विषयसूची व्यंग्य की क्या विशेषता है?इसे सुनेंरोकेंAnswer: व्यंग्य मूल रूप से एक लेखन तकनीक है जिसका उपयोग लेखकों द्वारा किसी व्यक्ति या किसी समाज में प्रचलित कुछ भ्रष्टाचार या बुरे व्यवहार के बारे में उल्लेख करने या इंगित करने के लिए किया जाता है। और व्यंग्य की विशेषता यह है कि यह सब कठोर शब्दों के प्रयोग के बिना विनम्र और हल्के तरीके से किया जाता है। व्यंग और व्यंग्य में कौन सा उचित है? इसे सुनेंरोकेंव्यंग्य साहित्य की एक विधा है जिसमें उपहास, मज़ाक (लुत्फ ) और इसी क्रम में आलोचना का प्रभाव रहता है। यूरोप में डिवाइन कॉमेडी, दांते की लैटिन में लिखी किताब को मध्यकालीन व्यंग्य का महत्वपूर्ण कार्य माना जाता है, जिसमें तत्कालीन व्यवस्था का मज़ाक उड़ाया गया था। व्यंग को मुहावरे मे व्यंग्यबाण कहा गया है। व्यंग्य का मूल उद्देश्य क्या होता है?इसे सुनेंरोकेंवस्तुतः व्यंग्य का मूल उद्देश्य व्यक्ति, वर्ग, विचारधारा, समाज या सामाजिक विसंगतियों पर कुठाराघात करना है। व्यंग्य साहित्य क्या है? इसे सुनेंरोकेंआज साहित्य में व्यंग्य विधा को स्वतंत्र विधा मान लिया गया है। समाज की विसंगतियों, भ्रष्टाचार, सामाजिक शोषण अथवा राजनीति के गिरते स्तर की घटनाओं पर अप्रत्यक्ष रूप से तंज या व्यंग्य किया जाता है। साधारण तथा लघु कथा की तरह संक्षेप में घटनाओं पर व्यंग्य होता है, जो हास्य नहीं कभी-कभी आक्रोश भी पैदा करता है। श्रेष्ठ व्यंग्य में कौन से गुण होते हैं?इसे सुनेंरोकेंव्यंग्य श्रेष्ठ साहित्य की जान है या यूं कह सकते हैं कि जो भी कहानियां, उपन्यास, कविता आदि साहित्यिक स्तर पर श्रेष्ठ मानी गई हैं, उनमें व्यंग्य की रोचक तथा शालीन भाषा का प्रयोग है। व्यंग्य सहृदय के भीतर संवेदना, आक्रोश एवं संतुष्टि का संचार करता है। जैसे कोई और हो एक व्यंग्य रचना है कैसे समझा कर लिखिए? इसे सुनेंरोकेंजैसे कोई प्रिया अपने प्रिय की किसी छेड़खानी से अतिशय प्रसन्न हो, उसे हटो, बड़े वो हो’ कहती परे धकेले! उस समय, सबके मन में एक ही इच्छा थी-काश हम भी बस होते। प्रसिद्ध व्यंग्यकार कौन है?इसे सुनेंरोकेंभारतीय आत्मा के नाम से प्रसिद्ध जिले के व्यंगकार हरिशंकर परसाई, माखनलाल चतुर्वेदी और कवि पंडित भवानी प्रसाद मिश्र ऐसे हिंदी साहित्यकार जिन्होंने कविता, लेख के माध्यम से ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद किया था। व्यंग्य से आप क्या समझते हैं भोलाराम का जीव व्यंग्य के उद्देश्य को समझाइये? इसे सुनेंरोकें’भोलाराम का जीव’ कहानी में व्यंग्य का मुख्य लक्ष्य सामाजिक और राजनीतिक व्यवस्था है। पर लेखक का उद्देश्य केवल इतना ही नहीं है। उसका उद्देश्य व्यंग्य को मानवीय त्रासदी और करुणा तक ले जाना है और वह यह दिखाना चाहते है कि इस । व्यवस्था में मनुष्य की क्या हालत हो चुकी है। व्यंग्य विधा के प्रमुख रचनाकार कौन है?इसे सुनेंरोकेंहिन्दी-साहित्य में व्यंग्य विधा के प्रमुख निर्माताओं में हरीशंकर परसाई का नाम लिया जाता है, यह निश्चित ही उन समीक्षकों के कारण नहीं, जो परसाई को लेखक ही नहीं मानते। परसाई ने उन समीक्षकों की उपेक्षा कर बुरा नहीं किया। व्यंग्य-विधा के विकास में राजनीति की भूमिका और भी स्पष्ट हो जाती है। |