बालक ने सेठ की संदूक क्यों उठाई? - baalak ne seth kee sandook kyon uthaee?

RBSE Solutions for Class 5 Hindi Chapter 2 मेहनत की कमाई is part of RBSE Solutions for Class 5 Hindi. Here we have given Rajasthan Board RBSE Class 5 Hindi Solutions Chapter 2 मेहनत की कमाई

Board RBSE
Textbook SIERT, Rajasthan
Class Class 5
Subject Hindi
Chapter Chapter 2
Chapter Name मेहनत की कमाई
Number of Questions 35
Category RBSE Solutions

Rajasthan Board RBSE Class 5 Hindi Solutions Chapter 2 मेहनत की कमाई

पाठ का सार-एक अमीर बाप का बेटा आलसी और निर्लज्ज था। एक दिन पिता ने उसे कुछ कमा कर लाने को कहा। लड़का अपनी माँ के पास मिन्नतें कर एक रुपये का सिक्का ले आया और अपने पिता | को सौंप दिया। पिता सब कुछ समझ गया था। उसने बेटे को वह सिक्का कुएँ में डालने को कहा। लड़के ने झट से उसे कुएँ में फेंक दिया। अगले दिन पिता ने लड़के से फिर कुछ कमा कर लाने की बात कही। अबकी बार लड़के ने अपनी बहन से एक रुपया लाकर पिता को दे दिया तथा पिता के कहने पर उसे भी कुएँ में डाल दिया। अगले दिन पिता ने माँ-बेटी को घर से बाहर भेज दिया, और लड़के से कमाकर लाने की बात कही। बेटा दिनभर घर बैठा परेशान होता रहा। अंत में शाम के समय वह कुछ काम हूँढ़ने के लिए बाजार में गया।

वहाँ पर एक सेठ ने अपना सामान घर पर पहुँचाने के बदले उसे चवन्नी दी। लड़का थक गया था। उसका शरीर दर्द कर रहा था। रात में उसने वह चवन्नी अपने पिता को दे दी। पिता ने उसे फिर कुएँ में डालने की बात कही। इस पर लड़के को गुस्सा आ गया। उसने कहा यह मेरी मेहनत की कमाई है। अनुभवी पिता समझ गया था कि बेटे को मेहनत की कमाई का मतलब समझ आ गया था। अगले ही दिन उसने अपना सारा व्यापार लड़के को सौंप दिया।

कठिन-शब्दार्थ- आलसी = कार्य करने में सुस्त । निर्लज्ज = बेशर्म । मिन्नतें करना = विनती करना। लापरवाह = असावधान/बेफिक्र। विवश = मजबूर। झटपट = तुरत-फुरत/जल्दी से। तरस खाना = दया करना। संध्या = शाम का समय । क्रोध = गुस्सा । मेहनत = परिश्रम । हवाले करना = सौंप देना।

पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर सोचें और बताएँ

प्रश्न 1.
पिता ने बेटे को बुलाकर क्या कहा?
उत्तर:
पिता ने बेटे को बुलाकर कहा, जो कुछ कमा कर ला।

प्रश्न 2.
बालक सरलता से एक रुपया कुएँ में क्यों फेंक देता था ?.
उत्तर:
क्योंकि वह रुपया उसकी मेहनत की कमाई से प्राप्त नहीं था, उसे आसानी से मिला हुआ होता था।

प्रश्न 3.
बालक ने अंतिम दिन चवन्नी कुएँ में क्यों नहीं फेंकी ?
उत्तर:
क्योंकि वह चवन्नी उसने अपनी मेहनत से कमाई थी।

लिखें

प्रश्न 1.
रिक्त स्थान भरें(क्रोध, दुखने, माँ, रोने, बेटी)

(क) बेटा ………. के पास जाकर …….. लगा।
(ख) पिता ने पत्नी और …….. को बाहर भेज दिया ।
(ग) लड़के को ……….. आ गया।
(घ) मेरी गर्दन, कमर और पैर ………लगे हैं।
उत्तर:
(क) माँ, रोने
(ख) बेटी
(ग) क्रोध
(घ) दुखने

प्रश्न 2.
बालक अंतिम दिन मजदूरी करने पर क्यों विवश हुआ ?
उत्तर:
क्योंकि अन्तिम दिन घर में न तो उसकी माँ थी और न ही बहन, जो उसे पैसे दे सके।
अतः उसे | मजदूरी करने के लिए विवश होना पड़ा।

प्रश्न 3.
बालक ने चार आने किस प्रकार कमाए?
उत्तर:
बालक ने एक सेठ का संदूक उठाकर उसके घर पहुँचाया। इसके बदले में उसे चार आने मजदूरी मिली।

प्रश्न 4.
“बेटा दिनभर सुस्त बैठा रहा। उसकी आँखों से आँसू बहते रहे।” बेटा उदास क्यों बैठा था ?
उत्तर:
बेटा आलसी और कामचोर था। जब पहले दो दिन पिता ने उसे कुछ कमाकर लाने को कहा तो उसने अपनी माँ और बहन से पैसे लाकर दे दिये। लेकिन उस दिन माँ और बहन घर पर नहीं थीं और वह मेहनत करना नहीं जानता था। वह उस दिन पैसा कैसे कमाये ? क्या काम करे ? यही सोचकर वह दिन भर | उदास बैठा था।

प्रश्न 5.
“सेठ की सूझबूझ ने बालक का जीवन | बदल दिया।” कैसे ? समझाइये।
उत्तर:
सेठ जानता था कि बालक आलसी और कामचोर है। उसे मेहनत का सबक सिखाना आवश्यक है। अतः उसने उसे अपनी मेहनत से पैसा कमाने को कहा। जब बालक बिना मेहनत के अपनी माँ और बहन से पैसे लेकर आया तो सेठ के कहने पर उसने आसानी से उन्हें फेंक दिया। लेकिन जब उसने अपनी मेहनत से एक चवन्नी कमाई तो वह उसे नहीं फेंक सका। उसे
मेहनत की कमाई का पता लग चुका था। इस प्रकार सेठ की सूझबूझ ने बालक को जीवन बदल दिया।

प्रश्न 6.
अनुभवी पिता ने पली और बेटी को बाहर क्यों भेजा होगा, बताओ?
उत्तर:
अनुभवी पिता जानता था कि जब तक पत्नी और बेटी घर में हैं, तब तक उसका पुत्र किसी न किसी बहाने से उनसे पैसे लेता रहेगा और उसको मेहनत करके पैसे कमाने का अनुभव नहीं मिल पाएगा। इसलिए उसने पत्नी और बेटी को बाहर भेजा होगा।

प्रश्न 7.
बेटे की गर्दन, कमर और पैर क्यों दुखने लगे थे?
उत्तर:
बेटे ने पैसे कमाने के लिए मेहनत की थी, एक सेठ का संदूक उठाकर उसके घर पहुँचाया था, जिससे थकान होने के कारण उसकी गर्दन, कमर और पैर दुखने लगे थे।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
पाठ में आए निम्नलिखित शब्दों के विपरीत अर्थ वाले शब्द लिखिए।
उत्तर:
दुःख – सुख
जल्दी – देर
रात्रि – दिवस
जीवन – मृत्यु

प्रश्न 2.
नीचे दिये गए शब्दों का वाक्य में प्रयोग करें।
उत्तर:
स्वस्थ-स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम करें।

(क) पेड़-पेड़ लगाने चाहिए।
(ख) जल-जल ही जीवन है।
(ग) बेटी-बेटी-बेटा दोनों समान हैं।
(घ) आदर-हमें बड़ों का आदर करना चाहिए।

यह भी करें

प्रश्न 1.
यदि माँ और बहिन हमेशा उसे पैसे देती रहतीं तो क्या होता ?
उत्तर:
यदि. माँ और बहिन उस बालक को हमेशा पैसे देती रहतीं तो वह कभी भी मेहनत नहीं कर पाता और उसे मेहनत की कमाई का मूल्य पता नहीं हो पाता।

प्रश्न 2.
पिता ने अपना सारा व्यापार लड़के के हवाले क्यों किया होगा ?
उत्तर:
क्योंकि पिता यह जान चुका था कि लड़के को मेहनत का महत्त्व मालूम हो चुका है और वह अब मेहनत से उसके व्यापार को और आगे बढ़ा सकता है। यही सोचकर पिता ने अपना सारा व्यापार लड़के के हवाले किया होगा।

अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर वस्तुनिष्ठ

प्रश्न 1.
अमीर बाप का लड़का कैसा था?
(अ) मेहनती.
(ब) परिश्रमी,
(स) जुझारू
(द) लापरवाह
उत्तर:
(द) लापरवाह

प्रश्न 2.
अमीर पिता ने आलसी पुत्र को कुछ कमा के लाने के लिए कहा। पहले दिन लड़के ने किससे पैसे माँगे?
(अ) पिता से
(ब) माँ से ।
(स) भाई से
(द) चाचा से
उत्तर:
(ब) माँ से ।

प्रश्न 3.
पिता ने रुपया कहाँ फेंकने को कहा?
(अ) कुएँ में
(ब) बाजार में
(स) रास्ते में
(द) नदी में
उत्तर:
(अ) कुएँ में

प्रश्न 4.
संदूक उठाने के बदले में लड़के को क्या मिला?
(अ) एक रुपया
(ब) अठन्नी
(स) चवन्नी
(द) दस रुपये
उत्तर:
(स) चवन्नी

रिक्त स्थान भरो
उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति करो|

(अनुभवी, मजदूरी, व्यापार, तरस, निर्लज्ज, घर)

1. लड़का लापरवाह और ……….. था।
2. बहिन ने ………. खाकर एक रुपया दे दिया।
3. वह संध्या के समय बाजार में …….. खोजने लगा।
4. पिता ने अपना ………. लड़के के हवाले कर दिया।

उत्तर:
1. निर्लज्ज,
2. तरस,
3. मजदूरी,
4. व्यापार।

निम्न में से सत्य/असत्य कथन बतलाइये

प्रश्न 1.
लड़का बहुत मेहनती और समझदार था।
उत्तर:
असत्य

प्रश्न 2.
उसकी माँ ने उसे एक रुपया दे दिया।
उत्तर:
सत्य

प्रश्न 3.
लड़के ने सेठ का संदूक उठाने से मना कर दिया।
उत्तर:
असत्य

प्रश्न 4.
पिता ने अपना व्यापार लड़के को सौंप दिया।
उत्तर:
सत्य।

अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
पिता ने किसे घर से बाहर भेज दिया ?
उत्तर:
पिता ने माँ और बेटी को घर से बाहर भेज दिया।

प्रश्न 2.
बेटा मजदूरी खोजने कहाँ गया ?
उत्तर:
बेटा मजदूरी खोजने बाजार में गया।

प्रश्न 3.
बालक ने पहले दो दिन किससे पैसे लिए?
उत्तर:
बालक ने पहले दो दिन अपनी माँ और बहिन से पैसे लिए।

प्रश्न 4.
आपके विचार में चवन्नी कुएँ में फेंकने की बात पर लड़के को गुस्सा क्यों आया होगा?
उत्तर:
लड़का मेहनत करके चवन्नी कमा लाया था, वह मेहनत की कमाई को नहीं फेंकना चाहता था। इसलिए उसे गुस्सा आया।

प्रश्न 5.
पिता ने अपने लड़के का जीवन किस तरह बदल दिया?
उत्तर:
पिता ने लड़के से मजदूरी कराकर मेहनतीं बना दिया और उसका जीवन बदल दिया।

लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
पिता ने बेटे से कुछ कमा कर लाने के लिए क्यों कहा ?
उत्तर:
पिता इस बात से चिंतित था कि उसका बेटा आलसी और लापरवाह है। जब तक वह मेहनत से कमाये गये पैसे का महत्त्व नहीं समझेगा तब तक वह लापरवाह ही बना रहेगा। उसमें जिम्मेदारी की भावना पैदा हो सके, इसलिए पिता ने उससे कुछ कमाकर लाने को कहा।

प्रश्न 2.
लड़के ने एक रुपया तो कुएँ में फेंक दिया, लेकिन चवन्नी फेंकने से मना कर दिया। क्यों ? समझाइये।
उत्तर:
लड़के ने एक रुपये के सिक्के अपनी माँ और बहिन से लिये थे। उसे इस बात का अनुभव ही नहीं था कि उसे कमाने में कुछ मेहनत भी हुई होगी, इसलिए उसने आसानी से उन सिक्कों को कुएँ में डाल दिया। लेकिन चवन्नी कमाने में उसे परिश्रम करना पड़ा था। अपनी मेहनत की कमाई को कुएँ में फेंकने के लिए कहने पर उसने मना कर दिया।

प्रश्न 3.
माँ ने बेटे को रुपया क्यों दिया? लिखिए।
उत्तर:
बेटा मेहनत नहीं करना चाहता था। उसने माँ से रो-रोकर काफी मिन्नतें कीं, तो माँ को उस पर तरस आ गयी। उससे बेटे का दु:ख देखा नहीं गया। इस कारण माँ ने बेटे को एक रुपया दे दिया।

प्रश्न 4.
बेटे की गर्दन तथा पीठ में भयंकर दर्द क्यों हो रहा था?
उत्तर:
अमीर बाप के बेटे ने कभी मेहनत नहीं की थी। जब एक सेठ ने उसे सन्दूक उठाने को कहा, तो उसने वह काम काफी परिश्रम से किया। सन्दूक भारी था। इसलिए उसके पैर काँप रहे थे, उसकी गर्दन और पीठ में दर्द हो रहा था। यह सब कठिन परिश्रम करने से ही हो रहा था।

निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
अमीर होने के बावजूद भी पिता ने अपने बेटे से परिश्रम क्यों करवाया ?
उत्तर:
पिता ने अपना व्यापार बहुत मेहनत के साथ | आगे बढ़ाया था। उसे अपना व्यापार अन्ततः अपने बेटे को सौंपना था, लेकिन पिता जानता था कि उसका बेटा आलसी और लापरवाह था। यदि समय रहते उसमें जिम्मेदारी की भावना पैदा नहीं हुई और उसने परिश्रम का महत्त्व नहीं समझा तो वह उस व्यापार को चौपट कर सकता था। अपने पुत्र को परिश्रम का महत्त्व समझाने के उद्देश्य से ही पिता ने अपने बेटे से मेहनत करवाई।।

प्रश्न 2.
‘मेहनत की कमाई’ पाठ से क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर:
‘मेहनत की कमाई’ एक आलसी बेटे की कहानी है। वह अपना काम करने में आलसी और लापरवाह था। अमीर बाप उसे मेहनती और समझदार बनाना चाहता था। अपने बाप की कठोरता से बेटे ने बाजार में मजदूरी की। इस तरह इस पाठ से शिक्षा मिलती है। कि आलस्य और लापरवाह नहीं रहकर मेहनती बनना चाहिए। परिश्रमी व्यक्ति समझदार होता है और अपनी जिम्मेदारी निभा पाता है। इसलिए परिश्रमी एवं जिम्मेदार बनने का प्रयास करना चाहिए।

पठित गद्यांश

निम्नलिखित गद्यांशों को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए
1.
अनुभवी पिता ने पत्नी और बेटी को बाहर भेज दिया। पिता ने बेटे से प्रातः उठने पर कहा, “जा, कुछ कमा कर ला, नहीं तो रात को भोजन नहीं मिलेगा।” बेटा दिन भर सुस्त बैठा रहा। उसकी आँखों से आँसू बहते रहे। कोई उसकी सुध लेने वाला न था । विवश होकर संध्या के समय वह उठा और बाजार में मजदूरी खोजने लगा। एक सेठ ने कहा, ”मेरा यह संदूक उठा कर घर पहुँचा दे, मैं तुझे चार आने दूंगा ।”

प्रश्न 1.
इस गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।
उत्तर:
‘परिश्रम का फल।

प्रश्न 2.
पिता ने किसे बाहर भेज दिया था और क्यों?
उत्तर:
पिता ने पत्नी और बेटी को बाहर भेज दिया था, क्योंकि वह नहीं चाहता था कि वे फिर उसके आलसी बेटे की मदद कर सकें।

प्रश्न 3.
बेटे की आँख से आँसू क्यों बहने लगे?
उत्तर:
बेटे की आँखों से आँसू बहने लगे क्योंकि आज उसकी मदद करने वाला कोई नहीं था। आज उसको मेहनत करके ही पैसे कमाने थे।

प्रश्न 4.
‘संध्या’ शब्द का विलोम शब्द गद्यांश में से ढूँढ़कर लिखिए।
उत्तर:
प्रात:काल।

2.
अमीर बाप के बेटे ने संदूक उठा कर सेठ के घर पहुँचाया। वह थककर चूर हो गया। उसके पाँव काँप रहे थे और गर्दन तथा पीठ में भयंकर दर्द हो रहा था। रात को बाप ने पूछा, “बेटा, आज तूने क्या कुछ कमाया?” लड़के ने चवन्नी निकाल कर दिखाई। बाप बोला, “जा, इसे कुएँ में डाल आ ।” लड़के को क्रोध आ गया। वह बोला, “यह मेरी मेहनत की कमाई है। मेरी गर्दन, कमर और पैर दुखने लगे हैं, आप कहते हैं इसे कुएँ में डाल आ।” अनुभवी पिता सब कुछ समझ गया। अगले दिन उसने अपना सारा व्यापार लड़के के हवाले कर दिया।

प्रश्न 1.
इस गद्यांश का उपर्युक्त शीर्षक लिखिए।
उत्तर:
‘मेहनत की कमाई’।

प्रश्न 2.
लड़के ने कितने पैसे कमाये थे?
उत्तर:
लड़के ने चवन्नी कमाई थी।

प्रश्न 3.
लड़के को क्रोध क्यों आया?
उत्तर:
लड़के को क्रोध आया क्योंकि पिता ने उसकी मेहनत की कमाई को कुएँ में डाल आने को कहा था।

प्रश्न 4.
‘गरीब’ शब्द का विलोम शब्द गद्यांश में से ढूँढ़कर लिखिए।
उत्तर:
‘अमीर

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