यह हिंदी प्रश्न पत्र कक्षा बारहवीं कोड संख्या 002 का है। यह विषय सीबीएसई के द्वारा पढ़ाया जाता है। Show
जैसा कि आप जानते हैं कोरोना वायरस के प्रभाव से विद्यालय सुचारू रूप से नहीं चल पाए हैं। ऐसे में जब परीक्षा का समय निकट आ गया है तो सीबीएसई ने पुरानी परिपाटी को बदलते हुए वैकल्पिक प्रश्नों के माध्यम से परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। 2021 में परिवर्तित पद्धति से परीक्षा कराई जाएगी। अतः इस प्रश्न पत्र का अभ्यास कर आप अपने विषय का अध्ययन कर सकेंगे और परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर सकते हैं। अभ्यास-प्रश्न पत्र 2020-21 विषय हिंदी ऐच्छिक कोड 02 कक्षा बारहवीं निर्धारित समय 3 घंटे अधिकतम अंक 80 सामान्य निर्देश –
हिंदी प्रश्न पत्र : खंड ‘अ’ वस्तुपरक प्रश्नप्रश्न 1 निम्नलिखित में से किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए 10 मनुष्य के जीवन में लक्ष्य का होना बहुत आवश्यक है। लक्ष्य के बिना जीवन दिशाहीन तथा व्यर्थ ही है। एक बार एक दिशाहीन युवा आगे बढ़े जा रहा था। राह में महात्मा जी की कुटिया देख रुककर महात्मा जी से पूछने लगा कि यह रास्ता कहां जाता है ? महात्मा जी ने पूछा तुम्हें कहां जाना है ? युवक ने कहा मैं नहीं जानता मुझे कहां जाना है। महात्मा जी ने कहा जब तुम्हें पता ही नहीं है कि तुम्हें कहां जाना है तो यह रास्ता कहीं भी जाए इससे तुम्हें क्या फर्क पड़ेगा ? कहने का मतलब है कि बिना लक्ष्य के जीवन में इधर-उधर भटकते रहिए कुछ भी प्राप्त नहीं कर पाओगे। यदि कुछ करना चाहते हो तो पहले अपना एक लक्ष्य बनाओ और उस पर कार्य करो अपनी राह स्वयं बनाओ। वास्तव में जीवन उसी का सार्थक है जिसमें परिस्थितियों को बदलने का साहस है।गांधी जी कहते थे कुछ ना करने से अच्छा है कुछ करना। जो कुछ करता है वही सफल और सफल होता है। हमारा लक्ष्य कुछ भी हो सकता है क्योंकि हर इंसान की अपनी अपनी क्षमता होती है और उसी के अनुसार वह लक्ष्य निर्धारित करता है। जैसे विद्यार्थी का लक्ष्य है सर्वाधिक अंक प्राप्त करना। तो नौकरी करने वालों का लक्ष्य होगा पदोन्नति प्राप्त करना। इसी तरह किसी महिला का लक्ष्य आत्मनिर्भर होना हो सकता है। ऐसा मानना है कि हर मनुष्य को बड़ा लक्ष्य बनाना चाहिए किंतु बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए छोटे-छोटे लक्ष्य बनाना चाहिए। जब हम छोटे लक्ष्य प्राप्त कर लेते हैं , तो बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने का हमें आत्मविश्वास आ जाता है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि जीवन में एक लक्ष्य बनाओ और दिन-रात उसी के बारे में सोचो स्वप्न में भी तुम्हें वहीं लक्ष्य दिखाई देना चाहिए। उसे पूरा करने की एक धुन सवार हो जानी चाहिए। बस सफलता आपको मिली ही समझो। सच तो यह है कि जब आप कोई काम करते हैं तो यह जरूरी नहीं कि सफलता मिलेगी , लेकिन असफलता से भी घबराना नहीं चाहिए। इस बारे में स्वामी विवेकानंद जी कहते हैं कि हजार बार प्रयास करने के बाद भी यदि आप हार कर गिर पड़े तो एक बार पुनः उठे और प्रयास करें। हमें लक्ष्य प्राप्ति तक स्वयं पर विश्वास करना चाहिए। निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्प का चयन कीजिए1 युवक कहां जा रहा था ?
उत्तर – दिशाहीन लक्ष्य की और 2 किसी विद्यार्थी का लक्ष्य क्या होना चाहिए ?
उत्तर – सफल बनना 3 किसी महिला का लक्ष्य क्या होना चाहिए ?
उत्तर – आत्मनिर्भर बनना 4 व्यक्ति अपना लक्ष्य कैसे निर्धारित करता है ?
उत्तर – अपनी क्षमता के अनुसार। 5 छोटे लक्ष्य प्राप्त करने पर क्या होता है ?
उत्तर – मनुष्य का लक्ष्य पूरा हो जाता है। 6 किसका जीवन सार्थक है ?
उत्तर – जो परिस्थितियों को बदलने का साहस रखता है। 7 बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए क्या करना चाहिए ?
उत्तर – छोटे-छोटे लक्ष्य बनाने चाहिए। 8 लक्ष्य के बिना जीवन कैसा हो जाता है ?
उत्तर – दिशाहीन 9 हमें कब तक स्वयं पर विश्वास रखना चाहिए ?
उत्तर – लक्ष्य प्राप्ति तक 10 ‘असफल’ शब्द में प्रयुक्त उपसर्ग है –
उत्तर – अ अथवाकिसी भी समाज में इने-गिने लोगों को अमिताभ बच्चन , दिलीप कुमार कहकर ताना दिया जाता है। लेकिन किसी भी व्यक्ति को परिस्थितियों का औचित्य देखते हुए चार्ली या जॉनी वॉकर कह दिया जाता है। यह स्वयं एक स्वीकारोक्ति है कि हमारे बीच नायक कम है , जबकि हर व्यक्ति दूसरे को कभी ना कभी विदूषक समझता है। दरअसल मनुष्य स्वयं ईश्वर यह नियति का विदूषक क्लाउन जोकर या साइड-किक है। यह अकारण नहीं है कि महात्मा गांधी में चार्ली चैपलिन का खासा पुट था और गांधी और नेहरू दोनों ने कभी चार्ली का सानिध्य चाहा था। चार्ली के नितांत और भारतीय सौंदर्य शास्त्र की इतनी व्यापक स्वीकृति देखकर राज कपूर ने भारतीय फिल्मों का एक सबसे साहित्यिक प्रयोग किया। ‘आवारा’ सिर्फ ‘दी ट्रैम्प’ का शब्द अनुवाद ही नहीं था बल्कि चार्ली का भारतीय करण ही था। वह अच्छा ही था कि राज कपूर ने चैप्लिन की नकल करने के आरोप की परवाह नहीं की।राज कपूर के ‘आवारा’ और ‘श्री 420’ के पहले फिल्मी नायकों पर हंसने कि और स्वयं नायकों के अपने पर हंसने की परंपरा नहीं थी। 1953-57 के बीच जब चैपलिन अपने ‘गैर ट्रेम्पुम्मा’ अंकित फिल्में बना रहे थे तब तक राज कपूर चैपलिन का युवा अवतार ले रहे थे। फिर तो दिलीप कुमार, (बाबुल , शबनम , कोहिनूर, लीडर, गोपी) देवानंद (नौ दो ग्यारह , फंटूश , तीन देवियां ) शम्मी कपूर , अमिताभ बच्चन (अमर अकबर एंथोनी और श्रीदेवी) तक किसी न किसी रूप में चैप्लिन का ऋण स्वीकार कर चुके हैं। बुढ़ापे में जब अर्जुन अपने दिवंगत मित्र कृष्ण की पत्नियों को डाकुओं से ना बचा सके और हवा में तीर चला दे रहे तो यह दृश्य करुणा और हास्य उत्पादक दोनों था। किंतु महाभारत में सिर्फ उसकी त्रासद व्याख्या स्वीकार की गई। आज फिल्मों में किसी नायक को झाड़ुओं से पीटता भी दिखाया जा सकता है। लेकिन हर बार हमें चार्ली की ही ऐसी फजीहत है याद आती है चार्ली की अधिकांश फिल्में भाषा का इस्तेमाल नहीं करती , इसलिए उन्हें ज्यादा से ज्यादा मानवीय होना पड़ा। सवाक चित्रपट पर कई बड़े-बड़े कॉमेडियन हुए हैं , लेकिन वह चैप्लिन की सार्वभौमिकता तक क्यों नहीं पहुंच पाए। इसकी पड़ताल अभी होने को है चार्ली का चिर युवा होना।यह बच्चों जैसा दिखना एक विशेषता तो है ही सबसे बड़ी विशेषता शायद यह है कि वे किसी भी संस्कृति को विदेशी नहीं लेते। यानी उनके आसपास जो भी चीजें खलनायक , दुष्ट औरतें आदि रहती है। वह एक सतत विदेशिया परदेसी बन जाते हैं और चैपलिन हम बन जाते हैं। चार्ली के सभी संकटों में हमें यह भी लगता है कि यह मैं भी हो सकता हूं , लेकिन मैं से ज्यादा चार्ली हमें हम लगते हैं। यह संभव है कि कुछ अर्थों में बस्टर कीटन , चार्ली चैपलिन से बड़ी कॉम प्रतिभा हो लेकिन आशंका काफ्का है जबकि चैप्लिन प्रेमचंद के ज्यादा नजदीक है। एक होली का त्यौहार छोड़ दें तो भारतीय परंपरा में व्यक्ति के अपने पर हंसने स्वयं को जानते बुझते हास्यास्पद बना डालने की परंपरा नहीं के बराबर है। गांव और लोक संस्कृति में तब भी वह शायद हो नागर सभ्यता में तो वह नहीं है। चैप्लिन का भारत में महत्व है कि वह अंग्रेजों जैसे व्यक्तियों पर हंसने का अवसर देते हैं। चार्ली स्वयं पर सबसे ज्यादा तब हंसता है। जब वह स्वयं को अभिमोनमत , आत्मविश्वास से लबरेज , सफलता , सभ्यता , संस्कृति और समृद्धि की प्रतिमूर्ति दूसरों से ज्यादा प्रतिस्पर्धी और श्रेष्ठ अपने वज्रादपि कठोराणि या मृदुलनी कुसुमादपि क्षण में दिखलाता है। तब यह समझिए कि कुछ ऐसा हुआ ही चाहता है कि यह सारी गरिमा सुई चुभने जैसी ही खुश हो उठेगी। निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्प का चयन कीजिए1 चार्ली चैपलिन का युवा अवतार किसे कहा जाता है ?
उत्तर – राजकपूर 2 चार्ली चैपलिन किसके ज्यादा नजदीक है ?
उत्तर – राजकपूर 3 किस फिल्म से नायक पर हंसने की परंपरा शुरू हुई ?
उत्तर – श्री 420 4 चार्ली की अधिकांश फिल्में कैसी होती थी ?
उत्तर – मूक 5 भाषा का कम इस्तेमाल करने के कारण चार्ली की फिल्में कैसी होती थी ?
उत्तर – हास्य 6 कौन सी भारतीय फिल्म चार्ली का भारतीय करण थी ?
उत्तर – आवारा 7 चार्ली की नकल को भारतीय फिल्मों में लाने का श्रेय किसको जाता है ?
उत्तर – राजकपूर 8 फिल्मों में चार्ली की संकटों को देखकर कैसा महसूस होता है ?
उत्तर – हम ही चार्ली है 9 प्रस्तुत गद्यांश किस के विषय में है ?
उत्तर – चार्ली चैप्लिन 10 बस्टर कीटन की तुलना किससे की गई है ?
उत्तर – काफ्का हिंदी प्रश्न पत्र : अपठित पद्यांशप्रश्न दो निम्नलिखित में से किसी एक पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए 8 मैंने झुक नीचे को देखा तो झलकी आशा की रेखा – विप्रवर स्नान कर चढ़ा सलील शिव पर दूर्वादल , तंदुल , तिल लेकर झोली आए ऊपर देखकर चले तत्पर वानर द्विज रामभक्त , भक्ति की आशा भजते शिव को बारहों मासा। कर रामायण का परायण जपते हैं श्रीमन्नारायण। दुख पाते जब होते अनाथ , कहते कपियों के जोड़ हाथ। मेरे पड़ोस के ये सज्जन , करते प्रतिदिन सरिता मज्जन। झोली से पुए निकाल लिए बढ़ते कपियों के हाथ दिये। देखा भी नहीं उधर फिर कर जिस और रही वह भिक्षु इतर। चिल्लाया किया दूर दानव , बोला मैं-धन्य , श्रेष्ठ मानव। निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्प का चयन कीजिए1 कवि ने नीचे क्या देखा ?
उत्तर – ऊपर आते एक ब्राह्मण 2 स्नान करने के पश्चात विप्र वर क्या करते थे ?
उत्तर – ऊपर आ जाते थे 3 विप्र ने पूए किसे खाने को दिए ?
उत्तर – कपि को 4 कवि ने मानव को धन्य किस शैली में कहां है ?
उत्तर – व्यंग्यात्मक शैली में। 5 कवि को क्या आशा थी?
उत्तर – कि विप्र भिक्षुक को खाना देगा। 6 मज्जन का अर्थ है ?
उत्तर – स्नान 7 दूर दानव में कौन सा अलंकार है ?
उत्तर – अलंकार की परिभाषा, भेद, प्रकार और उदाहरण – Alankar in hindi 8 प्रतिदिन में कौन सा समास है ?
उत्तर – तत्पुरुष अथवावह तोड़ती पत्थर देखा मैंने उसे इलाहाबाद के पथ पर- वह तोड़ती पत्थर कोई न छायादार पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार श्याम तन , भर बंधा योवन , नत नयन, प्रिय-कर्म-रत मन , गुरु हथोड़ा हाथ, करती बार-बार प्रहार – सामने तरु-मालिका अट्टालिका , प्राकार चढ रही थी धूप गर्मियों के दिन दिवा का तमतमाता रूप उठी झुलसाती हुई लू रुई ज्यों जलती हुई भू गर्द चिनगीं छा गई प्रायः हुई दुपहर – वह तोड़ती पत्थर। देखते देखा मुझे तो एक बार उस भवन की ओर देखा छिन्नतार देखकर कोई नहीं देखा मुझे उस दृष्टि से जो मार खा रोई नहीं सजा सहज सितार सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार एक क्षण के बाद वह कॉपी सुघर दुलक माथे से गिरे सीकर लीन होते कर्म में फिर ज्यों कहा “मैं तोड़ती पत्थर” निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्पों का चयन कीजिए1 ‘दुलक माथे से गिरे सीकर’- पंक्ति में ‘सीकर’ शब्द का अर्थ है –
उत्तर – पसीना 2 काव्यांश में दोपहर का वातावरण कैसा बताया गया है ?
उत्तर – गर्म लू से युक्त 3 ‘नत नयन ,प्रिय कर्म रत मन’ से अभिप्राय है।
उत्तर -झुके हुए सुन्दर नयन कर्म साधना में लीन 4 भूमि किसके समान जल रही है ?
उत्तर – रुई के समान 5 ‘दोपहर’ शब्द में कौन सा समास है ?
उत्तर – द्विगु समास 6 उपर्युक्त पंक्तियों में काव्य गुण कौन सा है ?
उत्तर – ओज गुण 7 निम्नलिखित में से उत्प्रेक्षा का उदाहरण कौन सा है ?
उत्तर – रुई ज्यों जलती हुई भू 8 इस कविता में कौन सा रस विद्यमान है ?
उत्तर – करुण रस हिंदी प्रश्न पत्र : कार्यालयी हिंदी और रचनात्मक लेखनप्रश्न 3 – निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्पों का चयन कीजिए 5 *1 =5 1 इंटरनेट पर अखबारों के प्रकाशन या खबरों का आदान-प्रदान क्या कहलाता है ?
उत्तर – उपरोक्त सभी 2 ‘दृश्य प्रिंट’ जनसंचार माध्यम का उदाहरण हो सकता है
उत्तर – टीवी समाचारपत्र 3 फ्रीलांसर पत्रकार कौन होता है ?
उत्तर – स्वतंत्र पत्रकार 4 रेडियो समाचार की कॉपी की प्रत्येक लाइन में कितने शब्द होने चाहिए ?
5 संचार प्रक्रिया की शुरुआत कहां से होती है ?
उत्तर – प्राप्तकर्ता हिंदी प्रश्न पत्र : पाठ्य पुस्तकप्रश्न 4 – निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए 5 * 1 = 5 आह! वेदना मिली विदाई! मैंने भ्रमवश जीवन संचित मधुकरियों की भीख लुटाई। छलछल थे संध्या के श्रमकण आंसू से गिरते थे प्रतिक्षण। मेरी यात्रा पर लेती थी – नीरवता अनंत अंगड़ाई। निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्पों का चयन कीजिए –1 देवसेना को जीवन यात्रा में क्या प्राप्त हुआ ?
उत्तर – प्रियजन का विछोह 2 देवसेना यह पंक्तियां किसे कह रही है ?
उत्तर – स्कंदगुप्त को 3 नीरवता अनंत अंगड़ाई में कौन सा अलंकार है ?
उत्तर – मानवीकरण 4 देवसेना किससे प्रेम करती थी ?
उत्तर – स्कंदगुप्त 5 इस गीत के रचयिता कौन है ?
उत्तर – जयशंकर प्रसाद प्रश्न 5 – निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए 5 * 1 = 5एक मिले मालिक के दिमाग में अजीब अजीब ख्याल आया करते थे जैसे सारा संसार मील हो जाएगा सारे लोग मजदूर और वह उनका मालिक या मील में और चीजों की तरह आदमी भी बनने लगेंगे तब मजदूरी भी नहीं देनी पड़ेगी वगैरा-वगैरा एक दिन उसका दिमाग में ख्याल आया कि अगर मजदूरों के चार हाथ हो तो काम कितनी तेजी से हो और मुनाफा कितना ज्यादा लेकिन यह काम करेगा कौन उसने सोचा वैज्ञानिक करेंगे यह है किस मर्ज की दवा उसने यह काम करने के लिए बड़े वैज्ञानिकों को मोटी तनख्वाह पर नौकर रखा और वह नौकर हो गए कई साल तक शोध और प्रयोग करने के बाद वैज्ञानिकों ने कहा ऐसा संभव नहीं है कि आदमी के चार हाथ हो जाएं। निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्पों का चयन कीजिए – 1 प्रस्तुत पद्यांश किस पाठ से अवतरित है ?
2 इस पाठ के लेखक का क्या नाम है ?
3 मिल मालिकों के ख्याल पर किसने पानी फेर दिया ?
4 मिल मालिक द्वारा मजदूरों के चार हाथ लगवाने के क्या उद्देश्य थे ?
5 वैज्ञानिकों को नौकर किसने बनाया ?
हिंदी प्रश्न पत्र : पूरक पाठ्यपुस्तकप्रश्न 6 – निम्नलिखित में से निर्देश अनुसार सबसे उचित विकल्पों का चयन कीजिए 7 1 सूरदास आग की राख में क्या ढूंढ रहा था ?
उत्तर – अपने रुपयों की थैली को 2 कोइयां क्या है ?
उत्तर – उपर्युक्त सभी 3 हाथीपाला नाम क्यों पड़ा ?
4 सुभागी के पति का क्या नाम था ?
उत्तर – भैरो सिंह सूरदास की झोपड़ी 5 देवकुंड के स्टॉप पर कौन उतरा ?
उत्तर – रूप सिंह और शेखर कपूर आरोहण कक्षा 12 6 महीप की मां का क्या नाम था ?
उत्तर – शैला 7 शरद में कौन सा फूल खिलता है ?
उत्तर – हरसिंगार का खंड ‘ब’ वर्णनात्मक प्रश्नकार्यालय हिंदी और रचनात्मक लेखनप्रश्न 7 – निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 150 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए। 5
प्रश्न 8 – आपके क्षेत्र में स्थित एक औद्योगिक संस्थान का गंदा पानी आपके नगर की नदी को दूषित कर रहा है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग के मुख्य अधिकारी को पत्र द्वारा इस समस्या से अवगत कराइए। 5 अथवा दिल्ली नगर निगम में लिपिक पद के लिए निगम के अध्यक्ष को स्ववृत्त सहित आवेदन पत्र लिखिए। प्रश्न 9 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 40-50 शब्दों में लिखिए – १ विशेष रिपोर्ट मुख्यतः कितने प्रकार की होती है 3 अथवा फीचर कितने प्रकार के होते हैं ? लिखिए। २ बीट किसे कहते हैं ? 2 अथवा रेडियो माध्यम की कोई दो कमियां बताइए। प्रश्न 10 – निम्नलिखित में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 40 – 50 शब्दों में लिखिए।१ रेडियो के लिए समाचार लेखन करते समय किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ? 3 अथवा इंटरनेट पत्रकारिता के अत्यंत लोकप्रिय होने के प्रमुख कारण क्या है ? २ बीट रिपोर्टिंग और विशेषकृत रिपोर्टिंग में क्या अंतर है ? अथवा संपादकीय लेख किसे कहते हैं ? अच्छे संपादकीय लेख की कोई दो विशेषताएं बताइए। पाठ्य पुस्तक प्रश्न 11 – निम्नलिखित में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए 3 * 2 = 6 1 ‘कार्नेलिया का गीत’ कविता में कवि ने भारत भूमि के प्राकृतिक सौंदर्य को किस प्रकार व्यक्त किया है ? उत्तर – जयशंकर प्रसाद ( अंतरा भाग 2 ) 2 ‘एक कम’ कविता में “मैं तुम्हारा विरोधी, प्रतिद्वंद्वी या हिस्सेदार नहीं” से कवि का क्या आशय है ? उत्तर –असगर वजाहत अन्तरा भाग 2 3 “फरै कि कोदव बालि सुसाली। मुक्ता प्रसव की संबुक काली।” पंक्ति में छिपे भाव को स्पष्ट कीजिए। उत्तर – भरत राम का प्रेम ( तुलसीदास ) प्रश्न 12 – निम्नलिखित में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए 2 * 2 = 4
प्रश्न 13 – निम्नलिखित में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए। 3 * 2 = 6
प्रश्न 14 – निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए 2 * 2 = 4
हिंदी प्रश्न पत्र समापन / निष्कर्ष –उपरोक्त प्रश्नपत्र में अधिकतर प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं और अन्य प्रश्नों के लिंक उपलब्ध कराए गए हैं। इन लिंक के माध्यम से आप प्रश्नों के उत्तर तथा उस विषय की संपूर्ण जानकारी हासिल कर सकते हैं। दिए गए नीले रंग की लिंक क्लिक कर आप पढ़ सकते हैं। अन्य किसी भी प्रकार की सहायता या प्रश्न पूछने के लिए आप नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर संपर्क कर सकते हैं। हम आपके प्रश्नों के यथाशीघ्र उत्तर देने का प्रयत्न करेंगे। दूसरा अभ्यास हिंदी प्रश्न पत्र कक्षा 12 वीं CBSE ऐच्छिक कोड 002यह प्रश्न पत्र कक्षा बारहवीं के लिए तैयार किया गया है , जिसका मुख्य लक्ष्य 2021 में होने वाली सीबीएसई बोर्ड(CBSE Board) की परीक्षा है। सीबीएसई द्वारा पढ़ाए जाने वाली हिंदी अंतरा भाग 2 , अंतराल भाग 2 , तथा अभिव्यक्ति और माध्यम से संबंधित है। यह लेख 2021 में पूछे जाने वाले प्रश्न और उसके प्रारूप पर आधारित है। इसका अध्ययन कर आप विशेष रूप से 2021 में आने वाले प्रश्नों से परिचित हो सकेंगे तथा उसके प्रारूप और अंक विभाजन की जानकारी हासिल कर सकेंगे। इस लेख को तैयार करने के पीछे हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों के हित को सर्वोपरि रखना है। इस अध्ययन से आप हिंदी विषय प्रश्न पत्र के लिए पूर्व तैयारी कर सकेंगे। आप परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करें ऐसी हम कामना करते हैं। निर्धारित समय – 3 घंटे अधिकतम अंक 80 सामान्य निर्देश निम्नलिखित निर्देशों का पालन कीजिए –
खंड ‘अ’ वस्तुपरक प्रश्नअपठित गद्यांश प्रश्न 1 – निम्नलिखित में से किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए 10 तेरहवीं सदी तक धर्म के क्षेत्र में बड़ी अव्यवस्था आ गई। जनता में सिद्धों और योगियों द्वारा प्रचलित अंधविश्वास चल रहा था। शास्त्र ज्ञान-संपन्न वर्ग में भी रूढ़ियों और आडंबरों की प्रधानता हो चली थी। मायावाद के प्रभाव से लोकविमुखता और निष्क्रियता के भाव समाज में पनपने लगे थे। ऐसे समय में भक्ति आंदोलन के रूप में ऐसा भारतव्यापी विशाल सांस्कृतिक आंदोलन उठा , जिसने समाज में उत्कर्ष विधायक सामाजिक और व्यक्तिगत मूल्यों की प्रतिष्ठा की। कृष्ण का मधुर रूप स्वीकृत हुआ , इस प्रकार उत्तर भारत में विष्णु के राम और कृष्ण अवतारों की प्रतिष्ठा हुई। इस प्रकार इन विभिन्न मतों का आधार लेकर हिंदी में निर्गुण और सगुण के नाम से भक्ति काव्य की दो शाखाएं साथ साथ चली। निर्गुण मत के दो उपविभाग हुए ज्ञानाश्रयी और प्रेमाश्रयी। पहले के प्रतिनिधि कबीर और दूसरे के जायसी हैं। सगुण मत भी दो धाराओं में प्रवाहित हुआ राम भक्ति और कृष्ण भक्ति। पहले के प्रतिनिधि तुलसी हैं और दूसरे के सूरदास।ज्ञानाश्रयी शाखा के प्रमुख कवि कबीर पर तात्कालिक विभिन्न धार्मिक प्रवृत्तियों और दार्शनिक मतों का सम्मिलित प्रभाव है। उनकी रचनाओं में धर्म सुधारक और समाज सुधारक का रूप विशेष प्रखर है उन्होंने आचरण की शुद्धता पर बल दिया। बाह्य आडंबरों रूढ़ियों और अंधविश्वासों पर उन्होंने तीव्र कुठाराघात किया। प्रेमाश्रय धारा के प्रमुख कवि जायसी हैं। पंडित हजारी प्रसाद द्विवेदी के अनुसार भक्ति आंदोलन भारतीय चिंता धारा का स्वाभाविक विकास है। उत्तर भारत के नाथ सिद्धों की साधना अवतार लीला की अवधारणा और जातिगत कठोरता दक्षिण भारत से आई हुई भक्ति धारा में घुल मिल गई। द्विवेदी जी के अनुसार भक्ति आंदोलन और भक्ति काल का साहित्य लोकोन्मुख है। वह करुणा एवं परदुखकातरता से युक्त है। द्विवेदी जी कबीर की तेजस्विता को जुलाहा जाति की सामाजिक मर्यादा के प्रति असंतोष की भावना से जोड़ते हैं। हिंदुओं की पराजित भावना भक्ति का कारण होती तो वह उत्तर भारत में पहले आती। आज की दृष्टि में इस संपूर्ण भक्ति काव्य का महत्व उसकी धार्मिकता से अधिक लोकजीवनगत मानवीय अनुभूतियों और भावों के कारण है। इसी विचार से इस काल को जॉर्ज ग्रियर्सन ने स्वर्ण काल , श्यामसुंदर दास ने स्वर्ण युग , आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने भक्ति काल एवं हजारी प्रसाद द्विवेदी ने लोक जागरण कहा। संपूर्ण साहित्य के श्रेष्ठ कवि और उत्तम रचनाएं इसी में प्राप्त होती है। दक्षिण के अलावार बंधु नाम से कई प्रख्यात भक्त हुए इनमें से कई तथाकथित नीची जातियों के भी थे। निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्पों का चयन कीजिए1 तेरहवीं शताब्दी के किस क्षेत्र में उथल-पुथल मच चुकी थी ?
उत्तर – भक्ति 2 समाज में निष्क्रियता के भाव किस के प्रभाव से फैल रहे थे?
उत्तर – सिद्धों और योगियों के। 3 भक्ति आंदोलन के परिणाम स्वरूप समाज में क्या परिवर्तन हुआ?
उत्तर – उपर्युक्त सभी 4 प्रेमाश्रयी धारा के प्रमुख कवि हैं
उत्तर – जायसी 5 भक्ति काल को हिंदी काव्य का स्वर्ण युग कहने के पीछे क्या कारण है
उत्तर – धार्मिकता 6 निम्नलिखित में से भक्ति काल का कौन सा नाम नहीं कहा गया
उत्तर – संस्कृति काल 7 किसके अनुसार भक्ति आंदोलन भारतीय चिंता धारा का स्वाभाविक विकास है
उत्तर – पंडित हजारी प्रसाद द्विवेदी 8 आलवार बंधु भारत के किस क्षेत्र से संबंध रखते थे ?
उत्तर – दक्षिण भारत 9 कौन सी विशेषता भक्ति आंदोलन के प्रादुर्भाव का कारण बनी ?
उत्तर – उपर्युक्त सभी 10 निम्नलिखित में से कौन सी धारा भक्ति आंदोलन से संबंध नहीं है ?
उत्तर – शिवभक्ति धारा अथवामनुष्य अपने भविष्य के बारे में चिंतित है। सभ्यता की अग्रगति के साथ ही चिंताजनक अवस्था उत्पन्न होती जा रही है। इस व्यवसायिक युग में उत्पादन की होड़ लगी हुई है। कुछ देश विकसित कहे जाते हैं , ऐसे देशों ने धरती को मानव शून्य बनाने के भयंकर मारण शास्त्र तैयार कर दिए हैं। वहीं दूसरी और मनुष्य ही भावी मानव-विनाश की आशंका से सिहर भी उठा है। उसका एक समझदार समुदाय इस प्रकार की कल्पना मात्र से आतंकित हो गया है कि न जाने किस दिन संसार इस विनाश लीला का शिकार हो जाए। इतिहास साक्षी है कि बहुत सी जीव प्रजातियां विभिन्न कारणों से हमेशा-हमेशा के लिए विलुप्त हो गई। बहुत सी आज भी क्रमशः विलुप्त होने की स्थिति में है। पर उनके मन में कभी अपनी प्रगति के नष्ट हो जाने की आशंका हुई थी या नहीं हमें नहीं मालूम। शायद मनुष्य पहला प्राणी है जिसमें थोड़ा बहुत भविष्य देखने की शक्ति है। मनुष्य के बारे में चिंतित है यह सभी जानते हैं कि आधुनिक विज्ञान और तकनीकी ने मनुष्य को बहुत कुछ दिया है। उसी की कृपा से संसार के मनुष्य एक-दूसरे के निकट आ गए हैं। अनेक पुराने संस्कार जो गलतफहमी पैदा करते थे , झड़ते जा रहे हैं। मनुष्य को निरोग दीर्घ जीवी और सुसंस्कृत बनाने के अनगिनत साधन हैं फिर भी मनुष्य चिंतित है जो अंधाधुंध प्रकृति के मूल्यवान भंडारों की लूट मचा कर आराम और संपन्नता प्राप्त कर रहे हैं। वह बहुत परेशान नहीं है , वह यथास्थिति भी बनाए रखना चाहते हैं। यदि संभव हो तो अपनी व्यक्तिगत , परिवारगत और जातिगत संपन्नता अधिक से अधिक बढ़ा लेने के लिए परिश्रम भी कर रहे हैं। ऐसे सुखी लोग मनुष्य का भविष्य जैसी बात के कारण परेशान नहीं है पर जो लोग अधिक संवेदनशील है और मनुष्य जाति को महानाश की ओर बढ़ते देखकर विचलित हो उठते हैं , वे ही परेशान हैं। निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्प का चयन कीजिए1 वर्तमान समय में चिंतनीय स्थिति क्यों उत्पन्न हो रही है ?
उत्तर – उपर्युक्त सभी 2 मारणास्त्रों का भंडार दिन-प्रतिदिन विशाल क्यों होता जा रहा है ?
उत्तर – अपने बढ़ते उत्पाद को खपाने के लिए हर शक्तिशाली देश अपना प्रभाव क्षेत्र बढ़ा रहा है 3 आधुनिक विज्ञान और तकनीक का संसार पर क्या प्रभाव पड़ा है ?
उत्तर – आपसी प्रतिद्वंद्विता तेज हो गई है 4 कैसे लोग मानव जाति के भविष्य के विषय में परेशान नहीं है ?
उत्तर – जो देशवासियों की संपन्नता और अधिक से अधिक बढ़ा लेने के लिए परिश्रम कर रहे हैं 5 किस श्रेणी के लोग उसके संसार के भावी विनाश को लेकर आशंकित हैं ?
उत्तर – संवेदनशील लोग 6 जो देश अत्यधिक उत्पादन कार्य में संलग्न है उन्हें क्या कहा जाता है ?
उत्तर – उत्पादक राष्ट्र 7 बढ़ते संसाधनों ने मनुष्य को निम्नलिखित में से क्या बनाने के लिए विशेष भूमिका नहीं निभाई ?
उत्तर – निरोगी 8 विकासवाहक उपकरणों ने निम्नलिखित में से क्या नहीं किया ?
उत्तर – लोगों को स्वार्थ रहित कर दिया 9 दीर्घजीवी में कौन सा समास है
उत्तर – कर्मधारय समास 10 उपर्युक्त पद्यांश का सर्वाधिक उचित शीर्षक क्या हो सकता है ?
उत्तर – प्रकृति का दोहन अपठित गद्यांश ( हिंदी प्रश्न पत्र )प्रश्न 2 निम्नलिखित में से किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए 8 पूर्व चलने के बटोही , बाट की पहचान कर ले पुस्तकों में है नहीं छापी गई इसकी कहानी हाल इसका ज्ञात होता है न औरों की जबानी अनगिनत राही गए इस राह से , उनका पता क्या पर गए कुछ लोग इस पर छोड़ पैरों की निशानी यह निशानी मुक होकर भी बहुत कुछ बोलती है खोल इसका अर्थ , पंथी , पंथ का अनुमान कर ले पूर्व चलने के बटोही , बाट की पहचान कर ले। है अनिश्चित किस जगह पर सरित , गिरि गह्वर मिलेंगे है अनिश्चित किस जगह पर बाग वन सुंदर मिलेंगे किस जगह यात्रा खत्म हो जाएगी , यह भी अनिश्चित है अनिश्चित कब सुमन , कब कंटकों के शहर मिलेंगे कौन सहसा छूट जाएंगे , मिलेंगे कौन सहसा आ पड़े कुछ भी , रुकेगा तू न , ऐसी आन कर ले। पूर्व चलने के बटोही , बाट की पहचान कर ले। कौन कहता है कि स्वप्नों को न आने दे हृदय में देखते सब हैं इन्हें अपनी उमर ,अपने समय में , और तू कर यत्न भी तो , मिल नहीं सकती सफलता ये उदय होते हैं कुछ ध्येय नयनों के नीलय में किंतु जग के पंथ पर यदि , स्वप्न दो तो सत्य दो सौ स्वप्न पर ही मुग्ध मत हो , सत्य का भी ज्ञान कर ले पूर्व चलने के बटोही , बाट की पहचान कर ले। । निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्पों का चयन कीजिए1 कवि ने किस पथ की पहचान करने के लिए कहा है ?
उत्तर – जीवन पथ पर आगे बढ़ने वाली यात्री को। 2 इस पथ की निशानियां कैसी है ?
उत्तर – उजली 3 इस राह पर चलते हुए यात्री को सरल बनाने का तरीका क्या है ?
उत्तर – स्वयं की समझ से सोच विचार कर कदम बढ़ाना 4 यह निशानी मुक होकर भी बहुत कुछ बोलती है। में कौन सा अलंकार है ?
उत्तर – विरोधाभास व मानवीकरण दोनों 5 सफलता के लिए निम्नलिखित में से कौन सा तत्व अनिवार्य नहीं है ?
उत्तर – सौंदर्य 6 कवि ने किस बात के लिए मना किया है ?
उत्तर – सोच-विचार में अत्यधिक समय व्यर्थ करने से 7 ‘बटोही’ का क्या अर्थ है ?
उत्तर – यात्री 8 ‘पर गए कुछ लोग इस पर छोड़ पैरों की निशानी’ से क्या भाव व्यंजित होता है ?
उत्तर – कुछ लोगों ने स्मरणीय वह अनुकरणीय कर्म किए अथवासदियों की ठंडी बुझी राख सुगबुगा उठी मिटटी सोने का ताज पहन इठलाती है दो राह , समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो सिंहासन खाली करो कि जनता आती है। जनता हाँ , मिट्टी की अबोध मूरतें वही जाड़े-पाले की कसक सदा सहने वाली जब अंग अंग में लगे सांप हो चूस रहे तब भी न कभी मुंह खोल दर्द कहने वाली। जनता ? हाँ लंबी-बड़ी जीभ की वहीं कसम जनता , सचमुच ही ,बड़ी वेदना सहती है सो ठीक, मगर, आखिर, इस पर जनमत क्या है? है प्रश्न गुढ ,जनता इस पर क्या कहती है ? मानो , जनता ही फूल जिसे अहसास नहीं जब चाहो तभी उतार सजा लो दोनों में अथवा कोई दुधमुही जिसे बहलाने के जंतर मंतर सीमित हो चार खिलौनों में। लेकिन होता भूडोल बवंडर उठते हैं , जनता जब कोपाकुल हो वृकुटी चढ़ाती है दो राह , समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो सिंहासन खाली करो कि जनता आती है। । निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्प का चयन कीजिए1 कवि ने किससे सिंहासन खाली करने को कहा है ?
उत्तर – अंरेजों से 2 मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है इस पंक्ति का भाव क्या है ?
उत्तर – जनतंत्र आ रहा है 3 गुलामी की अवस्था में जनता की दशा कैसी रहती है ?
उत्तर – उपर्युक्त सभी 4 घर्घर-नाद , का पर्यायवाची
उत्तर – कर्कश ध्वनि 5 कवि के अनुसार जब जनता क्रोध में आ जाती है तो क्या होता है ?
उत्तर – सत्ता पलट जाती है 6 ‘भृकुटी’ का अर्थ क्या है ?
उत्तर – भौहें 7 ‘मानो जनता हो फूल जिसे एहसास नहीं’ में कौन सा अलंकार है ?
उत्तर – उत्प्रेक्षा अलंकार। 8 लेकिन होता भूगोल बवंडर उठते हैं जनता जब कोपाकुल हो भृकुटी चढ़ाती है ‘- में कौन सा काव्य गुण रस है।
उत्तर – ओज व रौद्र कार्यालयी हिंदी और रचनात्मक लेखन ( हिंदी प्रश्न पत्र )प्रश्न 3 – निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्पों का चयन कीजिये। 5*1 = 5 1 उल्टा पिरामिड शैली किसे कहते हैं ?
उत्तर – इंट्रो , बॉडी , समापन 2 भारत में इस समय इंटरनेट पत्रकारिता का कौन सा दौर चल रहा है ?
उत्तर – दूसरा 3 पत्रकारिता के विकास में कौन सा मूल भाव सक्रिय होता है ?
उत्तर – जिज्ञासा 4 भारत का पहला समाचार पत्र कौन सा है और कहां से प्रकाशित हुआ ?
उत्तर –विभिन्न माध्यम के लिए लेखन 5 वॉच डॉग पत्रकारिता किसे कहते हैं ?
पाठ्य पुस्तक – हिंदी प्रश्न पत्रप्रश्न 4 – निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए 5 *1 = 5 अगहन देवस घटा निसि बाढ़ी , दूभर दुख सो जाई किमी काढ़ी अब धनि देवसबिरह भा राती। जरै बिरह ज्यों दीपक बाती कांपा हिया जनवा सीऊ तौ पै जाइ होइ सँग पीऊ घर घर चीर रचा सब काहू ,मोर रूप रंग लै गा नाहू पलटि न बहुरा गा जो बिछोई , अबहूं फिरै फिरै रंग सोई सियारि अगिनी बिरहिनी हिय जारा , सुलगि सुलगि दगधै भै छारा यह दुख दगध न जानै कंतु , जोबन जनम करै भसमन्तु पिय सौं कहेहु संदेसडा ,ऐ भंवरा ऐ काग सो धनि बिरहें जरि मुई , तेहिक धुंआ हम लाग। । निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्पों का चयन कीजिए1 उपयुक्त काव्यांश कहां से लिया गया है ?
उत्तर – नागमती वियोग खंड बारहमासा 2 जरै बिरह ज्यों दीपक बाती में कौन सा अलंकार है ?
उत्तर – उत्प्रेक्षा अलंकार 3 यह काव्यांश किस छंद में रचित है ?
4 नागमती विरह की अग्नि में जलकर क्या बनती जा रही है ?
उत्तर – राख 5 नागमती के पति का क्या नाम है ?
प्रश्न 5 – निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए 5 * 1 = 5यह लोग आधुनिक भारत के नए शरणार्थी है। जिन्हें औद्यौगीकरण के झंझावात ने अपने घर-जमीन से उखाड़ कर हमेशा के लिए निर्वासित कर दिया है। प्रकृति और इतिहास के बीच या गहरा अंतर है। बाढ़ या भूकंप के कारण लोग अपना घर बार छोड़कर कुछ अर्से के लिए बाहर चले जाते हैं , किंतु आफत टालते ही वह दोबारा अपने जाने-माने परिवेश में लौट भी आते हैं। किंतु विकास और प्रगति के नाम पर जब इतिहास लोगों को उन्मूलित करता है तो , वह फिर कभी अपने घर वापस नहीं लौट सकते। आधुनिक औद्योगीकरण की आंधी में सिर्फ मनुष्य ही नहीं उजड़ता बल्कि उसका परिवेश और उसका आवास स्थल भी हमेशा के लिए नष्ट हो जाता है। निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्पों का चयन कीजिए 1 प्रस्तुत गद्यांश किस पाठ से अवतरित है ?
उतर – जहां कोई वापसी नहीं 2 आधुनिक भारत के नए शरणार्थी कौन है ?
उत्तर – औद्योगिकरण के कारण अपने मूल निवास से विस्थापित लोग 3 लेखक किस संस्था की ओर से विस्थापन की समस्या को देखने समझने जाता है ?
उत्तर –जहां कोई वापसी नहीं – निर्मल वर्मा 4 लेखक कहां की यात्रा पर गया था ?
उत्तर – सिंगरौली क्षेत्र की 5 पाठ के लेखक का क्या नाम है ?
उत्तर – निर्मल वर्मा पूरक पाठ्य पुस्तक ( हिंदी प्रश्न पत्र )प्रश्न 6 – निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सबसे उचित विकल्पों का चयन कीजिए 7 1 जगधर के मन में कौन सा भाव जगा ?
उत्तर – ईर्ष्या का 2 सुभागी रात भर कहां छिपी रही ?
उत्तर – मंदिर के पिछवाड़े अमरूद के बाग में सूरदास की झोपड़ी 3 बिस्कोहर किसका गांव है ?
उत्तर – लेखक विश्वनाथ त्रिपाठी का बिस्कोहर की माटी 4 लेखक विश्वनाथ को अपनी मां के पेट का रंग कैसा लगता था ?
5 रूप सिंह कितने वर्ष बाद अपने गांव लौट रहा था ?
उत्तर – 11 वर्ष बाद आरोहण कक्षा 12 6 सूरदास किसमें विश्वास रखता था ?
उत्तर – क्षमा करने में 7 मालवा में पहले कैसे पानी गिरता था ?
उत्तर – बहुत अधिक हिंदी प्रश्न पत्र : खंड ‘ब’ वर्णनात्मक प्रश्नकार्यालय हिंदी और रचनात्मक लेखनप्रश्न 7 – निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 150 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए 5 * 1 = 5
प्रश्न 8 – प्लास्टिक की थैलियों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाए जाने पर भी उनका प्रयोग हो रहा है। इस विषय पर चिंता व्यक्त करते हुए अपने क्षेत्र के पर्यावरण निदेशालय के संयुक्त सचिव को सुझावात्मक पत्र लिखिए। 5 * 1 = 5 अथवा महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों और अभद्र व्यवहार पर चिंता जताते हुए किसी दैनिक समाचार पत्र के संपादक को रोकथाम के उपायों के साथ पत्र लिखिए। Sampadak ko Patra प्रश्न 9 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 40 50 शब्दों में लिखिए। – 1 समाचार पत्र की खूबियों का वर्णन कीजिए 3 अथवा कहानी के कौन कौन से प्रमुख तत्व है किन्ही दो का वर्णन कीजिए 2 फीचर किसे कहते हैं परिभाषा लिखिए 2 अथवा पत्रकारिता में बीट किसे कहते हैं ? प्रश्न 10 – निम्नलिखित में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 40-50 शब्दों में लिखिए। 1 पत्रकार लेखन और सृजनात्मक लेखन में कोई तीन अंतर बताइए (3*1 =3 ) अथवा एक अच्छे और रोचक फीचर की कोई तीन विशेषताएं बताइए। 2 पत्रकारीय विशेषज्ञता से क्या तात्पर्य है (2*1=2) अथवा लेख और रिपोर्ट में क्या अंतर है ? पाठ्य पुस्तकप्रश्न 11 – निम्नलिखित में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए (3 * 2 = 6)
प्रश्न 12 – निम्नलिखित में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए ( 2 * 2 = 4)
प्रश्न 13 – निम्नलिखित में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए (3 * 3 = 6)
प्रश्न 14 – निम्नलिखित में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए (2 * 2 = 4)
निष्कर्ष / समापनउपर्युक्त प्रश्न पत्र में अधिक से अधिक उत्तर देने का प्रयत्न किया गया है। कुछ उत्तर के सामने नीले रंग की लिंक दी गई है , जिसको क्लिक करके आप उत्तर और पाठ का विस्तृत रूप से अध्ययन कर सकेंगे। यह लेख विद्यार्थियों की परीक्षा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है , जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को परीक्षा में सर्वाधिक अंक दिलाने में सहायता करना है। आशा है उपर्युक्त प्रश्न पत्र आपको पसंद आया हो और आपकी समझ विकसित हो सकी हो। किसी प्रकार के प्रश्न पूछने के लिए आप नीचे कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं , हम आपके प्रश्नों का उत्तर यथाशीघ्र देंगे। |