क्या लहसुन से यूरिक एसिड कम होता है? - kya lahasun se yoorik esid kam hota hai?

आपने वजन कम करने के लिए नींबू-शहद का फॉर्मूला तो जरूर अपनाया होगा. हो सकता है कि आपने ग्रीन टी का भी नुस्खा आजमाया हो लेकिन क्या आपने कभी खाली पेट लहसुन का उपाय करके देखा है?

खाली पेट लहसुन खाने के कई स्वास्थ्यवर्धक फायदे होते हैं लेकिन इसके बारे में पता कुछ ही लोगों को होता है. लहसुन एक चमत्कारी चीज है. इसमें कई तरह के औषधीय गुण होते हैं और अगर आप खाली पेट लहसुन का सेवन करते हैं तो आप इसके सारे फायदे पा सकते हैं.

आपको बता दें कि ये एक नेचुरल एंटी-बायोटिक है. ये कई तरह के संक्रमण को दूर करने में कागर होता है साथ ही इसमें हीलिंग का भी गुण होता है. ऐसे में अगर आप अब तक चाय के कप के साथ अपने दिन की शुरुआत करते आए हैं तो अब इस आदत को छोड़कर आगे बढ़िए और अपनाइए लहसुन.

1. पेट साफ करने के लिए
लहसुन में शरीर के विषाक्त पदार्थों को साफ करने का गुण होता है. साथ ही ये पेट में मौजूद बैक्टीरिया को भी दूर करने में मददगार होता है. खासतौर पर जब इसे खाली पेट खाया जाए.

2. नसों में झनझनाहट के लिए
कई रिपोर्ट में कहा गया है कि खाली पेट लहसुन का सेवन करने से नसों में झनझनाहट की समस्या दूर हो जाती है.

3. उच्च रक्तचाप की समस्या में राहत
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, जिन लोगों को उच्च रक्तचाप की समस्या है उनके लिए खाली पेट लहसुन का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है. ये ब्लड सर्कुलेशल को बढ़ाने का काम करता है. साथ ही दिल की सेहत के लिए भी लहसुन का सेवन करना फायदेमंद होता है.

4. कोलेस्ट्रॉल के लिए
अगर आप खाली पेट लहसुन का सेवन करते है तो इससे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी नियंत्रित करने में मदद मिलती है.

5. रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए
जी हां, लहसुन के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. इससे हमारा शरीर ज्यादा बेहतर तरीके से बीमारियों का सामना कर पाता है.

Foods to avoid in uric acid : आजकल डायबिटीज के बाद ज्यादातर लोगों में यूरिक एसिड की समस्या तेजी से बढ़ रही है। यूरिक एसिड एक गंभीर बीमारी है। जिस पर शुरुआत में ही अगर ध्यान ना दिया जाए तो आगे चलकर ये आपके लिए परेशानी का सबब बन जाती है। शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाने से व्यक्ति को गठिया, किडनी स्टोन और डायबिटीज जैसी कई समस्याएं भी परेशान करने लगती हैं। 

क्या है यूरिक एसिड-
यूरिक एसिड का ज्यादातर हिस्सा किडनियों के जरिए फिल्टर होता है, जो टॉयलेट के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है, लेकिन अगर यूरिक एसिड शरीर में ज्यादा बनने लगे या फिर किडनी उसे अच्छी तरह फिल्टर न कर पाए तो खून में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने लगता है। बढ़ा हुआ यूरिक एसिड या गाउट डिजीज एक तरह के गठिया की बीमारी है। जिसकी वजह से शरीर की मांसपेशियों में सूजन, दर्द महसूस होने लगता है। ये दर्द शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है।

यूरिक एसिड के लक्षण-
-सोते समय पैरों में जकड़न महसूस होना
-एड़ियों में सूजन आना
-पैरों और जोड़ों में दर्द
-बैठने और उठते समय एड़ियों में दर्द

यूरिक एसिड की समस्या होने पर न करें इन चीजों का सेवन-
किशमिश-

सेहत के लिए फायदेमंद माने जाने वाला किशमिश यूरिक एसिड के रोगियों की परेशानी को और बढ़ा सकता है। अगर आपका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है, तो भूलकर भी किशमिश का सेवन न करें।

दही -
यूरिक एसिड के रोगियों को दही का सेवन करने से भी बचना चाहिए। दही में मौजूद प्रोटीन और ट्रांस फैट शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को और ज्यादा बढ़ा सकते हैं। 

जंक फूड और ऑयली चीजें-
यूरिक एसिड बढ़ने पर सोया मिल्क, जंक फूड और ऑयली चीजों का सेवन बिल्कुल न करें। ये शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ाने का काम कर सकते हैं।

नॉनवेज -
अगर आपका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है तो नॉनवेज का सेवन न करें। नॉनवेज में प्यूरिन की मात्रा अधिक होती है जोकि शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ा सकती है। \

यह भी पढ़े : डाइजेशन से लेकर ब्रेन फंक्शन तक को इंप्रूव कर सकती हैं बरसों से आजमायी जा रहीं ये गहरी हरी पत्तियां

फूलगोभी, पत्तागोभी और मशरूम- 
सब्जियों को सेहत के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन आपका अगर यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है तो फूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रसेल्स, स्प्राउट्स और मशरूम जैसी सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए। इन सभी सब्जियों में प्यूरीन की मात्रा ज्यादा होती है। इसके सेवन से शरीर में यूरिक एसिड बढ़ सकता है। 

मूंगफली-
मूंगफली कासेवन उन लोगों को नहीं करना चाहिए जिन्हें गठिया, गाउट की समस्या है। ऐसा इसलिए क्योंकि मूंगफली का सेवन यूरिक एसिड की समस्या को बढ़ा सकता है।

शराब-
अगर आपका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है, तो शराब का सेवन बंद कर दें। शराब में प्यूरीन की मात्रा काफी होती है, जो यूरिक एसिड को और बढ़ा सकती है।

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के घरेलू तरीके-
अजवाइन का पानी-

अजवाइन का पानी बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करने का काम करता है। इसे बनाने के लिए आप को एक गिलास पानी में एक चम्मच अजावाइन को रातभर भिगो कर रखना है, उसके बाद इसे खाली पेट पी लें। रोजाना इसका सेवन करने से महज हफ्तेभर में आपको फर्क देखने को मिलेगा।

अदरक-
अदरक भी आप के बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकता है। इसके लिए अदरक को या तो काढ़े के रूप में या फिर चाय में डालकर पीएं।इसके अलावा अदरक के तेल से मालिश करने से भी सूजन और दर्द से राहत मिलती है।

लहसुन-
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए लहसुन की दो से तीन कलियां रोज खाएं। 

नींबू-
गुनगुने पानी में नींबू डालकर पीने से यूरिक एसिड जल्द कंट्रोल होता है। 

यूरिक एसिड कम करने के लिए लहसुन कैसे खाएं?

लहसुन बढ़े हुए यूरिक एसिड की समस्या से निजात दिलाने में कारगर साबित होता है। यदि रोजाना 3-4 लहसुन की कलियों का खाली पेट सेवन किया जाए तो यूरिक एसिड के बढ़े हुए स्तर से छुटकारा पाया जा सकता है। अमूमन अजवाइन का इस्तेमाल खाने के स्वाद को बढ़ाने के काम में आता है लेकिन इसके कई औषधीय गुण भी हैं।

यूरिक एसिड को जड़ से खत्म कैसे करें?

यूरिक एसिड ट्रीटमेंट के घरेलू तरीके.
रोजाना सुबद 2 से 3 अखरोट खाएं। ... .
हाई फायबर फूड जैसे ओटमील, दलिया, बींस, ब्राउन राईस (ब्राउन चावल) खाने से यूरिक एसिड की ज्यादातर मात्रा एब्जॉर्ब हो जाएगी और उसका लेवल कम हो जाएगा।.
बेकिंग सोडा के सेवन से भी यूरिक एसिड को कम करने में मदद मिलेगी। ... .
अजवाईन का सेवन रोजाना करें।.

यूरिक एसिड की रामबाण दवा क्या है?

यूरिक एसिड के लिए रामबाण दवा आयुर्वेद डॉक्टर दीक्षा बताती हैं कि बढ़े यूरिक एसिड के लिए गुडूची, जिसे हम गिलोय के नाम से जानते हैं दवा के जैसा काम करती हैं। यह गाउट के लिए अद्भुत और सर्वोत्तम आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है।

यूरिक एसिड को खत्म करने के लिए क्या खाना चाहिए?

फाइबर रिच फूड्स खाएं क्या आपके शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ गया है? इसके लिए आपको दवाई खाने की जरूरत नहीं है। आपको ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए, जिनमें फाइबर पाया जाता हो। ओट्स, साबुत अनाज, ब्रोकोली, कद्दू और अजवाइन फाइबर का सबसे अच्छा सोर्स हैं।