मेडिकल स्टोर पर दवाई लेने पहुंचे लोग। - फोटो : Hisar कुलदीप जांगड़ा हिसार। हल्की ठंड के साथ सर्दी के मौसम की शुरुआत हो चुकी है।
इस शुरुआती सर्दी के मौसम में खांसी, जुकाम, बुखार होना आम बात है। कोरोना के लक्षण भी यही हैं, जिसके कारण लोग कोरोना के डर से डॉक्टर के पास जाने से परहेज कर रहे हैं और मेडिकल स्टोर से खांसी-जुकाम, बुखार आदि की दवा ले रहे हैं। चिकित्सकों का मानना है कि ऐसी स्थिति में संक्रमण का खतरा बढ़ने की आशंका है। टीम का किया था गठन - कैंप चौक स्थित मेडिकल स्टोर पर 3 मरीज बुखार और जुकाम की दवा ले रहे थे। उनसे पूछा गया तो कहा कि उन्हें तो
केवल नॉर्मल खांसी जुखाम है। - कैंप चौक स्थित एक दुकान पर अमर उजाला रिपोर्टर ने खांसी, जुकाम व बुखार का नाम लेकर दवा मांगी तो मेडिकल संचालक ने बिना जांच और संकोच किए 4 दिन की दवा दे दी। रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS
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| Updated: Jun 7, 2022, 4:47 PM नयी दिल्ली, सात जून (भाषा) केंद्र सरकार की योजना खांसी, सर्दी-जुकाम और दर्द समेत अन्य रोगाों में इस्तेमाल होने वाली 16 तरह की आम दवाओं मसलन पैरासीटामोल, बंद नाक खोलने की दवा और फंफूदरोधी दवा को ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) वर्ग में शामिल करने की है। ओटीसी वर्ग की दवाओं को गैर पर्चे वाली दवा कहा जाता है और इन्हें चिकित्सक के परामर्श के बगैर खरीदा जा सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने औषधि नियम-1945 में संशोधन का सुझाव दिया है, ताकि इन 16 दवाओं को सूची-के. के तहत लाया जा सके। सूची-के. की दवाओं को खरीदने के लिए चिकित्सक के केंद्रीय
स्वास्थ्य मंत्रालय ने औषधि नियम-1945 में संशोधन का सुझाव दिया है, ताकि इन 16 दवाओं को सूची-के. के तहत लाया जा सके। सूची-के. की दवाओं को खरीदने के लिए चिकित्सक के पर्चे की जरूरत नहीं पड़ती। सूची-के. की दवाओं को लाइसेंस धारक खुदरा विक्रेता ओटीसी के तहत इन्हें आसनी से बेच सकते हैं। इस मामले में एक महीने में पक्षकारों के सुझाव आमंत्रित करने के लिए मंत्रालय द्वारा एक गजट अधिसूचना जारी की गई है। इन 16 दवाओं में पोविडोन आयोडीन (एंटीसेप्टिक और कीटाणुनाशक एजेंट), मसूड़े की सूजन के लिए क्लोरोहेक्साइडिन माउथवॉश, क्लोट्रिमेज़ोल (एंटिफंगल क्रीम), खांसी के लिए डेक्सट्रोमेथोरफान हाइड्रोब्रोमाइड लोजेंगेस, एनाल्जेसिक मरहम डिक्लोफेनाक, बेंजोयल पेरोक्साइड (एक जीवाणुरोधी), डीफेनहाइड्रामाइन कैप्सूल (एंटीहिस्टामिनिक और एंटीएलर्जिक दवा), पैरासिटामोल, बंद नाक खोलने की दवा और जुलाब शामिल हैं। प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाने के बाद इन दवाओं को बिना चिकित्सक की पर्ची के दुकानों पर बेचा जा सकेगा। हालांकि कुछ सलाह के साथ इन दवाओं को बेचा जाएगा जैसे कि उपचार की अधिकतम अवधि पांच दिनों से अधिक नहीं होनी चाहिए और यदि समस्या हल नहीं होती है, तो रोगी को चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें सर्दी जुकाम होने पर कौन सी टेबलेट दी जाती है?नाम कोल्ड टैबलेट एसआर तीन दवाओं का एक मिश्रण हैःनिम्स्यूलाइड, लोरैटैडाइन, अंबरोक्शॉल और फेनिलएफ्रिन जो आम सर्दी के लक्षणों से राहत दिलाते हैं.
जुखाम के लिए सबसे बेस्ट टेबलेट कौन सी है?कोल्ड बेस्ट टैबलेट इन तीन दवाओं सेट्रीजिन, पैरासिटामोल और पीसियूडोएफेड्रीन का कॉम्बिनेशन है, जो जुकाम के लक्षणों से राहत देता है. सेट्रीजीन एक एंटीएलर्जिक दवा है जो हिस्टामाइन (एक केमिकल मैसेंजर) को ब्लॉक करती है जिससे एलर्जी के लक्षणों जैसे कि नाक बहना, आंखों से पानी निकलना और छींके आना आदि से राहत मिलती है.
खांसी जुकाम की टेबलेट कौन सी है?डीएमआर 30mg टैबलेट एक एंटीट्यूसिव (खांसी को रोकने या उससे राहत देने वाली) दवा है.. इसका सूखी खांसी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह मस्तिष्क में खांसी केन्द्रक की गतिविधि को कम करके मदद करता है.
1 दिन में जुकाम कैसे ठीक करें?1- लौंग और शहद खाएं- खांसी या जुकाम होने पर आप लौंग का सेवन करें. लौंग को पीसकर इसे शहद के साथ मिलाकर दिन में 2-3 बार खा लें. इससे आपको खांसी में काफी राहत मिलेगी. 2- तुलसी अदरक की चाय- अगर आप बहती नांक और खांसी से परेशान हैं तो आपको गर्म तासीर की चीजों का सेवन करना चाहिए.
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