पृथ्वी की तीसरी परत कौन सी है? - prthvee kee teesaree parat kaun see hai?

हेलो स्टूडेंट्स आज का जो हमारा प्रश्न है वह है कि पृथ्वी की कितनी परते हैं चित्र बनाकर के उनके नाम लिखो तो पृथ्वी की परतों को जानने के लिए हमें पृथ्वी की संरचना को समझना पड़ेगा कि से समझना पड़ेगा पृथ्वी की संरचना पृथ्वी की संरचना को देखें तो पृथ्वी की संरचना को मुख्य रूप से यानी पृथ्वी को तीन मुख्य भागों में या तीन वर्गों में बांटा गया है इन तीन परतों में जो आपकी टीम पढ़ते हैं उसमें एक तो है आपकी भूपर्पटी दूसरी पर आती है आपके वह कहलाते हैं बार-बार क्या कहलाते हैं पर वार और तीसरी जो परत है आपके परिवार के बाद वह कहलाते हैं आपके क्रोध अशोक रोड है

यह भी आपके दो भागों में बटा हुआ है एक भाग कहलाता है आंतरिक क्रोड और दूसरा भाग कहलाता है आपका बाय हक रोड चले इस पृथ्वी की संरचना को हम चित्र के माध्यम से समझने का प्रयास करते हैं अगर आप ध्यान से देखें तो यह आपका पृथ्वी की संरचना दिखेगी आपको अभी मुख्य रूप से तीन परतें आपको यहां दिखाई देंगे सबसे ऊपर वाली जो फर्क है इसे कहा जाता है भूपर्पटी क्या कहते हैं इसे हम भूख पर बैठे इसके बाद ठीक नीचे इसके यह सबसे पतली परत होती है भूपर्पटी उसके बाद नीचे वाली जो भरते हैं इसको हम फ्लावर या आप इसे मेंटल कह सकते हैं क्या क्या सकते हैं मेंटल अब यह जो दो पढ़ते हैं आपको दिखाई दे रहे हैं यह वाली और यह वाली इन दोनों बातों को हम करोड कहते हैं तो जो बाहरवाली

पर है इसे हम बाहर करोड कहते हैं जबकि जो अंदर वाली जो पर्थ है इसे हम आंतरिक रोड कहते हैं तो आपके जो पृथ्वी हैं उसमें वह मुख्य रूप से कितनी पढ़ते हो गई फिल्म पढ़ते होंगे यह दोनों जो पढ़ते हैं आपके दिख रहे हैं यह दोनों आपके पति क्या कहलाएंगे करोड ही कहलाएंगे तो मुख्य रूप से आपके तीन भरते होंगे कौन-कौन से एक पर तो तो आपकी हो गई भूपर्पटी ठीक है एक बार हो गई आपकी भूपर्पटी दूसरी परत हो गई आपके परिवार या मेंटल आप कह सकते हैं इसे यह प्रभार आप कह सकते हैं कि आप क्या कह सकते हैं मेंटल तीसरी पर तो आपकी वह हो गई आपकी तीसरी पर्थ हो गई यह कहलाते हैं आपके क्रोध क्या क्या लाएगी करोड धन्यवाद

हेलो फ्रेंड रोशनी है पृथ्वी को कितने वर्गों में बांटा गया है यह हमें बताना है ठीक है तो दोस्तों जो पृथ्वी होती है उसे मुख्यता यासीन परत में बांटा गया कितनी परत में तीन परत में बांटा गया है ठीक है तो दो तीन परतें कौन-कौन सी है पहली परत होती है भूपर्पटी दूसरी परत होती है मेंटल और तीसरी परत होती है क्रोध यह तीनों परतें होती है भूपर्पटी तो है दोस्तों यह सबसे बाहरी परत कहलाती है पृथ्वी की ओर से ठोस पदार्थ पाए जाते मेंटल विच वालिया मध्य प्रद कहलाती है और इसमें पाए जाते हैं semi-solid यानी कि अर्ध ठोस ठीक है और उसके बाद जो करोड होती है उस रोड का करोड मध्य सबसे मध्य की सबसे निचली परत होती है लेकिन इसका बाय भाग

सरल होता है और आंतरिक भाग सबसे आंतरिक परत हम कह सकते हैं जिसमें भी 2 भाग होते हैं आंतरिक भाग होता है इसका ठोस तो दोस्तों यहां पर यह तीन मुख्य परते होती है हमने बताया जिसमें की भूपर्पटी सब से बाहर होती है इसे हम पहली परत मेंटल बीच में और तीसरे नंबर पर होती है करोड और इनमें जो है पदार्थों के अनुसार इन में बांटा गया है ऊपर बाटी में ठोस होते हैं मेंटल में अर्ध ठोस और करोड में तरल और ठोस दोनों होते हैं आशा करते हैं आपको प्रश्न का उत्तर समझ आया होगा वीडियो को देखने के लिए धन्यवाद

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पृथ्वी की तीसरी परत कौन सी है? - prthvee kee teesaree parat kaun see hai?

वायुमंडल की परत (Layers Of Atmosphere):

वायुमंडल की परतें क्या हैं? हमारे वायुमंडल में क्या है? वायुमंडल गैस का एक मोटा आवरण होता है, जो पृथ्वी के चारो ओर है और पृथ्वी की सतह से हजारों मील ऊपर फैला है। पृथ्वी पर अधिकांश जीवन, हमारे आस-पास के वायुमंडल के कारण है। वास्तव में, वायुमंडल पृथ्वी की स्थलाकृति, वनस्पति, मिट्टी और जलवायु को कई तरह से प्रभावित करता है। पृथ्वी के वायुमंडल में कुल पाँच परतें हैं। इस पोस्ट में संरचना के साथ वायुमंडल के परतों के बारे में जानकारी दी गयी हैं।

वायुमंडल की संरचना (Composition of the Atmosphere):

क्या आप जानते हैं कि वायुमंडल पृथ्वी पर जीवित जीवन के लिए जिम्मेदार कई गैसों का मिश्रण है? इसमें भारी मात्रा में ठोस और द्रव के कण होते हैं, जिन्हें सामूहिक रूप से एरोसोल के रूप में जाना जाता है। शुद्ध शुष्क हवा में मुख्य रूप से नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, आर्गन, कार्बन डाइऑक्साइड, हाइड्रोजन, हीलियम और ओजोन होते हैं। इसके अलावा, जल वाष्प, धूल के कण, धुआं, लवण आदि भी वायुमंडल में मौजूद होते हैं।

पृथ्वी की तीसरी परत कौन सी है? - prthvee kee teesaree parat kaun see hai?

वायुमंडल के निम्नलिखित संघटक है:

  • नाइट्रोजन (78.09%),
  • ऑक्सीजन (20.95%),
  • आर्गन(0.93%),
  • अन्य गैस(0.03%)
  • वायु दाब

वायु दाब(Air pressure):

  • वायुमंडल की परतों में ऊपर जाते ही दाब तेजी से कम होता है। वायु का दबाव आमतौर पर समुद्र स्तर पर सबसे अधिक होता है और ऊंचाई के साथ घटता जाता है।
  • जब उच्च तापमान वाले क्षेत्र गर्म हो जाते हैं, तो कम दाब वाला क्षेत्र बनाया जाता है। कम दाब, बादल वाले आकाश और आर्द्र मौसम से जुड़ा हुआ है।
  • न्यूनतम तापमान वाले क्षेत्रों में ठंडी हवा होती है। भारी हवा मंद होती है और एक उच्च दाब क्षेत्र बनाती है। उच्च दाब, स्पष्ट और सूर्य निकले आकाश के साथ जुड़ा हुआ है।

वायुमंडल की परतें(Layers of Atmosphere):

हमारा वातावरण पृथ्वी की सतह से शुरू होने होकर पाँच परतों में विभाजित है। ये हैं क्षोभमण्डल(ट्रोपोस्फीयर), समतापमण्डल(स्ट्रैटोस्फियर), मध्यमण्डल(मेसोस्फीयर), तापमंडल(थर्मोस्फीयर) और बहिर्मंडल(एक्सोस्फीयर)।

क्षोभमण्डल (ट्रोपोस्फीयर):

  • यह वायुमंडल की सबसे निचली परत है।
  • यह ध्रुवों से 8 किलोमीटर की ऊंचाईऔर भूमध्य रेखा से 18 किलोमीटर तक फैली हुई है।
  • सभी मौसम की घटनाएं (जैसे कोहरे, बादल, ठंढ, बारिश, तूफान, आदि), क्षोभमण्डल तक ही सीमित हैं।
  • इस परत में ऊंचाई के साथ तापमान लगभग 6.5 ° प्रति 1000 मीटर की दर से घटता जाता है, जिसे सामान्यतः गिरावट की दर(Lapse rate) कहा जाता है।
  • क्षोभमंडल की ऊपरी सीमा को ट्रोपोपॉज़ कहा जाता है जो लगभग 1.5 किमी का होता है।
  • धूल के कण, जल वाष्प और अन्य अशुद्धियाँ यहीं पाई जाती हैं
  • यह परत पृथ्वी को गर्म रखता है क्योंकि यह पृथ्वी की सतह द्वारा घनीभूत और वायुमंडल की सबसे निचली परत होने के कारण अधिकतम गर्मी को अवशोषित करता है।
  • हम जिस हवा में सांस लेते हैं, वह यहीं मौजूद होता है।
  • ट्रोपोपॉज़ – यह वह परत है, जो समताप मंडल से क्षोभ मंडल को अलग करती है। क्षोभमंडल में, तापमान आमतौर पर ऊंचाई के साथ कम हो जाता है, जबकि ट्रोपोपॉज़ के ऊपर, तापमान कम नहीं होता है।

समतापमण्डल (स्ट्रैटोस्फियर):

  • स्ट्रैटोस्फियर प्रमुख मौसम की घटना से कम या ज्यादा रहित होता है, लेकिन निचले स्ट्रैटोस्फीयर में कमजोर हवाओं और पक्षाभ बादल का परिसंचरण होता है।
  • यह 50 किमी की ऊँचाई तक फैला हुआ है।
  • जेट विमान निचले समताप मंडल के माध्यम से उड़ान भरते हैं क्योंकि यह उड़ान के अनुकूल स्थिति प्रदान करता है।
  • ओजोन परत पृथ्वी की सतह से 15 से 35 किमी की ऊँचाई पर लगभग समताप मंडल के भीतर स्थित होता है।
  • ओजोन परत एक सुरक्षा कवच के रूप में काम करता है क्योंकि यह सौर विकिरण की अल्ट्रा-वॉयलेट किरणों को अवशोषित करता है।
  • ओजोन के अवक्षेपण के परिणामस्वरूप जमीन की सतह और निचले वायुमंडल के तापमान में वृद्धि होती है।
  • स्ट्रैटोस्फियर के आधार पर तापमान -60 डिग्री सेल्सियस से इसकी ऊपरी सीमा तक बढ़ जाता है क्योंकि यह अल्ट्रा-वॉयलेट किरणों को अवशोषित करता है।
  • स्ट्रैटोस्फियर की ऊपरी सीमा को स्ट्रैटोपॉज़ कहा जाता है।

मध्यमण्डल (मेसोस्फीयर)

  • यह वायुमंडल की तीसरी परत है और समताप मंडल के ऊपर स्थित होती है।
  • मध्यमण्डल 50-90 किमी की ऊंचाई तक फैला हुआ है।
  • ऊंचाई के साथ तापमान घटता जाता है। यह 80-90 किमी की ऊँचाई पर न्यूनतम -80 °C तक पहुँच जाता है।
  • यह वायुमंडल की सबसे ठंडी परत है।
  • ऊपरी सीमा को मेनपाउज़ कहा जाता है।
  • अंतरिक्ष से इसमें प्रवेश करने पर उल्कापिंड जलते हैं।

तापमंडल/आयनमंडल (थर्मोस्फीयर)

  • यह पृथ्वी की सतह से 80 किमी से 640 किमी ऊपर तक होता है।
  • इसे आयनोस्फियर(आयनमंडल) के रूप में भी जाना जाता है।
  • बढ़ती ऊंचाई के साथ तापमान तेजी से बढ़ता है।
  • यह एक विद्युत आवेशित परत है। यह परत सौर विकिरण और उपस्थित रसायनों के संपर्क के कारण उत्पन्न होती है, इसलिए यह सूर्यास्त के साथ गायब हो जाती है।
  • वास्तव में, पृथ्वी से प्रसारित रेडियो तरंगें इस परत द्वारा पृथ्वी से वापस परावर्तित होती हैं।
  • थर्मोस्फीयर में कई परतें होती हैं :-जैसे D-लेयर, E-लेयर, F-लेयर और G-लेयर।
  • पृथ्वी पर प्रसारित रेडियो तरंगें इन परतों द्वारा पृथ्वी पर वापस परावर्तित होती हैं।
  • इस परत में विद्युत आवेशित वायु होती है जो पृथ्वी को उल्कापिंडों को गिरने से बचाता है, क्योंकि इसमें वह अधिकांशतः जल जाता हैं।

 बहिर्मंडल (एक्सोस्फीयर)

  • यह आयनमंडल के ऊपर फैली वायुमंडल की सबसे ऊपरी परत है।
  • इसका घनत्व बहुत कम होता है और तापमान 5568 डिग्री सेल्सियस हो जाता है।
  • यह परत बाह्य अंतरिक्ष के साथ विलीन हो जाती है।
  • हीलियम और हाइड्रोजन जैसी हल्की गैसें यहां से अंतरिक्ष में तैरती हैं।
  • यह थर्मोस्फीयर के ऊपर 10,000 किमी (6,200 मील) तक फैला हुआ है।

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पृथ्वी की तीसरी परत कौन सी है? - prthvee kee teesaree parat kaun see hai?

पृथ्वी के तीन परत क्या है?

पृथ्वी के तीन परतों के नाम भूपर्पटी, भूप्रवार, और क्रोड़ है। पृथ्वी की सबसे ऊपरी परत एक ठोस परत है,, मध्यवर्ती परत अत्यधिक गाढ़ी परत है और बाह्य क्रोड तरल तथा आतंरिक क्रोड ठोस अवस्था में है।

वायुमंडल की तीसरी परत कौन सी है?

मध्यमण्डल यह वायुमंडल की तीसरी परत है जो समताप सीमा के ऊपर स्थित है। इसकी ऊंचाई लगभग 80 किलोमीटर तक है। अंतरिक्ष से आने वाले उल्का पिंड इसी परत में जलते है।

पृथ्वी की दूसरी परत कौन सी है?

Solution : पृथ्वी की दूसरी पर्त को मेंटल कहते हैं। यह सबसे मोटी पर्ती हैं गर्म पिघली चट्टानों से बनी है।

पृथ्वी कितनी परतों से बनी है?

तीन परतों में बंटी हुई है पृथ्वी पृथ्वी की आतंरिक संरचना कई परतों से बनी हुई है। सबसे ऊपरी परत भूपर्पटी एक ठोस परत है, मध्यवर्ती मैंटल अत्यधिक गाढ़ी परत है और बाह्य कोर (क्रोड) तरल तथा आतंरिक कोर ठोस अवस्था में है। पृथ्वी की आतंरिक संरचना को मुख्य रूप से तीन भागों में बांटा जाता है।