कुत्ते के नाखून लगने पर क्या करे - kutte ke naakhoon lagane par kya kare

कुत्ते के नाखून को ट्रिम करना जटिल कामों में से एक है. इसके लिए आपको थोड़ी सी सावधानी और धैर्य की जरूरत है. अपने डॉग के नाखूनों को ट्रिम करते वक्त ये ध्यान रखें कि उन्हें किसी भी तरह की चोट ना पहुंचे. हम यहां आपको कुत्तों को नाखूनों को सुरक्षित तरीके से ट्रिम करने का आसान तरीका बता रहे हैं.

कुत्ते के नाखूनों को ट्रिम करते समय रखें ये ध्यान

अगर आपका डॉग एनर्जी से भरपूर नजर आ रहा है तो उसके नाखूनों को ट्रिम करने का सोचे भी नहीं. ऐसा करने पर वह आपको चोट पहुंचा सकता है. सबसे पहले उसे लंबी सैर पर ले जाएं, जब वह पूरी तरह से थक जाएं फिर उसके नाखूनों को काटने की प्रकिया को शुरू करें.

सम्बंधित ख़बरें

आराम कर रहा कुत्ता तो ट्रिम करें नाखून

यदि आपका कुत्ता आराम कर रहा है, या फिर आपकी गोद में है तो उसके नाखूनों को ट्रिम करने की कोशिश की जा सकती है. ध्यान रखें कि ऐसी स्थिति में कुत्ता आपके पूरे नियंत्रण में हो वर्ना उसे चोट पहुंच सकती है. सबसे पहले अपने अंगूठे और तर्जनी को पहले नाखून के चारों ओर रखें और दबाव डालें. फिर ब्लेड के सहारे धीरे-धीरे उसके नाखूनों को ट्रिम करें.

ध्यान रखें कुत्ते की रक्त वाहिकाओं को नुकसान ना पहुंचे

सबसे पहले नाखून के घुमावदार हिस्से को 45 डिग्री में ट्रिम करें और बनावट की जांच करें. फिर, उस हिस्से का निरीक्षण करें, अगर थोड़ा बहुत हिस्सा बचा हुआ है तो फिर इसी प्रकिया को अपनाएं. हालांकि, इस दौरान ध्यान रखें  कुत्ते की रक्त वाहिकाओं और तंत्रिका अंत नुकसान ना पहुंचे, वरना नाखून से खून बह सकता है.

नाखूनों के पतले होने पर ये प्रकिया अपनाएं

आपके कुत्ते के नाखून पतले हैं. आप समझ नहीं पा रहे हैं कि नाखूनों की ट्रिमिंग की शुरुआत कहां से करें तो एक छोटी सी टॉर्च लें. इस टॉर्च को नाखूनों के पीछे रखें, जिससे आपको कुत्ते के नेल्स का पूरा हिस्सा साफ-साफ दिखाई देगा. यहां से आप अंदाजा लगा पाएंगे आपको नाखूनों के कितने हिस्से को काटना है.

चोट पहुंचने पर तुरंत चिकित्सक से करें संपर्क

यदि नाखून काटने के बाद कुत्ते को चोट पहुंच है तो वो लंगड़ाता है, या खून बहना बंद नहीं होता है तो तुरंत पशु चिकित्सक से परामर्श करें. अगर आपने उसका इलाज नहीं कराया तो क्षतिग्रस्त त्वरित तंत्रिका क्षति या संक्रमण का कारण बन सकता है.

ट्रिम करते वक्त बीच-बीच में लें ब्रेक

यदि नाखूनों को ट्रिम करते वक्त कुत्ता ज्यादा हिले तो ब्रेक लें और धैर्य बनाए रखें. जल्दी नाखूनों को ट्रिम करने के चक्कर में आप उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं. इस प्रकिया में 20-30 मिनट लग सकते हैं. जब भी ऐसी स्थिति उत्पन्न हो ब्रेक लेते रहें और धीरे-धीरे नाखूनों को ट्रिम करने की कोशिश करते रहें.

कुत्ते के बचपन से नाखूनों की ट्रिमिंग करें शुरुआत

कोशिश करें कि जब आपका डॉग एकदम छोटा हो तभी से उसके नाखूनों की ट्रिमिंग की शुरुआत कर दें. अगर उनके नाखून बहुत छोटे हैं, आप उसे अभी ट्रिम नहीं कर सकते हैं तो उन्हें क्लिपर्स को सूंघने दें. उनके पंजों को स्पर्श करें. उनके नाखूनों का नियमित रूप से निरीक्षण करें. धीरे-धीरे उन्हें इसकी आदत पड़ने लगेगी और फिर आगे चलकर उनके नाखूनों को काटने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी.

एक खरोंच भी जानलेवा हो सकती हैः डॉ. सहाय

Publish Date: | Sun, 24 Aug 2014 01:09 AM (IST)

रायपुर । पागल कुत्ते का काटना जरूरी नहीं हैं, उनके नाखून की खरोंच भी जान ले सकती है। शहर में आवारा कुत्तों के आक्रमक रुख, और उनके काटने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडिया के रायपुर चेप्टर द्वारा एक सेमिनार का आयोजन किया गया।

शनिवार को आयोजित इस सेमिनार में एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अजय सहाय ने बताया कि बरसात का मौसम कुत्तों का प्रजनन काल का समय होता है और इसी समय वे अधिक आक्रामक होते हैं। रेबीज यानी हाइड्रोफोबिया अगर एक बार हो जाए तो वह सौ प्रतिशत जानलेवा हो सकता है। तब जब पहले से रेबीज के टीके न लगे हों। कुत्तों के अलावा यह रोग बिल्लियों, लोमड़ियों, भेड़ियों, जंगली सुअरों, अन्य स्तनधारी जानवरों एवं चमगादड़ों से फैल सकता है। इस रोग के लक्षण जानवरों के काटने के बाद 20-90 दिन बाद प्रकट होते हैं। इसके बाद मरीज हाइड्रोफोबिया का शिकार हो जाता है, जिसमें पानी पीने या उसका नाम सुनते ही गले की मांसपेशियां अकड़ने लगती है। इस तरह की अकड़न तेज हवा के झोंके जैसे टेबिल फेन चलाने से भी हो सकती है। इसे ऐरोफोबिया कहते हैं। एक बार हाईड्रोफोबिया हो जाने से मौत निश्चित है।

पागल कुत्तों की पहचान-

1- कुत्ते का असामान्य व्यवहार।

2- किसी भी इंसान या वस्तु को काटने दौड़ना।

3- आवाज में परिवर्तन।

4- मुंह से लार टपकना या निचले जबड़े का लटक जाना।

कुत्ते के काटने पर क्या करें-

1- तेज नल की धार में साबुन से घाव को 10 मिनट तक धोएं।

2- तुरंत एंटीरेबीज वैक्सीन लगवाएं।

3- घाव पर पट्टी न करें, टांके न लगवाएं।

4- टिटनेस का टीका व एंटीबॉयोटिक्स लें।

क्या न करें-

1- बिना टीका लगे जानवरों को घर में न रखें।

2- अज्ञात जानवरों से छेड़छाड़ न करें।

3- बच्चों को दूर रखें।

4- एंटी रेबीज की पूरी डोज लगवाने से संकोच न करें।

5- नीम हकीमों व झाड़फूंक के चक्कर में न पड़ें।

6- टिटनेस की तरह रेबीज के इंजेक्शन भी बचाव के लिए लगवाए जा सकते हैं।

Posted By:

कुत्ते के नाखून लगने पर क्या करे - kutte ke naakhoon lagane par kya kare

कुत्ते के नाखून लगने पर क्या करे - kutte ke naakhoon lagane par kya kare

  • Font Size
  • Close

  • # Association of Physicians of India
  • # DOG

कुत्ते के नाखून लग जाने से क्या होता है?

कुत्ते के काटने के बाद शरीर में फैलने वाला रैबीज इतना भयानक होता है कि मरीज की छह माह के अंदर ही मौत हो सकती है, इसका इतना भय फैल गया है कि थोडा भी कुत्ते का नाखून लगने पर लोग तुरन्त ही अस्पताल की ओर इंजेक्शन लगवाने पहुंच जाते हैं, जबकि कुत्ते के नाखून से रैबीज का कोई मतलब ही नहीं होता है जब तक उसका दांत किसी को न लगा ...

क्या कुत्ते की नाखून खरोंच खतरनाक है?

रायपुर । पागल कुत्ते का काटना जरूरी नहीं हैं, उनके नाखून की खरोंच भी जान ले सकती है।

मुझे कुत्ते ने काट लिया मैं क्या करूं?

कुत्ता काटने पर अपनाएं ये प्राथमिक उपचार.
ब्लीडिंग को रोकने के लिए घाव पर तुरंत पट्टी लगाएं।.
प्रभावित हिस्से को थोड़ा उठाकर रखें।.
क्षतिग्रस्त हिस्से के हल्दी के पानी से धोएं।.
इसके बाद इसपर एंटीबायोटिक क्रीम लगाएं।.
घाव पर क्रीम लगाने के बाद उस पर बैंडेज लगाएं।.
बैंडेज को लगाने के बाद तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।.

कुत्ता काटने के कितने दिन बाद एंटी रैबीज इंजेक्शन ले?

आमतौर पर कुत्ते काटने के बाद 5 इंजेक्शन लगाने की जरूरत पड़ती है. इसके लिए पहला शॉट 24 घंटे के अंदर लगना चाहिए. इसके बाद तीसरे दिन, सांतवें दिन, 14 वें दिन और अंत में 28वें दिन में लगता है.