इन्दौर का इतिहासप्राचीन इंदौर (इन्द्रपुर) के बारे में जानकारी Show
इन्दौर का इतिहास
इन्द्रेश्वर मंदिर और इंदौर
मुस्लिम आक्रमण के समय इंदौर
अकबर का मालवा प्रशासन
मराठों का आक्रमण और इंदौर
इंदौर में होलकर राजवंश की नींव
इंदौर का इतिहास भाग 01इंदौर का इतिहास भाग 02इंदौर का पुराना नाम क्या है?- अठारहवीं शताब्दी में मराठा शासनकाल में इंद्रपुरी का नाम बदलकर इंदूर (इसके पीछे का लॉजिक) मराठी में इंद्रपुरी को मराठी अपभ्रंश में इंदूर उच्चारण हुआ और बाद में यही नाम चलन में आ गया। - अठारहवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में बिट्रिशों ने इंदूर का नाम अंग्रेजी में INDOR किया और बाद में बदलकर INDORE कर दिया।
इंदौर के राजा का नाम क्या था?अपने राज्य हाथी पर सवार इंदौर के महाराजा। महाराजा तुकोजीराव होलकर द्वितीय। तुकोजीराव होलकर तृतीय।
इंदौर जिला कब बना था?1 नवंबर 1956 को मध्यप्रदेश राज्य के गठन के साथ ही यह जिला “पश्चिम निमाड़” के रूप में अस्तित्व में आ गया था।
इंदौर शहर के संस्थापक कौन थे?वास्तव मे इंदौर शहर का संस्थापक जमींदार परिवार है जो आज भी बड़ा रावला जूनी इंदौर में रहता है. इस शहर की नींव 17वीं शताब्दी में पड़ी थी और इसे राव नंदलाल चौधरी ने बसाया था. इंद्र देवता के नाम पर इसका नाम इंद्रापुर रखा गया और बाद में यह इंदौर हो गया. शहर अपनी भव्य इमारतों के लिए भी जाना जाता है.
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