फुटकर व्यापार से आप क्या समझते हैं फुटकर व्यापार की विशेषताएँ एवं कार्यों का वर्णन करें? - phutakar vyaapaar se aap kya samajhate hain phutakar vyaapaar kee visheshataen evan kaaryon ka varnan karen?

UP Board Solutions for Class 10 Commerce Chapter 12 फुटकर व्यापार are the part of UP Board Solutions for Class 10 Commerce. Here we have given UP Board Solutions for Class 10 Commerce Chapter 12 फुटकर व्यापार.

BoardUP BoardClassClass 10SubjectCommerceChapterChapter 12Chapter Nameफुटकर व्यापारNumber of Questions Solved22CategoryUP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 10 Commerce Chapter 12 फुटकर व्यापार

बहुविकल्पीय प्रश्न (1 अंक)

प्रश्न 1.
मध्यस्थों की श्रृंखला की अन्तिम कड़ी है
(a) उत्पादक
(b) थोक व्यापारी
(c) फुटकर व्यापारी
(d) ये सभी
उत्तर:
(c) फुटकर व्यापारी

प्रश्न 2.
फुटकर व्यापारी की विशेषता है
(a) थोड़ी-थोड़ी मात्रा में क्रय
(b) थोड़ी-थोड़ी मात्रा में विक्रय
(c) कम पूँजी
(d) ये सभी
उत्तर:
(d) ये सभी

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प्रश्न 3.
विभागीय भण्डार को प्रारम्भ सबसे पहले हुआ था
(a) अमेरिका में
(b) फ्रांस में
(c) जर्मनी में
(d) लन्दन में
उत्तर:
(b)फ्रांस में

प्रश्न 4.
स्वयं सेवा पद्धति अपनायी जाती है
(a) विभागीय भण्डार में
(b) श्रृंखलाबद्ध भण्डार में
(c) सुपर बाजार में
(d) इन सभी में
उत्तर:
(c) सुपर बाजार में

निश्चित उतरी्य प्रश्न (1 अंक)

प्रश्न 1.
उस फुटकर व्यापारी को क्या कहते हैं, जो जगह-जगह माल बेचता है?
उत्तर:
फेरी वाला

प्रश्न 2.
बड़ी मात्रा में फुटकर व्यापार करने वाली दो संस्थाओं के नाम बताइए।
उत्तर:

  1. विभागीय भण्डार
  2. बहुसंख्यक दुकानें

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प्रश्न 3.
बहुसंख्यक दुकानें किसके द्वारा खोली जाती हैं? (2011)
उत्तर:
उत्पादकों द्वारा।

प्रश्न 4.
विभिन्न वस्तुओं व सेवाओं का लेन-देन करने वाले बाजार का नाम लिखिए। (2013)
उत्तर:
सुपर बाजार

प्रश्न 5.
‘बिग बाजार’ किस क्षेत्र से सम्बन्धित है?
उत्तर:
फुटकर व्यापार

प्रश्न 6.
बहुमूल्य धातुओं अर्थात् सोना एवं चाँदी का लेन-देन करने वाले बाजार का नाम लिखिए। (2014)
उत्तर:
सर्राफा बाजार

प्रश्न 7.
अंशों का लेन-देन करने वाले बाजार का नाम बताइए। (2012)
उत्तर:
शेयर बाजार

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अतिलघु उत्तरीय प्रश्न (2 अंक)

प्रश्न 1.
फुटकर व्यापार क्या है? फुटकर व्यापार के दो गुणों को लिखिए। (2014)
उत्तर:
फुटकर व्यापार से आशय ऐसे व्यापार से है, जिसमें व्यापारी थोक व्यापारी से माल क्रय करके थोड़ी-थोड़ी मात्रा में उपभोक्ताओं को बेचता है। फुटकर व्यापारी वितरण श्रृंखला की अन्तिम एवं महत्त्वपूर्ण कड़ी होती है। फुटकर व्यापार के दो गुण निम्नलिखित हैं-

  1. फुटकर व्यापारी उपभोक्ताओं को उनकी (UPBoardSolutions.com) आवश्यकतानुसार वस्तुएँ उपलब्ध करवाते हैं।
  2. फुटकर व्यापारी अपने ग्राहकों को उधार माल बेचकर साख सुविधाएँ प्रदान करते हैं।

प्रश्न 2.
फुटकर व्यापारी द्वारा प्रदान की जाने वाली किन्हीं दो सेवाओं का वर्णन कीजिए। (2015)
उत्तर:
फुटकर व्यापारी द्वारा प्रदान की जाने वाली दो सेवाएँ निम्नलिखित हैं

  1. फुटकर व्यापारी उपभोक्ताओं को उनकी रुचि, फैशन व रीति-रिवाज, आदि के आधार पर माल का विक्रय करते हैं।
  2. फुटकर व्यापारी अपने नियमित ग्राहकों को उधार माल बेचकर साख सुविधाएँ प्रदान करते हैं। इससे उपभोक्ताओं को अपनी आवश्यकता की वस्तुएँ आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं।

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प्रश्न 3.
डाक द्वारा व्यापार से क्या तात्पर्य है? इसकी दो विशेषताएँ बताइए। (2015)
उत्तर:
डाक द्वारा व्यापार में ग्राहकों से डाक द्वारा आदेश प्राप्त करके डाक द्वारा ही माल भेजा (विक्रय किया जाता है। इसमें क्रेता और विक्रेता एक-दूसरे से अनजाने रहते हैं। इस पद्धति को प्रोत्साहन देने में विज्ञापन का विशेष महत्त्व होता है। डाक द्वारा (UPBoardSolutions.com) व्यापार की दो विशेषताएँ निम्नलिखित हैं

  1. इसमें माल का क्रय-विक्रय डाक द्वारा किया जाता है।
  2. इस पद्धति में ग्राहकों से व्यक्तिगत सम्पर्क करने की आवश्यकता नहीं होती है।

प्रश्न 4.
सुपर बाजार किसे कहते हैं?
उत्तर:
सुपर बाजार का प्रारम्भ सर्वप्रथम अमेरिका में हुआ था। सुपर बाजार एक ऐसे फुटकर व्यापार का संगठन है, जहाँ विभिन्न प्रकार की दैनिक उपयोग की वस्तुएँ नकद एवं स्वयं सेवा के आधार पर बेची जाती हैं। यह सहकारिता के सिद्धान्तों पर आधारित फुटकर व्यापार को आधुनिक संगठन होता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न (4 अंक)

प्रश्न 1.
थोक एवं फुटकर व्यापारी से आप क्या समझते हैं? इनके मध्य चार अन्तर लिखिए। (2016)
अथवा
थोक व्यापार व फुटकर व्यापार में अन्तर कीजिए। (2011)
अथवा
फुटकर व्यापार से आप क्या समझते हैं? फुटकर एवं थोक व्यापार में क्या अन्तर है? (2007)
उत्तर:
थोक व्यापारी यह ऐसे व्यापारी होते हैं, जो उत्पादकों व निर्माताओं से भारी मात्रा में माल का क्रय करते हैं और उसे आवश्यकतानुसार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में फुटकर व्यापारियों को बेचते हैं। प्रो. हलें के अनुसार, “थोक व्यापारी वे विपणन व्यक्ति होते हैं, (UPBoardSolutions.com) जो फुटकर व्यापारी तथा निर्माता या उत्पादक के मध्य का स्थान ग्रहण करते हैं।” फुटकर व्यापारी यह थोक व्यापारियों से बड़ी मात्रा में माल खरीदते हैं तथा उपभोक्ताओं को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में बेचते हैं। यह मध्यस्थों की श्रृंखला की अन्तिम कड़ी होती है। स्टीफेन्सन के अनुसार, “फुटकर व्यापारी उपभोक्ताओं सम्बन्धी वस्तुओं के वितरण में लगा वह व्यापारिक मध्यस्थ होता है, जिसका अन्तिम उपभोक्ताओं से प्रत्यक्ष सम्बन्ध होता है।”

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थोक व्यापारी व फुटकर व्यापारी में अन्तर अन्तर

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प्रश्न 2.
फुटकर व्यापारी द्वारा प्रदान की जाने वाली चार सेवाओं का वर्णन कीजिए। (2016)
उत्तर:
फुटकर व्यापारी द्वारा प्रदान की जाने वाली चार सेवाएँ निम्नलिखित हैं

  1. उपभोक्ताओं की रुचि व माँग के अनुसार सूचना देना फुटकर व्यापारी, उपभोक्ताओं की रुचि, फैशन वे रीति-रिवाज, आदि से सम्बन्धित जानकारी थोक व्यापारियों व उत्पादकों को देते हैं। इससे नवीनतम वस्तुओं का उत्पादन किया जाता है।
  2. माँग उत्पन्न करना फुटकर व्यापारी, थोक व्यापारी से प्राप्त माल को बेचकर अधिकाधिक माल की माँग उत्पन्न करते हैं। यह माल के विक्रय में भी सहायता प्रदान करते हैं।
  3. ग्राहकों को आवश्यकतानुसार माल का विक्रय करना फुटकर व्यापारी उपभोक्ताओं को उनकी रुचि, फैशन व रीति-रिवाज, आदि के आधार पर माल का विक्रय करते हैं।
  4. क्षेत्र की माँग के अनुसार वस्तुओं की पूर्ति करना फुटकर व्यापारी (UPBoardSolutions.com) अपने क्षेत्र के उपभोक्ताओं की माँग के अनुसार वस्तुओं की पूर्ति करते हैं।

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प्रश्न 3.
खुदरा व्यापारियों के महत्त्व को बताइए।
उत्तर:
खुदरा व्यापारियों के महत्त्व को निम्नलिखित तक से स्पष्ट किया जा सकता है-

  1. ग्राहकों की सन्तुष्टि पर ध्यान फुटकर व्यापारी उपभोक्ता की सेवा और सन्तुष्टि पर पर्याप्त ध्यान देते हैं।
  2. सीमित पूँजी फुटकर व्यापारी को अपना व्यवसाय (दुकान) चलाने के लिए अपेक्षाकृत कम पूँजी की आवश्यकता होती है।
  3. उधार व नकद खरीद ये थोक व्यापारियों और उत्पादकों से माल, उधार तथा नकद दोनों प्रकार से खरीदते हैं।
  4. थोड़ी मात्रा में विक्रय फुटकर व्यापारी, थोक व्यापारियों से माल खरीदकर उपभोक्ताओं को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में बेचते हैं।
  5. थोड़ी मात्रा में क्रय फुटकर व्यापारी, थोक व्यापारियों व उत्पादकों से थोड़ी-थोड़ी मात्रा में वस्तुएँ क्रय करते हैं।
  6. सजावट फुटकर व्यापारी बिक्री को बढ़ाने के उद्देश्य से दुकान में सजावट पर अधिक ध्यान देते हैं। ये वस्तुओं का प्रदर्शन भी करते हैं।
  7. ग्राहकों से सीधा सम्पर्क फुटकर व्यापारी और उपभोक्ता के (UPBoardSolutions.com) बीच में सीधा और निकटतम सम्बन्ध होता है।
  8. स्थान का महत्त्व फुटकर व्यापारी दुकान ऐसे स्थान पर लगाता है, जहाँ अधिक मात्रा में लोग आते-जाते हों।
  9. विभिन्न वस्तुओं में व्यापार फुटकर व्यापारी अनेक प्रकार की वस्तुओं को क्रय-विक्रय करते हैं। ये किसी विशिष्ट वस्तु का व्यवसाय नहीं करते हैं।
  10. मध्यस्थों की अन्तिम कड़ी मध्यस्थों की अन्तिम कड़ी फुटकर व्यापारी होते हैं। इनका ग्राहकों से व्यक्तिगत सम्पर्क होता है।
  11. चयन की सुविधा ये उपभोक्ता को विभिन्न वस्तुओं की विभिन्न किस्मों के चयन की सुविधा प्रदान करते हैं।
  12. प्रायः नकद विक्रय ये उपभोक्ताओं को अधिकतर नकद माल बेचते हैं। कुछ ग्राहकों को उधार भी दे देते हैं।

प्रश्न 4.
ऑनलाइन व्यवसाय को परिभाषित कीजिए। इसके गुणों को बताइए। (2018)
उत्तर:
यदि व्यवसाय का स्वामी अपने व्यवसाय को चलाने हेतु इण्टरनेट का उपयोग करता है, तो सम्बन्धित व्यवसाय को ‘ऑनलाइन व्यवसाय’ कहा जाता है। अन्य शब्दों में, ऑनलाइन व्यवसाय में क्रय तथा विक्रय ऑनलाइन होता है तथा इसके अन्तर्गत व्यवसायी अपने ग्राहकों को ऑनलाइन सेवाएँ प्रदान करता है।

ऑनलाइन व्यवसाय के गुण

  1. लागत की बचत होती है।
  2. बेहतर कार्यक्षमता होती है।
  3. पूरे विश्व में ग्राहक इसकी सुविधा किसी (UPBoardSolutions.com) भी समय प्राप्त कर सकता है।

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दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (8 अंक)

प्रश्न 1.
फुटकर व्यापारी की सेवाओं का वर्णन कीजिए। (2008)
उत्तर:
फुटकर व्यापारियों की सेवाएँ फुटकर व्यापारी उत्पादकों, थोक व्यापारी, उपभोक्ताओं अथवा समाज के प्रति विभिन्न महत्त्वपूर्ण सेवाएँ प्रदान करते हैं। ये सेवाएँ निम्नलिखित हैं

I. उत्पादकों व थोक व्यापारियों के प्रति सेवाएँ
फुटकर व्यापारी उत्पादकों व थोक व्यापारियों के प्रति निम्नलिखित सेवाएँ प्रदान करते हैं

  1. उपभोक्ताओं की रुचि व माँग के अनुसार सूचना देना फुटकर व्यापारी, उपभोक्ताओं की रुचि, फैशन वे रीति-रिवाज, आदि से सम्बन्धित जानकारी थोक व्यापारियों व उत्पादकों को देते हैं। इससे नवीनतम वस्तुओं का उत्पादन किया जाता है।
  2. माँग उत्पन्न करना फुटकर व्यापारी, थोक व्यापारी से प्राप्त माल को बेचकर अधिकाधिक माल की माँग उत्पन्न करते हैं। यह माल के विक्रय में भी सहायता प्रदान करते हैं।
  3. स्थानीय विज्ञापन से मुक्ति फुटकर व्यापारी अपने स्थानीय स्तर पर किसी वस्तु का विज्ञापन स्वयं कर लेते हैं। इसके लिए थोक व्यापारियों को विज्ञापन की आवश्यकता नहीं रहती है।
  4. वितरण के झंझटों से मुक्त करना फुटकर व्यापारियों के उपलब्ध होने पर थोक व्यापारियों को माल के वितरण की समस्या नहीं होती है।
  5. नए माल का प्रचार फुटकर व्यापारी अपने व्यक्तिगत सम्पर्क और प्रभाव (UPBoardSolutions.com) से थोक व्यापारी या उत्पादकों के लिए बाजार में नए माल का प्रचार करके अधिक बिक्री हेतु प्रयास करते हैं।
  6. वितरण लागत में कमी उत्पादक या थोक व्यापारी, फुटकर व्यापारी को उपभोक्ताओं की तुलना में अधिक माल बेचते हैं। इससे वितरण लागत में कमी आती है।
  7. आँकड़ों को एकत्रीकरण फुटकर व्यापारी माल की माँग व मूल्य आदि से सम्बन्धित आँकड़ों का संग्रहण करके उत्पादकों व थोक व्यापारियों को उपलब्ध करवाते हैं।

II. समाज या उपभोक्ताओं के प्रति सेवाएँ

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फुटकर व्यापारी समाज तथा उपभोक्ताओं के प्रति निम्नलिखित सेवाएँ प्रदान करते  हैं-

  1. ग्राहकों को आवश्यकतानुसार माल का विक्रय करना फुटकर व्यापारी उपभोक्ताओं को उनकी रुचि, फैशन व रीति-रिवाज, आदि के आधार पर माल का विक्रय करते हैं।
  2. क्षेत्र की माँग के अनुसार वस्तुओं की पूर्ति करना फुटकर व्यापारी अपने क्षेत्र के उपभोक्ताओं की माँग के अनुसार वस्तुओं की पूर्ति करते हैं।
  3. साख सुविधाएँ प्रदान करना फुटकर व्यापारी अपने नियमित ग्राहकों को माल उधार बेचकर साख सुविधाएँ प्रदान करते हैं। इससे उपभोक्ताओं को अपनी आवश्यकता की वस्तुएँ सरलता से उपलब्ध हो जाती हैं।
  4. ताजी वस्तुएँ प्रदान करना फुटकर व्यापारी अपने ग्राहकों को ताजी व शुद्ध वस्तुएँ उपलब्ध करवाते हैं, इसलिए ग्राहक आवश्यकता के अनुसार कभी भी माल खरीद सकते हैं।
  5. माल वापसी की सुविधा देना फुटकर व्यापारी उपभोक्ता को कोई माल पसन्द न आने पर उसे वापस लेने की सुविधा भी प्रदान करते हैं।
  6. माल को घर पहुँचाना फुटकर व्यापारी ग्राहकों के व्यक्तिगत सम्बन्धों के कारण उनके घर पर माल की सुपुर्दगी की सुविधा भी प्रदान करते हैं।
  7. माँग के अनुसार वस्तुएँ उपलब्ध कराना फुटकर व्यापारी अपनी दुकान में मौसम के अनुकूल अलग-अलग प्रकार की वस्तुएँ खरीदकर एकत्र कर लेते हैं, जिससे उपभोक्ताओं को आवश्यकतानुसार उनकी पसन्द की वस्तुएँ सरलता से मिल जाती हैं।
  8. निःशुल्क परामर्श देना फुटकर व्यापारी अपने ग्राहकों से व्यक्तिगत सम्पर्क होने के कारण उनको वस्तुओं के उचित चयन व उपयोगिता के विषय में नि:शुल्क परामर्श देते हैं।
  9. ग्राहकों को चुनाव की सुविधा फुटकर व्यापारी ग्राहकों को उनकी आवश्यकता के (UPBoardSolutions.com) अनुसार वस्तु के उपयुक्त चुनाव की सुविधा देते हैं।
  10. ठगे जाने का भय नहीं फुटकर व्यापारी ग्राहकों के निकट व स्थायी रूप से होने के कारण ग्राहकों से धोखा नहीं करता है। उपभोक्ताओं को फुटकर व्यापारी पर पूर्ण विश्वास होता है।

प्रश्न 2.
फुटकर व्यापारी से आप क्या समझते हैं? यह थोक व्यापारी से किस प्रकार भिन्न है? एक फुटकर व्यापारी की समाज के प्रति सेवाओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
फुटकर व्यापारी से आशय 
थोक व्यापारी यह ऐसे व्यापारी होते हैं, जो उत्पादकों व निर्माताओं से भारी मात्रा में माल का क्रय करते हैं और उसे आवश्यकतानुसार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में फुटकर व्यापारियों को बेचते हैं। प्रो. हलें के अनुसार, “थोक व्यापारी वे विपणन व्यक्ति होते हैं, जो फुटकर व्यापारी तथा निर्माता या उत्पादक के मध्य का स्थान ग्रहण करते हैं।”

फुटकर व्यापारी यह थोक व्यापारियों से बड़ी मात्रा में माल खरीदते हैं तथा उपभोक्ताओं को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में बेचते हैं। यह मध्यस्थों की श्रृंखला की अन्तिम कड़ी होती है। स्टीफेन्सन के अनुसार, “फुटकर व्यापारी उपभोक्ताओं सम्बन्धी वस्तुओं के वितरण में लगा वह व्यापारिक मध्यस्थ होता है, जिसका अन्तिम उपभोक्ताओं से प्रत्यक्ष सम्बन्ध होता है।”

समाज या उपभोक्ताओं के प्रति सेवाएँ
फुटकर व्यापारी समाज तथा उपभोक्ताओं के प्रति निम्नलिखित सेवाएँ प्रदान करते  हैं-

  1. ग्राहकों को आवश्यकतानुसार माल का विक्रय करना फुटकर व्यापारी उपभोक्ताओं को उनकी रुचि, फैशन व रीति-रिवाज, आदि के आधार पर माल का विक्रय करते हैं।
  2. क्षेत्र की माँग के अनुसार वस्तुओं की पूर्ति करना फुटकर व्यापारी अपने क्षेत्र के उपभोक्ताओं की माँग के अनुसार वस्तुओं की पूर्ति करते हैं।
  3. साख सुविधाएँ प्रदान करना फुटकर व्यापारी अपने नियमित ग्राहकों को माल उधार बेचकर साख सुविधाएँ प्रदान करते हैं। इससे उपभोक्ताओं को अपनी आवश्यकता की वस्तुएँ सरलता से उपलब्ध हो जाती हैं।
  4. ताजी वस्तुएँ प्रदान करना फुटकर व्यापारी अपने ग्राहकों को ताजी व शुद्ध वस्तुएँ उपलब्ध करवाते हैं, इसलिए ग्राहक आवश्यकता के अनुसार कभी भी माल खरीद सकते हैं।
  5. माल वापसी की सुविधा देना फुटकर व्यापारी उपभोक्ता को कोई माल पसन्द न आने पर उसे वापस लेने की सुविधा भी प्रदान करते हैं।
  6. माल को घर पहुँचाना फुटकर व्यापारी ग्राहकों के व्यक्तिगत सम्बन्धों के कारण उनके घर पर माल की सुपुर्दगी की सुविधा भी प्रदान करते हैं।
  7. माँग के अनुसार वस्तुएँ उपलब्ध कराना फुटकर व्यापारी अपनी दुकान में मौसम के अनुकूल अलग-अलग प्रकार की वस्तुएँ खरीदकर एकत्र कर लेते हैं, जिससे उपभोक्ताओं को आवश्यकतानुसार उनकी पसन्द की वस्तुएँ सरलता से मिल जाती हैं।
  8. निःशुल्क परामर्श देना फुटकर व्यापारी अपने ग्राहकों से व्यक्तिगत सम्पर्क होने के कारण उनको वस्तुओं के उचित चयन व उपयोगिता के विषय में नि:शुल्क परामर्श देते हैं।
  9. ग्राहकों को चुनाव की सुविधा फुटकर व्यापारी ग्राहकों को उनकी (UPBoardSolutions.com) आवश्यकता के अनुसार वस्तु के उपयुक्त चुनाव की सुविधा देते हैं।
  10. ठगे जाने का भय नहीं फुटकर व्यापारी ग्राहकों के निकट व स्थायी रूप से होने के कारण ग्राहकों से धोखा नहीं करता है। उपभोक्ताओं को फुटकर व्यापारी पर पूर्ण विश्वास होता है।

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प्रश्न 3.
विभागीय भण्डार से क्या आशय है? विभागीय भण्डार एवं श्रृंखलाबद्ध दुकानों में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
विभागीय भण्डार विभागीय भण्डार का विकास सर्वप्रथम फ्रांस में सन् 1852 में हुआ था। विभागीय भण्डार के अन्तर्गत एक ही भवन की छत के नीचे वस्तुओं का पृथक्-पृथक् विभागों में विक्रय किया जाता है। इन भण्डारों में उपभोक्ताओं की आवश्यकता की सभी वस्तुएँ अर्थात् सुई से लेकर कार तक एक ही स्थान पर मिल जाती हैं।

इन वस्तुओं के बिल एक ही छत के नीचे अलग-अलग विभागों में बनते हैं। क्लार्क के अनुसार, “विभागीय भण्डार एक फुटकर संस्था है, जिसमें एक ही छत के नीचे बहुत-सी वस्तुओं का व्यापार होता है। ये वस्तुएँ निश्चित विभागों में विभाजित होती हैं। इनका (UPBoardSolutions.com) केन्द्रीय प्रबन्ध होता है और ये मुख्य रूप से स्त्री ग्राहकों की आवश्यकताओं की पूर्ति करती हैं।” जेम्स स्टीफेन्सन के अनुसार, “विभागीय भण्डार एक ही छत के अन्तर्गत एक बड़ा भण्डार है, जो विभिन्न प्रकार की वस्तुओं का फुटकर व्यापार करते हैं।”

विभागीय भण्डार व श्रृंखलाबद्ध दुकानों में अन्तर

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We hope the UP Board Solutions for Class 10 Commerce Chapter 12 फुटकर व्यापार help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 10 Commerce Chapter 12 फुटकर व्यापार, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

फुटकर व्यापार से आप क्या समझते हैं?

"बड़े पैमाने पर फुटकर व्यापार " वह प्रक्रिया है जिसमें या तो एक प्रकार का सामान या विभिन्न प्रकार का सामान एक बड़ी दुकान में एक ही छत के नीचे ग्राहकों की बड़ी संख्या में उपलब्ध कराया जाता है या ग्राहकों की सुविधा के अनुसार उपलब्ध कराया जाता है।

फुटकर वितरण क्या है इसकी विशेषताएँ बताइये?

फुटकर विक्रेता का अर्थ (futkar vikreta kise kahte hai) ये अन्तिम उपभोक्‍ता उन वस्‍तुओं या सेवाओं को पुन: कि‍सी रूप मे बेचने के लिए क्रय नही करते है। फुटकर वितरण करने वाले विक्रेता थोक व्‍यापारियों से थोडी-थोडी मात्रा में क्रय कर अन्तिम उपभोक्‍ताओं को उनकी मांग के अनुसार विक्रय (बचते है) करते है।

फुटकर विक्रेता के कार्य क्या है?

फुटकर विक्रेता वह व्यापारी होते हैं जो थोक विक्रेताओं से और कभी-कभी सीधे उत्पादक से माल का क्रय कर, उपभोक्ता को बेच देते हैं। वे साधारणतया अपने कार्य को फुटकर दुकानों के माध्यम से करते हैं तथा माल का विक्रय थोड़ी मात्रा में करते हैं । वे दिन प्रतिदिन प्रयोग में आने वाली वस्तुओं का व्यापार करते हैं।

थोक व्यापार से क्या अभिप्राय है इसकी विशेषताएँ लिखिए?

थोक व्‍यापार (विक्रेता) का अर्थ थोक व्‍यापार से अर्थ ऐसे व्‍यापारी से है जो निर्माता या उतपादकों से भारी मात्रा में माल क्रय करके उसे आवश्‍यकतानुसार थोडी-थोडी मात्रा में फुटकर व्‍यापारियों को बेचा जाता है थोक व्‍यापार कहलाता है।