Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 6 रक्त और हमारा शरीर Textbook Exercise Questions and Answers. Show
RBSE Class 7 Hindi Solutions Vasant Chapter 6 रक्त और हमारा शरीरRBSE Class 7 Hindi रक्त और हमारा शरीर Textbook Questions and Answersपाठ से - प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न
3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. पाठ से आगे - प्रश्न 1. प्रश्न 2. भाषा की बात - प्रश्न 1. (ख) इन प्रयोगों को पढ़िये इन वाक्यों में होते-होते' की तरह 'किनारे-किनारे' और 'दूर-दूर' शब्द दोहराए गए हैं। पर हर वाक्य में अर्थ भिन्न है। किनारे-किनारे का अर्थ है-किनारे से लगा हुआ और दूर-दूर का-बहुत दूर तक। आप भी निम्नलिखित शब्दों का प्रयोग करते हुए वाक्य बनाइए और उनके अर्थ लिखिएठीक-ठीक, घड़ी-घड़ी, कहीं-कहीं, घर-घर, क्या-क्या। प्रश्न 2. RBSE Class 7 Hindi रक्त और हमारा शरीर Important Questions and Answersप्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. रिक्त स्थानों की पूर्ति - प्रश्न 5. अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न - प्रश्न 6. प्रश्न 7. प्रश्न 8. प्रश्न 9. प्रश्न 10. प्रश्न 11. प्रश्न 12. लघूत्तरात्मक प्रश्न - प्रश्न 13. प्रश्न 14. प्रश्न 15. प्रश्न 16. निबन्धात्मक प्रश्न - प्रश्न 17. प्रश्न 18. गद्यांश पर आधारित प्रश्न - प्रश्न 19. 1. फिर बोलीं,"अनिल, देखने में रक्त लाल द्रव के समान दिखता है, किंतु इसे सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखें तो यह भानुमती के पिटारे से कम नहीं। मोटे तौर पर इसके दो भाग होते हैं। एक भाग वह जो तरल है, जिसे हम प्लाज्मा कहते हैं। दूसरा, वह जिसमें छोटे-बड़े कई तरह के कण होते हैं कुछ लाल, कुछ सफ़ेद और कुछ ऐसे जिनका कोई रंग नहीं, जिन्हें बिंबाणु (प्लेटलैट कण) कहते हैं। ये कण प्लाज्मा में तैरते रहते हैं।" । प्रश्न : 2. "लाल कण बनावट में बालूशाही की तरह ही होते हैं। गोल और दोनों तरफ़ अवतल, यानी बीच में दबे हुए। रक्त की एक बूंद में इनकी संख्या लाखों में होती है। यदि हम एक मिलीलीटर रक्त लें तो उसमें हमें चालीस से पचपन लाख कण मिलेंगे। इनके कारण ही हमें रक्त लाल रंग का नजर आता है। ये कण शरीर के लिए दिनरात काम करते हैं। साँस लेने पर साफ़ हवा से जो ऑक्सीजन तुम प्राप्त करते हो उसे शरीर के हर हिस्से में पहुँचाने का काम इन कणों का ही है। प्रश्न : 3. यों तो एनीमिया बहुत से कारणों से हो सकता है, किंतु हमारे देश में इसका सबसे बड़ा कारण पौष्टिक आहार की कमी है। इसके अलावा इस रोग का एक और बड़ा कारण है पेट में कीड़ों का हो जाना। ये कीड़े प्रायः दूषित जल और खाद्य पदार्थों द्वारा हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं। अतः इनसे बचने के लिए यह आवश्यक है कि हम पूरी सफ़ाई से बनाए गए खाद्य पदार्थ ही ग्रहण करें। भोजन करने से पूर्व अच्छी तरह से हाथ धो लें और साफ़ पानी ही पिएँ। प्रश्न 4. "नहीं, अभी तुम छोटे हो। अट्ठारह वर्ष से अधिक उम्र के स्वस्थ व्यक्ति ही रक्तदान कर सकते हैं। एक समय में उनसे लगभग 300 मिलीलीटर रक्त ही लिया जाता है। प्रायः यह समझा जाता है कि रक्तदान करने से कमजोरी हो जाएगी, किंतु यह विचार बिल्कुल निराधार है। हमारा शरीर इतना रक्त तो कुछ ही दिनों में बना लेता है। वैसे भी शरीर में लगभग पाँच लीटर खून होता है। इसमें से यदि कुछ रक्त किसी जरूरतमंद व्यक्ति के लिए जीवन-दान बन जाए तो इससे बड़ी बात क्या होगी!" प्रश्न : रक्त और हमारा शरीर Summary in Hindiपाठ-सार - यतीश अग्रवाल द्वारा रचित निबन्ध 'रक्त और हमारा शरीर' में यह बताया गया है कि रक्त हमारे : के लिए कितना आवश्यक है। रक्त में कौन-कौन से कण होते हैं। रक्त की कमी से होने वाली बीमारियाँ और 3 रोकथाम के उपायों के साथ ही रक्तदान करना किसी को जीवन-दान देना है। कठिन-शब्दार्थ :
ऐसे रक्त कणों को क्या कहा जाता है जिनका कोई रंग नहीं होता?मसलन कुछ लाल, कुछ सफ़ेद तो कुछ ऐसे हैं जिनका कोई रंग नहीं होता। इन्हीं कारणों से रक्त कण बिंबाणु कहलाते हैं। रक्त की एक बूंद में लाल रक्त कण लाखों की संख्या में विराजमान होते हैं। इसी कारण रक्त हमें लाल रंग दिखाई देता है।
रक्त और हमारा शरीर पाठ में सफेद कण को क्या कहा गया है?कुछ सफ़ेद और कुछ ऐसे जिनका कोई रंग नहीं, जिन्हें बिंबाणु (प्लेटलैट कण) कहते हैं। ये कण प्लाज़्मा में तैरते रहते हैं। "
खून के उस भाग को क्या कहते हैं जिसमें छोटे बड़े सभी तरह के कण होते हैं?" एनीमिया से आपका क्या मतलब है दीदी?" उसने पूछा । एक भाग वह जो तरल है, जिसे हम प्लाज्मा कहते हैं दूसरा वह जिसमें छोटे-बड़े कई तरह के कण होते हैं…. कुछ लाल, कुछ सफेद और कुछ ऐसे जिनका कोई रंग नहीं, जिन्हें बिम्बाणु (प्लेटलैट कण) कहते हैं। ये कण प्लाज्मा में तैरते रहते हैं।
हमारे शरीर में रक्त कणों का निर्माण कैसे होता है कक्षा 7?Solution. रक्त कणों का निर्माण हड्डियों के बीच के भाग मज्जा में होता है। मज्जा में ऐसे बहुत से कारखाने होते हैं जो रक्त कणों के निर्माण कार्य में लगे रहते हैं।
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