हिंदी न्यूज़ लाइफस्टाइल हेल्थपीरियड्स जितना कॉमन है व्हाइट डिस्चार्ज, प्रेग्नेंसी प्लान कर रही हैं तो जरूर जानें इससे जुड़ी बातें Show
पीरियड्स जितना कॉमन है व्हाइट डिस्चार्ज, प्रेग्नेंसी प्लान कर रही हैं तो जरूर जानें इससे जुड़ी बातेंमहिलाओं में वजाइनल डिस्चार्ज काफी कॉमन है, हालांकि ये हर महिला में ये अलग तरीके से दिखाई दे सकता है, जो पूरी तरह से होर्मोन पर डिपेंड करता है। यहां समझिए वजाइनल डिस्चार्ज से जुड़ी सभी जानकारी।Avantika Jainलाइव हिंदुस्तान,नई दिल्लीMon, 23 May 2022 05:18 PM Vaginal Discharge: वजाइना से सफेद डिस्चार्ज महिलाओं में काफी कॉमन है। लेकिन बहुत कम महिलाएं इसके बारे में जानती हैं। 13 से 14 साल की उम्र में शुरू होने वाला वजाइनल डिस्चार्ज मैनोपॉज तक होता है। अगर आप कंसीव करने की प्लानिंग कर रही हैं तो आपको जरूर इसके बारे में समझना चाहिए। यहां जानें क्या है वजाइनल डिस्चार्ज और ये क्यों क्यों होता है। वजाइनल डिस्चार्ज कई रंगों में होता है ऐसे में आप इस रिपोर्ट में जानिए कि आखिर किस रंग का डिस्चार्ज इमफेक्शन की ओर इशारा करता है।
ल्यूकोरिया यानि व्हाइट डिस्चार्ज औरतों में काफी कॉमन है, खासकर भारत और एशिया के दूसरे देशों में। इतना ज्यादा कॉमन होने के बावजूद महिलाओं को इसके बारे में काफी कम जानकारी होती है। प्रेग्नेंट महिला हो या फिर आप प्रेग्नेंट होना चाह रही हैं। टीनेजर हों या फिर मिड एज। हर मामले में वजाइनल डिस्चार्ज पर ध्यान देना जरूरी होता है। रिपोर्ट्स की मानें तो एक दिन में एक से पांच मिलीलिटर का डिस्चार्ज नॉर्मल होता है। हालांकि कंसिस्टेंसी अलग होती है और ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप पीरियड्स में आप कहां पर हैं। कभी ये बहुत पतला और कभी गाढ़ा हो सकता है। इसकी वजह सिर्फ एक है और वो है हॉर्मोन्स।
पीरियड्स के ठीक बाद एस्ट्रोजन का लेवल गिर जाता है क्योंकि अब शरीर के अंदर कोई एग है ही नहीं जो स्पर्म का इंतजार कर रहा हो। वजाइनल डिस्चार्ज ल्यूब्रिकेटिंग फ्लूयड की तरह काम करता है। लेकिन जब इसकी जरूरत ही नहीं तो डिस्चार्ज भी ना के बराबर ही होता है। जैसे-जैसे ओवयूलेशन नजदीक होता है। एस्ट्रोजजन का लेवल बढ़ जाता है और डिस्चार्ज भी। ये शरीर का कुदरती तरीका होता है जो आपको इंफेक्शन से बचाता है।
ओवयूलेशन वह समय है जब एग रिलीज होता है और इस दौरान ही आपके प्रेग्नेंट होने के चांस कुछ ज्यादा होते हैं। इस दौरान डिस्चार्ज कुछ एग व्हाइट की तरह दिखता है। यानी इस तरह के डिस्चार्ज को देख कर आप समझ सकते हैं कि आप अपने सबसे फर्टाइल विंडो में हैं। और स्पर्म अब आसानी से एग तक पहुंच सकता है। जब ये विंडो खत्म होती है तो एस्ट्रोजन का लेवल भी गिर जाता है और इसकी मात्रा कम हो जाती है और कंसीसटेंसी गाढ़ी और चिपचिपी हो जाती है।
फिर प्रेग्नेंसी में भी डिस्चार्च होता रहता है। कोख में पल रहे बच्चे को इंफेक्शन से बचाने के लिए वजाइना एक सेफ्टी शिल्ड बना लेती है । ऐसे में डिस्चार्ज की मात्रा बढ़ जाती है और ज्यादा एसिडिक भी हो जाता है। इसलिए अंडरवियर से स्मेल भी आ जाती है। इस दौरान इसका रंग भी बदल जाता है और फिर ये कुछ काले रंग का हो सकता है।
वजाइनल डिस्चार्ज से आपको इस बात की जानकारी भी होती है कि आपको इंफेक्शन हो गया है। पीला या हरे रंग का डिस्चार्ड अगर हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। इसी के साथ अगर डिस्चार्ज बहुत ज्यादा ग्रे या फिर गाढ़ा सफेद जिसमें ठक्के जमे हो तो ऐसा डिस्चार्ड इंफेक्शन की ओर इशारा करता है। इसके अलावा अगर पीरियड्स से ठीक पहले या फिर ठीक बाद में लाल या ब्राउन डिस्चार्ज हो तो चिंता की बात नहीं है। हालांकि अगर ऐसा किसी ओर समय होता है तो डॉक्टर के पास जाएं।
गर्भावस्था में योनि में से सफेद पानी निकलना(white discharge early pregnancy) आज हम इस विषय पर बात करेंगे| प्रेगनेंसी में सफेद पानी आना आम बात है परंतु इसे हमें नजरअंदाज भी नहीं करना चाहिए हम प्रेग्नेंटहै और यह जो सफेद पानी है वह निकलता ही रहता है और हमें डरने की कोई बात नहीं है| यदि आपको गर्भावस्था में सफेद पानी ज्यादा आ रहा है या सफेद पानी के साथ कोई भूरे रंग का तरल पदार्थ भी आ रहा है या अकेला सफेद पानी जो है वह ज्यादा आ रहा है और पेट दर्द हो रही है तो आप बिना किसी देरी के तुरंत डॉक्टर के पास पहुंचे और अपना इलाज करवाएं यदि आप घर पर रहते हैं तो आप की गर्भावस्थाको खतरा हो सकता है| आज मैं आपको प्रेगनेंसी में सफेद पानी की वजह क्या होती है इस सारे टॉपिक पर जानकारी दूंगी आर्टिकल ध्यान से पढ़ें| pregnancy me white discharge kab hota hai ? यह सभी प्रश्न हमारे दिमाग में उठते रहते हैं जैसे ही गर्भावस्था में चाहे वह पहली तिमाही हो दूसरी तिमाही तीसरी तिमाही हो हमारे योनि से जब यह तरल सफेद पानी निकलता है(watery discharge during early pregnancy) तो हम अपने बच्चे को लेकर चिंतित हो जाते जो भी महिलाएं पहली बार मां बनने वाली हैं उनके लिए एक्सपीरियंसनया होता है और वह बहुत जल्दी से घबरा जाती हैं| आपको घबराना बिल्कुल नहीं है क्योंकि यदि आप घबरा आएंगे तो इससे भी आपकी दोस्तों को खतरा हो सकता है| गर्भावस्था में सफेद पानी गिरने के कारण|Pregnancy Me Safed Pani Kyu Girta Haiमेरी प्यारी सहेलियों मैं भी एक छोटे बच्चे की मां हूं मेरे साथ भी बहुत ज्यादा कॉम्प्लिकेशंस हुई थी आप मेरे https://hindipregnancy.in/को पढ़ सकती हैं| हो सकता है इस वेबसाइट को पढ़कर आपकी गर्भावस्था से संबंधित कोई भी जानकारी हो जो आपको चाहिए हो उसका जवाब आपको मिल जाए| आराम का ना मिल पाना :मेरी प्यारी सहेलियों कई बार ऐसा होता है हम अभी प्रेग्नेंट हुए ही होते हैं और हमें पता नहीं होता है कि हम प्रेग्नेंट हैं और हम घर का सारा काम करते हैं अपनी जॉब पर भी जाते हैं यानी कि अपना पूरा ध्यान नहीं रख पाते हैं जिस कारण क्या हुआ अभी-अभी हमारा बच्चा जो है वह हमारे पेट में आया होता है और ज्यादा काम की वजह से हमारे बच्चेदानी पर असर पड़ता है और कई बार क्या होता है | गर्भावस्था में सफेद पानी आना शुरू हो जाता है एक बार ऐसा भी होता है कि साथ साथ में हमें सफेद पानी भी आ रहा होता है और हल्की हल्की हमारे पेट में दर्द भी हो रही होती है यदि के साथ भी कुछ ऐसा होता है तो बिल्कुल देरी ना करें और तुरंत अपने नजदीक के डॉक्टर के पास पहुंचे| क्योंकि कई बार यह सफेद पानी आना और पेट में दर्द होना अबॉर्शन की निशानी होता है| फिर भी आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है डॉक्टर आपको कोई अच्छी मेडिसिन से इंजेक्शन देंगे और आप स्वस्थ होकर एक अच्छे बच्चे को जन्म दे सकती हैं| संभोग करना: एक बार ऐसा होता है कि हम गर्भावस्था में होते हैं और हमें गर्भावस्था की जानकारी नहीं होती है या फिर हमें गर्भावस्था के बारे में पता भी होता है फिर भी हम आपस में संभोग करते हैं ज्यादा हिलने ढूंढने से भी क्या होता है हमारी योनि से सफेद पानी का आना गर्भावस्था में हो सकता है इसलिए जितना हो सके संभोग करने से बचें और ज्यादा से ज्यादा आराम करें यदि आपको सफेद पानी जो है वह लगातार आ रहा है उसमें थोड़ा बहुत ब्लड या फिर ब्राउन डिस्चार्ज भी हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर के साथ मिले घर पर बिल्कुल ना रहे हैं डॉक्टर जैसे ही आपको मेडिसिन से इंजेक्शन देखा आप तुरंत ठीक हो जाएंगे| यात्रा करना:जैसे ही गर्भावस्था होती है हम सोचते हैं हमारे शुरुआत के दिल ही तो है यदि हम कहीं आजादी लेंगे तो क्या होगा आजकल हमारा खाना-पीना इस तरह का हो गया है कि हमारा शरीर जो होता है वह ज्यादा तंदुरुस्त नहीं रहता है हमारे शरीर में कहीं ना कहीं कोई कमजोरी होती है जैसे ही यात्रा करते हैं यानी गाड़ी में आ जा रहे होते हैं तो अभी हमारी गर्भावस्था का शुरुआती टाइम होता है और जैसे ही हिलना डुलना ज्यादा रहता है हमारी योनि में से सफेद पानी का आना शुरू हो जाता है जो जोकि आपकी गर्भावस्था के लिए खतरा पैदा कर सकता है इतना ज्यादा हो सके आप यात्रा करने से बचें बाकी आपकी गर्भावस्था सही तरीके से चल सके| गर्भावस्था का शुरु होना:गर्भावस्था के दौरान, महिला का शरीर ज्यादा एस्ट्रोजन का उत्पादन करता है, जिस कारण सफेद स्राव बढ़ जाता है जैसे-जैसे गर्भ में शिशु का विकास होता है, तो उसके सिर से गर्भाशय ग्रीवा पर दबाव बढ़ता है, जिस कारण स्राव बढ़ने लगता है। ऐसा ज्यादातर गर्भावस्था के अंतिम चरण में होता है।गर्भावस्था के दौरान ग्रीवा और योनि की दीवार नरम हो जाती है, जिससे सफेद तरल निकलता है, जो योनि के जरिए होने वाले संक्रमण से बचाव करता है। फिर भी अगर आपको सफेद पानी ज्यादा आ रहा है तो आप जल्दी से डॉक्टर के पास जाए| अब हम आपको आगे बताएंगे कौन-कौन सी तिमाही में गर्भावस्था में सफेद पानी आ सकता है| पहली तिमाही में सफेद पानी आना/white discharge during pregnancy in first trimester :प्रेगनेंसी में सफेद पानी आना आम बात है फिर भी आपको इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए एक बार होता है कि गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में ही हमें सफेद पानी आना जो है वह शुरू हो जाता है | प्रेगनेंसी में सफेद पानी आने का कारण हमारे शरीर में हो रहे हार्मोन बदलाव के कारण भी हो सकता है| यदि यह सफेद पानी ज्यादा आ रहा है या हल्की दुर्गंध वाला है तो आप घर में ना रह कर तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर के साथ संपर्क करें| दूसरी तिमाही में सफेद पानी आना/white discharge during pregnancy in second trimester- कुछ गर्भवती महिलाओं को दूसरी तिमाही के दौरान सफेद पानी आना (white discharge during pregnancy in hindi) बंद हो जाता है और तीसरी तिमाही शुरू होते ही फिर से वापिस आने लगता है। यदि आपको बार-बार इस प्रकार से हो रहा है तो आप तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाएं और अच्छी दवाई ले| तीसरी तिमाही में सफेद पानी आना/white discharge during pregnancy in third trimester- प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में सफेद पानी आना (white discharge in pregnancy in hindi) सामान्य होता है, लेकिन अगर व्हाइट डिस्चार्ज की मात्रा ज्यादा है |तो आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। महत्वपूर्ण प्रश्न:
अधिक रक्त प्रवाह होने से शरीर की म्यूकस झिल्लियां उत्तेजित हो जाती हैं जिससे प्रेगनेंसी की शुरुआत और इसके दौरान वैजाइनल डिस्चार्ज अधिक होता है। योनि से सफेद पानी आने का मतलब है कि योनि से मृत कोशिकाएं बाहर निकल रही हैं और बर्थ कैनाल को संक्रमण से सुरक्षा मिल रही है। इससे योनि में बैक्टीरिया संतुलित रहता है।
फिर प्रेग्नेंसी में भी डिस्चार्च होता रहता है। कोख में पल रहे बच्चे को इंफेक्शन से बचाने के लिए वजाइना एक सेफ्टी शिल्ड बना लेती है । ऐसे में डिस्चार्ज की मात्रा बढ़ जाती है और ज्यादा एसिडिक भी हो जाता है। इसलिए अंडरवियर से स्मेल भी आ जाती है।
इससे शरीर कमजोर होता है और कमजोरी से श्वेत प्रदर बढ़ता है। इसके प्रभाव से हाथ-पैरों में दर्द, कमर में दर्द, पिंडलियों में खिंचाव, शरीर भारी रहना, चिड़चिड़ापन रहता है। इस रोग में स्त्री के योनि मार्ग से सफेद, चिपचिपा, गाढ़ा, बदबूदार स्राव होता है, इसे वेजाइनल डिस्चार्ज कहते हैं।
प्रेग्नेंसी के दौरान आमतौर पर ज्यादातर महिलाओं को वजाइना से डिस्चार्ज होता है जिसे ल्यूकोरिया कहते हैं। यह सफेद रंग का, बेहद पतला और थोड़ी सी गंध वाला होता है। इस तरह का डिस्चार्ज बिलकुल नॉर्मल है और इसे लेकर किसी तरह की परेशानी वाली बात नहीं है।
जब आप गर्भवती होती हैं, तो पहले से अधिक डिस्चार्ज होना सामान्य है। स्वस्थ योनि स्राव आमतौर पर पतला, स्पष्ट या दूधिया सफेद होता है , और इसमें अप्रिय गंध नहीं होनी चाहिए। महत्वपूर्ण जानकारी :यहां पर मैं आपको बताना चाहती हूं मेरी एक सहेली है| जो कि प्रेग्नेंट है जैसे ही वह प्रेग्नेंट हुई उसको हल्की-हल्की पेट दर्द होना शुरू हुआ और साथ में उसको सफेद पानी भी आया और उसकी पेट दर्द जो है वह नहीं जा रही थी तो उसको लेकर तुरंत डॉक्टर के पास पहुंचे डॉक्टर ने उसको कुछ इंजेक्शन और मेडिसन दी जिससे वह ठीक होगी, और उसको दोबारा यह प्रॉब्लम नहीं हुई तो मेरा मानना यही है यदि आपके साथ भी कुछ इस तरह की घटना होती है यदि आपको गर्भावस्था में सफेद पानी आता है तो आप उसे हल्के में ना ले कर तुरंत डॉक्टर के पास पहुंचे कोई भी घरेलू उपाय ना करने लगे ताकि आप सही समय पर उपचार अपनी गर्भावस्था को सुचारू रूप से चला सके| प्रेगनेंसी में सफेद पानी आने पर क्या क्या सावधानियां करनी चाहिए
आशा करती हूं आपको मेराpregnancy white discharge/गर्भावस्था में सफेद पानी आना का लेख पसंद आया होगा |यदि आपके मन में कोई भी किसी भी प्रकार का कुछ भी प्रशन है |आप नीचे कमेंटक्स में लिख सकते हैं |मेरे पास जितना भी अपना मां बनने का सफर है ,मैं आपके साथ जरूर सांझा करूंगी| मैं आपके लिए कामना करती हूं कि आप जल्दी ही एक स्वस्थ बच्चे की मां बन पाए| सफेद पानी आने से क्या नुकसान होता है?इससे शरीर कमजोर होता है और कमजोरी से श्वेत प्रदर बढ़ता है। इसके प्रभाव से हाथ-पैरों में दर्द, कमर में दर्द, पिंडलियों में खिंचाव, शरीर भारी रहना, चिड़चिड़ापन रहता है। इस रोग में स्त्री के योनि मार्ग से सफेद, चिपचिपा, गाढ़ा, बदबूदार स्राव होता है, इसे वेजाइनल डिस्चार्ज कहते हैं।
प्रेगनेंसी में सफेद पानी आता है तो क्या होता है?कई महिलाओं को यह पता नहीं होता है कि प्रेगनेंसी में वैजाइनल डिस्चार्ज होता है और ऐसा होने पर उन्हें चिंता होने लगती है जबकि गर्भावस्था में सफेद पानी आना नॉर्मल बात है। गर्भाशय ग्रीवा और वैजाइना में सफेद रंग का एक तरल बनता है जो कि शरीर से गंदगी को बाहर निकालने का काम करता है।
प्रेगनेंसी में सफेद पानी कितने महीने तक आता है?गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में वैजाइनल डिस्चार्ज बढ़ जाता है। सफेद रंग का गाढ़ा, चिपचिपा और गंधहीन डिस्चार्ज आना नॉर्मल बात है। गर्भावस्था की हर तिमाही में महिलाओं की योनि से सफेद पानी आता है।
सफेद पानी गिरने का क्या लक्षण है?लिकोरिया का लक्षण. कमजोरी महसूस करना. चक्कर आना. योनि में तेज खुजली होना. शरीर में भारीपन महसूस होना. बार-बार पेशाब लगना. भूख न लगना. जी मिचलाना. आंखों के सामने अंधेरा छाना. |