पाठिका थी वह धुंधले प्रकाश की l यहाँ पाठिका कौन है? - paathika thee vah dhundhale prakaash kee l yahaan paathika kaun hai?

उपर्युक्त काव्य पंक्तियों को पढ़कर हमारे मन में लड़की की जो छवि उभरती है वह कुछ इस प्रकार है

• लड़की अभी सयानी नहीं है।

• लड़की को दुनिया के उजले पक्ष की जानकारी तो है पर दूसरे पक्ष छल-कपट, शोषण आदि की जानकारी नहीं है।

• लड़की विवाह की सुखद कल्पना में खोई है।

• उसे केवल सुखों का अहसास है, दुखों का नहीं।

• उसे ससुराल की प्रतिकूल परिस्थितियों का ज्ञान नहीं है।

पाठिका थी वह धुंधले प्रकाश की यहाँ पाठिका कौन है?

Answer: (d) नववधू को जलाकर मार डालना। 'पाठिका थी वह धुंधले प्रकाश की' यहाँ पाठिका कौन है ? पाठिका लड़की को कहा गया है।

कन्यादान पाठ में पाठिका थी वह धुंधले प्रकाश की से कवि का क्या तात्पर्य है?

वह तो अज्ञान और अपनी छोटी के धुंधले प्रकाश में जीवन की कुछ तुकों और कुछ लयबद्‌ध पंक्तियों को पढ़ने वाली पाठिका है जो चुपचाप उन्हीं को पड़ती है। इन पंक्तियों में समाज में स्त्री की किस स्थिति की ओर संकेत किया गया है? कवि ने इन पंक्तियों में समाज में विवाहिता र्स्त्रो की बस् के रूप में स्थिति की ओर संकेत किया है।

पाठिका थी वह धुँधले प्रकाश की कुछ तुकों कुछ लयबद्ध पंक्तियों की इन पंक्तियों से क्या आशय निकलता है?

3. 'पातिका थी वह धुंधले प्रकाश की कुछ तुकों और कुछ लयबद्ध पंक्तियों की इन पंक्तियों को पढ़कर लड़की की जो छवि आपके सामने उभरकर आ रही है उसे शब्दबद्ध कीजिए। उत्तर:- कविता की इन पंक्तियों से लड़की की कुछ विशेषताओं पर प्रकाश पड़ता है।

कवि ने लड़की को ढूंढने प्रकाश की पार्टी का क्यों कहा है?

उसे दूसरों के द्वारा दी गई पीड़ाओं का कोई अहसास नहीं है। वह तो अज्ञान और अपनी छोटी के धुंधले प्रकाश में जीवन की कुछ तुकों और कुछ लयबद्‌ध पंक्तियों को पढ़ने वाली पाठिका है जो चुपचाप उन्हीं को पड़ती है।