चिट्ठी आपने निश्चित पते पर कैसे पहुंचती है? - chitthee aapane nishchit pate par kaise pahunchatee hai?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर 2 पूरे और ठीक पते से मतलब है कि जिस व्यक्ति को पत्र भेजा जा रहा है उसका नाम, पद, घर का नंबर, गांव या शहर का नाम, और पिन कोड सही ढंग से लिखा हो।

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कबूतरों की कौन सी प्रजातियां होती हैं जिन्हें डाक संदेश भेजने के काम में लाया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंहोमिंग प्रजाति के कबूतरों की विशेषता थी कि वे उन्हें एक जगह से अगर किसी जगह के लिए भेजा जाता तो वे अपना काम करने के बाद वापस लौटकर अपनी जगह आते थे। इससे संदेश पहुंच जाने की पुष्टि भी हो जाती थी। बताया जाता है कि होमिंग प्रजाति के कबूतर अपनी जगह से 1600 किमी आगे उड़कर जाने पर भी रास्ता भटके बिना वापस लौट आते थे।

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हरकारों को क्या क्या काम करना पड़ता है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: पैदल हरकारों को पैदल ही जाना पड़ता होगा। साथ ही सर्दी, गर्मी, बरसात हर मौसम का सामना करना पड़ता होगा। लंबी यात्रा के कारण वह अत्यधिक थक जाता होगा।

हरकारों को क्या क्या काम करना पड़ता था?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: पैदल हरकारों को हर तरह की जगहों पर पहुँचना होता था। उन्हें डाक की रक्षा भी करनी होती थी। डाकू, लुटेरों या जंगली जानवरों की चपेट में आने का डर हमेशा बना रहता था।

कबूतर की कौन कौन सी प्रजातियों को संदेश भेजने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंये कबूतर सामान्य कबूतरों की प्रजाति से थोड़े अलग होते हैं। इन्हें बेल्जियन होमर कबूतर के नाम से जाना जाता है।

कबूतर किस युद्ध में संदेश पहुँचाता था?

इसे सुनेंरोकें(iv) द्वितीय विश्वयुद्ध में संदेशवाहक कबूतर की छपी कहानी ……………………….

आरएमएस कार्यालय में पत्र के साथ क्या क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंदस वर्ष पूर्व सिटी रेलवे स्टेशन से आरएमएस सेवा का संचालन होता था जिसमें पत्रों को भेजने के साथ तार, रजिस्ट्री आदि की व्यवस्था शाम साढे़ सात से साढ़े आठ बजे तक होती थी। – आरएमएस सेवा को फिर से चालू करने के लिए परिमंडलीय कार्यालय पर प्रार्थना पत्र देना होगा। उन्हीं के प्रयास से इसे दोबारा चालू किया जा सकता है।

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रजिस्टर्ड डाक कितने दिन में पहुंचती है?

इसे सुनेंरोकेंस्पीड पोस्ट एक भारत पोस्ट सेवा है जो पत्रों, पार्सल और उपहारों के सुरक्षित और समयबद्ध वितरण की पेशकश करती है। रजिस्टर्ड पोस्ट भी एक सामान्य पोस्ट की तरह ही एक भारत पोस्ट सेवा है, लेकिन अतिरिक्त सुविधाएं जैसे प्राप्तकर्ता के हस्ताक्षर, अतिरिक्त कवर, एक प्रमोशन का प्रमाण आदि। आम तौर पर 2-3 दिन। आम तौर पर 2-5 दिनों का है।

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न 2 पूरे और ठीक पते से क्या मतलब है? उत्तर 2 पूरे और ठीक पते से मतलब है कि जिस व्यक्ति को पत्र भेजा जा रहा है उसका नाम, पद, घर का नंबर, गांव या शहर का नाम, और पिन कोड सही ढंग से लिखा हो।

आधुनिक काल में डाक पहचान के क्या क्या माध्यम है?

आधुनिक काल में डाक पहुँचाने के अनेक माध्यम है।

  • 1 डाकखाना
  • 2 कोरियर सर्विस
  • 3 फैक्स
  • 4 मेल
  • 5 व्हाट्सएप्प
  • 6 टेलीग्राम
  • पाठ चिट्ठी का सफ़र के अनुसार बताइए कि आजकल सन्देश कैसे भेजे जाते हैं?

    इसे सुनेंरोकेंचिट्ठी भेजने के लिए आमतौर पर पोस्टकार्ड, अंतर्देशीय पत्र या लिफ़ाफ़ा इस्तेमाल किया जाता है। डाकघर जाकर इनका मूल्य पता करके लिखो- पोस्टकार्ड अंतर्देशीय पत्र लिफ़ाफ़ा 8. डाकटिकट इकट्ठा करो। एक रुपये से लेकर दस रुपये तक के डाकटिकटों को क्रम में लगाकर कॉपी पर चिपकाओ।

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    आधुनिक काल में डाक पहुंचाने के क्या क्या महत्व है?

    इसे सुनेंरोकेंभारत में 1837 तक डाक सेवाएं केवल सरकारी डाक भेजने के लिए ही इस्तेमाल की जाती थी। 1837 के बाद डाक सेवाओं को जनसाधारण के लिए भी उपलब्ध कराया गया। समय के साथ-साथ डाकघर, रूपये भेजने, पार्सल पहुँचाने, बैंकिंग, बीमा और अन्य कई सुविधाएं प्रदान करने लगे। विश्वसनीय साधन माना जाता है।

    गांधीजी को सिर्फ उनके नाम और देश के नाम के सहारे पत्र कैसे पहुंचाया गया होगा?

    इसे सुनेंरोकेंAnswer: गांधी जी को देश का बच्चा-बच्चा जानता है तो डाकिए तो जानते ही होंगे। अत: चिट्ठियाँ उनके नाम के सहारे ही पहुँच जाती होंगी।

    आज सन्देश पहुँच आने का सबसे बड़ा साधन क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंआजकल संदेश पहुंचाने का नवीनतम साधन व्हाट्सप्प भी है, और आज संचार के साधनों का इतना विस्तार हो गया है कि हम दूर-दूर के स्थानों से संदेश प्राप्त कर सकते हैं या भेज सकते हैं।

    इसे सुनेंरोकेंउत्तर 1 चिट्ठी पर डाक टिकट इसलिए लगाया जाता है ताकि डाक विभाग को चिट्ठी एक स्थान से दूसरे स्थान पहुंचाने का व्यय प्राप्त हो सके। डाक टिकट से चिट्ठी का एक तरह से बीमा ही हो जाता है। उसे पहुंचाने की जिम्मेदारी डाक विभाग पर आ जाती। डाक टिकट से यह भी पता चलता है कि यह किस देश की है।

    क्या सभी डाक टिकट समान हैं?

    इनके संग्रह को ‘डाक टिकट संग्रह’ या ‘फ़िलेटली’ कहा जाता है।……क्या सभी डाक टिकट सामान है?

    डाक टिकटविवरण‘डाक टिकट’ छोटा आयताकार काग़ज़ का टुकड़ा होता है, जो लिफाफे आदि पर चिपकाया जाता है। इससे डाक सेवा शुल्क के भुगतान का पता चलता है।

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    डाक टिकट का प्रयोग कब प्रारम्भ हुआ?

    इसे सुनेंरोकें1852 में भारत में पहली बार चिट्ठी पर डाक टिकट लगाने की शुरूआत हुई थी। 01 अक्टूबर, 1854 को भारत में महारानी विक्टोरिया के चित्र वाला डाक टिकट जारी हुआ था।

    भारतीय डाक टिकट पर पिकासो की कौन सी पेंटिंग छपी थी?

    इसे सुनेंरोकेंपाब्लो पिकासो की इस पेंटिग का नाम है- “मेरी थ्रीज” (Marie- Therese). पिकासो ने इस पेंटिग को 1932 में बनाया था।

    डाक टिकट पर पहली भारतीय महिला कौन थी?

    इसे सुनेंरोकेंमीरा बाई 15 अगस्त 1947 के बाद डाक टिकट पर प्रदर्शित होने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। यह डाक टिकट 1 अक्टूबर 1952 को जारी किया गया था। इस डाक टिकट पर केवल हिंदी में “मीरा” छपा था।

    अंतर्देशीय पत्र कार्ड क्या काम आता है?

    इसे सुनेंरोकेंतकनीकी तौर पर अंतर्देशीय पत्र कार्ड एक नि‍श्‍चि‍त आकार के काग़ज पर लि‍खा संदेश होता है, जि‍से मोड़कर बंद कि‍या जाता है। अंतर्देशीय पत्र कार्ड भारत के अंदर ही प्रेषण के लि‍ए होता है। वि‍देशों में संदेश भेजने के लि‍ए अधि‍क लागत का वि‍शेष अंतर्देशीय पत्र कार्ड, जि‍से एरोग्राम कहा जाता है, इस्‍तेमाल कि‍या जाता है।

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    अंतर्देशीय पत्र कार्ड क्या होता है?

    इसे सुनेंरोकेंएक कार्ड पर अपनी बात लिखकर पत्र पेटी में डाल दी जाती थी जो कुछ दिनों में अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचती थी। इसमें लोग ज्यादातर 2.50 रुपये वाले अंतर्देशीय पत्र व . 50 रुपये वाले पोस्ट कार्ड का उपयोग करते थे, लेकिन आज के दौर में एक बटन दबाने से ही आपकी बात दूसरे व्यक्ति तक पहुंच जाती है।

    अंतर्देशीय पत्र पर लिखे पते में पिन कोड की क्या भूमिका है जानकारी एकत्र कर लिखिए?

    इसे सुनेंरोकेंपिन कोड, पोस्टल इंडेक्स नंबर (पिन) का संक्षिप्त नाम है। यह छह अंकों का विशेष कोड है, जो भारत में डाक वितरण करने वाले सभी डाकघरों को आवंटित किया जाता है। एक कोड केवल एक ही डाकघर से संबंधित होता है। अगर पत्र या किसी डाक में पते के साथ पिन कोड लिखा होता है, तो उसका सही गंतव्य तक जल्दी पहुंचना सुनिक्षित हो जाता है।

    बिना डाक टिकट लगे भेजे गए पत्र को क्या कहते है?

    इसे सुनेंरोकेंपत्र को खत उर्दू भाषा में, कागद कन्नड़ में, उत्तरम, जाबू और लेख तेलगू में और तमिल में कडिद कहा जाता है।

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    डाक का कबूतर?

    इसे सुनेंरोकेंहोमिंग कबूतर रॉक कबूतर से व्युत्पन्न घरेलू कबूतर ( कोलंबिया लाइविया डोमेस्टिका ) की एक किस्म है, जो चुनिंदा रूप से बेहद लंबी दूरी पर घर जाने की क्षमता के लिए पैदा हुआ है। जंगली चट्टान कबूतर में एक सहज घर की क्षमता है, जिसका अर्थ यह है कि यह आम तौर पर अपने घोंसले पर वापस आ जाएगा, (यह माना जाता है) चुंबकत्व का उपयोग कर।

    चिट्ठी आपने निश्चित पते पर कैसे पहुंचती है?

    वे पत्र अपने सही पते और समय पर किस तरह पहुँचे होंगे - यह बहुत-सी बातों पर निर्भर करता है । जैसे कि, चिट्ठी किस स्थान से किस स्थान पर भेजी जा रही है, संदेश पहुँचाने की कितनी जल्दी है, तुमने पूरा और ठीक पता लिखा है कि नहीं, तुमने उस पर डाकटिकट लगाया है कि नहीं, आदि।

    चिट्ठी कैसे भेजी जाती है?

    चिट्ठी भेजने के लिए आमतौर पर पोस्टकार्ड, अंतर्देशीय पत्र या लिफ़ाफ़ा इस्तेमाल किया जाता है। डाकघर जाकर इनका मूल्य पता करके लिखो- पोस्टकार्ड अंतर्देशीय पत्र लिफ़ाफ़ा 8. डाकटिकट इकट्ठा करो। एक रुपये से लेकर दस रुपये तक के डाकटिकटों को क्रम में लगाकर कॉपी पर चिपकाओ।

    साधारण डाक कितने दिन में पहुंच जाता है?

    डाक विभाग का दावा है कि 200 किलोमीटर की दूरी की रजिस्ट्री स्पीड पोस्ट 24 घंटे में इससे अधिक दूरी की डाक अधिकतम 4 दिन में जबकि जनरल डाक अधिकतम 7 दिन में वितरित कर दी जाती हैं।

    जरूरत पड़ने पर संदेश को जल्दी कैसे पहुंचाया जाता है?

    प्रश्न 3 जरूरत पड़ने पर संदेश को जल्दी कैसे पहुंचाया जाए? उत्तर 3 पुराने समय में संदेश को जल्दी पहुंचाने के लिए तार का प्रयोग किया जाता था। लेकिन अब इंटरनेट के जरिए पलक झपकते ही अपने संदेश दुनिया के किसी भी हिस्से में पहुंचा सकते हैं।