जल चक्र कौन सी प्रक्रिया है? - jal chakr kaun see prakriya hai?

इसे सुनेंरोकेंजल चक्र पृथ्वी पर उपलब्ध जल के एक रूप से दूसरे में परिवर्तित होने और एक भण्डार से दूसरे भण्डार या एक स्थान से दूसरे स्थान को गति करने की चक्रीय प्रक्रिया है जिसमें कुल जल की मात्रा का क्षय नहीं होता बस रूप परिवर्तन और स्थान परिवर्तन होता है। अतः यह प्रकृति में जल संरक्षण के सिद्धांत की व्याख्या है।

जल चक्र के लिए क्या आवश्यक है?

इसे सुनेंरोकेंसूर्य की रोशनी समुद्र तथा झीलों के जल को गर्म करती है तथा गैस में परिवर्तित करती है । गर्म वायु वातावरण में ऊपर उठकर द्रवण की प्रक्रिया से वाष्प बन जाती है । जलीय चक्र निरंतर चलता है तथा स्रोतों को स्वच्छ रखता है । पृथ्वी पर इस प्रक्रिया के अभाव में जीवन असंभव हो जाएगा ।

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जल से वास्तु बनाने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंवाष्पोत्सर्जन एक विशिष्ट प्रक्रिया है जिसमें वनस्पतियों के पत्तों एवं उसके तनों द्वारा जल वाष्प के रूप में परिवर्तित होता है। किसी क्षेत्र से वाष्पीकरण तथा वाष्पोत्सर्जन द्वारा संयुक्त रूप से हुए जल के हास को वानस्पतिक-वाष्पोत्सर्जन कहते हैं। जल से जलवाष्प में बदलने की प्रक्रिया को वाष्पीकरण कहते हैं।

जल चक्र का सही क्रम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर : जल-चक्र के क्रम में जल की तीन सी अवस्थाएँ पायी जाती हैं – वाष्प अवस्था, द्रव अवस्था और ठोस अवस्था। द्रव अवस्था : जलवाष्प वायुमंडल के गर्म होने से संघनित होती है और पृथ्वी पर वर्षा के रूप में गिरती है।

लहरों की ऊंचाई प्रभावित करने वाले कारक कौन से हैं?

इसे सुनेंरोकें(ग) लहरों की ऊँचाई प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं – लिथोस्फेरिक प्लेटों के अचानक गति के कारण, भूकंप, ज्वालामुखी और पानी के नीचे भूस्खलन होते हैं। भूस्खलन के परिणामस्वरूप, पानी की बड़ी मात्रा में बदलाव होता है और लहरों की ऊंचाई में वृद्धि का कारण बनता है।

जल को व्हाट्सएप में परिवर्तित करने के प्रक्रम को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: जल को वाष्प में परिवर्तित करने के प्रक्रम को वाष्पन कहते हैं।

कौन से विषय की किताब पढ़ते समय जल चक्र जैसी बातें हमें बताई जाती है?

इसे सुनेंरोकेंपानी की कहानी में लेखक ने कल्पना और वैज्ञानिक तथ्य का आधार लेकर आेस की बूँद की यात्रा का वर्णन किया है। ओस की बूँद अनेक अवस्थाओं में सूर्यमंडल, पृथ्वी, वायु, समुद्र, ज्वालामुखी, बादल, नदी और नल से होते हुए पेड़ के पत्ते तक की यात्रा करती है। इस कहानी की भांति आप भी लोहे अथवा प्लास्टिक की कहानी लिखने का प्रयास कीजिए।

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इसे सुनेंरोकेंजल चक्र का तात्पर्य पृथ्वी के स्थल मंडल, जल मंडल तथा वायुमंडल के बीच होने वाले जल के चक्रीय प्रवाह से है। जल एक चक्र के रूप में महासागर, से धरातल पर और धरातल से महासागर तक पहुँचता है। इसमें, जल के विभिन्न स्रोतों से जीवों के बीच जल का आदान प्रदान भी शामिल है।

जल चक्र क्या है class 5th?

इसे सुनेंरोकेंइस प्रक्रिया में, सूर्य से निकलने वाली गर्मी पृथ्वी पर (समुद्र, महासागर, नदी, तालाब और झील) पर मौजूद पानी को वाष्प के रूप में वाष्पित कर आकाश तक ऊपर ले जाती है। पानी के वाष्प बादलों को बनाने के लिए जमा होते हैं। जब ये पानी के वाष्प पर्याप्त रूप से ठंडा हो जाते हैं, तो वे फिर से तरल अवस्था में बदल जाते हैं।

जल चक्र क्या है class 8?

इसे सुनेंरोकेंजल का चक्र अपनी स्थिति बदलते हुए चलता रहता है जिसे हम जल चक्र अथवा जलविज्ञानीय चक्र कहते हैं । जलीय चक्र की प्रक्रिया जल-मंडल, एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ वातावरण तथा पृथ्वी की सतह का सारा जल मौजूद होता है । इस जलमंडल में जल की गति ही जल चक्र कहलाता है ।

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पर्यावरण चक्र क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपर्यावरण चक्र को बनाए रखने की प्राणी की बहुत सारी भूमिका और कर्तव्य है , जिसे उन्हें उन्हें ईमानदारी से निभाना चाहिए | हमें निजी वाहनों के बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग करने की कोशिश करें जो पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। वाहनों में प्रदूषण और माइलेज की अक्सर जाँच करें।

जल चक्र के कुल कितने घटक होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंजलीय चक्र की क्रिया जल के गैसीय , हिमानी , परिहिमानी रूप , रसायनयुक्त तरल रूप , समुद्री जल आदि द्वारा होती है । जल का भाप बनना , जल वाष्प के रूप में वायुमण्डल में मिलना, वायुमंडल से वर्षण के रूप में सागरों में पहुँचना आदि जलचक्र की क्रियाएँ हैं । जलचक्र का प्रतिरूप – विवरणात्मक , गुणात्मक , अभियांत्रिकी रूपों में है ।

Solution : जल-चक्र के क्रम में जल की निम्नलिखित तीन अवस्थाएँ पाई जाती हैं -
(1) द्रव अवस्था में जल, (2) वाष्प अवस्था में जल तथा, (3) ठोस अवस्था में बर्फ।
वाष्पों से बादल बनते हैं, यही बादल वर्षा के रूप में पृथ्वी पर बरसते हैं और कई बार बादलों का जल जमकर बर्फ अर्थात् ओलों का रूप ले लेता है। पहाड़ों की चोटियों पर पड़ी बर्फ भी ठोस रूप में जल ही है, जो पिघलकर द्रव अवस्था में नदियों में आती है और वाष्प बनकर वायु में मिल जाती है।

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    जल चक्र से आप क्या समझते हैं? जलीय चक्र के विभिन्न तत्त्व किस प्रकार संबंधित हैं?

    27 Dec, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भूगोल

    उत्तर :

    जल चक्र का तात्पर्य पृथ्वी के स्थल मंडल, जल मंडल तथा वायुमंडल के बीच होने वाले जल के चक्रीय प्रवाह से है।जल एक चक्र के रूप में महासागर, से धरातल पर और धरातल से महासागर तक पहुँचता है। इसमें, जल के विभिन्न स्रोतों से जीवों के बीच जल का आदान प्रदान भी शामिल है। निम्न चित्र के माध्यम से जल चक्र को समझा जा सकता है।

    जल चक्र कौन सी प्रक्रिया है? - jal chakr kaun see prakriya hai?

    जल चक्र में वाष्पीकरण, वाष्पोत्सर्जन, संघनन, वर्षन, अंतःस्पंदन, अपवाह तथा संग्रहण की प्रक्रिया शामिल है। वाष्पीकरण के तहत गर्मी के प्रभाव से धरातल अथवा समुद्र का जल वाष्प बनकर उपर उठता है, वहीं वाष्पोत्सर्जन की प्रक्रिया जीवित प्राणियों में होती है। इनसे बनने वाला वाष्प संघनन की क्रिया के द्वारा बादल में परिवर्तित हो जाता हैं, फिर वर्षण की प्रक्रिया के द्वारा बादल के रूप में संगृहीत जल वर्षा की बूंदों तथा हिमपात के रूप में नीचे गिरता है।

    पुनः ये जल या तो अंतःस्पंदन की प्रक्रिया द्वारा भूमि के नीचे रिसता हैं अथवा अपवहन की प्रक्रिया द्वारा धरातलीय स्रोतों से बहते हुए बड़ी जल निकायों में संगृहीत होता है। पूनः यह संगृहीत जल वाष्पीकरण की प्रक्रिया द्वारा वायुमंडल मे निर्गमित होता है। इस प्रकार जल चक्र की प्रक्रिया पूरी होती है।

    जल चक्र की प्रक्रिया क्या है?

    महासागर से वाष्पीकरण द्वारा जलवाष्प के रूप में जल वायुमंडल में ऊपर उठता है जहाँ जलवाष्प के संघनन से बादल बनते हैं तथा वर्षण (precipitation) द्वारा जलवर्षा अथवा हिमवर्षा के रूप में जल नीचे भूतल पर आता है और नदियों से होता हुआ पुनः महासागर में पहुँच जाता है। इस प्रकार एक जल-चक्र पूरा हो जाता है।

    जल चक्र का दूसरा नाम क्या है?

    जल चक्र के चरण जल चक्र पृथ्वी की सतह पर, ऊपर और नीचे पानी की अंतहीन गति का वर्णन करता है। इसे हाइड्रोलॉजिकल साइकिल के रूप में भी जाना जाता है।

    जल चक्र को संचालित कौन करता है?

    Solution : पृथ्वी का जल चक्र सूर्य द्वारा संचालित होता है। पृथ्वी पर समुद्रों, नदियों एवं झीलों इत्यादि का जल सूर्य की उष्मा से वाष्पीकृत होता रहता है और वायुमण्डल में बादलों का रूप धारण कर लेता है।

    जल चक्र में बादल जल की कौन सी अवस्था है?

    Solution : जल-चक्र के क्रम में जल की निम्नलिखित तीन अवस्थाएँ पाई जाती हैं - <br> (1) द्रव अवस्था में जल, (2) वाष्प अवस्था में जल तथा, (3) ठोस अवस्था में बर्फ। <br> वाष्पों से बादल बनते हैं, यही बादल वर्षा के रूप में पृथ्वी पर बरसते हैं और कई बार बादलों का जल जमकर बर्फ अर्थात् ओलों का रूप ले लेता है।