राजनीतिक विकास और राजनीतिक संस्कृति अगर आप यह 1st grade political science notes hindi में download करना चाहते है तो PDF Link इस page के अंत में उपलब्ध है। राजनीतिक विकास की प्रक्रिया को राज्य के अस्तित्व से ही प्रारंभ माना जाता है| राजनीतिक विकास अपने आप में लक्षय नहीं है, वह एक अनवरत प्रक्रिया है| पाई की दृष्टि में राजनीतिक विकास की दिशा का पहला कदम राष्ट्रवाद आधारित राज्य व्यवस्था का विकास करना था जो तभी संभव था जब आदर्श लोकतांत्रिक संस्कृति का
प्रसार धीरे-धीरे सभी देशों में हो जाए| राजनीतिक विकास- ल्यूसीयन पाई का दृष्टिकोण 2. औद्योगिक समाजों के लिए विशिष्ट राजनीति के रूप में राजनीतिक विकास- पाई इसे अस्वीकृत करते हुए कहते हैं कि इसमें उन शक्तियों जैसे कारकों की अवहेलना की गई है जो निहित स्वार्थों की प्रधानता के लिए खतरा बन सकते हैं| 3. राजनीतिक आधुनिकीकरण के रूप में राजनीतिक विकास- पाई के अनुसार इसकी अवहेलना की गई है कि पिछड़े और विकासशील देशों की अपनी ऐतिहासिक परंपराएं हैं जिन्हें वे हर चीज को पश्चिमी और आधुनिक का अनुकरण कर पाने की खातिर छोड़ने के लिए तैयार नहीं होंगे| 4. राष्ट्रीय राज्य के रूप में राजनीतिक विकास- राष्ट्रवाद राजनीतिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक शर्त तो है लेकिन यह कोई पर्याप्त शब्द नहीं है| 5. प्रशासकीय और वैज्ञानिक विकास के रूप में राजनीतिक विकास- प्रशासनिक और कानूनी व्यवस्था का गहरा संबंध है अतः प्रभावपूर्ण नौकरशाही की स्थापना आवश्यक है लेकिन पाई का मानना है कि यदि प्रशासन पर अधिक जोर दिया तो इससे राज्य व्यवस्था में असंतुलन पैदा हो जाएगा| 6. बहुसंख्यक जन समुदाय के योगदान के रूप में राजनीतिक विकास- पाई का मानना है कि ऐसे दृष्टिकोण से भ्रष्टाचारी ज़्नोततेजकों का प्रभाव बढ़ जाएगा| 7.लोकतंत्र के निर्माण के रूप में राजनीतिक विकास- विकास और लोकतंत्र को परस्पर आबद्ध और अभिन्न नहीं मारनना चाहिए क्योंकि यह दोनों भीन्न बातें हैं| क्षमता- राजनीतिक व्यवस्था का सामाजिक जीवन पर संतुलित नियंत्रण होना चाहिए, नियमों का कुशलता पूर्वक क्रियान्वयन होना चाहिए, राजनीतिक व्यवस्था को निरपेक्ष होना चाहिए| विभिन्नीकरण- राजनीतिक व्यवस्था के अंदर अनेक संरचनाओं के अस्तित्व की मौजूदगी, प्रत्येक संरचना के बीच कार्यों का प्रथकरण होना चाहिए| राजनीतिक संस्कृति- राजनीतिक संस्कृति की विशेषताएं- राजनीतिक संस्कृति
संबंधी आंमण्ड- वर्बा के विचार- आमंड- वर्बा का मत है कि लोकतांत्रिक प्रतिमान वाले सहभागी राज्य के पश्चिमी प्रतिमान को नवोदित देशों के संदर्भ में समझने के लिए केवल वयस्क मताधिकार, राजनीतिक दल और निर्वाचित विधायिका का अध्ययन करने से सही परिणाम नहीं आ सकता है| इन देशों की राजनीतिक संस्कृति का अध्ययन आवश्यक है| आमंड - वर्बा राजनीतिक संस्कृति को दो भागों में बांटते है- 1. अमिश्रित राजनीतिक संस्कृति- तीन प्रकार 2.मिश्रित राजनीतिक संस्कृति- 4 प्रकार महत्वपूर्ण प्रश्न राजनीतिक विकास क्या है? अ वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से विकासशील देश की राज्य व्यवस्था विकसित देश की विशेषताएं अर्जित कर लेती है 2. राजनीतिक विकास की अवधारणा का जन्म माना जाता है- 3. "aspect of political development" पुस्तक के लेखक कौन है? 4. निम्न में से राजनीतिक विकास के अध्ययनकर्ता है- 5. लुसियन पाई ने राजनीतिक विकास की निम्न में से विशेषताएं बताई है- 6. राजनीतिक विकास के साधन है- 7. राजनीतिक संस्कृति उपागम का प्रमुख गुण है- 8. ' राजनीतिक संस्कृति' किसका प्रतिबिंब है- 9. राजनीतिक संस्कृति- 10. निम्न में से किसने भारतीय संस्कृति का अध्ययन किया? सभी Video Classes की Link |