Show हिन्दू एक गाली है, क्या आप जानते हैं ?हिंदू कहलाने वालो के धर्मग्रंथों के लिस्ट में 4 वेद, 18 पुराण, 6 शास्त्र, 64 कला इनका समावेश करने का शौक हिंदुत्ववादी लेखकगणों को हैं ।लेकिन इस मे से एक भी ग्रंथ में हिंदू शब्द का कोई आस्तित्व नही है। हिंदू अगर धर्म होगा, तो हिंदू शब्द इन मे से किसी भी धर्मग्रंथ में होना चाहिए था। लेकिन नही है। इतना ही नही हाली के समय के वैष्णव, शैव, चैतन्य, नाथ आदी सांप्रदायांको के वाङ्ग्मयो में भी हिंदू यह शब्द दिखता नही है। इसके विपरीत आर्य ओर ब्राह्मण इनका वर्णन जगह जगह मिलता है। लिखित स्वरूप में हिंदू शब्द पहली बार आता है सिखों के गुरु गुरुनानक के लेखन में। हिंदू धर्म के अंदर जो भेदभाव और जातिवाद और आडंबर है उसे दूर करने के लिए नानकदेवजी ने स्वतंत्र धर्म स्थापन किया यह सर्वविदित है। गुरुनानक जी का समय इस्लामी आगमन का समय था। हिन्दू यह शब्द मराठी शब्द नही है , हिंदी भी नही , संस्कृत भी नही , अंग्रेजी भी नही , मगधी भी नही , एवम यह शब्द भारतीय भी नही है यह शब्द "परशियन" "फारशी" शब्द है। इ.स. 12 वे शतक में मोगल जब भारत मे आये। वह धर्म से इस्लामिक थे लेकिन उनकी बोली ओर लिखने की भाषा 'परशियन' 'फारशी' थी। भारत मे आकर जब उनोने भारत के लोगो को हराया तब हारे हुए लोगो को "हिंदू" यह तुच्छास्पद गाली दी। उसी वक्त से "हिंदू" शब्द प्रचलित हुआ । भारत मे कलकत्ता में मोठी लायब्रेरी में परशियन डिक्शनरी है उस मे हिन्दू शब्द का अर्थ आप लोग भी देख सकते हो Analysis of हिंदु:- परशियन डिक्शनरी में हिन्दू शब्द का अर्थ हीनदू = गुलाम , चोर , गंदा , काले चेहरे का ( Analysis of हिंदुस्तान :-हिन = मतलब तुच्छ , दलिद्र , गंदा । दून = मतलब लोग , प्रजा , जनता । (स्थान)= मतलब जगह। हिन्दू यह शब्द दो शब्दों से बना हुआ नही है बल्की यह तीन शब्दो से {हि+न+दू} इस प्रकार बना हुआ है । उसी का अपभ्रष होकर दो शब्दी हिंदू इस प्रकार बना है) दयानंद सरस्वती जिनोने "आर्य समाज" स्थापन किया । उनके "सत्यार्थ प्रकाश" इस पुस्तक में वह 'हिंदू यह मुगलो ने दी हुई गाली है ऐसा नमूद करते है । उसके बाद हिन्दू से 'हिंदूस्थान' मुगलो ने ही किया । "भारत" कभी भी हिंदूस्थान' नही था और नही है । इ.स. १२ वे शतक के पहले हिंदू शब्द किसी भी ग्रंथ में, बोलने में या तक लिखने में आया नही था। इसी के कारण तो नीचे दिए हुए ब्राह्मणी ग्रंथ - रामायण , महाभारत, उपनिषदे , भगवत गीता, ज्ञानेश्वरी , श्रृति , स्मृति , मनुस्मृति , दासबोध , ४ वेद , १८ पुराण , ६४ शास्त्र ओर बहुजन संतों के अभंग वाणी में , गाथोओ में , दोहों में , भारुडो में कही भी "हिंदू" यह शब्द नही मिलता है। इतिहास चेक कर लो। "गर्व से कहो हम हिंदू है।" गाली हम गर्व से कैसे कहे ? हिन्दू धर्म का जाल : *✍सन 1819 से पहले किसी शूद्र(OBC SC ST) की शादी होती थी तो ब्राह्मण दुल्हन को उसका शुद्धीकरण करके 3 दिन अपने पास रखते थे उसके उपरांत उसको घर भेजते थे। इस प्रथा को अंग्रेजों ने 1819 ईस्वी में बंद करवाया*✍ ✍✍ *चरक पूजा अंग्रेजों ने 1863 ईस्वी में बंद कराई इसमें यह होता था कि कोई पुल या भवन बनने पर शूद्रों(OBC SC ST) की बलि दी जाती थी*✍✍ : *✍नरबलि जोकि शूद्रों (OBC SC ST)की दी जाती थी अंग्रेजों ने इसे रोकने के लिए 1830 में कानून बनाया था*✍ *✍✍ शूद्रों (OBC SC ST) को अंग्रेजों ने 1835 ईस्वी में कुर्सी पर बैठने का अधिकार दिया था इससे पहले शूद्र कुर्सी पर नहीं बैठ सकते थे✍* *✍✍ सन 1919 ईस्वी में अंग्रेजों ने ब्राह्मणों के जज बनने पर रोक लगा दी थी अंग्रेजों ने कहा था कि इनका चरित्र न्यायिक नहीं होता है।✍✍✍* : *✍✍✍ शासन व्यवस्था पर ब्राह्मणों का अनियंत्रित 100 परसेंट कब्जा था अंग्रेजों ने इन्हें 2.5 परसेंट पर लाकर खड़ा कर दिया था✍✍✍* *✍✍✍भीमराव अम्बेडकर के प्रयासों द्वारा शुद्रओ(OBC SC ST) को 1927 में सार्वजनिक जगहों पर जाने का हक मिला था✍✍ ✍✍✍ब्राह्मण शूद्रों(OBC SC ST)का पहला लड़का गंगा में दान करवा दिया करते थे, क्योंकि वह जानते थे कि पहला बच्चा हष्ट पुष्ट होता हैऔर उनका ही खून होता है जो कभी भी उनके सामने विरोधी बन न जाये, इसीलिए उसको गंगा में दान करवा दिया करते थे। अंग्रेजों ने इस प्रथा को रोकने के लिए 1835 में एक कानून बनाया था✍✍✍* : *✍✍देवदासी प्रथा अंग्रेजों ने ही बंद कराई इस प्रथा में यह होता था कि शूद्र समाज की लडकिया मंदिरों में देवदासी के रूप में रहती थी और उनसे जो बच्चा पैदा होता था उसे हरिजन कहते थे इसीलिए हरिजन एक गाली है जिस शब्द को गांधी ने अछुतो पर थोपा*✍✍ : *✍✍✍क्या आप लोग जानते हैं अंग्रेजों ने अधिनियम 11 के तहत शूद्रों(OBC SC ST)को 1795 ईस्वी में संपत्ति रखने का अधिकार दिया था✍✍✍* हिन्दू गाली है क्या रामायण में हिंदू शब्द है?चारों वेद, छह शास्त्र, 11 मुख्य उपनिषद, वाल्मीकि रामायण, रामचरितमानस, महाभारत, गीता तथा पुराणों में भी हिंदू शब्द नहीं हैं।
क्या हिन्दू शब्द एक गाली है?उदाहरण के लिए हिन्दू शब्द को ही लें । यह हमारी गुलामी मानसिकता का प्रतीक तो है ही, इसमें गाली भी छुपी है । इतिहासकारों का मानना है कि हिन्दू शब्द ईरानियों का दिया हुआ है ।
अरबी में हिंदू शब्द का अर्थ क्या है?अरबी-फारसी में हिंदू का अर्थ "चोर" होता है | जागन सिंह राकेश | The Finder - YouTube.
हिंदू कौन सी भाषा का शब्द है?हिंदू फारसी भाषा का शब्द है जिसे पुराने जमाने में भारत के लिए प्रयोग किया जाता था। संस्कृत में इसका मूल रूप था सिंधु, जो देश, समुद्र और नदी आदि कई अर्थों में प्रयुक्त हुआ है।
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