बटा जी बराबर क्या जाएगा आपका यहां से भाग देंगे तो जी अमी जी अमी कट जाएगा

हां बच्चे का आपका एक बटा यहां पर बचेगा ऊपर बचेगा आर इ स्क्वायर और नीचे क्या बचेगा आपका आर ए प्लस बी का होल स्क्वायर ठीक है यहां से आ रही से अगर आप भाग देंगे आर स्क्वायर शेप एक बटा यहां पर आरिफ के अंदर आएगा यहां जाएगा 1 बटा 1 प्लस 1 बटा 8 बटा आ रही इस का होल स्क्वायर ठीक है यानी कि हमारा जो जीत है छा गया गुरू चितवन है सच्चाई पर हो क्या आएगा जी बटा यह हो जाएगा आपका भी है 9:00 नहीं है बटा 1 प्लस 8 बटा आर बी का होल स्क्वायर ठीक है यहां से इस समीकरण से क्या पता चल रहा है कि अगर हम पृथ्वी के तल से ऊपर जाएंगे तो क्योंकि देख रहे हैं कि हमारे एक्स का मान बढ़ाएंगे तो यह पूरी नीचे वाली बनेगी तो अगर हर में आप की वैल्यू बढ़ रही है तो इसको पूरा भाग देने पर अंश पूरा आपका कम होता चला जाएगा ठीक है इसका मतलब है कि जैसे-जैसे आफ एस्की वैल्यू बढ़ाएं मतलब पृथ्वी चल के ऊपर जाने पर हमारा गुरुत्वीय त्वरण का मान रखता है तो ये

राशि का पता चला कि पृथ्वी तल से इसका मतलब क्या होगा कि पृथ्वी तल से ऊपर जाने पर हमारा गुरुत्वीय त्वरण का मान घटता यहां से पता चला ठीक है अब हम आते हैं कि पृथ्वी तल से नीचे जाने पर गुरु चरण में क्या परिवर्तन होगा ठीक है तुमने चित्र बना लिया है तो मान लेते हैं हमारा पिंड हमारा भी यहां पर है जिसकी त्रिज्या हंस के आ जाएगी पृथ्वी की त्रिज्या गरारी यहां तक है तो यहां से लड़ाई पर है तो आरी माइनस हो जाएगा एम मालिया पिंड का दामाद है ठीक है तो हम जानते हैं कि जो किसी खोखले गोले कवच के भीतर जो है यह स्थिति हमारा तो उसके कारण इस पर जो बाहर वाले गोले का आकर्षण बल क्या होता है शुभ होता है तो इस पर आकर्षण बल केवल भीतरी वाली गोली की वजह से लगेगा ठीक है तो उस पर गोली का धर्म मान मान लेते हैं कर्म देश है जो हमारे गोला उसका धर्म आने में ड्रेस है तू ही क्या होगा गोली कादर मान बराबर हो जाएगा आयतन घनत्व ठीक है तो यहां से आयतन क्या होगा आइटम होगा 4 बटा 3 आई आर का क्योंकि का क्या होगा यहां पर आर - होगा जहां पर आ रही -

यहां से भीतर वाली गोली के लिए गुडे गाना तो रो-रो के आपका रोजो है पृथ्वी का घनत्व यहां पर ठीक है पृथ्वी का गाना तू है ठीक है तो यहां से हमें मिल गया अब यहां पर जो है यहां पर गुरुत्वाकर्षण बल लगेगा इस पर गुरुत्वाकर्षण के नियम से ठीक है भीतरी गोले के कारण हमारा अंदर की तरफ विद्रोह गोली कांड जो है पिंड पर आकर्षण बल क्या होगा हमारा यह बराबर जी एम ड एम बटा आर ए माइनस बी का होल स्क्वायर ठीक है अब एमडीएस का मान रख देंगे तो g&s क्या हो जाएगा 4 बटा 35 आर ए माइनस बी का होल क्यूब * 2 * 1 बटा आर ए माइनस बी का होल स्क्वायर 30318 जाएगा यह एक ऊपर बचेगा केवल ठीक तो यहां से अब इसको हल करेंगे हमारा जो बल का माना जाएगा वह आ जाएगा आपका 4 बटा 3:00 बजे यहां से यह 5gb बच गया और

के बचाव का आरी - एच बच गया और वह बचा एम बचा लो और हम बच गया ठीक है तो यह पिंड का जो गुरुत्व बल है हमारा वह किसके बराबर होगा उसके भार के बराबर होगा ठीक है जो कि एच गहराई पर है ठीक है अगर आए तो जो पिंड है कि आपका किसके बराबर हो जाएगा वहां पर माल लेते हैं अगर गुरप्रीत वर्जित है तो एमजी ड्रेस के बराबर होगा या नहीं यहां पर हमारा जो है या जाएगा इसको मार लेते हैं समीकरण है इसी तरह हम लोग मारे गए और पृथ्वी के तल पर रखा हो तो उसमें गुरुत्वीय त्वरण क्या होगा उसमें हमारा जो ग्रुप चित्रण एमजी = होगा वह 4 बटा 35 जी आर ई - इसकी जिम्मेदारी दी है रो एम ठीक है यह समीकरण 2 हो गया और एक और दो को अब हम लोग भाग लेते हैं तो दो 1 और 2 का भाग देंगे तो जी 10 बटा जी की बराबर किया जाएगा यहां से भाग देंगे तो यह आपका 4 बटा तीन भाई यह कट जाएगा ऊपर बचेगा आर ई - 8 और नीचे बचेगा आपका और बाकी सब कट जाएंगे यानी कि हमारा

यहां से अगर आरी से भाग देने लोग तो क्या हो जाएगा यहां से देखिए 1 - 1 बटा आ रही हो जाएगा यानी कि जी ड्रेस क्या हो जाएगा आपका जी 10 बराबर जी 1 - 8 बटा हार ठीक है तो यहां से क्या पता चल रहा है यहां से क्वेश्चन से देखे जो हमारा आया है एच आई पर हमारा शरियत गहराई पर गुरूर तोड़ के लिए यहां से अगर आप यहां सभी 10 का मान क्या होगा यहां से देखेंगे आप लोग अगर हम एक कमान कम करेंगे तो ऋण चिन्ह लगा यहां से मतलब हमारा जी के देश का मान भी कम हो गया ने की गहराई पर जाने पर भी हमारा गुरुत्वीय त्वरण का मान कम होगा जिसका मतलब यह होगा की गहराई पर जाने पर ठीक है तो यानी कि पृथ्वी तल से नीचे जाने पर गुरुत्वीय त्वरण का मान आपका घटता यहां से पता चला और एक चीज और देखें अगर हमारा पृथ्वी के केंद्र पर हम पहुंच जाएं जहां पर हमारा क्या होगा पृथ्वी की यंत्र पर एक जो बराबर हो जाएगा रही थी तब हमारा क्या होगा गुरुत्वीय त्वरण जी देश का मन का हो जाएगा आपका शुभ हो जाएगी यानी कि पृथ्वी के केंद्र पर हमारा गुरुत्वीय त्वरण का मान नीचे जाने पर सुन हो जाएगा एक चीज और ध्यान देना कि हमने देखा था

दोनों किस में ऊपर जाने पर भी हमारा गुड क्यों तोड़ कमान कम हो रहा है और नीचे जाने पर भी कम हो रहा है लेकिन अगर उनमें आप यह देखें कि अगर जो मूर्ति तोड़ में कमी कितनी आ रही तो जब हम ऊपर जाते हैं ऊंचाई पृथ्वी तल से ठीक है ऊपर जाने पर आपको क्या मिलेगा अब जी मांस - जी निकालेंगे तो इसका मनाएगा 2gh बटा आ रही थी कि गुड्डी तोड़ में कमी इतना आ रहा है और जब आप नीचे जाने पर निकालेंगे तो जी 10 - जी में जो कमी आएगी वो आएगी आपकी जीएच बटा आ रही मतलब इसमें कमी ज्यादा हो रही है इसमें कम करें मतलब ऊपर जाने पर ज्यादा कमी आएगी नीचे जाने पर कमाया कमाया यही हमें पूछा था कि इसकी विवेचना कीजिए कि हमने निकाल दिया कि दोनों में मान हमारा गुरुत्व त्वरण का मान कम हो रहा ठीक है थैंक यू

पृथ्वी तल से ऊपर जाने पर जी का मान क्या होता है?

इसका मान लगभग 9.81 m/s2होता है। (ध्यान रहे कि G एक अलग है; यह गुरूत्वीय नियतांक है।) g का मान पृथ्वी के विभिन्न स्थानों पर भिन्न-भिन्न होता है।

पृथ्वी की सतह से ऊपर जाने पर g के मान में क्या परिवर्तन होता है गणितीय गणना के आधार पर समझाइए?

इस बल के कारण जो त्वरण उत्पन्न होती है, उसे गुरुत्व जनित त्वरण (g) कहते हैं, जिनका मान 9.8 m/s^2 होता है. गुरुत्व जनित त्वरण (g) वस्तु के रूप, आकार, द्रव्यमान आदि पर निर्भर नहीं करता है. g के मान में परिवर्तन: i) पृथ्वी की सतह से ऊपर या नीचे जाने पर g का मान घटता है.

ऊपर जाने पर जी का मान क्या होता है?

इसका मान 6.67 x 10^(-11) m^3 kg^-1 s^-2 होता है । किसी अन्य ग्रह मे जाने पर भी इसका मान नहीं बदलता, पूरे यूनिवर्स मे इसका मान एक समान होता है इसलिए इसे सार्वत्रिक नियतांक कहा जाता है ।

गहराई में जाने पर गुरुत्वीय त्वरण के मान में क्या परिवर्तन होता है?

Solution : पृथ्वी की सतह से ऊपर जाने पर g के मान में कमी की दर `(h lt lt R)` सतह से नीचे जाने पर g के मन में कमी की दर के दोगुने के बराबर होती है।