खाली पेट शुगर कैसे कंट्रोल करें? - khaalee pet shugar kaise kantrol karen?

खाली पेट में शुगर का लेवल 70 से 100 के बीच होना नॉर्मल है।

डायबिटीज जिंदगी भर साथ रहने वाली बीमारी है। इस बीमारी को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता सिर्फ इसे कंट्रोल में रखा जा सकता है। यह एक मेटाबॉलिक डिसॉर्डर है, जिसमें मरीज़ के शरीर में ब्लड में ग्लूकोज का स्तर बहुत ज्यादा रहता है। जब पैंक्रियाज पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता तो कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति ठीक से प्रतिक्रिया नहीं कर पाती हैं। इंसुलिन ठीक से नहीं बनने पर व्यक्ति के मेटाबॉलिज्म पर भी उसका असर पड़ता है।

डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। शुगर को कंट्रोल रखने के लिए डाइट पर कंट्रोल रखना बेहद जरूरी है। डायबिटीज के मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी सुबह-सुबह होती है। सुबह सवेरे उनकी शुगर का स्तर हाई रहता है। आप जानते हैं कि सुबह सवेरे शुगर हाई रहने का कारण क्या है और उसे कैसे कंट्रोल में रखा जाए।

आइए जानते हैं कि सुबह सवेरे डायबिटीज के मरीजों का शुगर इतना हाई क्यों होता है? खाली पेट डायबिटीज के मरीजों का शुगर कितना होना चाहिए और बढ़े हुए शुगर को कैसे कंट्रोल करें।

सुबह सवेरे शुगर बढ़ने का कारण: एक्सपर्ट के मुताबिक डायबिटीज के मरीजों की सुबह सवेरे शुगर बढ़ने का मुख्य कारण हार्मोन्स में बदलाव आना है। रात को सोते समय हॉर्मोन्स को कंट्रोल करने के लिए शरीर में अधिक मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन होता है जिसकी वजह से सुबह के समय ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है।

खाली पेट शुगर कितनी होनी चाहिए: खाली पेट में शुगर का लेवल 70 से 100 के बीच होना नॉर्मल है। खाना खाने के एक दम बाद ब्लड शुगर लेवल 170-200 तक नार्मल माना जाता है जबकि खाना खाने के 2-3 घंटे बाद ब्लड शुगर लेवल 120-140 mg/dl तक होना चाहिए।

शुगर कंट्रोल करने के उपाय:

  • डायबिटीज के मरीज ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल रखना चाहते हैं तो समय-समय पर शुगर को चेक करें ताकि आपको शुगर बढ़ने और घटने का अंदाज़ा रहें।
  • डायबिटीज के मरीज डाइट में हरी सब्जियों का सेवन करें।
  • डायबिटीज के मरीज शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो बॉडी को हाइड्रेट रखें। बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए पानी का सेवन अधिक करें।
  • सुबह डायबिटीज का स्तर हाई रहता है तो बॉडी को एक्टिव रखें आपकी शुगर कंट्रोल रहेगी। रोजाना वॉक करें।

Diabetes प्राचीन समय से इसबगोल का प्रयोग पेट संबंधी विकारों को दूर करने के लिए किया जाता है। वर्तमान समय में भी कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए लोग इसबगोल को पानी में मिलाकर पीने की सलाह देते हैं।

दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Diabetes: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो एक बार लग जाने के बाद जिंदगी भर साथ रहती है। यह बीमारी रक्त में शर्करा स्तर बढ़ने और अग्नाशय से इंसुलिन हार्मोन न निकलने के चलते होती है। इस स्थिति में पीड़ित व्यक्ति को बार बार पेशाब आता है। प्यास अधिक लगती है, शरीर में कमजोरी होती है। साथ ही वजन घटने लगता है। इसके अलावा, डायबिटीज के मरीजों को चीजें भी धुंधली दिखाई देने लगती है। वहीं, जख्म भरने में भी बहुत समय लगता है। इसके लिए डॉक्टर हमेशा डायबिटीज के मरीज को मीठे चीजों से दूरी बनाने की सलाह देते हैं। हालांकि, त्योहारों का सीजन चल रहा है। इस सीजन में लोग चाह कर भी मिठाई का सेवन कर लेते हैं। इससे शुगर बढ़ जाता है। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और इंस्टेंट शुगर कंट्रोल करना चाहते हैं, तो रोजाना सुबह में खाली पेट दूध के साथ इसबगोल मिलाकर सेवन करें। इससे इंस्टेंट शुगर कंट्रोल होता है। कई शोधों में दावा किया जा चुका है कि इसबगोल दूध न केवल डायबिटीज में बल्कि पेट संबंधी तकलीफों में भी मददगार साबित होता है। आइए, इसके बारे में सब कुछ जानते हैं-

इसबगोल

प्राचीन समय से इसबगोल का प्रयोग पेट संबंधी विकारों को दूर करने के लिए किया जाता है। वर्तमान समय में भी कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए लोग इसबगोल को पानी में मिलाकर पीने की सलाह देते हैं। दूध के साथ इसबगोल का सेवन अधिक फायदेमंद होता है। इसके सेवन से कब्ज की समस्या में बहुत जल्द आराम मिलता है। इसमें फाइबर कैल्शियम प्रोटीन और विटामिन आदि आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों में प्रभावी होते हैं। इसबगोल का पौधा बिल्कुल गेहूं की तरह दिखता है। इसके बीज के ऊपर इसबगोल होता है।

शुगर में फायदेमंद

हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो इसबगोल में जिलेटिन नामक आवश्यक पोषक तत्व पाया जाता है। यह पोषक तत्व शुगर कंट्रोल करने में मदद करता है। इसबगोल में डाइटरी फाइबर पाया जाता है, जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है। अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं, तो रोजाना इसबगोल दूध का सेवन कर सकते हैं। इसके सेवन से आपको बढ़ते वजन को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है। इसमें फाइबर पाया जाता है। इससे खाना देर से पचता है। साथ ही भूख कम लगती है। इस वजह से इसबगोल मधुमेह और मोटापा में दवा समान है। वहीं, कब्ज के लिए तो यह रामबाण उपाय हैं। इसबगोल दूध के सेवन से हृदय रोग का खतरा भी कम हो जाता है। इसके लिए रोजाना सुबह में खाली पेट एक गिलास दूध में एक चम्मच इसबगोल मिलाकर सेवन करें। आप चाहे तो सोने से पहले भी इसबगोल दूध का सेवन कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Edited By: Pravin Kumar

खाली पेट शुगर कैसे कम करे?

सुबह उठकर खाली पेट दो से तीन तुलसी की पत्ती चबाएं,या फिर आप चाहें तो तुलसी का रस भी पी सकते हैं । इससे आपका ब्लड शुगर नियंत्रण में आ जाएगा । तुलसी के सेवन के साथ में यदि आप शुगर को कम करने वाली दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो ध्यान रखें और डॉक्टर्स से परामर्श जरूर लें ।

शुगर में खाली पेट सुबह क्या खाना चाहिए?

शुगर में सुबह क्या खाना चाहिए- Foods to eat in diabetes at empty stomach in hindi.
अंकुरित मेथी-Sprouted Methi. अंकुरित मेथी डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद है। ... .
कच्चा पनीर-Cottage Cheese. ... .
ओट्स-Oats. ... .
चिया सीड्स-Chia seeds. ... .
मोरिंगा सूप-Moringa Soup..

खाली पेट शुगर ज्यादा क्यों आती है?

खाली पेट क्यों बढ़ता है ब्लड शुगर? दरअसल, खाली पेट ब्लड शुगर बढ़ने के पीछे हार्मोंन्स का खेल है, क्योंकि रात में सोते समय शरीर में हार्मोन्स को कंट्रोल करने के लिए ज्यादा मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन होता है. यही वजह है कि सुबह उठने के बाद शरीर में शुगर का लेवल बढ़ा हुआ महसूस होता है.

शुगर तुरंत कम करने के लिए क्या खाना चाहिए?

शुगर के मरीज को शुगर युक्त खाद्य पदार्थ, जंक फ़ूड, ज़्यादा तेल-मसाले, कैफीन युक्त खाद्य व पेय पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप सोच रहे हैं कि शुगर में क्या खाना चाहिए, तो बता दें कि आप फल जैसे- सेब, बेरीज, सब्जियां जैसे- ब्रोकली, पालक, बीन्स जैसे- राजमा, चना, आदि का सेवन कर सकते हैं।