वर्ण परिचयमुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से Show नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ १. वर्णविचार
प्रस्ताविक जानकारी भाषा मे " कर्ता Subject", "कर्म Object" और " क्रिया Verb" इन को लेके वाक्य बनता है। कभी कर्म रहेगा कभी नहीं रहेगा। एक वाक्य लेते है। बालक पुस्तक पढ़ता है। इस वाक्य में बालक " कर्ता Subject" है, पुस्तक "कर्म Object" है और पढ़ता है " क्रिया Verb" है।
दूसरा एक वाक्य देखते है। = बालक हसता है। इस वाक्य में बालक “कर्ता Subject" है और "हसता है “क्रिया Verb" है परन्तु "कर्म Object" नहीं है।
तो हमने दो प्रकार की क्रियाएं देखीं ( १. ) ( सकर्मक) बालक पुस्तक पढ़ता है। और ( २. ) (अकर्मक) बालक हँसता है। कोई भी भाषा का अर्थ पूर्ण वाक्य बनने के लिए वाक्य में एक या एक से अधिक शब्द होते है। और इन शब्दों को तीन प्रकार से विभाजित किया है। वह – नाम, क्रिया और अव्यय है। इसमें से नाम और क्रिया सर्वनाम, विशेषण और क्रियाविशेषण में भी विभाजित हो सकते है यह उपयोग कर्ता के उपर निर्भर है।
शब्द Nouns - वाक्य में आया हुआ नाम व्यक्ति, स्थान, वस्तु, राष्ट्र, या गुणधर्म को सूचित कर्ता है।. नाम noun ही ऐसा शब्द है जो कर्ता, क्रिया और कर्म के रूप में उपयोग किया जाता है। इसी को संस्कृत में कर्तृपद, शब्द या नाम कहते है। नाम या शब्द सुबन्तपद और तद्धितपद में भी वर्गीकृत हो सकता है। सुबन्तपद लिंग वचन और विभक्ति को लेके इसका वर्गीकरण किया जाता है। यह शब्दरूप का उपयोग कुछ किसी को व्यक्त करने के लिए होता है। सुवन्तपद का अर्थ है जिसके अंत में सूप् प्रत्येय हो। प्रत्ययोंका संच है। नाम Nouns के तिन लिंग – पुंलिंग, स्त्रीलिंग, और नपुंसकलिंग तथा वचन- एकवचन, द्विवचन और बहुवचन साथ ही सात विभक्तियाँ भी होती है। हर शब्द या नाम अपना एक रूप होता है यह रूप लिंग, वचन और विभक्ति के अनुसार बनता है। जैसे बालक शब्द का रूप बालकः ) पुलिंग एकवचन प्रथमा विभक्ति) तद्धितपद = नाम को विशेष प्रत्यय बनता है इसका उपयोग कर्ता, विशेषण तथा अव्यय के जैसा होता है।
प्लुत स्वर संख्या में कितने होते हैं?प्लुत स्वर की संख्या नहीं होती है, अर्थात हिन्दी व्याकरण के स्वर वर्ण में यह नहीं होता है, लेकिन इसमें स्वर के ही गुण होते हैं। इसे लिखते समय (ऽ) से दर्शया जाता है।
प्लुत स्वर कौन कौन से हैं?Solution : जिन स्वरों के उच्चारण में दीर्घ स्वरों से भी अधिक समय लगता है, उन्हें प्लुत स्वर कहते हैं। प्रायः इनका प्रयोग दूर से बुलाने में किया जाता है। जैसे राऽऽम, ओऽम् आदि।
प्लुत क्या है?हिन्दीशब्दकोश में प्लुत की परिभाषा
टेढ़ी चाल । उछाल । ३. स्वर का एक भेद जो दीर्घ से भी बड़ा और तीन मात्रा का होता है ।
11 मात्राएँ कितने प्रकार के होते है?हिन्दी में 11 मात्राएँ होती हैं। अ ,आ ,इ ,ई उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ ,ओ और औ।
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