गुप्त साम्राज्य के पतन के कारण Show
गुप्त साम्राज्य के पतन के प्रमुख कारण निम्नलिखित थे-1. अयोग्य उत्तराधिकारी2. विदेशी आक्रमण3. नयी शक्तियों का उदय4. उत्तराधिकार के निश्चित नियम का अभाव5. प्रशासनिक कमजोरियाँ6. आर्थिक कारण7. सामन्तों के विद्रोह8. प्रान्तपतियों के विशेषाधिकार9. सैनिक कारण10. धार्मिक कारण11. साम्राज्य की विशालता12. गुप्तकालीन दण्डनीतिअयोग्य उत्तराधिकारी
विदेशी आक्रमण
नयी शक्तियों का उदय
उत्तराधिकार के निश्चित नियम का अभाव
प्रशासनिक कमजोरियाँ
आर्थिक कारण
सामन्तों के विद्रोह
प्रान्तपतियों के विशेषाधिकार
सैनिक कारण
धार्मिक कारण
साम्राज्य की विशालता
गुप्तकालीन दण्डनीति
उपर्युक्त विवेचन से स्पष्ट है कि लगभग 550 और 595 ई. के बीच गुप्त साम्राज्य का सूर्यास्त हो गया। गुप्त वंश की स्थापना 319 ई. में हुई थी। चन्द्रगुप्त प्रथम, समुद्रगुप्त एवं चन्द्रगुप्त द्वितीय ने गुप्त साम्राज्य को काफी विस्तृत किया। कुमारगुप्त और स्कन्दगुप्त तक तो साम्राज्य खड़ा रहा, किन्तु स्कन्दगुप्त के बाद कमजोर गुप्त नरेशों के राज्य काल में लड़खड़ाने लगा। पुष्यमित्रों और हूणों के आक्रमण बढ़ गये। आन्तरिक कलह भी सुलगने लगी। उत्तरकालीन गुप्त नरेशों (बुधगुप्त, बालादित्य आदि) की शान्ति-अहिंसा नीति भी साम्राज्य के लिए घातक सिद्ध हुई। सामन्तों की स्वतंत्रता, मालवा के गुप्त, कान्यकुब्ज के मौखरि और वल्लभी के मैत्रकों के उदय ने गुप्त साम्राज्य को ग्रस लिया। गुप्त साम्राज्य के पतन का मुख्य कारण क्या था?गुप्त साम्राज्य का ५५० ई. में पतन हो गया। बुद्धगुप्त के उत्तराधिकारी अयोग्य निकले और हूणों के आक्रमण का सामना नहीं कर सके। हूणों ने सन् 512 में तोरमाण के नेतृत्व में फिर हमला किया और ग्वालियर तथा मालवा तक के एक बड़े क्षेत्र पर अधिपत्य कायम कर लिया।
4 गुप्त काल के पतन के क्या कारण थें?गुप्त साम्राज्य के पतन का तात्कालिक कारण यह था कि स्कन्दगुप्त के बाद शासन करने वाले राजाओं में योग्यता एवं कुशलता का अभाव था । गुप्त वंश के प्रारम्भिक नरेश अत्यन्त योग्य एवं शक्तिशाली थे । समुद्रगुप्त एवं उसका पुत्र चन्द्रगुप्त द्वितीय 'विक्रमादित्य' सम्पूर्ण पृथ्वी को जीतने की आकांक्षा रखते थे ।
गुप्त साम्राज्य का अंत कैसे हुआ?गुप्त साम्राज्य का पतन (Demise of the Gupta Empire)
गुप्त वंश का अंतिम शासक विष्णुगुप्त था। गुप्तवंश के पतन का कारण पारिवारिक अंतरिम कलह और बार-बार होने वाले विदेशी आक्रमण माने जाते हैं। जिनमें हूणों द्वारा आक्रमण को मुख्य कारण माना जाता है। सन् 550 में इस साम्राज्य का अंत हुआ।
गुप्त साम्राज्य के अंतिम मान्यता प्राप्त राजा कौन थे?समुद्रगुप्त गुप्त साम्राज्य के सबसे महान शासकों में से एक था और उसे भारत का नेपोलियन भी कहा जाता था। विष्णुगुप्त गुप्त साम्राज्य का अंतिम मान्यता प्राप्त राजा था।
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