क्रमागत विषम संख्याओं का योग formula - kramaagat visham sankhyaon ka yog formul

क्रमागत संख्याओं का योग कैसे निकालते है –

क्रमागत संख्याओं का योग कैसे निकालते है – किसी भी n क्रमागत प्राकृतिक संख्या या किसी भी क्रमागत सम या विषम संख्याओ के द्वारा एक श्रंखला श्रेणी बनती है किसी भी दो निकटवर्ती पदों या क्रमागत ओ में एक सामान अंतर होता है इस समान अंतर को ही सर्वान्तर या common difference कहा जाता है इसी प्रकार किसी संख्या के क्रमागत n गुणजो से भी एक श्रंखला बनती है जिसके पदों में समान अंतर होता है

जैसे,

36,37,38………………….49,50 का सर्वान्तर = 1

22,24,26………………….40,42 का सर्वान्तर = 2

11,13,15,…………………31,33 का सर्वान्तर = 2

25,30,35………………….55,60 का सर्वान्तर = 5

क्रमागत विषम संख्याओं का योग formula - kramaagat visham sankhyaon ka yog formul
क्रमागत विषम संख्याओं का योग formula - kramaagat visham sankhyaon ka yog formul
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किसी श्रंख्ला के कुल पदों की संख्या n ज्ञात करने का सूत्र –

पदों की संख्या n = ( अंतिम पद – प्रथम पद )/सर्वान्तर + १

n = (l – a)/d +1

किसी भी श्रेणी या श्रृंखला के सभी पदों का योग ज्ञात करने के लिए सूत्र

योग = (अंतिम संख्या + प्रथम संख्या )n/2

किसी श्रेणी के योग का सूत्र , s = (l+a)n/2

s = n/2 { 2a + ( n-1 )d }  

इसमें, किसी श्रेणी का अंतिम पद निकालने का सूत्र ,

अंतिम पद  l = a + ( n-1) d

प्राकृतिक संख्या की परिभाषा –

प्राकृतिक संख्या वे संख्याये है, जो धनात्मक होती है और 0 से लेकर अन्नत तक होती है। इनको धन पूर्णांक भी कहा जाता है। इनका उपयोग गणना के लिए किया जाता है। 0 को प्राकृतिक संख्या नहीं माना जाता है। उदाहरण – 1,2,3,4,………….अनन्त तक

क्रमागत संख्याओं का योग कैसे निकाले?

किसी श्रंख्ला के कुल पदों की संख्या n ज्ञात करने का सूत्र –.
पदों की संख्या n = ( अंतिम पद – प्रथम पद )/सर्वान्तर + १.
n = (l – a)/d +1..
किसी श्रेणी के योग का सूत्र , s = (l+a)n/2..
s = n/2 { 2a + ( n-1 )d }.
Ans = 820..
Qu. 2- 22,24,26,28…………….. 50 का योग.
Ans. 540..
Qu. 3- 3 के प्रथम 10 गुणजो का योग ज्ञात करना.

विषम संख्या का योग का सूत्र क्या होता है?

किसी दो विषम संख्याओं का योग करने पर योगफल हमेशा एक सम संख्या ही प्राप्त होता है। यानी उसका योगफल 2 से पूर्णतः विभाजित होगा। जैसे- 5 + 7 = 12, यहां 5 एवं 7 दो Visham Sankhya हैं और इनका योगफल '12' एक सम संख्या है।

50 के बीच की विषम संख्याओं का योग कितना होता है?

∴ 1 से 50 तक विषम संख्याओं का योगफल 625 है। ∴ 1 से 50 तक विषम संख्याओं का योगफल 625 है।

लगातार 6 विषम संख्याओं का योग क्या होगा?

6 क्रमागत विषम संख्याओं का योग 144 है।