किसी पिंड के विस्थापन के परिवर्तन की दर में परिवर्तन की दर क्या हैं? - kisee pind ke visthaapan ke parivartan kee dar mein parivartan kee dar kya hain?

विषयसूची

  • 1 विस्थापन के परिवर्तन की दर को क्या कहते हैं?
  • 2 एक परिवर्तन की दर क्या है?
  • 3 किसी पिंड के विस्थापन के परिवर्तन की दर में परिवर्तन की दर क्या है?
  • 4 एक निश्चित दिशा में चाल को क्या कहते हैं?

विस्थापन के परिवर्तन की दर को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंविस्थापन के परिवर्तन की दर को वेग के रूप में जाना जाता है। वेग एक भौतिक सदिश राशि है, इसे परिभाषित करने के लिए परिमाण और दिशा दोनों की आवश्यकता होती है। वेग के अदिश निरपेक्ष मान को गति कहते हैं , जिसमें केवल परिमाण होता है दिशा नहीं।

एक परिवर्तन की दर क्या है?

इसे सुनेंरोकेंDetailed Solution वेग/गति : किसी निकाय के विस्थापन/दूरी के परिवर्तन की दर को उस निकाय का वेग/गति कहा जाता है। वेग एक सदिश मात्रा है जिसमें दिशा के साथ-साथ दोनों परिमाण होते हैं।

संवेग में परिवर्तन की दर क्या कहलाता है?

इसे सुनेंरोकेंन्यूटन के गति के दूसरे नियम के अनुसार संवेग के परिवर्तन की दर लागू बल के बराबर है। तो विकल्प 1 सही है। आवेग : संवेग में परिवर्तन को आवेग कहा जाता है। दबाव : प्रति इकाई क्षेत्र बल को दबाव कहा जाता है।

विस्थापन किधर है?

इसे सुनेंरोकेंविस्थापन (अंग्रेज़ी: Displacement) एक सदिश राशि है। जब कोई वस्तु एक बिन्दु P से दूसरे बिन्दु Q तक किसी भी पथ से होते हुए गति करती है तो इस विस्थापन का परिमाण उन दो बिन्दुओं के मध्य की निम्नतम दूरी होगी तथा विस्थापन की दिशा, रेखा PQ की दिशा में (P से Q की तरफ) होगी। विस्थापन को s से दर्शाते हैं।

किसी पिंड के विस्थापन के परिवर्तन की दर में परिवर्तन की दर क्या है?

इसे सुनेंरोकेंचाल (speed): किसी वस्तु के विस्थापन की दर को चाल कहते हैं. अथार्त चाल = दूरी / समय यह एक अदिश राशि है. इसका S.I. मात्रक मी./से.

एक निश्चित दिशा में चाल को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंचाल (speed): किसी वस्तु के विस्थापन की दर को चाल कहते हैं. वेग (velocity ): किसी वस्तु के विस्थापन की दर को या एक निश्चित दिशा में प्रति सेकंड वस्तु द्वारा तय की दूरी को वेग कहते हैं. यह एक सदिश राशि है.

स्थापन की दर को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंविस्थापन के दर को वेग कहते हैं।

विस्थापन का फार्मूला क्या है?

इसे सुनेंरोकेंजैसा चित्र में दिखाया गया है कि कोई व्यक्ति बिंदु A से पूर्व की ओर चलना प्रारंभ करता है और 8 मीटर चलकर बिंदु B से वह उत्तर की ओर 6‌मीटर चलकर बिंदु C पर पहुंच जाता है। व्यक्ति द्वारा चली गई दूरी में विस्थापन क्या है। व्यक्ति द्वारा चली गई कुल दूरी = 8 + 6 = 10 मीटर है।

किसी पिंड के विस्थापन के परिवर्तन की दर में परिवर्तन की दर क्या हैं? - kisee pind ke visthaapan ke parivartan kee dar mein parivartan kee dar kya hain?

विभिन्न प्रकार के त्वरण के अन्तर्गत गति में वस्तु की समान समयान्तराल बाद स्थितियाँ

[1]

किसी पिंड के विस्थापन के परिवर्तन की दर में परिवर्तन की दर क्या हैं? - kisee pind ke visthaapan ke parivartan kee dar mein parivartan kee dar kya hain?

दोलन करता हुआ लोलक : इसका वेग एवं त्वरण तीर द्वारा दर्शाया गया है। वेग एवं त्वरण दोनों का परिमाण एवं दिशा हर क्षण बदल रही है।

किसी वस्तु के वेग मे परिवर्तन की दर को त्वरण (Acceleration) कहते हैं। इसका मात्रक मीटर प्रति सेकेण्ड2 होता है तथा यह एक सदिश राशि हैं।

किसी पिंड के विस्थापन के परिवर्तन की दर में परिवर्तन की दर क्या हैं? - kisee pind ke visthaapan ke parivartan kee dar mein parivartan kee dar kya hain?

या,

उदाहरण: माना समय t=० पर कोई कण १० मीटर/सेकेण्ड के वेग से उत्तर दिशा में गति कर रहा है। १० सेकेण्ड बाद उसका वेग बढ़कर ३० मीटर/सेकेण्ड (उत्तर दिशा में) हो जाता है। यह मानते हुए कि इस समयान्तराल में त्वरण का मान नियत है, त्वरण का मान

= (३० m/s - १० m/s) / १० सेकेण्ड = २ मीटर प्रति सेकेण्ड2 होगा।किसी वस्तु विशेष द्वारा बदला गया वेग ही त्वरण Acceleration कहलाता है।

स्पर्शरेखीय तथा अभिकेंद्रीय त्वरण[संपादित करें]

वक्र गति में त्वरण के घटक : स्पर्शरेखीय त्वरण (at, वेग की दिशा में) तथा अभिकेन्द्रीय त्वरण (ac, वेग के लम्बवत दिशा में)

किसी वक्र पथ पर गति करते हुए कण का वेग समय के फलन के रूप में निम्नलिखित प्रकार से लिखा जा सकता है-

जहाँ v(t) पथ की दिशा में वेग है, तथा

गति की दिशा में गतिपथ के स्पर्शरेखीय इकाई सदिश है। ध्यान दें कि यहाँ v(t) तथा ut दोनों समय के साथ परिवर्तन्शील हैं, त्वरण की गणना निम्नलिखित प्रकार से की जायेगी:[2]

जहाँ un इकाई नॉर्मल सदिश (अन्दर की तरफ) है तथा r उस क्षण पर वक्रता त्रिज्या है। त्वरन के इन दो घटकों को क्रमशः स्पर्शरेखीय त्वरण (tangential acceleration) तथा नॉर्मल त्वरन या त्रिज्य त्वरण या अभिकेन्द्रीय त्वरण (centripetal acceleration) कहते हैं।

कुछ विशिष्ट स्थितियाँ[संपादित करें]

  • रैखिक गति
  • वृत्तीय गति
  • सरल आवर्त गति (सिम्पल हार्मोनिक मोशन)
  • परवलयिक गति - त्वरण का परिमाण और दिशा अचर हो, वेग का परिमाण और दिशा परिवर्ती हो; जैसे प्रक्षेप्य गति)

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. [Shrikrishnasharnam.wordpress.com "Knowledge"].
  2. "Chain Rule". मूल से 14 अगस्त 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अगस्त 2014.

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • त्वरणमापी
  • भूकम्पमापी
  • गुरुत्वजनित त्वरण
  • न्यूटन का गति का दूसरा नियम
  • कण त्वरक
  • उपरोधी वाल्व (थ्रॉटिल वाल्व) या मोटरगाड़ियों का त्वरक (एक्सलरेटर)

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

  • Acceleration Calculator Simple acceleration unit converter
  • Measurespeed.com - Acceleration Calculator Based on starting & ending speed and time elapsed.

किसी पिंड के विस्थापन के परिवर्तन की दर में परिवर्तन की दर क्या है?

किसी वस्तु की एकसमान सरल रेखीय गति के दौरान, समय के साथ वेग नियत रहता है। इस अवस्था में किसी भी समयांतराल में वस्तु के वेग में परिवर्तन शून्य है।

विस्थापन की परिवर्तन की दर को क्या कहा जाता है?

वेग: समय के साथ विस्थापन के परिवर्तन की दर को वेग कहा जाता है।

किसी पिंड के विस्थापन से आप क्या समझते हैं?

विस्थापन (अंग्रेज़ी: Displacement) एक सदिश राशि है। जब कोई वस्तु एक बिन्दु P से दूसरे बिन्दु Q तक किसी भी पथ से होते हुए गति करती है तो इस विस्थापन का परिमाण उन दो बिन्दुओं के मध्य की निम्नतम दूरी होगी तथा विस्थापन की दिशा, रेखा PQ की दिशा में (P से Q की तरफ) होगी। विस्थापन को s से दर्शाते हैं

गतिमान पिंड के वेग परिवर्तन की दर क्या कहलाती है?

त्वरण (acceleration): किसी वस्तु के वेग में परिवर्तन की दर को त्वरण कहते हैं. इसका S.I. मात्रक मी/से^ 2 है.