खजूर (फीनिक्स डेक्टाइलेफेरा) एक ताड़ प्रजाति का वृक्ष है, जिसकी कृषि बड़े पैमाने पर इसके खाद्य फल के लिए की जाती है। चूँकि इसकी खेती बहुत पहले से हो रही है इसलिए इसका सटीक मूल स्थान तलाशना लगभग असंभव है, लेकिन जलवायु के परि इसकी अनुकूलता को देखते हुये कहा जा सकता है के इसका मूल शायद उत्तरी अफ्रीका के किसी नख़लिस्तान या शायद दक्षिण पश्चिम एशिया में है। यह एक मध्यम आकार का पेड़ है और इसकी ऊँचाई 15-25 मीटर तक होती है, अक्सर कई तने एक ही मूल (जड़) प्रणाली से जुडे़ होते हैं पर यह अक्सर अकेले भी बढ़ते हैं। Show
छुहारा और खजूर में अंतर | छुहारा की खेती कैसे होती है | छुहारा कहां से आता है | छुहारे का भाव | chhuhara ka ped | khajoor ka ped | pind khajur ka ped | पिंड खजूर का पेड़ | खजूर के पौधे कहां से मिलेंगे | छुहारा का पेड़ कैसा होता है | खजूर कितने रुपए किलो है | छुहारे का रेट क्या है भारतीय धरा पर छुआरा यानि खजूर फल की एक अलग ही पहचान है, देश के गर्म स्थानाओ पर फलता-फूलने की प्रकृति रखता है | सालभर खाने-पीने से लेकर त्योहारिक कामों, औषधीय-दवाइयों, सर्दी के मौषम की अच्छी खुराक के रूप मे काम आता है | छुहारा /खजूर मानव शरीर को कई प्रकार से लाभदायक है | तो आइए जानते है खजूर/ छुआरे से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी – Contents hide 1 छुहारा का पेड़ कैसा होता है ? 2 छुहारा और खजूर में अंतर ? 3 खजूर का अग्रेजी नाम – 4 खजूर के पौधे कहां से मिलेंगे ? 4.1 खजूर के पौधे की कीमत ? 5 खजूर / छुहारा की खेती कैसे होती है ? 6 खजूर के फायदे ? 7 भारत मे खजूर की खेती कहाँ होती है – छुहारा कहां से आता है ? 7.1 खजूर कितने रुपए किलो है ? छुहारे का रेट क्या है ? छुहारा का पेड़ कैसा होता है ?दिखने मे नारियल के पेड़ के समान लेकिन आम तोर पर इसके फल आने के बाद ही पहचान कर सकते है की ये खजूर का पेड़ है | नारियल के पेड़ की तुलना मे खजूर के पेड़ की ऊँचाई कम होती है जो 13-22 मीटर तक होती है | देश मे ज्यादातर खजूर का पेड़ जो गरम क्षेत्रों, समुद्र के किनारे या रेतीले मैदानों में उगता /पाया जाता हैं | खजूर का पक्का हुआ फल और तना बहुत मिठा होता है | शहतूत के पेड़ की देखभाल कैसे करें? छुहारा और खजूर में अंतर ?स्वाद के हिसाब से देखे तो छुहारा और खजूर अलग-अलग होते हैं | खजूर / पिंट खजूर खाने मे मुलायम और हल्के होते है, जबकि छुहारा पूर्ण सुखा और कम नमी वाला होता है | छुहाराखजूरयह फल का पूरी तरह सुखा रूप है जो लगभग- 1 साल तक खराब नहीं होताखजूर ज्यादा से ज्यादा 8 महीने तक ही ताजा रह पाता है |छुहारा मीठा कम और गुणकारी ज्यादा होता है |खजूर में छुहारा के मुकाबले अधिक नमी और मीठा ज्यादा होता है |छुहारा में खजूर के मुकाबले दोगुनी केलोरी /calories होती है |केलोरी /calories कम होती है |छुहारे को ज्यादातर सर्दियों मे चाय /दूध के साथ और खुराक के रूप मे खाया जाता है |खजूर को बिना पेय के खाया जाता है |यह इस फल का सुखा और पूर्ण पका रूप है | खजूर में नमी 5% से भी कम होती है |जबकि खजूर मे ज्यादा नमी रहती है |छुहारा का पेड़छुहारा और खजूर एक ही पेड़ के फल के फल है लेकिन तोड़ने का समय और कुछ अलग से तैयार किया जाता हैं | खजूर का अग्रेजी नाम –खजूर को इंग्लिश भाषा मे – Date / डेट कहते है | यह भी जरुर पढ़े…
खजूर के पौधे कहां से मिलेंगे ?मुख्य रूप से माना जाता है की खजूर सऊदी अरबीय देशों का मूल पौधा है, इसलिए अच्छी किस्म/वेरायटी के लिए देश मे ज्यादातर बाहरी देशों से इसकी पौध इंपोर्ट/मँगवाई जाती है | यही कोई खजूर को बड़े स्तर पर खेती करना चाहता है तो बड़ी नर्सरियों से अरब देशों से इंपोर्ट किया पौधा लगना उचित माना जाता है | अंगूर की बेल कैसे लगाए – अंगूर की बेल में कौन सी खाद डालें खजूर के पौधे की कीमत ?छोटे पौधों की कीमत की बात करें तो 200 से 400 रुपये से शुरू होते है ओर बड़े पौधों जो विदेश से मँगवाते है, उन खजूर के पौधे की कीमत 2000 से 4000 रुपये प्रति पौधा तक होती है | खजूर / छुहारा की खेती कैसे होती है ?खेती मुख्यतः शुष्क जलवायु वाले क्षेत्र जैसे दक्षिणी भारत के राज्य, रेगिस्तान के आसपास के इलाके | पौधे लगाने के समय 30 डिग्री के आसपास तापमान की जरूरत होती है, रेतीली खारी मिट्टी मे कम सिचाई पानी के साथ पेड़ लगाते है | इसकी खेती के लिए उपयुक्त क्षेत्रों के किसान भाई खजूर को खेती के रूप मे अपनाकर अच्छा-खासा मुनाफा कमा रहे है | कमल का पौधा कैसे लगाये – kamal ka podha kaise lagaye खजूर के फायदे ?खजूर का नाम लेते ही मुंह में मिठास-सी घूमने लगती है, खजूर खाने में जितना मीठा होता हैं, उससे ज्यादा गुणकारी भी है-
भारत मे खजूर की खेती कहाँ होती है – छुहारा कहां से आता है ?दुनिया का सबसे पुराना पेड़ माना जाता है – खजूर | खजूर उत्पादन / खेती सर्वोधिक सऊदी अरबीय देश, दक्षिण एशिया और उत्तरी अफ्रीका के गर्म इलाकों में होती है | भारत में बात करें तो मुख्यतया दक्षिण भारत के तमिलनाडु और केरला, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे राज्यो मे पाया जाता है और अच्छा उत्पादन लिया जाता है | छुहारा कहां से आता है- भारत देश को हर साल पाकिस्तान, सऊदी अरबीय देश, अरब और अफ्रीका, ईराकी छुहारे, खाड़ी देशो से खजूर का आयात करना पड़ता है | नारियल उगाने का तरीका / नारियल को अंकुरित कैसे करें खजूर कितने रुपए किलो है ? छुहारे का रेट क्या है ?विदेशों से आयातित खजूर की कीमत 30 से 600 रुपये प्रति किलो वैराइटियों के अनुसार आता है |भारतीय लोकल बाजार मे यह 150 से 2000 रुपये प्रति किलो के भाव से बिकता है | पिंड खजूर और खजूर में क्या अंतर है?खजूर की ताजी ताड़ी मीठी होती है और उससे गुड तथा सिरका भी बनाया जाता है । लगाए जानेवाले खजूर को पिंड खजूर कहते हैं ।
सबसे अच्छा खजूर कौन सा होता है?काले खजूर में उच्च मात्रा में कार्बोहाईड्रेट, प्रोटीन, विटामीन और खाद्य रेशांक होते हैं। उनमें तात्विक फ्लोरीन भी होता है जो दाँतो की सड़न से बचाने में मदद करता है। सेलेनियम, जो प्रतिरक्षी तंत्र को स्वस्थ रखता है और कैंसर से बचने में भी मदद करता है, यह खजूर में भी पाया जाता है।
पिंड खजूर को कैसे बनाया जाता है?डायटीशियन गरिमा के अनुसार पिंड खजूर में सेहत के लिए जरूरी कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। यह विटामिन बी, डाइट्री फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, आयरन, कॉपर और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों का बेहतरीन स्रोत है। जिससे यह न सिर्फ शरीर को जरूरी पोषण प्रदान करने में सहायक है, बल्कि अद्भुत फायदे भी प्रदान करता है।
छुहारे में और खजूर में क्या अंतर है?बता दें कि छुहारा और खजूर अलग-अलग होते हैं। खजूर में नमी ज्यादा होती है जबकि छुहारा कम नमी वाला होता है। यही कारण होता है छुहारे अधिक दिन तक चलते हैं। अगर खजूर की बात करें तो खजूर अगर हवा रहित कंटेनर में रखा जाए तो 8 महीने और फ्रिज में रखा जाए तो 1 साल तक खराब नहीं होता।
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