हनुमान जी की पूजा का सही समय क्या है? - hanumaan jee kee pooja ka sahee samay kya hai?

मंगलवार का दिन हनुमान जी की उपासना के लिए सर्वोत्म माना जाता है और इस दिन देवालय में भक्तों का अंबार लगा होता है. बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए कोई मंत्र जाप करता है तो कोई चालीसा या हनुमानाष्टक का पाठ करता नज़र आता है लेकिन बहुत कम लोगों को मालूम है कि कौन से संकट या कष्ट के लिए हनुमान के कौन से मंत्र या चौपाई का जाप करना चाहिए. आइए जानते हैं उनकी उपासना का शुभ समय क्या है और किस तरह उपासना करने से सारे संकटों से मुक्ति मिल जाती है.

संकट कटे मिटे सब पीरा

जो सुमिरे हनुमत बलबीरा....

यानि जो कोई भक्त महावीर हनुमान का ध्यान करता रहता है, उसके सब संकट स्वयं ही कट जाते है और सभी पीड़ाएं भी नष्ट हो जाती हैं.

कहते हैं कि जीवन में संकट कैसा भी आए, हनुमान जी के पास उसका समाधान जरूर होता है. इस धरती पर ऐसा कोई कष्ट और ऐसी कोई पीड़ा नहीं होती है जिसका निदान करने में महावीर हनुमान असमर्थ हों इसलिए अगर आपके जीवन में भी बार –बार संकट आते हों या कोई भी काम पूरा होने में बाधाएं आती हों तो भगवान हनुमान की उपासना करनी चाहिए.

संकट नाश के लिए कैसे करें हनुमान उपासना?

आपका संकट जिस तरह का है, संकट नाश के लिए उसी तरह के मंत्र या चौपाई का चुनाव करें. स्नान करके लाल कपड़े पहनें. फिर हनुमान जी को लाल फल और लाल फूल अर्पित करें. लाल चन्दन या तुलसी की माला से चुने हुए मंत्र या चौपाई का जाप करें. मंत्र जाप के बाद प्रसाद ग्रहण करें, शीघ्र टलेगा आपका संकट.

संकटों से पीछा छुड़ाने के लिए ये उपासना अचूक मानी गई है. जरूरत है तो बस संकट से संबंधित सही मंत्र या चौपाई का चुनाव करके उसका जाप करने की. हनुमान जी के कौन से मंत्र या चौपाई का जाप करना होगा उत्तम.

संकट ते हनुमान छुड़ावैं

मन क्रम बचन ध्यान जो लावै

संकट के मुताबिक चुनें मंत्र या चौपाई-

सेहत की गंभीर समस्याओं से निपटने के लिए-

- सेहत की गंभीर समस्याओं के निवारण के लिए "ॐ लक्ष्मणप्राणदात्रे नमः" मंत्र का जाप करें या  

- लगातार ११ दिनों तक हनुमान चालीसा का ११ बार पाठ करें

जेल और मुकदमें की बाधाओं से निपटने के लिए-

जेल या मुकदमों की बाधाओं से निपटने के लिए "ॐ नमो हनुमते भयभन्जनाय सुखम कुरु फट स्वाहा" का जाप करें.

सेहत की समस्याओं से मुक्ति के लिए-

सेहत की समस्याओं से मुक्ति के लिए "नासै रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा" का यथाशक्ति जाप करें.

अमंगल या अशुभ को टालने के लिए-

किसी भी अमंगल या शुभ को टालने के लिए "मंगल मूरति मारुति नंदन , सकल अमंगल मूल निकंदन" का जाप करें.

अपयश, निंदा और अपमान से बचने के लिए-

अपयश , निंदा और अपमान से बचने के लिए "ॐ लंकिनीभन्जनाय नमः" का जाप करें.

हनुमान पूजन का सबसे शुभ पहर और आपकी पूजा को सफल बनाने से संबंधित कुछ खास बातें...

पूजन को सफल बनाने का उपाय-

- पूजा शुरू करने से पहले हनुमान जी से पूजा की सफलता की प्रार्थना करें

- फिर उनकी वंदना करके पूजन आरम्भ करें

हनुमान उपासना का शुभ पहर-

- हनुमान उपासना के लिए आज का सबसे शुभ पहर है - शाम 07.30 से रात 9.15 बजे तक

- इस समय हनुमान जी की कपूर से आरती करें, हर प्रकार की दुर्घटनाओं से आपकी रक्षा होगी

तो आप भी मंगलवार के दिन महावीर हनुमान की उपासना करके अपने जीवन के तमाम कष्टों और संकटों से मुक्ति पा सकते हैं.

नई दिल्‍ली: कहते हैं कि संकटमोचक हनुमान जी (Hanuman Ji) अपने भक्तों से जल्‍दी प्रसन्‍न होते हैं और उनके सभी कष्टों और परेशानियों को दूर करते हैं. रामभक्‍त हनुमान की कृपा पाने के लिए लोग मंगलवार को व्रत करते हैं और उनकी पूजा करते हैं. कई लोग रोजाना या मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ भी करते हैं. 

मंगलवार के दिन व्रत-पूजा करने से मिलते हैं कई लाभ 

शास्त्रों के अनुसार मंगलवार का व्रत रखने से कुंडली में मंगल ग्रह की निर्बलता दूर होती है और शुभ फल मिलने लगते हैं. वहीं शनि की महादशा और साढ़े साती को दूर करने के लिए भी यह बहुत लाभकारी होता है. इसके अलावा मंगलवार का व्रत सम्मान, बल, साहस और पुरुषार्थ को भी बढ़ाने वाला होता है. इस दिन विधि- विधान से शुभ मुहुर्त में हनुमान जी की पूजा करने से संकटों से मुक्ति मिलती है. 

यह भी पढ़ेंः Chandra Grahan के बाद होगा बड़ा ज्‍योतिषीय बदलाव, जानें अगले 41 दिनों तक कैसा रहेगा सभी Zodiac Signs के लिए समय?

पूजा का शुभ मुहूर्त  

मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करने का शुभ मुहूर्त सुबह और शाम दोनों समय होता है. लिहाजा सुबह सूर्योदय के बाद और शाम को सूर्यास्त के बाद हनुमान जी की पूजा कर सकते हैं. इन दोनों समय के बीच हनुमान जी की पूजा करना उचित नहीं माना गया है. 

व्रत-पूजन विधि 

व्रत-पूजा के लिए मंगलवार सुबह उठकर स्नान करके लाल कपड़े पहनें. फिर घर या मंदिर में कहीं भी पूजा करें. कोरोना काल में घर में पूजा करना ही बेहतर है. लिहाजा ईशान कोण में साफ-सफाई करके एक चौकी स्थापित करें और उस पर लाल वस्त्र बिछाएं. फिर उस पर हनुमान जी की मूर्ती या फोटो करें. कोशिश करें कि वहां पर भगवान श्री राम और माता सीता की भी प्रतिमा रखें. इसके बाद घी का दीपक और धूप-दीप जलाकर सुंदर कांड का पाठ करें. हनुमान जी के मंत्रों का जाप करें. फिर हनुमान जी को लाल फूल, लाल सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं. इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करके आरती करें और भगवान को गुड़, केले और लड्डू का भोग लगाएं. वहीं मंगलावर का व्रत रखने वाले लोग केवल शाम के समय भोजन कर सकते हैं. बाकी पूरे दिन में केवल दूध, केला और मीठा फलाहार ही लें. 

(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)

हनुमान जी की पूजा शाम को कितने बजे करनी चाहिए?

मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा सुबह और शाम के समय करना फलदायी माना जाता है. इस दिन आप सूर्योदय के बाद और शाम को सूर्यास्त के बाद हनुमान जी की पूजा कर सकते हैं. वैसे पूरे दिन में सूर्यास्त के बाद ही पूजा का शुभ मुहूर्त होता है.

हनुमान जी की पूजा करने का समय क्या है?

वैसे तो मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा सुबह करें या शाम दोनों ही समय में करना फलदायी माना जाता है. इस दिन आप सूरज के उगने के बाद और शाम को सूरज डूबने के बाद हनुमान जी की पूजा कर सकते हैं. वैसे तो पूरे दिन में सूरज डूबने के बाद ही पूजा का शुभ मुहूर्त (hanuman ji puja shubh muhurat) होता है.

हनुमान चालीसा का पाठ शाम को कितने बजे करना चाहिए?

मान्यता अनुसार हनुमान चालीसा का पाठ सुबह या शाम के वक्त किया जा सकता है। वहीं सुबह पाठ करने से पहले नित्यक्रिया आदि करके स्नान करें और फिर हनुमान चालीसा का पाठ करें। जबकि आप इसे शाम को पढ़ना चाहते हैं तो कोशिश करने कि कपड़े स्वच्छ पहन लें, यदि संभव नहीं तो कम से कम अपने हाथ और पैर अच्छी तरह धो लें।

हनुमान जी खुश होने पर क्या संकेत देते हैं?

शनि की साढ़े साती, ढैया या अन्य किसी भी तरह की शनि पीड़ा का असर अगर आप पर नहीं होता है यह इस बात का संकेत है कि हनुमान जी आप से प्रसन्न हैं. यदि आप झूठ नहीं बोलते, सबसे प्रेम भाव रखते हैं, दोस्तों और परिवार क साथ आप किसी विवाद में नहीं उलझते तो यह हनुमान जी की कृपा होने का संकेत है.