Show
बढ़ते संसांधन के कारण आलस्यपन और अव्यवस्थित खानपान बवासीर रोगियों की संख्या बढ़ाने में लगातार मदद कर रहे हैं। यही वजह है कि वयस्कों के साथ आज की युवा पीढ़ी भी इस दर्दनाक रोग की ओर खिंची चली आ रही है। बवासीर में गुदा क्षेत्र की नसों में सूजन के कारण मस्सों का निर्माण हो जाता है। ये मस्से सूजे हुए प्रतीत होते हैं, जिनमें रक्त अथवा पस भरा होता है। वक्त ढलने के साथ मस्सों का आकार भी बढ़ जाता है। यूं कहे तो बवासीर के ग्रेड में निरंतर वृद्धि होती रहती है। कई लोग बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने के लिए घरेलू उपचार आजमाते हैं, उनमें से कुछ लोगों में (ग्रेड 1 या उससे निचले स्तर का बवासीर होने पर) बवासीर के लक्षणों में कमी दिखाई देती है और कुछ लोगों को बिल्कुल भी लाभ नहीं होता है। कारण स्पष्ट है, घरेलू नुस्खे मस्से को हमेशा के लिए खत्म नहीं कर सकते हैं। पढ़ें- एक दिन में बवासीर के मस्से का जड़ से इलाज
बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने का उपाय क्या है?दवाइयाँअगर बात की जाए बवासीर को जड़ से खत्म करने की तो सर्जरी ही इसका सबसे अच्छा विकल्प है, लेकिन कुछ मामले ऐसे भी देखे गए हैं कि यदि बवासीर का ग्रेड कम है तो डॉक्टर निदान के बाद दवाइयों की सलाह देते हैं जो मस्सों के आकार को कम करते हैं और बवासीर को खत्म कर देते हैं। पढ़ें- बवासीर की पतंजलि दवा सर्जरीसर्जरी ही एकमात्र उपाय है जो बवासीर के मस्सों को जड़ से ख़त्म कर सकता है। लेकिन बवासीर की सर्जरी का चयन करते समय आपको अपनी चतुरता का इस्तेमाल करना चाहिए। पढ़ें- इंजेक्शन से बवासीर का इलाज आधुनिक तकनीक के कारण आज बवासीर का इलाज करने के लिए कई एडवांस तकनीकें उपलब्ध हैं। बवासीर का सर्जिकल उपचार विकल्प निम्नलिखित है:
उपचार के लिए आपको लेजर सर्जरी का चयन करना चाहिए। लेजर सर्जरी है पाइल्स के मस्से को जड़ से समाप्त करने का उपायबवासीर के दर्द भरे मस्से का गुदा क्षेत्र से परमानेंट सफाया करने के लिए लेजर सर्जरी सबसे अच्छा विकल्प है। घरेलू नुस्खे इसका परमानेंट इलाज नहीं कर सकते हैं। पढ़ें- बवासीर का ऑपरेशन कैसे होता है? आइये जानते हैं आखिर लेजर सर्जरी बवासीर का परमानेंट इलाज करने की सबसे अच्छी तकनीक क्यों है:
हमसे कराएं निदान और उपचारयदि आपके बवासीर का ग्रेड अधिक नहीं है तो हमारे डॉक्टर कुछ दवाइयों की सलाह दे सकते हैं जो मस्सों को सुखाने में मदद करेंगे। निदान के लिए हमारे पास एडवांस उपकरण हैं, जिससे बवासीर की गंभीरता का सही मूल्यांकन हो पाता है और उस अनुसार हमारे डॉक्टर सर्जरी या दवाओं के सेवन की सलाह देते हैं। पढ़ें- क्या पेशाब से बवासीर का इलाज हो सकता है? यदि सर्जरी की जरूरत पड़ती है तो हमारे अनुभवी गुदा रोग स्पेशलिस्ट लेजर प्रक्रिया का चयन करते हैं। प्रक्रिया के दौरान नवीनतम एवं एडवांस उपकरण का उपयोग होता है, जिससे प्रक्रिया के बाद दर्द और रिकवरी के दौरान जटिलताएं होने की संभावना बहुत कम अथवा न के बराबर होती है। बवासीर का उचित निदान और उपचार के लिए हम और हमारे अनुभवी डॉक्टर 30 से अधिक शहरों में विख्यात हैं। आप हमें फोन कर सकते हैं या अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं। पढ़ें- पाइल्स में क्या खाएं और क्या नहीं खाना चाहिए निष्कर्षदवाइयों से बवासीर का उपचार कराने में बहुत समय लगता है और उपचार के दौरान आपको अपने खानपान एवं रहनसहन में काफी संयम बरतने की जरूरत पड़ती है। यदि बवासीर का ग्रेड लेवल 1 से अधिक है तो दवाइयां काम नहीं करेंगी। इसलिए दवाओं का उपयोग करने से पहले आपको बवासीर का निदान (जाँच) के लिए डॉक्टर के पास जाना चाहिए। गुदा रोग विशेषज्ञ गुदा क्षेत्र की अच्छी तरह से जाँच करेंगे और सही उपचार की सलाह देंगे। बवासीर का जड़ से उपचार करने के लिए लेजर सर्जरी एक सुरक्षित विकल्प है। डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें| पाइल्स क्या है? इस बीमारी के कारणों के साथ जान लें लक्षण भीमोबाइल फोन का दखल जिंदगी में इतना बढ़ गया है कि हम हर जगह फोन को लेकर पहुंच जाते हैं।रात को सोने के समय भी हम फोन का इस्तेमाल करते रहते हैं।ऐसे में मोबाइल की वजह से हम कई बीमारियों के शिकार हो रहे...Pratima Jaiswalलाइव हिन्दुस्तान टीम ,नई दिल्ली Fri, 23 Jul 2021 10:17 AM मोबाइल फोन का दखल जिंदगी में इतना बढ़ गया है कि हम हर जगह फोन को लेकर पहुंच जाते हैं।रात को सोने के समय भी हम फोन का इस्तेमाल करते रहते हैं।ऐसे में मोबाइल की वजह से हम कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। हम में से कई लोग मोबाइल फोन को टॉयलेट में भी लेकर जाते हैं। वहां टॉयलेट सीट पर बैठकर मोबाइल का इस्तेमाल करने से पाइल्स यानी बवासीर जैसी बीमारी का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। पाइल्स क्या है? पाइल्स के कारण पाइल्स के लक्षण ये सावधानियां भी जरूरी बुखार, उल्टी और पेट में ऐंठन आदि इसके लक्षण हैं। ये संक्रमित लोगों के मल से फैलता है। एक ही बाल्टी या मग इस्तेमाल करने से भी ये फैलता है। वहीं, मोबाइल फोन का इस्तेमाल टॉयलेट में करने से न सिर्फ आपका समय भी खराब होता है बल्कि आपके मोबाइल में भी कई तरह के वायरस आ जाते हैं, जिससे इंफेक्शन फैलने का खतरा रहता है। यह भी पढ़ें : जानिए डायबिटीज के मरीजों के लिए क्या है बेहतर मटन या चिकन! मस्से को जड़ से खत्म कैसे करें?मस्से हटाने के लिए एक चम्मच बेकिंग सोडा में कुछ बूंदें कैस्टर ऑयल मिलाकर उसक पेस्ट तेयार कर लें। अब इस पेस्ट को मस्से पर लगाकर हल्के हाथों से मसाज करें। मस्से वाली जगह को एक घंटे बाद पानी से धो लें। एक महीने में आपको मस्सों की परेशानी से निजात मिल जाएगी।
मस्से किसकी कमी से होते हैं?मस्से त्वचा पर होने वाली वृद्धि है जो ह्यूमन पैपिलोमावायरस के कारण होती है। आमतौर पर, यह फटी हुई त्वचा पर होता है क्योंकि वायरस त्वचा की ऊपरी परत के माध्यम से आसानी से प्रवेश कर सकता है। संक्रमण के परिणामस्वरूप, त्वचा की ऊपरी परत तेजी से विकास का अनुभव करती है जिसके परिणामस्वरूप मस्सा कहा जाता है।
शरीर में मसा होने का कारण क्या है?मस्से विषाणु संक्रमण से पैदा होते हैं। प्रायः 'मानव पेपिल्लोमैविरस' नामक विषाणु की कोई प्रजाति इसका कारण होती है। लगभग दस प्रकार के मस्से होते हैं। मस्से संक्रमण (छुआछूत) से हो सकते हैं और शरीर में वहाँ प्रवेश करते हैं जहाँ त्वचा कटी-फटी हो।
मस्से दिखने में कैसे होते हैं?मस्से विभिन्न आकार-प्रकार या रंगों के हो सकते हैं। यह खुरदुरा या मुलायम भी हो सकता है। इसका रंग त्वचा के रंग का भूरा, गुलाबी या सफेद भी हो सकता है। हालांकि मस्से में दर्द नहीं होता लेकिन यदि ये ऐसे हिस्से में है जहां अक्सर दबाव पड़ता हो या वह हिस्सा मूवमेंट में रहता हो जैसे; पैर के तलुए, तो यह पीड़ायुक्त भी हो सकता है।
|