इस कविता से क्या शिक्षा मिलती है? - is kavita se kya shiksha milatee hai?

विषयसूची

  • 1 इस कविता से हमें क्या संदेश मिलता?
  • 2 इस काव्यांश से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
  • 3 ध्वनि कविता हमें क्या सन्देश देती है?
  • 4 कविता के माध्यम से क्या कहा गया है?
  • 5 हमने संसार को कौन सा संदेश दिया है?
  • 6 भगवान के डाकिए कविता के कवि कौन हैं?
  • 7 सीखो कविता से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
  • 8 कविता के बहाने कविता के माध्यम से कवि क्या कहना चाहता है?
  • 9 दो चट्टानें कविता का मूल भाव क्या है?
  • 10 इनसे सीखो कविता में किस किस सेक्या सीखने की प्रेरणा दी गई है?

इस कविता से हमें क्या संदेश मिलता?

इसे सुनेंरोकेंइस कविता से हमें क्या संदेश मिलता है? इस कविता से हमें यह संदेश मिलता है कि जिस प्रकार वसंत ऋतु के आगमन से सारी सृष्टि खिलकर मनमोहक बन जाती है उसी प्रकार हमें भी अपने श्रेष्ठ कार्यो से समाज, राष्ट्र व विश्व की आभामय बनाना चाहिए। एस कार्य करने चाहिए कि सभी हमारा यशगान करें।

इस काव्यांश से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

इसे सुनेंरोकेंइस काव्यांश में हमें क्या शिक्षा मिलती है? Answer: इस कविता से हमें शिक्षा मिलती है कि मनुष्यों को स्वार्थ भावना त्यागकर, जति, धर्म की सीमाओं को लाँघकर प्रेमभाव का संदेश फैलाना चाहिए। सौरभ तथा ‘पाँख’ शब्दों के अर्थ स्पष्ट करें। सौरभ-सुगंध।

ध्वनि कविता में हमने क्या सीखा?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न 3: ‘ध्वनि’ कविता से हमें क्या प्रेरणा मिलती है? उत्तर: ‘ध्वनि’ कविता से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि जिस प्रकार वसन्त ऋतु के आने से चारों ओर मनमोहक दृश्य बन जाता है उसी प्रकार हम भी अपने श्रेष्ठ कार्यों से समाज व राष्ट्र को कान्तिमय बनाएँ और हमारा यशगान फूलों की खुशबू की तरह चारों ओर फैले।

ध्वनि कविता हमें क्या सन्देश देती है?

कविता के माध्यम से क्या कहा गया है?

इसे सुनेंरोकेंSolution. इस कविता के माध्यम से कवि ने आजादी के महत्त्व को बतलाने का प्रयास किया है। इसमें कवि ने बताने का प्रयास किया है कि आजादी के साथ आने वाली जिम्मेदारियों का अहसास हमें होना चाहिए। स्वतंत्र होना सभी को अच्छा लगता है लेकिन स्वतंत्रता का सही उपयोग कम ही लोग कर पाते हैं।

कवियत्री तूफानों से क्या डरना इस कविता द्वारा हमें क्या संदेश देना चाहती है?

इसे सुनेंरोकेंSolution. कवयित्री इस कविता के माध्यम से बताना चाहती है कि जीवन में आई समस्याओं पर सहनशीलता के साथ विजय प्राप्त करनी चाहिए। हमें सदैव प्रसन्नतापूर्वक लोगों के साथ मिलजुलकर रहना चाहिए। हमेशा सही राह पर चलना और सभी को सच्ची राह दिखाना हमारी जिम्मेदारी है।

हमने संसार को कौन सा संदेश दिया है?

इसे सुनेंरोकेंदूसरों की भलाई के लिए यदि सर्वस्व त्याग करना पड़े तो उसके लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। उसे कभी तुच्छ धन पर घमंड नहीं करना चाहिए। निरंतर कर्मशील रहते हुए आगे बढ़ते रहना चाहिए। मनुष्य को ऐसा जीवन व्यतीत करना चाहिए कि लोग उसकी मृत्यु के पश्चात भी उसके सद्गुणों, त्याग, बलिदान को याद करें।

भगवान के डाकिए कविता के कवि कौन हैं?

इसे सुनेंरोकेंभगवान के डाकिए / रामधारी सिंह “दिनकर”

कविता का मुख्य संदेश क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमनुष्यता. कविता के माध्यम से कवि यह संदेश देना चाहता है कि प्रकृति के प्राणियों की तुलना में मनुष्य में चेतना शक्ति की प्रबलता होती है। वह स्वयं के ही नहीं दूसरों के हित-अहित का विचार करके आचरण करता है। जो मनुष्य मनुष्यता के लक्षणें से युक्त होकर दूसरों के लिए जीवित रहता है, वही सच्चे अर्थों में मनुष्य है।

सीखो कविता से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

इसे सुनेंरोकेंतरू की झुकी डालियों से नित, सीखो शीश झुकाना।। इस कविता में दो नन्हे बालक है, जिनका नाम अमन और गौरी है, अमन और गौरी कहते हैं, कि हमें फूलों की तरह हमेशा हंसते रहना चाहिए। भौरों की तरह हमेशा गीत गाना चाहिए। पेड़ों की डालियों की तरह हमें झुककर रहना चाहिए एवं अपना व्यवहार अच्छा रखना चाहिए ।

कविता के बहाने कविता के माध्यम से कवि क्या कहना चाहता है?

इसे सुनेंरोकेंव्याख्या : कवि कहता है कि कविता को किसी बहाने की आवश्यकता नहीं होती। वह तो बच्चों के खेल की तरह है जो कभी भी, कहीं भी, किसी भी स्थान पर प्रकट हो जाती है। बच्चे अपने खेल में मग्न हो बाहर-भीतर की परवाह नहीं करते।

कर चले हम फ़िदा कविता का मुख्य सन्देश क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकर चले हम फिदा’ गीत कैफ़ी आज़मी द्वारा रचित है। यह कविता हमें यह संदेश देती है सैनिक अपना आखरी संदेश दे रहें है, कि वो जवान जो अपनी जान की परवा ना करते हुए अपने देश की रक्षा के लिए अपनी जान से दी और अपने भारत देश की रक्षा करते करते हुए शहीद हो गए है ,उनके बाद इस देश की रक्षा करने की जिम्मेदारी अब तुम्हारें कंधों पर है।

दो चट्टानें कविता का मूल भाव क्या है?

इसे सुनेंरोकेंइस कविता का मूल भाव यह है कि जीवन एक संघर्ष के समान है, जिसे कवि अग्निपथ मानता है। इस मार्ग पर आत्मविश्वास के साथ मनुष्य को आगे बढ़ना है। किसी के सहारे की इच्छा नहीं करनी चाहिए। इस मार्ग पर कदम-कदम पर चुनौतियों और कष्टों से सामना होता है।

इनसे सीखो कविता में किस किस सेक्या सीखने की प्रेरणा दी गई है?

इसे सुनेंरोकेंयह कविता पढ़कर हमें यह प्रेरणा मिलती है कि सभी प्राणियों को एक समान मानना चाहिए। जन्म को आधार मानकर किसी को अछूत कहना निन्दनीय अपराध हैं। किसी को निम्न जाति का मानकर मंदिर में प्रवेश न करने देना, मारपीट करना सरासर गलत है। मानव-मानव में भेद नहीं करना चाहिए।

बात सीधी थी पर कविता के माध्यम से कवि ने क्या कहना चाहा है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: ‘बात सीधी थी पर कविता में कवि ने कथ्य को महत्त्व दिया है। कवि ने जब सीधी व सरल बात को कहने के लिए चमत्कारिक भाषा को माध्यम बनाना चाहा तो भाव की अभिव्यक्ति ही नष्ट हो गई। मूल कथ्य पीछे छूट गया और सिद्धांत व सौंदर्य ही प्रमुख हो गया।

इस कविता में हमें क्या शिक्षा मिलती है?

पाठ से हमें शिक्षा मिलती है कि हमें अपना काम करने में शर्म नहीं करनी चाहिए। नौकरों को भाई के समान मानना चाहिए। नियमित काम करने की आदत डालनी चाहिए।

कविता हमें क्या सिखाती है?

अब तक यह बात स्पष्ट रूप से समझ में आ गई थी कि कुछ बच्चे जिन्हें पढ़ना नहीं आता है वे भी किताबों में कम से कम चित्र तो देखते हैं और चित्रों को पढ़ते हैं, चित्रों पर बातचीत करते हैं । इसलिए उनके लिए वे किताबें ज़्यादा उपयोगी थीं जिनमें केवल चित्र हों और लिखा हुआ कम हो ।

कवि ने इस कविता में हमें क्या संदेश दिया है?

कवि ने इस कविता के माध्यम से संदेश देना चाहा है कि पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं। यानी स्वतंत्रता सबसे अच्छी है। स्वतंत्र रहकर ही अपने सपने और अरमान पूरे किए जा सकते हैं।